RE: Chudai Kahani मेरी कमसिन जवानी की आग
उसने जैसे ही अपने मोबाइल में फोटो दिखाई, उस फोटो में राज जीभ निकाल कर मेरी चूत चाटने में लगा है.
फोटो देखते ही राज के तेवर ढीले पड़ गए और एकदम से सीड को सॉरी बोलने लगा, बोला- माफ़ कर दे भाई… प्लीज ये फोटो डीलिट कर दे, मुझे मारना है, मार ले, गाली देना है, गाली दे ले… पर प्लीज ये फोटो डीलिट कर दो.सीड बोला:मैं डिलीट कर दूंगा, मुझे कोई दिक्कत नहीं पर पहले संध्या को जी भर के चोदूंगा, उसके बाद तुरंत डीलिट कर दूंगा.पिछले चार साल से जब भी आता हूं अपने गांव तपा तब कोटर आके या इसे सतना बुला कर जम के चोदता हूं और जिस दिन तक लौट के नहीं आता हूं तब तक संध्या को याद कर कर के दिन में दो तीन बार मुट्ठ मारता हूं.आज तुम्हारी वजह से चोदने को मिला, मैं यह सोचता था कि संध्या सबसे चुदाई करवाती है बस मुझे उल्लू बनाती है.जितने यहां के लड़के और बड़े उम्र के आदमी जब संध्या की बात करते हैं तो सब इसे एक नम्बर की रंडी या छिनाल ही बोलते हैं. पर गजब है यार इतनी सेक्सी लड़की जिस जिस को मिली होगी, उसकी तो किस्मत बन जाती है.और मैं तो बस इसे चोदने के लिए पागल था, ऐसे घर आया कि संध्या को देखूंगा फ़िर घर जाकर इसके नाम से मुट्ठ मारूंगा आया तो बाहर से सांकर दरवाजा पे चड़ी थी मैं वापस जाने लगा कि अंदर टीवी की आवाज़ सुनाई दी गाने की तेजी से, मैं रूक गया मैं सोचा अंदर संध्या होगी कोई गलती से सांकल गेट पर चढ़ा गया होगा.मैंने सांकल खोला और आवाज भी लगाई ‘कोई है?’ पर जब कोई नहीं बोला तो अंदर आया तो इस रूम में बाहर रूका तब टीवी की आवाज़ तेज थी पर लड़के की आवाज सुनाई दे दी.तभी मैं एलर्ट हो गया कि कुछ गड़बड़ी है, वैसे भी संध्या यहां की बहुत फेमस आइटम है, किसी ना किसी को फंसा के ये रखती है, संध्या भले उम्र में कम कम है पर बहुत चालू आइटम है.और फिर धीरे से परदे के पीछे से जो नजारा दिखा उसे देखकर तो मैं पागल हो गया तब तुम संध्या की पैंटी उतार रहे थे और जैसे तुम संध्या की चूत चाटने लगे मैं फोटो और वीडियो बनाने लगा और सोच लिया कि आज संध्या को बिना चोदे नहीं जाऊंगा.मैं एक हाथ से वीडियो और फोटो ले रहा था, और दूसरे हाथ से लंड को पकड़ कर हाथ से ही हिलाये जा रहा था, वो ‘माई गॉड…’ क्या माल है ये संध्या, जब तुमने इसके मुंह में लंड डाल दिया तब आईडिया आया कि अब चुपके से जाके सीधे चोद दूं इसे!संध्या की चूत बिल्कुल बह रही थी और ये टांगों को फैला कर बहुत ज्यादा चुदाई करवाने को बेताब थी.बस फिर आ गया मैं चुपचाप… मुझे न तुम देख पाये ना संध्या देख पाई, पहले चूत में उंगली डाली तो चूत रस से उंगली गीली हो गई और उंगली घुसाते ही संध्या ने पूरी अपनी टांगों को फैला दिया और अपनी टांगों को चौड़ा कर ऊपर कर लिया. मैंने सोचा कि ये तो पागल हो रही है चुदवाने के लिए, लोहा गरम है हथोड़ा मार दो!तब मैंने जल्दी से एकदम लंड संध्या की चूत में फिट किया और सीधा एक झटके में अपना पूरा लंड पूरी ताकत से घुसा दिया जैसे अंदर पूरा घुसा तो संध्या की कमर और सीना अकड़ गया, मैं जान गया कि इस को दर्द हो रहा है तो फिर लन्ड निकाल के दूसरा झटका मारने को तैयार हुआ तो मेरी नज़र चूत में पड़ी तो उसमें से रस निकल रहा था, मैंने अपना लन्ड देखा तो उसमें भी संध्या की चूत का रस लगा हुआ था, तब मैं समझ गया कि ये संध्या बहुत मस्त चुदासी माल थी, आज मुझे इसकी चूत की गर्मी निकाल कर संध्या को ठंडा करना पड़ेगा.तब मेरा जोश और बढ़ गया और मैं जम कर चोदने लगा. इसके मुंह में तुम्हारा लंड घुसा था, नहीं ये रो रो के चिल्ला चिल्ला कर पागल कर देती.इसका दर्द करीब पांच मिनट बाद खत्म हो गया था, शायद तभी अब संध्या अपनी कमर उछाल कर मस्त चूत को ऊपर करके चुदवाने लगी थी, जब इसको जन्नत का मज़ा आने लगा. तब तुम उठ गये और मुझे मारने लगे.
मैंने और राज ने उसकी पूरी बात सुनी, मुझे लगा कि मेरा पुराना यार बिल्कुल सच बोल रहा है, तब मैं उन दोनों के बीच पहली बार बोली- सीड, जो हुआ, वो तो हो चुका है, प्लीज मेरे चक्कर में आपस में मत लड़ो, मैं तुम दोनों से हाथ जोड़ती हूं. जिसको जो करना है, जल्दी करो बस दोनों इतना ध्यान रखना कि मैं एक लड़की हूं जो करना है कर लो पर मुझे बदनाम मत करना.
तभी सीड बोला- मैं नहीं करूंगा बदनाम… पर मुझे तुम्हें पूरा चोदना है. अभी इस तुम्हारे होने वाले पति को समझाओ!और सीड बोला- राज भाई, बोलो चोद लूं मस्त? बस ज्यादा से ज्यादा बीस मिनट की बात है.
तब सर झुका कर राज बोला- मुझे कुछ नहीं पता इस बारे में, जो संध्या को ठीक लगे… उसी से बात करो!राज ने अपना सर नीचे कर लिया.
तब सीड ने मेरी तरफ देखा, मैं सीड की तरफ देखकर मुस्कुरा दी और वो मेरी आंखों में देखकर चोदने का इशारा किया तो फिर से मैं हंस दी और आंखों को नीचे कर लिया.तो सीड जो भी समझा हो… राज से बोला- भाई तुम्हें तो कोई प्राब्लम नही है अगर मैं अभी इस सेक्सी रंडी संध्या को चोदूंगा तो?राज बोला- अब तो तुम कर ही चुके हो, सब अब भला मुझे क्या प्राब्लम हो सकती है, मुझे कोई प्राब्लम नहीं है… पर उसके बाद वीडियो और फोटो डीलिट करना पड़ेगा. पर फिर भी एक बार संध्या से पूछ लो!
सीड बोला- अरे संध्या से क्या पूछना है. राज भाई, तुम यहीं रहोगे इसी रूम में जब मैं संध्या को चोदूंगा अभी तब या थोड़ी देर को बाहर जाओगे?राज बोला- यहीं रहूंगा.तब मैं बोली- आप को अच्छा नहीं लगेगा… आप बाहर चले जाते?पर राज बोला- नहीं, मैं यहीं रहूंगा!
तो सीड बोला- रहने दो!
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