RE: Hindi Porn Kahani पडोसन की मोहब्बत
अचानक मुझे देख कर वो परेशान हो गयी. मैं फौरन बाथरूम में घुस गया और राजेश और दिव्या की बात सुनने लगा.
दिव्या राजेश के ऊपर नाराज़ हो रही थी की क्यों उसने मुझे कमरे में आने दिया. पहले उसको बता देता तो वो कपडे बदल लेती. मैंने थोड़ी देर उनकी बातें सुनी और फिर बाथरूम से बाहर आ गया.
दिव्या मुझे देखकर चुप हो गयी. मैंने राजेश से कहा की अब कहीं बाहर जाने का प्लान तो नहीं है. राजेश बोला "अभी दिव्या के पैर में हल्का सा दर्द है तो आज तो कही नहीं जायेंगे. डिनर भी यही कर लेंगे. बाकी कल देखा जायेगा."
मैंने राजेश से धीरे से कहा "तो आप और दिव्या मेरे रूम में आ जाओ. यहीं पार्टी करते है." राजेश ने दिव्या से बोला "चलो यार थोड़ी देर मनीष के कमरे में बैठते है." दिव्या बोली "आप जाओ. मैं कपडे बदल कर आती हूँ."
मैंने कहा "अरे भाभी कपडे मत बदलिए. रूम में ही तो है. चलिए ऐसे ही चलिए. चलिए आइये."
राजेश ने भी कहा तो दिव्या वही शोर्ट नाईटी पहन कर राजेश के साथ मेरे रूम में आ गई.
मैं स्कॉच की बोतल तो घर से ले कर आया था. मैंने फोन करके सोडा बर्फ और कुछ स्नेक्स भी कमरे में मंगवा लिए थे. तब तक रेणुका भी नहा कर निकल आयी.
वो शायद अपने कपडे नहीं ले गयी थी तो उसने सिर्फ बाथरोब पहना था. रूम में दिव्या और राजेश को देखकर वो चौंक गयी और वापस बाथरूम में घुस गयी. रेणुका को बाथरोब में देख कर राजेश की तो आंखे बाहर निकल आयी.
रेणुका ने बाथरूम के अंदर से मुझसे इशारे से कपडे मांगे. मैंने उसकी शोर्ट नाईटी उसे दे दी. उसने मुझे नाराजगी से देखा तो मैंने धीरे से बोला "यार कही जाना तो है नहीं. यही पहन लो. देखो दिव्या भी तो नाईटी पहने है. जल्दी से पहन कर आ जाओ. दिव्या बोर हो रही है"
रेणुका बोली "पर राजेश?"
"कुछ नहीं होता यार. जल्दी से आ जाओ." मैंने कहा तो रेणुका वो ड्रेस पहन कर बाहर आ गयी और बेड पर बैठ गयी. मेरा और राजेश का मकसद यही था की आज हम थोड़े बेतकल्लुफ हो जाये और दिव्या और रेणुका की शर्म थोड़ी कम हो जाये.
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