Hindi Sex Kahaniya अनौखी दुनियाँ चूत लंड की
09-14-2019, 02:39 PM,
#11
RE: Hindi Sex Kahaniya अनौखी दुनियाँ चूत लंड की
। 'रज्जो आज तेरे होंठ कितने नरम लग रहे पहले तो ऐसे नहीं थे ' बापू बुदबुदाये । मैं फिर चुप रही बोलती तो बापू को पता चल जाता मुझे लगा बापू चूमने के बाद मुझे छोड़ देंगे पर बापू तो नशे में धुत थे और इससे पहले मुझे कुछ पता चलता या मैं कुछ कर पाती उन्होंने मेरी कमीज़ को गले से पकड़ा और एक ही झटके में फाड़ दिया ,ऊपर से उस दिन मैं अंदर कुछ पहन भी नहीं रखा था मैं हाथों से अपनी छातियाँ ढक पाती उससे पहले ही बापू ने एक निपल को मुंह में ले लिया और चूसने लगे 'आह...आह...' मैं सिसक पड़ी । पर नशे में होने के बापू को कुछ पहचान नहीं पाई 'साली रांड तभी कहता हूँ की चुदाई करवाया कर अब इतने दिनों बाद होगा तो दर्द तो होगा ही...वैसे आज तो तेरे मोम्मे बड़े गोल-गोल और मज़े दार लग रहे हैं" बापू के मुँह से ऐसी बातें सुन मुझे अच्छा लगने लगा ऊपर से वो मेरे मम्मों को चूस रहे थे मसल रहे थे उसके कारण एक अजीब सा मस्ती मुझ पर हावी हो रही थी आज मुझे सहलियों की बात पर यकीन हो रहा था जो केहती थी कि चुदाई में जो मज़ा है वो किसी और चीज़ में नहीं है । बापू थोड़े से नीचे हुए और मेरी नाभी चाटने लगे उनके गर्म खुरदरी जीभ ने जैसे ही मेरी नाभी को छुआ मेरा पूरा बदन बुरी तरह कांप उठा । न जाने कितनी देर बापू मेरे बदन से खिलवाड़ करते रहे फिर अचानक वो उठे कुछ देर उन्होंने कुछ किया मुझे लगा जान बची पर मेरा दिल तो चाह रहा था की वो ऐसा और करें पर मैं कुछ बोल तो सकती नहीं थी । और सही बात तो ये थी की बापू सिर्फ अपने कपडे खोलने के लिए उठे थे ये बात मेरी सलवार पर हुए हमले से मैं जान गयी और दूसरे ही पल मेरी सलवार और कच्छी मेरे बदन से अगल हो गयी । बापू ने अपना हथौड़े सा भारी लौड़ा मेरी कुंवारी चूत पर रख दिया , मुझे लगा ये क्या अब भी मैंने बापू को न रोका तो पाप होगा । अपनी सारी हिम्मत जोड़ के मैंने कहा 'बापू मैं भोली' मुझे लगा था एक ज़ोर दार तपड़ मेरे मुँह पर पड़ेगा पर बापू ने जैसे कुछ सुना ही नहीं और लौड़े को चूत के मुँह पर सेट करते रहे और बोले 'भोली हुन जान दे होली होली' और एक ज़ोर दार हमला मेरी फूल सी चूत पर हुआ और उनके मूसल लण्ड का मोटा टोपा मेरी चूत में जाके फस गया । मैं दर्द से बिलबिला उठी 'आ..आ..माँ मर गयी...' पर नशे में चूर बापू पर मेरी चीखों का कोई असर नहीं हुआ उन्होंने एक और ज़ोर का धक्का दिया और मेरी चूत मूसल लण्ड से भर गयी ..'आई ...मर गयी बापू मर जाउंगी मैं निकालो बाहर बापू बापू....' पर बापू ने बिना कुछ कहे ही एक और झटका दिया मैं तो जैसे दर्द से बेहोश सी हो गयी कुछ देर के लिए मेरी आँखें घूम गयीं ..बदन से सारी ताकत निकल गयी निढाल हो चुकी थी मैं ..बापू मेरे दोनों मम्मों को ज़ोर से पकड़ लिया और लण्ड आगे पीछे करना शूरु किया मुझे तो लग रहा था की मेरी चूत भी जैसे आगे पीछे हो रही हो ...बापू के धक्कों की रफ़्तार बढ़ती जा रही थी मुझ में इतनी भी ताकत नहीं थी की चीख सकूँ ...बस आह...आह..बापू नहीं...माँ बचा लो ..मैं बस ये कहती रही पर बापू धक्के पे धक्का मारे जा रहे थे और हर धक्के के साथ मेरी साँसे हलक में अटक जाती ..पुच पुच..फच फच की आवाज़ें पुरे कमरे में गूंजने रही थी और बापू मुझे ऐसे चोद रहे थे जैसे किसी लाश को चोद रहे हों ,दर्द से मैं बेहाल थी पर मुझे अब मज़ा भी आने लगा था पुरे बदन में गुदगुदी सी होने लगी थी जो हर झटके के साथ बढ़ती जा रही थी मैं ज्यादा देर न टिक सकी और झड़ गयी कुछ पलों के लिए लगा जैसे मैं स्वर्ग में हूँ पर जैसे ही चरम आंनद ख़त्म हुआ मुझे लगा की मेरी बची खुची ताकत भी निकल गयी है मैं बेसुध हो गयी । जब होश आया तो 2-3 दीये जल रहे थे बापु ज़मीन पर पालथी मार के बैठे हुए थे और खुद से बातें कर थे 'हाय कितना बड़ा पापी हूँ मैं अपनी ही बेटी का बलात्कार कर दिया भगवान मुझे कभी माफ़ नहीं करेगा' बापू खुद को कोस रहे थे उनकी हालत देख मेरा जी भर आया पर मुझे क्या पता था की ये सब नाटक है । बापू तो दूसरे राउंड की त्यारी कर रहे थे । मैंने बापू को बड़े प्यार से ऊपर से नीचे तक देखा उनका 8इंच लंबा और 4इंच मोटा लौड़ा देख मेरी तो जान ही निकल गयी । मैंने सोचा पक्का आज तो फट गयी होगी मेरी । किसी तरह ताकत बटोर के मैं उठी ताकि अपनी बुर का हाल देख सकूँ । रमा क्या बताऊँ तुझे उठी तो क्या देखती हूँ मेरी टाँगो के बीच वाली चादर पर खून ही खून था मेरी फूल सी चूत सूज के गोभी का फूल बन चुकी थी । मैं रोने लगी तभी बापू की आवाज़ आई 'साले हरामी तेरी ही वजह से मेरी बेटी का ये हाल हुआ है आज तुझे जड़ से ही काट दूँगा' मैंने रोते रोते बापू की तरफ देखा बापू के एक हाथ में चाकु और दूसरे में उन्होंने अपना मूसल लण्ड पकड़ा हुआ था और वो उसे काटने जा रहे थे "
" ओह तो क्या अंकल ने अपना लौड़ा काट लिया?" रमा जो अभी तक दम साधे सुन रही थी बोल पड़ी ।
"रमा तू अभी तक नहीं समझी बापू तो मछली को पकड़ने के लिए जाल बिछा रहे थे और उनका निशाना सही जगह लगा था । मैं घबरा गयी 'बापू इसमें इसका क्या कसूर है' मैंने बापू से कहा ये सोचे बिना की मैं जाल में फसती जा रही हूँ बापू यही सुनना चाहते थे उन्होंने नाटक और तेज़ कर दिया 'सही कहती है बेटी गलती तो मेरी है मैं अपना गला काट के इस पाप से मुक्ति पा लूँगा तू मुझे माफ़ कर दे' बापू ने चाकू अपने गले पर रखते हुए कहा । इस बात को सुन के तो मेरे हाथ पांव फूल गए कुछ समझ में नहीं आ रहा था कि क्या करूँ दिमाग में बस एक ही बात आई की सारा दोष मुझे अपने ऊपर लेना होगा
'बापू गलती मेरी है मैं चाहती थी की यह सब हो इसीलिए जब माँ ने मुझे यहाँ सोने को कहा तो मैं मान गयी' मैंने बापू से कहा ।
'नहीं तू झूठ बोल रही है तू तो सारा वक़्त रोक रही थी पर देख मैंने क्या कर दिया मुझे जीने का कोई हक़ नहीं है' बापू ने कहा
'बापू मैं सच में यही चाहती थी पर डर भी रही थी इसिलए मना करने का नाटक कर रही थी'
'फिर झूठ बोल रही है तू तुझे ये भी पता नहीं होगा की आज तेरे साथ क्या हो गया है..बोल पता भी है तुझे क्यों तू मुझे बचाना चाहती है'
'बापू मैं सच बोल रही हूँ मैं भी चाहती थी की तुम मेरी चुदाई करो' मैंने बापू को बचाने के लिए कहा । मेरी यह बात सुन के वो बिस्तर पर आ गए ।
'झूट मत बोल ...तू तो फरिश्ता है और मैं दानव तुझे तो यह भी पता नहीं होगा इसे क्या कहते हैं ...इस को पहले काटूँगा फिर अपना गला बेटी मुझे मत रोक' बापू ने अपने मूसल लण्ड को पकड़ के हिलाते हुए कहा ।
'बापू मैं कोई बच्ची नहीं हूँ इसे लौड़ा कहते हैं...मैं सिर्फ पहले ही चुदना नहीं चाहती अब भी मेरा मन है की तुम मुझे चोदो' मैंने भावनाओं में बहकर कह दिया मुझे क्या पता था बापू भी यही चाहते हैं । वो कुछ देर अपना सिर पकड़ ले बैठे रहे फिर उन्होंने एक ज़ोर दार तपड़ मेरे मुंह पर दे मारा मैं बिस्तर पर ढेर हो गयी
'साली रांड अपने बाप से चुदेगी ...बाप को नरक में भेजेगी अब देख मैं तेरा क्या हाल करता हूँ ।' बापू मेरी टांगों को पकड़ते हुए कहा
'बापू क्या कर रहे हो होश में आओ' मैं विनती की पर बापू पर भूत सवार हो चूका था ।
बापू ने एक तकिया मेरे सिर के नीचे ठूस दिया 'साली बड़ा चुदने का शौक है न अब अपनी आँखों से देख कैसे चोदता हूँ तुझे' बापू ने अपना लौड़ा मेरी चूत पर सेट कर दिया और रगड़ने लगे । बापू का गर्म लौड़ा मेरी चूत के दाने से रगड़ खाने लगा कुछ पलों में मैं जल बिन मछली की तरह तड़पने लगी 'बापू ..आह..बापू ...मत करो मैं...'मैं बापू को रुकने के लिए कहना चाहती थी पर मेरा बदन अकड़ गया और मैं एक बार फिर झड़ गयी ।
Reply


Messages In This Thread
RE: Hindi Sex Kahaniya अनौखी दुनियाँ चूत लंड की - by sexstories - 09-14-2019, 02:39 PM

Possibly Related Threads…
Thread Author Replies Views Last Post
  Raj sharma stories चूतो का मेला sexstories 201 3,458,998 02-09-2024, 12:46 PM
Last Post: lovelylover
  Mera Nikah Meri Kajin Ke Saath desiaks 61 539,675 12-09-2023, 01:46 PM
Last Post: aamirhydkhan
Thumbs Up Desi Porn Stories नेहा और उसका शैतान दिमाग desiaks 94 1,215,187 11-29-2023, 07:42 AM
Last Post: Ranu
Star Antarvasna xi - झूठी शादी और सच्ची हवस desiaks 54 918,898 11-13-2023, 03:20 PM
Last Post: Harish68
Thumbs Up Hindi Antarvasna - एक कायर भाई desiaks 134 1,628,871 11-12-2023, 02:58 PM
Last Post: Harish68
Star Maa Sex Kahani मॉम की परीक्षा में पास desiaks 133 2,061,071 10-16-2023, 02:05 AM
Last Post: Gandkadeewana
Thumbs Up Maa Sex Story आग्याकारी माँ desiaks 156 2,917,064 10-15-2023, 05:39 PM
Last Post: Gandkadeewana
Star Hindi Porn Stories हाय रे ज़ालिम sexstories 932 13,945,275 10-14-2023, 04:20 PM
Last Post: Gandkadeewana
Lightbulb Vasna Sex Kahani घरेलू चुते और मोटे लंड desiaks 112 3,988,681 10-14-2023, 04:03 PM
Last Post: Gandkadeewana
  पड़ोस वाले अंकल ने मेरे सामने मेरी कुवारी desiaks 7 280,883 10-14-2023, 03:59 PM
Last Post: Gandkadeewana



Users browsing this thread: 4 Guest(s)