RE: Hindi Sex Kahaniya अनौखी दुनियाँ चूत लंड की
कुछ मिनट ये चुदाई चली, उस व्यक्ति के तगड़े लंड के दमदार झटके मोना की चुत सह नहीं पाई और उसकी चुत का बाँध टूट गया.. वो लंबी साँसें लेते हुए झड़ने लगी। बबिता तो ठंडी हो गई.. मगर उस अनजान मर्द के लंड का जोश तो वैसा का वैसा ही था। अब बबिता को लंड की चोट बर्दाश्त नहीं हो रही थी.. नहीं रे जालिम रुक जा..बस कर ...आह...मर जाऊंगी रे ....रुक जा
व्यक्ति-साली राँड़ खुद तो झड़ गयी मेरा लन्ड कौन ढीला करेगा ।
बबिता झट से लंड से उठ गई और फ़ौरन लंड को मुँह में लेकर चूसने लगी। "मैं करूँगी न इस खूंटे को ढीला"
खूंटा शब्द तनु के कानों में पड़ा और वो सोचने लगी "हाँ ...बिल्कुल खूँटे जैसा ही तो है ....राहुल का ..." उसने अपनी सोच को रोक लिया ।
राहुल(तनु अभी भी उसका चेहरा नहीं देख पा रही थी)- आह साली छिनाल आह.. ये क्या किया चुत में मज़ा आ रहा था.. उफ़ चूस साली चूस आह.. अब तुझे घोड़ी बना के ऐसे शॉट मारूँगा आह.. तू क्या याद करेगी।
"काश कोई ऐसे ही लन्ड वाला मुझे घोड़ी बना के शॉट मारता" तनु ने अपना हाथ अपनी लेग्गिंग में डालते हुए सोचा ।उसकी चूत पर चींटियां काट रही थी और इन चींटियों को लन्ड रूपी साँप की ज़रूरत थी पर उसके पास उंगलियों के सिवा कुछ नहीं था ।
थोड़ी देर लंड चूसने के बाद शायद बबिता समझ गई कि ये लंड मुँह से नहीं चुत से ही ठंडा होगा तो वो घोड़ी बन गई और कुतिया की तरह अपनी मोटी गाँड़ हिलाते हुए बोली आह.. ले आह.. कर ले अपना अरमान पूरा आह.. ले तेरी घोड़ी तैयार है आजा चढ़ जा!
वो खड़ा हुआ और बबिता के पीछे जाकर लंड को चुत पे सैट किया फिर बबिता की कमर को कस के पकड़ के एक जोरदार धक्का मारा तो पूरा लंड एक ही बार में बबिता की चुत में जड़ तक समा गया।बबिता का मुँह खुल गया ।
बबिता- आआईइ रे जालिम मार डाला रे.. उफ़ आह.. किन्हीं भागी जा रही थी कि मैं जो इतनी बेहरहमी तूने एक ही बार में पेल दिया ,आज तो बरसों की चुदाई आपने एक ही रात में कर दी आह.. आ उफ़फ्फ़ मारो आह.. और धक्के मार आह.. आ.....
तनु देख रही थी बबिता की हिम्मत जवाब दे रही है पर वो आदमी तो जैसे मशीन था उसने अब स्पीड से बबिता की चुत में लंड पेल रहा था बबिता के मोम्मे तेज़ी हवा में झूल रहे थे वो वहशी जानवर की तरह उसे चोदता रहा था और साथ में अपनी उंगली से बबिता की गांड का भी मुआयना कर रहा था- आह.. ले साली रांड आह.. तेरी गांड तो बहुत कसी हुई लगती है आह.. लगता किसी ने इसको ज़्यादा नहीं चोदा होगा।
बबिता- आह.. ऑउच नहीं जान...मेरे राजा.. उफ़फ्फ़ प्लीज़ तुम बस चुत से ही संतुष्ट हो जाओ.. आह.. गांड नहीं ये मूसल झेल नहीं पाएगी।
अनजान आदमी(मतलब की राहुल) - क्यों रानी आह.. ले दुनिया में कोई चुत और गांड ऐसी नहीं बनी जो लंड ना ले सके.. रानी भगवान ने ये बनाई ही चुदाई के लिए है आह.. ले आह आह ले..वो अब बहुत तेज झटके मारने लगा था ..वो धक्के लगाए जा रहा था और बबिता को ओर्गास्म आने ही वाला था , ये देखकर उस आदमी ने उसे तड़पाने के लिए अचानक धक्के लगाना बंद कर दिया.
बबिता चिल्लाई , “ यू बास्टर्ड , धक्के बंद क्यों कर दिए. प्लीज़ धक्के लगाओ , आई ऍम कमिंगम्मींगगगग ….फक मी …….चोदो मुझे …कमीने तुम शुरू से मुझे चोदना चाहते थे …अब रुक क्यूँ गये…….ओइईईईई..आह……ओइइ…माआअ…”
"साले चोद अब तेरी फट गई क्या" तनु तेज़ी से अपनी चूत मसलते हुए बुदबुदाई ।
पर उस व्यक्ति ने बबिता को तड़पाना जारी रखा वो अपना लौकी जैसा लम्बा और मोटा लन्ड कुतिया बनी बबिता के नितम्बो के बीच धीरे-2 रगड़ते हुए बोला " तो तेरी गाँड़ का उद्घाटन कर दूँ मेरी जान ,मेरी राँड़"
बबिता- प्लीज़ मत तड़पाओ न डाल दो जँहा भी डालना है ....ई वांट दैट बिग डिक ।
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