RE: Hindi Porn Kahani पडोसन की मोहब्बत
"वो भी बताएँगे सर पर एक बार मिलने में क्या जाता है. आप कल शाम को ७ बजे ब्लैक शर्ट पहन कर होटल रेड स्क्वायर में चले जाना. आपको अपना नाम अनिल बताना है और सामने वाली पार्टी का नाम विवेक होगा और वो बार में आपका वेट कर रहा होगा. वो भी ब्लैक शर्ट में होगा. देख लीजिये बहुत सुंदर बीवी है अगले की. आप अपनी बीवी से बात करियेगा अगर आपकी बीवी न माने तो मना कर दीजियेगा. मैं आपको कल ८ बजे फ़ोन करूंगा." मैंने ये बोलकर फोन काट कर स्विच ऑफ कर दिया.
अगले दिन शाम को मैं खिड़की के पास बैठ गया और राजेश के घर पर नज़र रखने लगा. करीब ६ बजे राजेश घर से निकला और कार में बैठकर निकल गया. उसने ब्लैक शर्ट पहनी थी. मैं समझ गया की इसको वाइफ स्वैपिंग से कोई तकलीफ नहीं है सिर्फ यही डर है की दिव्या नहीं मानेगी. मैं तो पहले से ही तैयार था. मैं भी होटल की तरफ निकल गया. रस्ते में मैंने सोचा की दांव तो सही पड़ा है.
मैंने होटल पहुच कर देखा तो वो बार में मेरा वेट कर रहा था. मैंने एक वेटर को २०० रुपये दिए और उससे कहा वो सामने जो साहब ब्लैक शर्ट में बैठे है उनसे जाकर पूछना की क्या आपका नाम अनिल है. अगर वो हाँ कहे तो बोलना की विवेक ने आपको रेस्त्रा में बुलाया है.
वेटर ने उसके पास जाकर मेरा मेसेज दिया तो राजेश फौरन उठा और रेस्त्रा की तरफ आने लगा.
अचानक मैं उसके सामने आ गया. मुझे देख कर वो अचानक घबरा गया. बोला "अरे मनीष तुम यहाँ कैसे."
"मनीष नहीं विवेक. आप से ही मिलने आया था अनिल जी." मैंने हँसते हुए बोला.
एक मिनट के लिए तो राजेश को कुछ समझ ही नहीं आया फिर बोला "ओह गॉड, तो दूसरी पार्टी तुम हो. वो साला एग्जीक्यूटिव बोल रहा था की नाम मत बताना, नंबर मत लेना और मेरे पडोसी को ही भेज दिया. यार सुनो तुम गलत मत समझना. मैं तो बस जानने के लिए आ गया था की क्या सच में इंडिया में लोग वाइफ स्वैपिंग करते है."
मैंने कहा "चलिए घर चलते है. रस्ते में बात करेंगे."
राजेश थोडा घबरा गया था. मैंने कहा "परेशान मत होइए. मैं भी जिग्यासावश यहाँ आ गया था. चलिए वापस चलते है."
राजेश कुछ नहीं बोला. हम दोनों पार्किंग में आये और कार में बैठ गए. राजेश ड्राइव करने लगा. वो अभी भी खामोश था. मैं जानना चाहता था की क्या राजेश ने दिव्या से स्वैपिंग के बारे में कुछ बात की है तो मैंने पुछा "क्या दिव्या भाभी को पता है की आप यहाँ स्वैपिंग के लिए आये हो."
"गजब करते हो यार. अभी तो तुमको बताया की यूं ही आ गया और वो भी इसलिए की उस कंपनी के लोगो ने मेल कर करके मुझे परेशान कर दिया था. पागल थोड़े ही हूँ जो बीवी से ऐसी बात करूंगा. तुम क्या अपनी बीवी को बता कर आये थे क्या." राजेश झुंझला कर बोला.
"नहीं उसको कुछ नहीं पता. अगर बोलूँगा तो भी वो मानने वाली नहीं है. पर एक बात बताइए दिव्या भाभी जैसी सेक्सी औरत के घर में होते हुए भी आप बाहर मुह मारने की फिराक में है?" मैंने पुछा.
"क्यों. रेणुका किसी से कम है क्या? तुम भी तो बाहर मुह मारने की कोशिश कर रहे थे." राजेश बोला.
"पर मेरी बीवी तो मेरे साथ नहीं रह रही है. आपकी तो साथ ही है." मैंने बोला.
"यार २० साल हो गए मेरी शादी को. समझे." राजेश बोला.
"जी मेरी शादी को भी लगभग १० साल हो गए है तो मैं तो समझता ही हूँ." मैंने बोला. घर आ गया था. मैंने राजेश से बोला "आइये थोड़ी देर बैठते है."
राजेश ने कार लॉक की और हम दोनों मेरे घर में आकर बैठ गए. मैंने पुछा कुछ लेंगे. तो राजेश ने एक बियर मांगी. मैंने फ्रिज से दो बियर निकाली और साथ बैठ कर पीने लगे. मैंने सोच लिया था की आज तो खुलकर बात करूंगा. अगर बात नहीं भी बनी तो ज्यादा से ज्यादा राजेश-दिव्या से लड़ाई हो जाएगी. बदनामी तो ये कर नहीं पायेगा क्योंकि खुद स्वैपिंग के लिए गया था और बातचीत तो हमारी वैसे ही लगभग बंद हो गयी है.
यही सोच कर मैंने राजेश से पुछा "मान लीजिये मेरी जगह कोई और आदमी होता और उसकी बीवी आपको पसंद आ जाती तो?"
"तो क्या? दिव्या तो नहीं मानने वाली है." राजेश ने सिप लेते हुए कहा.
"और अगर वो मान जाती तो?" मैंने पुछा.
"यार तुम ये सवाल मुझसे क्यों पूछ रहे हो. अगर मेरी जगह कोई और होता और रेणुका मान जाती तो तुम क्या करते" राजेश ने मेरा सवाल मुझ पर ही दाग दिया.
"करता क्या. अगर उसकी बीवी मुझे पसंद होती तो स्वैप कर लेता." मैंने बिंदास होकर कहा.
"लगता है की तुमने पहले भी अदला बदली का खेल खेला है. क्यों?" राजेश ने पुछा.
"कभी नहीं और आपने?" मैंने पुछा.
"भाई मेरी तो इतनी हिम्मत नहीं है की दिव्या से इस तरह की कोई बात करू" राजेश बोला. उसकी बियर ख़तम हो गयी थी तो वो उठने लगा.
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