RE: Hindi Adult Kahani कामाग्नि
सब को राजन का सुझाव सही लगा, लेकिन जब पत्ते बांटे गए तो पता चला राजन ही हार गया। सोनिया ये बाज़ी जीत गई थी।
सोनिया- राजन! तुमने मेरे भाई को नंगा किया, अब तुम्हारी बारी है। समीर तुम इनका शर्ट निकालो और नेहा तुम अपने भाई की चड्डी खिसकाओ।
समीर ने तो राजन का शर्ट निकाल दिया लेकिन जब नेहा ने अपने भाई के शॉर्ट्स नीचे खिसकाए तो उसके टाइट शॉर्ट्स में से उसका तना हुआ लंड स्प्रिंग की तरह निकल कर नेहा के चेहरे पर लगा। इस पर सोनिया और समीर अपनी हँसी रोक न पाए।
अगले राउंड में नेहा जीती और सोनिया हार गई।
नेहा- भाभी! बहुत देर बाद पकड़ में आई हो… कब से मस्ती चालू है आपकी… बहुत मज़े ले लिए सबके अब आपकी बारी है।
सोनिया- यही तो इस गेम का उसूल है। मैं तुम्हारे मज़े नहीं लेती, तो तुमको मेरे मज़े लेने में, मजा कैसे आता?
नेहा- ठीक है, ठीक है! पहले तो आप अपनी ड्रेस निकालो। सबको नंगा करके खुद को महारानी समझ रही हो। भैया! आप भाभी की चूत चाटो और समीर तुम किस कर लो।
सोनिया तो वैसे भी दिन भर से खुद को नंगी ही महसूस कर रही थी। उसने एक सेकंड में अपनी ड्रेस निकाल दी और राजन की तरफ चूत करके बैठ गई। उसके घुटने मुड़े हुए थे और वो अपनी कोहनियों के बल आधी लेटी हुई थी। राजन नीचे झुक के सोनिया की चूत चाटने लगा और समीर घुटनों और हाथों के बल किसी घोड़े की तरह चलता हुआ सोनिया को किस करने पहुंचा।
समीर, सोनिया को किस कर ही रहा था कि नेहा ने चुपके से समीर का लंड ऐसे मुठियाना शुरू किया जैसे कोई गाय का दूध निकालता है। समीर कुछ ज्यादा ही उत्तेजित हो गया। उसने एक हाथ से सोनिया का एक स्तन मसलना शुरू किया और अपना चुम्बन तोड़ कर दूसरे स्तन के चूचुक को चूसने लगा।
नेहा को लगा समीर कुछ ज्यादा ही उत्तेजित हो रहा है तो उसने उसे छेड़ने के लिए बोल दिया कि एक मिनट हो गया; सब वापस अपनी जगह बैठ गए।
नेहा- तुमसे किस करने को बोला और तुम तो निप्पल ही चूसने लग गए… इतने पसंद आ गए अपनी बहन के बूब्स?
नेहा ने समीर को छेड़ने के अंदाज़ में कहा।
समीर- क्या करता, तुम तो मुझे गाय समझ के मेरे लंड से ही दूध निकालने लग गईं थीं। सोचा थोड़ा अपनी बहन का दूध पी लूँ, ताकि तुमको थोड़ी मलाई ही मिल जाए।
नेहा को इस बात पर थोड़ी हँसी आ गई लेकिन उसने हँसी दबाते हुए मुस्कुरा कर अपनी आँखें नीची कर लीं।
लेकिन बाकी सबने हँसी रोकने की ऐसी कोई कोशिश नहीं की।
अगले राउंड में समीर जीता और नेहा हार गई। समीर को तुरंत मौका मिल गया नेहा के मज़े लेने का।
समीर- सबसे पहले तो ये स्कर्ट निकालो। सबको नंगा करके अब क्या तुमको रानी बनना है?
समीर ने ऐसा कहने के बाद सोनिया की तरफ देखते हुए गर्दन हिलाई, जैसे इशारे में कह रहा हो, कि मैंने आपका बदला ले लिया। सोनिया ने भी इसका जवाब अपना सर हिलाते हुए मुस्कुरा कर दिया।
समीर- दीदी! आप इसके बूब्स के साथ खेलो और जीजाजी आप अपनी बहन की चूत चाटो।
सोनिया- नहीं यार! भाई बहन हैं। थोड़ा आराम से खेलो, इतना फ़ास्ट मत जाओ।
समीर- ठीक है, तो आप अपने टास्क अदला-बदली कर लो।
अब नेहा उस ही स्थिति में थी जैसे थोड़ी देर पहले सोनिया आधी लेटी हुई थी। इस बार सोनिया अपनी ननद की चूत चाट रही थी और नेहा का भाई उसके बगल में घुटनों के बल खड़ा हो कर अपनी बहन के स्तनों के साथ खेल रहा था। कभी वो उनको उंगलियों से धक्का दे कर हिलता तो कभी चूचुकों को उमेठ देता। घुटनों को बल खड़े होने की वजह से उसका लंड भी नेहा के स्तनों के पास ही था।
नेहा ने अपने एक हाथ से अपने भाई के लंड को पकड़ कर अपने स्तन पर मारना शुरू कर दिया। समीर नेहा की इस हरकत से बड़ा उत्तेजित हो गया और अपनी बहन के नंगे नितम्बों को सहलाने लगा; ना केवल हाथों से, बल्कि अपने गालों से भी वो सोनिया की तशरीफ़ सहला रहा था। उसे उसकी बहन की चूत की खुशबू मदमस्त कर रही थी।
उधर नेहा ने भी जब समीर को ऐसा करते देखा तो अपने भाई का लंड मुँह में ले लिया लेकिन तब तक एक मिनट हो चुका था; सब लोग वापस अपनी जगह पर आ गए।
इस बार राजन जीता और नेहा हारी।
राजन- अब ये एक मिनट का प्रतिबंध, मजा कम और सजा ज़्यादा लग रहा है। अब ये आखिरी टास्क है, इसके बाद जिसको जो करना है कर सकता है। ठीक है?
सबको राजन का प्रस्ताव पसंद आया और सबने हामी भर दी।
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