RE: Chudai Kahani मेरी कमसिन जवानी की आग
तब मैं बोली- मम्मी लगता है मुझे बुखार चढ़ गया है.. मुझे मेरी तबीयत बहुत खराब लग रही है. शायद कल पूड़ी ज्यादा खा ली थी तो तो आज रात में दर्द हुआ था, पेट में और वोमटिंग होगी ऐसा लग रहा था.. लगता है फूड प्वाइजनिंग हो गया है.मम्मी ने एक दूसरे कमरे में एक बेड लगवाया और मुझसे बोलीं- सोनू तू वहाँ आराम से लेटी रहना, मैं तेरे खाने-पीने का इंतजाम कर दूंगी.. कुछ उल्टा-पुल्टा मत खाना और ना कहीं बाहर निकलना.
दोपहर बाद राज अंकल मेरे पास आए और मुझे दो टैबलेट देकर धीरे से बोले- सोनू इन्हें खा ले.. तुझे अगले 3 महीने तक प्रेगनेंसी नहीं होगी.मैंने वे दोनों टैबलेट खा लीं, तब अंकल फिर से बहुत ही धीरे से बोले- अब तू 3 महीने तक कितनी भी चुदाई करवा ले सोनू.. तुझे प्रेगनेंसी नहीं होगी.इसके बाद अंकल तुरंत चले गए क्योंकि वहाँ लोग आते-जाते थे.
मैं लगातार दो दिनों तक कहीं नहीं गई, थोड़ा भी कहीं आऊं जांऊ.. तो चलने पर मुझे बहुत दर्द हो रहा था.
तीसरे दिन राज अंकल फिर मेरे पास आए और बोले कि सोनू मैंने सब कुछ सैट कर लिया.. बस मानिकपुर चलेंगे और तेरी मम्मी से भी बात कर ली है. तेरी मम्मी को शापिंग का बहुत बड़ा लालच दिया तो तुरंत तैयार हो गई. तुझे ले जाने के लिए तो तेरी मम्मी खुद से बोली कि क्या मैं सोनू को भी अपने साथ ले चल सकती हूं, उसे भी एक दो ड्रेस टॉप जीन्स दिलवा देना. तब मैं बोला कि हाँ ले चल वह तो मेरी छोटी बेटी जैसी है. बस तेरी मम्मी राजी हो गई हैं, सोनू जैसा प्लान हुआ था, वह सब हो जाएगा. तेरी मम्मी को भी रंगे हाथों चुदते हुए तुझे तेरे सामने ला दूंगा. तू अचानक सामने आ जाना.
फिर सच में सब वैसा ही हुआ. अब मैं आज इस सत्य घटना की पूरी सच्चाई को यहीं पर रोकती हूं. इस सत्य घटना को अभी यहीं तक लिख सकी हूं.
मौसी के यहाँ अगले पन्द्रह दिन के हर एक पल बहुत रोमांचक रहे, मैं 15 दिन तक अपनी सगी मौसी के घर पर रही. उन 15 दिन में ये इत्तेफाक की बात है कि 15 मर्द मुझे मिले, उनमें से आठ मर्द साठ साल के ऊपर के बुड्ढे थे और चार मर्द मेरे बहुत क्लोज रिश्तेदार थे, जो 40 से 60 वर्ष के बीच के थे. बस तीन लड़के जवान थे, जो 30 वर्ष के नीचे थे. उनमें मेरी सगी मौसी का लड़का लालजी भी है.
अगले पन्द्रह दिन में मुझे किस तरह से 15 मर्दों ने कहाँ कहाँ किस किस तरीके से मेरे जिस्म से खेले, किस तरह से इंज्वाय किया, सबने अपनी और मेरी हवश को जगाया और फिर कैसे खुद को और मुझे भी सेटिस्फाई किया.
यह सब कुछ किस किस ने किया और कैसे कैसे किया आप जान सकते हैं, मैं सब बता भी सकती हूं.. परन्तु यदि सभी आरएसएस के पाठक मुझे बोलेंगे कि संध्या आगे पन्द्रह दिनों की पूरी सच्चाई बताओ, तब मैं एक एक शब्द.. जो मेरे जीवन में उन 15 दिनों में घटा.. मैं गॉड की कसम, मम्मी की कसम खाकर कहती हूं कि सब सच सच बताऊंगी कि मेरे साथ सब कुछ कैसे हुआ. एक भी शब्द अगर मेरा झूठा हो, तो मुझे नर्क मिले.. मैं एक भी शब्द झूठ नहीं लिख रही हूं. उन 15 दिनों में ऐसा कोई दिन नहीं था, जिस दिन मेरे साथ सेक्स नहीं हुआ हो. शादी के दिन भी शादी के रात भी मेरे साथ इस तरह से हुआ कि आप लोग इमेजिन भी नहीं कर सकते. पर वे पन्द्रह दिन मेरे जीवन के अनमोल थे. आज भी मैं याद करती हूं तो रोमांचित हो जाती हूं. मैंने वहीं पहली बार अपनी मम्मी को भी चुदते हुए देखा था, जब दो अंकल उन्हें चोद रहे थे. मैं अचानक सामने आ गई थी. फिर किस किस तरह से सब मेरे साथ हुआ, अगर आप सब वह जानेंगे तो मैं सच बोल रही हूं आप पागल हो जायेंगे.. आप स्वयं पर कन्ट्रोल नहीं कर पायेंगे.
आज तक मुझे जिस भी मर्द ने देखा है, उनमें ऐसा कोई भी नहीं है, जिसकी नियत मेरे लिए खराब न हुई हो. ऐसे नजदीक के रिश्तेदार वो भी सत्तर सत्तर साल के बुड्ढे भी और बहुत करीब के रिलेटिव, उन तक ने मेरे साथ सोने के लिए अपनी कोशिशें करी हैं.
मेरा दावा है कि मुझे देखने के बाद कोई भी मर्द बर्दाश्त नहीं कर पाएगा ना खुद पर कंट्रोल कर पाएगा.. यह मेरा चैलेंज है और ये विश्वास भी है.
|