RE: Hindi Porn Kahani पडोसन की मोहब्बत
इधर मैं और दिव्या कौसानी पहुच गए थे. हमे ५ घंटे लग गए थे. बीच बीच में बारिश भी हो रही थी. आधे रस्ते कार दिव्या ने ड्राइव की थी और अभी मैं चला रहा था तो मैंने दिव्या से पुछा "बताइए कहा चलेंगी."
दिव्या ने कहा "पहले होटल ही चलते है. थोडा रेस्ट कर लेते है."
मैंने भी सोचा की इन पहाड़ो को देखने से पहले दिव्या के उन्नत उरोजो के दर्शन करने चाहिए. दिव्या के पास होटल की सब डिटेल्स थी तो हम दोनों सीधे होटल पहुच गए.
हम दोनों रूम में पहुचे ही थे की मेरे पास राजेश का फोन आ गया. राजेश बोला "पहुच गए तुम लोग"
मैंने कहा "हाँ. बारिश की वजह से काफी टाइम लग गया. उधर का क्या हाल है."
"बढ़िया है. वैसे भी अब वो मेरी भी बीवी बन गयी है तो मनाना थोडा आसान था. एक बार चुद चुकी है तुम्हारी बीवी मुझसे लेकिन अभी थोडा और समझाना पड़ेगा. तुम शाम को रेणुका को फोन करके बोल देना की बारिश की वजह से आने जाने का रास्ता बंद हो गया है और रास्ता खुलने में दो दिन लगेगे और तुम लोग तभी वापस आओगे." राजेश ने बोला.
"बहुत अच्छा. अब फोन रखिये तो मैं भी आपकी बीवी के साथ सुहागरात मना लूं" मैंने राजेश से कहा.
"अरे अब वो तुम्हारी बीवी भी है तो जैसा तुम चाहो करो बस तुम शाम को रेणुका को फ़ोन कर देना." राजेश ने ये कह कर फोन काट दिया और बाथरूम की तरफ गया. उसने देखा की रेणुका ने दरवाजा लॉक नहीं किया है तो वो बाथरूम में घुस गया. रेणुका अब शावर लेने जा रही थी. उसने राजेश को देख कर चौंक गयी और बोली "अरे आप दुसरे बाथरूम में जाओ न. मुझे नहा तो लेने दो."
राजेश ने कुछ नहीं बोला और शावर जेल उठा कर रेणुका के बदन पर लगाने लगा. फिर राजेश ने एक हाथ से शावर ऑन कर दिया. शावर से ठंडा पानी निकलते ही रेणुका राजेश से चिपक गई और बोली "उफ्फ्फ क्या करते है आप... इतना ठंडा पानी है."
"क्या आप आप लगा रखा है. मुझे जानू बुलाया करो मेरी जान" राजेश ने रेणुका को बाहों में लेते हुए कहा और उसे रगड़ रगड़ कर साबुन लगाने लगा.
|