RE: Hindi Porn Kahani पडोसन की मोहब्बत
"चलो मेरे साथ मार्किट चलो फिर बताता हूँ" और मैं राजेश के साथ मार्केट चल दिया. रस्ते में राजेश ने मुझे सब कुछ समझा दिया. फिर हम दोनों ने बाजार जाकर २ मंगलसूत्र खरीदे और लौट कर होटल के पास वाले मंदिर जाकर पुजारी से बात की. राजेश ने पुजारी को सब समझा कर ५००० रुपये दिए और फिर हम दोनों होटल आ गए.
पहले राजेश मेरे कमरे में गया और बेल बजाई. रेणुका ने सोचा की मैं हूँ तो उसने दरवाजा खोल दिया. सामने राजेश को देखकर उसे कुछ समझ नहीं आया. वो सिर्फ इतना ही बोल पाई की आप जाइये यहाँ से. राजेश ने रेणुका से कहा "मानता हूँ की कल जो हुआ वो गलत हुआ इसीलिए तुमसे कुछ बात करनी है. जरा मेरे साथ चलो."
रेणुका राजेश को देखकर समझ नहीं पा रही थी की क्या करे. राजेश ने रेणुका का हाथ पकड़ा और फिर से बोला "मेरा यकीन करो. मेरे साथ चलो." रेणुका ने दरवाजा लॉक किया और राजेश के साथ चल पड़ी. राजेश रेणुका को उसी मंदिर में ले गया. रेणुका को कुछ समझ नहीं आ रहा था. राजेश ने पंडित को इशारा किया और पंडित ने रेणुका और राजेश को एक साथ खड़ा करके कुछ मन्त्र पढ़े. फिर उसने एक थाली राजेश की तरफ बढाई और राजेश ने थाली से सिंदूर उठाकर रेणुका की मांग भर दी. पंडित बोला "आपका विवाह संपन्न हुआ. आज से आप दोनों पति पत्नी है." और ये बोलकर वो मंदिर के अंदर चला गया. राजेश ने फ़ौरन जेब से मंगलसूत्र निकाल कर रेणुका को पहना दिया और बोला "अब तो तुम खुश हो न. अब तो जो कल रात हुआ वो गलत नहीं है."
Image
रेणुका अभी भी सन्न थी की ये क्या हुआ. उसे लगा था की राजेश कल जो हुआ उसका प्रायश्चित करने के लिए उसे मंदिर लाया था वो बोली "ये क्या मजाक है? जो कल हुआ वो भी गलत था और जो अभी हुआ वो भी गलत है. आपको मुझे बताना चाहिए था की आप मुझे यहाँ क्यों लाये है. मैं पहले से ही शादीशुदा हूँ तो दूसरी शादी कैसे कर सकती हूँ?"
"जब मर्द ३-४ शादियाँ कर सकता है तो औरत क्यों नहीं कर सकती. अब से तुम मेरी भी बीवी हो समझी. चलो वापस होटल चलो." और मनीष रेणुका को लेकर वापस होटल की तरफ चल पड़ा. उसने मुझे मेसेज कर दिया की हम वापस आ रहे है अब तुम दिव्या को लेकर दुसरे रस्ते से मंदिर पहुचो. रस्ते भर रेणुका कुछ नहीं बोली और होटल पहुचकर अपने कमरे में चली गयी.
|