RE: Hindi Porn Kahani पडोसन की मोहब्बत
दिव्या के मुह से ऐसी बात सुन कर हम दोनों बहुत उत्तेजित हो गए और जोर जोर से उसे चोदने लगे. मुझे अपना लंड दिव्या की चूत के अंदर राजेश के लंड से रगड़ता हुआ महसूस हो रहा था. राजेश का भी शायद यही हाल था. करीब १०-१५ मिनट के बाद हम तीनो लगभग एक साथ झड गए. ३-४ मिनट तो हम ऐसे ही पड़े रहे फिर हम अलग अलग हुए. दिव्या भी इस डबल चुदाई से एकदम पस्त हो गयी थी तो उठ कर अपने कमरे में चली गयी. मैंने देखा की रेणुका तो वैसे ही नंगी सो गयी है.
राजेश बोला "यार मन तो था की रात भर रेणुका को चोदता लेकिन रेणुका तो सो गयी."
मैंने कहा "यार पी भी तो इसने सबसे ज्यादा है. एक काम करो आप यही रेणुका के साथ सो जाओ और मैं दिव्या के साथ सो जाऊँगा. अगर रात को मौका लगा तो एक राउंड और लगा लेना." राजेश ने हामी भरी और रेणुका के साथ लेट गया.
मैं राजेश के कमरे में आ गया और देखा की दिव्या भी बेड पर नंगी लेटी है और सो रही है. दिव्या की आज पहली बार आगे पीछे से एक साथ चुदाई हुई थी तो वो भी काफी थक गयी थी. मैं दिव्या से चिपक कर लेट गया और सो गया. मैंने और राजेश ने भी दारू तो पी ही थी और थके तो हम दोनों भी थे तो रात में हम दोनों की नींद भी नहीं खुली.
सुबह सबसे पहले रेणुका की आँख खुली.
रेणुका को अपने बदन में एक मीठा मीठा दर्द महसूस हुआ. अचानक उसने देखा की उसके बगल में राजेश पूरा नंगा सो रहा है और वो खुद भी पूरी नंगी है. अब रेणुका को रात की पूरी बात याद आ गयी. वो उठी और उसने अपनी नाईटी पहनी और मुझे ढूनने के लिए राजेश के कमरे में आई.
उसने देखा की मैं और दिव्या पूरे नंगे एक दुसरे से चिपक कर सो रहे है. उसने धीरे से मुझे हिलाया. मैंने आँखे खोली तो रेणुका ने मुझे होटल रूम की बालकनी में आने का इशारा किया और खुद बालकनी में चली गयी. रेणुका के चेहरा देख कर मैं समझ गया था की वो नाराज़ भी है और टेंशन में भी है.
मैं जल्दी से उठातो दिव्या हल्का सा कुनमुनाई पर फिर करवट बदल कर सो गयी. मैंने उसके नंगे बदन पर चादर डाल दी और खुद टीशर्ट बरमूडा पहन कर बालकनी में आ गया. मेरे कुछ बोलने से पहले ही रेणुका चिल्लाई"शर्म नहीं आती. ये कल क्या किया तुम लोगो ने."
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