RE: Hindi Sex Kahaniya अनौखी दुनियाँ चूत लंड की
"रमा तुम भी कमाल करती हो चोदन से कोई मरता है क्या ...फिर तुम जैसी अप्सरा तो इससे भी बड़ा लौड़ा संभाल सकती " गुरूजी ने मुस्कुराते हुए कहा और अपने लिंग को बाहर निकाल लिया और फिर रमा की योनि पर सेट कर दिया ...रमा के लिए पहला वार ही जानलेवा था गुरूजी को आगे की तयारी करते देख वो ज़ोर से रोने लगी
"गुरूजी भगवान के लिए मुझे छोड़ दो मैं नहीं ले पाऊँगी इतना बड़ा....उई माँ मर गयी गुरूजी प्लीज निकालिये न बाहर" रमा ने छटपटाते हुए कहा
"रमा तुम तो बिलकुल बच्ची हो ...देखो तो तुम्हारी इस छुइमुई योनी तो बिलकुल भीगी पड़ी है ...और अपनी चूचियों को तो देख कैसी अकड़ गयी हैं " बाबाजी ने झुक के रमा की दायीं चूची को मुंह में ले लिया और चूसने लगे और दूसरे मम्में को हलके हलके दबाने लगे । रमा ने ऐसा आनंद का अनुभव कभी नहीं किया था , रमा ने आँखें बंद कर ली और खुद को पूरी तरह से बाबा जी के हवाले कर दिया । बाबा जी मोका देख के रमा के स्तनों को मजबूती से पकड़ा और ज़ोर से धक्का लगाया और उनका लिंग फचक की आवाज़ करता हुआ रमा की बच्चे दानी से जा टकराया ...रमा दर्द से निढाल सी ही हो गयी उसमें इतनी भी ताकत न रह गयी थी की चीख ही पाती ...और बाबा जी ने तो जैसे धक्कों की सुपरफास्ट ट्रेन ही चला दी । रमा उस दिन नाजाने कितनी ही बार झड़ी ....पर बाबा जी को तो जैसे न झड़ने का वरदान था वो तो उसे पेले जा रहे थे ...थकने का और रुकने का नाम ही नहीं ले रहे थे आखिर रमा बेहोश ही हो गयी । उसे एक नरम बिस्तर पर होश आया तो रात हो रही थी , उसे कपडे पहना दिए गए थे और एक सेविका उसके पाँव दबा रही थी । कुछ देर बाद बाबा जी कमरे में आ गए और रमा के सिरहाने बैठ उसके सर को हलके हलके सहलाने लगे ।
"रमा तुमने प्रसाद ग्रहण कर लिया है ..तुम्हें संतान प्राप्ति अवश्य होगी " वो रमा के सर को सहलाते हुए बोले ।
रमा कुछ कह न सकी उसकी आँखों में ख़ुशी और संतुष्टि के आंसू थे । बाबा जी उसकी भावनाओं को समझ गए और उसके कान में धीरे से बोले "पगली हम तीन महीने बाद फिर आएंगे...पर तुम यंहां से जाते ही अपने पति के साथ एक बार ज़रूर सम्बन्ध बना लेना ..वरना उसे शक हो जायेगा"
रमा कुछ बोली नहीं बस उसने हाँ में सिर हिला दिया । बाबा जी तीन साल लगातार आते रहे रमा को तीन संतानो की प्राप्ति हुई पर फिर वो किसी बाहर देश चले गए और रमा बेचारी फिर अकेली रह गयी । और आगे के इन सालों में तो जैसे रमा ने खुद को औरत मानना ही छोड़ दिया था ,पर आज राहुल के मर्दाना लिंग को देख उसकी भावनाएं फिर जाग गयी थी रमा को सारी रात नींद नहीं आई ।रात भर बस करवटें बदलती रही ।
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