RE: Hindi Porn Kahani पडोसन की मोहब्बत
करीब १० दिनों तक जब मैंने दिव्या का दीदार नहीं किया तो मेरे दिमाग में एक आईडिया आया और एकदिन शाम को मैं दिव्या के घर पहुच गया और घंटी बजा दी. ५ मिनट बाद दिव्या ने दरवाजा खोला.
Image
शायद दिव्या कहीं बाहर जा रही थी. उसने बड़ी सेक्सी ड्रेस पहनी थी. उफ्फ्फ क्या क़यामत लग रही थी दिव्या. पहली बार मैंने उसको इस तरह के कपड़ो में देखा था वरना स्कूल तो वो हमेशा साड़ी या सूट पहन कर जाती थी. मैं तो उसको देख कर मदहोश सा हो गया. सीने में ठण्ड सी पड़ गयी. जब मैं काफी देर कुछ नहीं बोला तो दिव्या ने पूछ ही लिया "जी किस से मिलना है आपको." कानो में जैसे मिश्री घुल गयी. क्या मीठी आवाज़ थी.
मैंने कहा "भाभी जी, मैं आपके बगल वाले घर में रहता हूँ. वो राजेश जी से मिलना था. इनकम टैक्स रिटर्न की बात करनी थी."
"अच्छा हाँ, आपसे उस दिन मुलाकात तो हुई थी. आप नीलम के छोटे भाई है." दिव्या बोली.
"जी. दीदी और जीजा जी यहाँ नहीं है तो घर की देखभाल के लिए मैं यही रह रहा हूँ." मैंने बताया.
"हाँ नीलम कह रही थी की आप यहाँ रहोगे पर राजेश तो अभी ऑफिस ने नहीं लौटे. वो ७ बजे के बाद आपको घर पर मिलेंगे." दिव्या ने कहा.
"ओह अच्छा. मैं फिर कभी आ जाऊँगा." मैंने कहा और वापस घर आ गया.
मुझे तो पता ही था की राजेश सुबह १०.३० बजे निकल कर शाम ७.०० बजे तक आता है इसीलिए तो मैं इस समय गया था और नौकरी करने वालों के टैक्स रिटर्न में क्या होता है मैं तो वो खुद ही भर लेता था. मेरा मकसद तो था दिव्या को अपनी शकल दिखाना वो मैं दिखा आया था.
घर आकर मैंने महसूस किया की मेरा लंड दिव्या को देखने भर से ही खड़ा हो गया था. मैं फ़ौरन बाथरूम में गया और दिव्या के नाम से मुठ मारी.
|