RE: Chudai Kahani मेरी कमसिन जवानी की आग
इतने में मुझे लगा कि जैसे परदा हिला हो!मैं बोली- कोई आया क्या?राज ने मुड़ कर देखा, बोले- कोई नहीं… तू खुद डरती है और मुझे भी डरा रही है, इससे मूड बदल जाता है, कोई आता है तो आने दे अब, बस आज तेरी चूत को खा जाऊंगा.और पूरी चूत मेरी मुंह में भर लिया.
मैं बिल्कुल नंगी तड़पने लगी; मुझसे सच में अब बर्दाश्त नहीं हो रहा था; मैं अपने आप अपनी कमर उछालने लगी और अपनी चूत उठा उठा कर चटवाने लगी और बोली- ओहहहहह मेरे राजा… मार डालोगे क्या? ये क्या कर दिया? कौन सी आग लगा दी? मुझसे रहा नहीं जा रहा है… हहह!
इतने में मुझे कुछ मोबाइल सा दिखा परदे के पीछे… पर इस बार उनके संकोच में नहीं बोली कि वो बोलें ना कि अच्छे खासे मूड़ को डिस्टर्ब कर रही है.मैंने सोचा जाने दो!
और इतने में राज ने मेरी चूत में अपनी उंगली डाल दी, मैं उछल गयी और जोर से उनका लन्ड पकड़ लिया.वो बोले- देखना साली, तू आज खुद बोलेगी कि मेरी चूत में लंड डाल दो अपना!तो मैं बोली- यह नहीं होगा… चाहे मेरी जान निकल जाए! बस मैंने सोच लिया कि चाहे सबसे चुदाई करवाती रहूं नहीं रहा जायेगा तो… पर तुझसे सुहागरात के दिन ही चुदवाऊँगी.
तभी राज बोले- ऐसी भी क्या जिद है? चलो देखता हूं, कैसे अभी रह पाओगी बिना मेरा लोड़ा घुसवाये!मैं बोली- देख लो, आजमा लो, पागल तो मुझे कर ही दिया है!
उसी समय फिर एक हाथ से मेरे नंगे बूब्स दबाने लगे, एक हाथ से चूत में अपनी उंगली डाल दी, राज को मुझे तड़पाने में बहुत मजा आ रहा था.फिर वो उठे, मेरे सीने के अगल बगल दोनों टांगें करके मेरे बूब्स को दोनों हाथों से जम के पकड़ लिया और फिर अपना लन्ड मेरे बूब्स के बीच में घुसा दिया और थूक लगा के लंड से बूब्स को चोदने लगे.
अब सच में मेरी हालत बहुत खराब होने लगी, तभी मुझे लगा कि लगता है राज से चुदवा लूं… नहीं पागल कर देंगे.राज दस मिनट बूब्स चोदने के बाद फिर बोले- अब बता कुतिया… चोदूं तेरी चूत?मैं बोली- नहीं… पर मुझसे अब रहा नहीं जा रहा है!
अब वो मेरे मुंह के सामने अपनी टांगें फैला कर बैठ गये और अपना लन्ड पहले मेरे गालों पर रगड़ा, फिर मेरी नाक में डालने लगे, बोले- तुमसे सेक्सी नाक इतनी सुंदर किसी की नहीं है.और बहुत ही अजीब पर नशीली खुशबू लंड की नाक में घुस गयी.
तभी राज बोले- मेरी रंडी कुतिया, चाटो चूसो मेरे लौड़े को!और मेरे होंठों पर अपने लन्ड को रख दिया.
मैंने मना किया कि प्लीज ये मत करवाओ मुझसे!तो राज बोले हर लड़की का ये ड्रीम होता है कि उसे मस्त लन्ड चूसने को मिले! और तू कैसी बात कर रही है, कौन सा मेरा पहली बार चूस रही है, ले साली चूस!और मेरे होठों पर लन्ड को रगड़ने लगे.
जैसे ही लंड मेरे होठों को रगड़ा, उसके टच करने से गरम गरम उसकी छुअन से मुझे बहुत मस्त अजीब सा लगा और मैंने अपने हाथ से उसका लन्ड पकड़ कर मुंह में भर लिया और चूसने लगी लन्ड!राज का लन्ड बहुत बड़ा नहीं है इसलिए आराम से मुंह में पूरा घुसा दिया और मैं चूसने लगी, चाटने लगी.
जाने क्या हुआ कि मेरी आंखें बंद होने लगी और राज तो जैसे पागल होने लगे, फुल जोश में आ गए और मुझे बहुत गंदी गालियां देने लगे- और चूस रंडी… ले मेरे लंड को… तू साली पूरी छिनाल है… तुझे एक साथ कई लंड चोदेंगे, तब तेरी प्यास बुझेगी!उसकी ये बातें मेरे जोश को और बढ़ा रही थी.
तभी मेरी आंखें बंद हो गई, बस मैं उसका लन्ड चूसे जा रही थी और राज तो कांपने लगा और लन्ड रगड़ने की स्पीड फुल बढ़ा दी और उसकी भी आंखें बंद हो गई थी. मेरे दिमाग ने काम करना बंद कर दिया था, लगा कि अब जम के राज चोद दे!अगर अब बोलता कि ‘चोद दूं’ तो मैं हां बोल देती अब!
करीब चार पांच मिनट बाद राज ने मेरी चूत में उंगली घुसा दी, वो एकदम बह रही थी, उंगली जैसे अंदर बाहर चूत में हुई, मैंने अपनी टांगें फैला दी और ऊपर कर ली दोनों टांगें कि राज समझ जाये कि मैं चुदाई करवाने के लिए पूरी तैयार हूं.मैं इतने जोश में थी कि जरा भी दिमाग न लगाया कि राज तो मेरे मुंह में टांगें फैला कर अपने लन्ड से चोद रहा है मुंह को मेरे, फिर उसका हाथ वहां चूत में कैसे जायेगा.
पर मेरी चूत में उंगली अंदर बाहर हो रहा थी और मैं आंखें बंद कर के फुल जोश में राज का लन्ड चूसे जा रही थी.कि तभी अचानक बिजली की स्पीड से एकदम मेरी चूत में एक बहुत बड़ा सा सख्त मोटा कुछ बहुत तेजी से पूरे जोर ताकत से एक झटके में मेरी चूत को फाड़ता हुआ अन्दर घुस गया. ऐसा लगा, इतना दर्द हुआ कि मैं बेहोश सी हो गई, मेरे मुंह में राज का लन्ड घुसा था तो मुंह से आवाज भी नहीं निकली और राज इतने जोश में था कि बस लंड से मेरे मुंह को चोदे जा रहा था.
टीवी की आवाज़ तेज थी जिससे कोई आवाज ही नहीं आयी, मेरी आंखों से आंसू बहने लगे और राज को देखा तो वो अपनी आंखें बंद किये फुल जोश में पसीना पसीना हुआ जा रहा था. मेरे हाथ भी कंधा भी राज की टांगों के नीचे दबा था, मैं बेबस मुंह से गूं-गूं की आवाज निकाली और आंसू की धार बह चली. इतना दर्द कि लगा मर जाऊंगी!
उधर अब बिल्कुल समझ आ गया कि कोई मेरी चूत को चोद दिया और जो भी है उसका लन्ड बहुत बड़ा है.मेरा होने वाला पति गधा मेरे मुंह को चोदने में मदहोश है, उधर नीचे मेरी अब कोई दोनों टांगें पकड़े पूरा फैलाये मेरी चूत में अब धक्के लगाये जा रहा था और मेरी चूत फ़ाड़ दी. बहुत असहनीय दर्द उसके हर बार लंड अंदर बाहर घुसाने में हो रहा था.
मुझे अब तक ये नहीं पता चला कि मेरी चूत को चोद कौन रहा है और वह इतनी सावधानी बरत रहा था कि उसका बदन कैसे भी राज को टच ना हो.होती भी कैसे राज मेरे मुंह में चढ़ा था तो उसका पूरा शरीर मेरे कंधे से ऊपर मुंह के पास था और जो मेरी चूत को चोद रहा था, उसका पूरा लौड़ा अन्दर और वो दोनों टांगों के बीच में यानि मेरे कमर के नीचे था.अब जो मेरी चूत चोद रहा था, वो लन्ड अन्दर बाहर करने के साथ साथ मेरे दोनों बूब्स भी जोर जोर से दबाने लगा.
मुझे राज के ऊपर बड़ा गुस्सा आता, जो मेरे हाथ कंधे सब दबाये मेरे मुंह में लंड डाले उल्लू की तरह गधा साला मुंह में मेरे लन्ड डाले पागल है, मुझे दो तीन बार लगा था कि कोई है… परदा हिला था, मोबाइल भी थोड़ा चमका था, मैं बोली भी थी कि लगता है कोई है.पर राज बेवकूफ ने हर बार मुझे चुप करा दिया कि तुम फालतू में डर रही हो, मूड खराब कर रही हो.
मैं ये भी बोली थी कि ‘अंदर से भी बंद कर लो’ भले ही मम्मी बाहर से कुंडी लगा दी है.पर राज ने कोई एक बात नहीं मानी मेरी, उसी का परिणाम कि शादी राज गधे से होने वाली है और मेरी चूत उसके मौजूदगी में कोई और चोदे जा रहा है.
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