RE: Hindi Porn Kahani पडोसन की मोहब्बत
मैंने और राजेश ने एक दुसरे को आश्चर्य से देखने का नाटक किया. और पूछने लगे की आप कब आये, अरे पहले बताते तो साथ ही आ जाते टाइप बाते की. राजेश और दिव्या तो कॉफ़ी पी चुके थे पर वो हमारा साथ देने के लिए रुक गए. फिर मैं और रेणुका कॉफ़ी पीने लगे और राजेश मेरी बीवी के हुस्न को आँखों से पीने लगा.
Image
कॉफ़ी पीकर हम वापस होटल में आ गए. हमने फिर से आश्चर्य का नाटक किया की हम लोग एक ही होटल में अगल बगल के कमरों में रह रहे है. राजेश बोला "अभी हम डिनर के लिए बाहर जायेंगे. तुम दोनों हमारे साथ चलना." फिर हम अपने अपने कमरों में आ गए.
रेणुका मुझसे बोली "कहीं आपने इन्हें बता तो नहीं दिया था की हम यहाँ आने वाले है तो ये पीछे पीछे चले आये."
मैंने कहा "मेरी तो कई दिनों से इनसे मुलाकात ही नहीं हुई और वो हमसे पहले से यहाँ रह रहे है. पर चलो अच्छा है ये लोग मिल गए. कंपनी रहेगी और ये लोग अपनी गाडी से आये है तो हमको हर जगह जाने के लिए टैक्सी नहीं करनी पड़ेगी."
"पर वो राजेश हर समय पर लाइन मारता है." रेणुका बोली.
"अरे तुम हो ही इतनी खूबसूरत की वो बेचारा क्या करे और वैसे भी मेरे और अपनी बीवी के होते हुए वो कर भी क्या सकता है. तुम चिल करो और उससे नार्मल बात किया करो." मैंने रेणुका को बोला.
उधर दिव्या भी राजेश से इसी तरह की बात कर रही थी. "आपने उससे क्यों बोला की हमारे साथ डिनर पर चलना. मैंने आपको बोला है न की वो मेरे साथ फ़्लर्ट करता है." दिव्या ने राजेश को बोला.
"अरे भाई मेरे और अपनी बीवी के सामने वो क्या तुमसे फ़्लर्ट करेगा. मैंने तो उसको इसलिए बोल दिया की कंपनी रहेगी." राजेश ने दिव्या को दिलासा दिया.
थोड़ी देर बाद राजेश ने हमे बुलाया और हम चारो पैदल निकल पड़े. थोड़ी देर घूमने के बाद हम चारो एक रेस्त्रा में पहुचे और खाना खाया.
राजेश ने मुझे पहले ही बता दिया था की दिव्या को फिल्मो का बहुत शौक है और मैंने उसे बता दिया था की रेणुका को घूमने का तो वापसी के समय मैं ज्यादातर दिव्या से फिल्मो पर बात करता रहा और राजेश रेणुका को अपने घूमने के किस्से सुनाता रहा.
मैं और दिव्या बात करते करते थोडा आगे निकल गए तो राजेश ने थोडा घीमे चलना शुरू कर दिया और होटल पहुचने का दूसरा रास्ता ले लिया. वो रास्ता थोडा सुनसान था.
रस्ते में अचानक बारिश होने लगी और राजेश और रेणुका पूरे भीग गए. बारिश में रेणुका का हुस्न और खिल गया.
|