RE: Bollywood Sex बॉलीवुड की मस्त सेक्सी कहानियाँ
मेरा तो मन किया की उसके ऊपर कूद कर उसके पूरे बदन को चूम लू... मैं धिरे-2 उसकी तरफ कदम बढ़ाए और जब में उसके करीब पहुचा तो उसने आगे से अपनी लिंगरी ऊपर करदी... उसकी फूली हुई चूत मेरी आँखों के सामने आगई जो कि पिंक कलर के पैंटी में कैद थी...
में जल्दी से अपने घुटनों पर बैठ गया और उसकी प्यारी सी मुनिया को और करीब से देखने लगा...
उसके चूत के होंठ पैंटी के ऊपर से ही दिख रहे थे... मुझ से रहा नही गया और मैने ऊनी उंगलिया पैंटी की इलास्टिक में अटकाया और एक ही झटके में पैंटी उसके पैरों में गिरादी... अब उसकी डबल रोटी जैसी चूत मेरी आँखों के सामने थी... उसने पैरों से पैंटी निकल कर अपने तांग फैला दिए ताकि मुझे उसकी चूत आराम से दिखे...
ऐसे लग रहा था कि उसने अभी-2 अपनी चूत के बाल साफ किये है... मेने उसके चूत के होठो कर तीन चार चुमियाँ देदी... उसके चूत से पानी बह रहा था और वो चिपचिपा पानी मेरे होठो पर भी लग गया... में उसकी चूत को चूमते ही जारहा था... उसने मेरा सिर पकड़ कर मुझे रोक दिया और अपने पैरों के पास पैंटी की तरफ इशारा कर के बोला "मेरी निशानी अपने पास रख लो"
मेने पैंटी उठा कर जेब मे दाल दी... और फिर से उसकी चूत को चाटने लगा... अपनी जीभ को नुकीला करके उसकी चूत के अंदर दाल कर चूत को जीभ से चोदने लगा... मस्ती में उसने मेरे सिर को पकड़ कर अपनी चुत पर दबा दिया और अपने पैर भी फैला दिए... उसके मुह से लगातार सिसकारियां निकल रही थी...
इसी तरह लगातार उसकी चुत चाटने की वजह से उसके पैर कप रहे थे... तो मैने उसे अपने गोद मे उठा कर बेड पर चित्त लेटा दिया और खुद भी बेड पर चढ़ कर उसके पैरों के बीच मे आकर उसके चुत के होठो को फैला कर अंदर का गुलाबी भाग देखने लगा... उसके चुत के छेद में से पानी बह रहा था...
बिपाशा ने मेरे हाथ चुत से हटा कर खुद ही अपने चुत के होठो को फैला दिया...
"प्लीज सक्क मि... बेबी प्लीज..." उसने अपनी उंगलियों से चुत के होठो को फैला कर बोला...
मेने उसकी बात मानते हुए उसकी चुत के गुलाबी छेद को अपनी खुरदरी जीभ से चाटने लगा... चुत से चिपचिपा सफेद पानी बह रहा था जिसका स्वाद कुछ नमकीन और खटा सा था...
जब मैने उसकी चुत के होठो को अपने मुह में भर कर जोर की चुस्की ली तो उसने बेड शीट को अपने हाथों से बीच लिया और अपने पैरों से मेरे चेहरे को जोर से चुत पर दबा दिया...
"ओहहह... मय्य्य्य..... गोड़ड़ड़ड़..... ओऊहहह... एससस... एससस... एससस... बेबी सक्क मय पुसी..." ऐसे ही बिपाशा की सिसकारियां और तेज़ चलती साँसों की आवाज पुरे रूम में गूंज रही थी...
जब वो झादने वाली थी तो उसने मेरा चेहरा अपनी चुत पर दबाकर अपनी कमर जोर-2 से हिलाने लगी जैसे कि वो मेरे मुह को चोद रही हो और मैने भी अपने दांतों से और जीभ से वॉर करते हुए उसकी चुत को जोर-2 से चूसने लगा...
"ओहहह फक्कककक... आहहहहह... डोंट बाईट..." तेज़ सिसकारियां भरते हुए वो झाद गई...
में उसका सारा पानी पी गया और उसकी चुत से मुह हटा कर हफ्ते हुए उससे देखने लगा....
वो भी आँखे बंद करके लंबी-2 साँसे भर्ती हुए अपने ओर्गास्म को एन्जॉय कर रही थी... बिपाशा का बदन पसीने से पूरी तरह भीग चुका था और चमक रहा था... उसकी चुत मेरे दातो की वार के वजह से लाल हो चुकी थी...
उसके नंगे बदन को देख कर मुझ से राह नही गया और अपने सारे कपड़े एक-2 कर के उतार दिए... मेरा लंड तो पहले से ही लोहे की रॉड की तरह तन कर खड़ा था...
मेने उसे संभालने का कोई मौका नही दिया और उसके ऊपर चढ़ कर उसके गाल और गर्दन को चूमने लगा... मेरे इस हरकत पर उसके चेहरे पर मुस्कान आगई और उसने भी मेरा साथ देते हुए मेरी पीठ को सहलाने लगी और अपना चेहरा एक तरफ करके मज़ा लेने लगी...
पर चेहरा उस तरफ करते ही उसकी सिसकियाँ बंद होगई थी इसलिए मैंने अपनी जीभ से उसके गर्दन और कान को चाटा तो उसकी सिसकारियां फिर से सुरु होगई...
"आहहहह.... उममममम... ओहहह"
पर अचानक एक झटके के साथ वो मेरे ऊपर आगई और वो मेरे गाल और कान के पास किस्स करने लगी...
उसने मेरे कान को अपनी गीली जीभ से चाटा तो मेरे बदन में झुर-झूरी सी उठने लगी जो उसने भी महसूस किया...
"सोनो जो अब में बोलने वाली हु उस पर रियेक्ट मत करना" उसने मेरे कान में फुस-फसते हुए कहा...
मेने "ह्म्म्म" में उसकी बात का जवाब दिया...
"दरवाजे पर कोई लड़की खड़ी है... तुमने डोर लॉक नही लिया था क्या" उसने मेरे कान को अपने दातो से काट कर कहा...
उसके काटने की वजह से मैने अपने लंड को उसकी चुत पर दबा दिया पर चुत के बहते पानी की वजह से वो फिसल कर उसकी झंगो के बीच घुस गया और सीधा गांड की दरार में फस गया...
मेने दरवाजे की तरफ तिरछी नज़र कर के देखा तो वहा पर सच मे कोई था और उसे में अछि तरह से जनता था...
उसकी आंखें हमारे सेक्सी सिन देख कर वासना के कारण गुलाबी हो गई थी और माथे पर पसीना भी जम गया था..
वो दरवाजे पर खड़ी लड़की कोई और नही बल्कि लीना मेम थी मेरी मैनेजर... इस वक्त उन्हीने लाइट ब्लू कलर का नाईट ड्रेस पहना था... उस ब्लू कलर के सांडो टाइप टॉप में उनके कड़क निप्पल्स आसानी से दिख रहे थे...
उसके पाजामे के ऊपर भी एक ढबा सा बन गया था जो बता रहा था कि उसकी चुत भी बहुत टाइम से पानी छोड़ रही है... इसका मतलब की वह हमारी रास लीला बहुत टाइम से देख रही है...
मेरे मन मे पता नही क्या आया और में बहुत सारी हिम्मत इकट्ठा कर बिपाशा को अपने ऊपर से हटाया और अपने कदम लीना मेम की तरफ बड़ा दिए...
उनकी नज़र मेरे लंड पर ही थी जो कि चलने के कारण उछल रहा रहा था...
उनके करब पहुचते की मेने उनका हाथ पकड़ कर अपने लंड पर रख दिया... उनके हाथ बहुत ही ज्यादा ठंडे थे और उनके हाथ ने सीधा मेरे लंड के टोपे को ही पकडा था...
"ओहहह...आहहहह..." उनके ठंडे हाथो के कारण मेरे मुह से सिसकारियां निकल गई...
उन्होंने मेरे एक दम करीब आकर अपने पैरो के पंजों पर खड़े हो कर मेरे होठो पर एक किस्स दे कर मेरे लंड के टोपे को जोर से दबा दिया और इस बात का प्रमाण दिया कि वो भी हमारे साथ है...
उसने घूम कर डोर को लॉक किया और फिर से मेरे लंड को पकड़ कर मुझे सोफे तक लेजाकर उसपर बिठा दिया...
मेरे बैठते ही मेम ने टॉप को उतार दिया और उनके पिंक कलर के निप्पल्स जिसका अरेओला काफी फैला हुआ था जो एक दम कमाल लग रहा था...
मेरे मुह से तो लार टपकना सुरु होगई थी मन कर रहा था कि अभी पूरा निप्पल अरेओला समेत मुह में भर है चूस लू...
पर उसके बूब्स ज्यादा समय तक मेरे सामने नही रहे वो घूम गई और जुक कर अपना पैजामा पैंटी के साथ उतार दिया...
मेम की मोटी सी भारी भरकम गांड मेरी आँखों के सामने थी जिस का दरार काफी गहरा लग रहा था... वी अपनी मोती गांड को मेरी आँखों के सामने हिलाने लगी और तब मुझे उसकी चुत की झलक भी मिल गई जो काफी फूली हुई लग रही थी...
मैं जैसे ही उसकी गांड को हाथ लगाने गया तो वो घूम गई और उसकी डबल रोटी जैसी फूली हुई चुत सामने आगई... चुत पे बाल का नामोनिशान नही था...
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