RE: Chudai Kahani मेरी कमसिन जवानी की आग
अब तक की मेरी चुत चोदन कहानी में आपने जाना था कि राज अंकल जमकर पूरी ताकत से मेरी गांड को चोदने लगे थे. उधर चूत में जगत अंकल भी अपने लंड की स्पीड इतनी ज्यादा बढ़ा दी. मुझे लगा कि मैं अब मरी, तब मरी.. मुझे बहुत दर्द हो रहा था. मैं चिल्लाए जा रही थी, लगातार रो रही थी.अब आगे..
तभी जगत अंकल ने समाली अंकल को कहा कि अरे समाली भाई.. तुमने संध्या के मुँह से अपना लंड बाहर क्यों निकाल लिया.. मस्त तो चूस रही थी और आवाज भी नहीं कम निकल रही थी. डालो कुतिया के मुँह में लंड.. ऐसी मस्त लड़की शायद ही कभी मिले.. देखो न कैसे मस्त चिल्ला रही थी. मेरी बीवी भी सुहागरात रात में नहीं चिल्लाई, जैसे ही मैंने अपनी बीवी की चूत में अपना लंड डाला था, साला झट से घुस गया था. साली शादी के पहले ही न जाने कितनों से ही चुदवा चुकी होगी. सुहागरात रात में ही उसकी चूत की सील टूटी ही मिली थी. और चूत क्या.. मेरी बीवी की पूरी फैलकर भोसड़ा हो गई थी.
समाली अंकल हंस कर बोले- ठीक बोल रहे हो जगत.. संध्या जैसी खूबसूरती और सेक्सी लुक वाली लड़की तो हो ही नहीं सकती.. वो भी इतना फ्रेश माल नहीं मिलेगा चोदने को. मेरी शादी जब हुई थी, तब मेरी उम्र उन्नीस साल की थी.. मेरी बीवी मुझसे भी कम उम्र की थी, पर तब भी साली चुदी चुदाई आई थी. पहले पांच छः महीने झूठ बोली कि पहले मर्द आप हो, मैं बोला कि सील तो पहले से टूटी थी सच बता.. नहीं तो छोड़ दूंगा तुझे.. और सच बोलेगी तो हमेशा साथ रखूंगा, तब उसने बताया था कि एक मेरे सगे मामा का लड़का है, उसने सील तोड़ी थी और फिर मेरे भाई का दोस्त वो बहुत बार चोदा. आज ये संध्या ही मिली है, जिसकी चूत और गांड से खून निकलते देखा है.
तब जगत अंकल बोले- बिल्कुल सही बोल रहे हो भाई.. बहुत ही गजब की आइटम है ये संध्या.. बहुत बहुत ज्यादा ही मजा आ रहा है.
जगत अंकल करीब 5 से 7 मिनट से चूत को चोद रहे थे और राज अंकल दूसरे मर्द हैं, जो राजीव अंकल के झड़ने के बाद गांड को चोद रहे थे. अब पता नहीं कैसे ये चमत्कार या जादू होना शुरू हुआ कि मेरी गांड का दर्द तो पूरा ही गायब हो गया और चूत का जो बहुत दर्द था, वो भी कम होने लगा. फिर धीरे-धीरे दो मिनट में पूरा दर्द गायब हो गया. मम्मी की कसम.. ये सब एक एक शब्द सही है वैसा का वैसा ही लिख रही हूं, जैसा हुआ है.
मुन्ना अंकल का दूध जोर से दबाना भी अब अच्छा लगने लगा. एक बात दिल से बोल रही हूं कि दर्द तो गायब हुआ, ये ठीक बात है पर उसके बाद जो जादू हुआ वो मैंने भी सोची नहीं थी. मेरी चूत और गांड दोनों जगह ऐसी आग लगी, ऐसा कुछ हुआ कि बता नहीं सकती. पूरा बदन अब अकड़ने लगा और जिस्म का एक एक अंग टूटने लगा. जिन लौड़ों के जरा से घुसने से दर्द हो रहा था, वे ही लंड अब छोटे लगने लगे और अपने आप मजा महसूस होने लगा, मेरा मन करने लगा कि हर जगह लंड घुस जाए और जमकर अन्दर डाल कर मुझे मसल दें. जमकर पूरी ताकत से मुझे चोदें.
अब मैं मदहोश हो चुकी थी. मुझे कुछ भी न समझ आ रहा था, न ही कोई लिहाज रह गया था. बिल्कुल पागलपन हवश का मुझमें सवार हो चुका था. अब मेरे मुँह से अपने आप ही कुछ भी निकलने लगा. मैं गन्दी गालियां और बहुत गन्दी बातें सब बकने लगी.
मैंने समाली अंकल का लौड़ा मुँह से निकाल कर कहा- राज, बहुत मस्त गांड चोदता है तू.. और जोर से रगड़ कमीने.. पूरा लंड अन्दर डाल, जितना दम हो.. पर जल्दी कर.. और तेजी से चोद साले हरामी मादरजात.
मेरे मुँह से गालियां सुनते ही समाली अंकल बोले- अब संध्या पागल हो गई. लड़की जब सेक्स की इस सिचुएशन में आ जाती है, तब उसे सम्हालना असंभव हो जाता है. अब देखो राज अंकल से तुम राज हो गए.. और आप से तू.. अब हम सबको मस्त सेक्सी गालियां मिलेगी संध्या से.
जगत अंकल बोला- हर मर्द लड़की से गंदी गालियां और बातें सुनने को तरसता रहता है, पर संध्या तूने यह गंदी गालियां और बातें कहाँ से सीखीं?मैं बोली- मेरे मुहल्ले में सब लेडीज या जेंट्स एक दूसरे को बहुत गंदी गालियां देते हैं. मेरी मम्मी खुद ही बहुत गन्दी गन्दी गालियां देती हैं और बहुत सी बातें सेक्सी कहानियां पढ़कर मैंने भी सीखा है.तब राज अंकल बोले- संध्या, तेरी मम्मी को मैं भी चोदने वाला था. सब बात हो गई थी. मैंने उसके दूध भी बहुत दबाए थे. तेरी मम्मी ने मेरा लंड चूस कर मेरा जल्दी से रस निकाला था और पी गई थी.
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