RE: Chudai Kahani मेरी कमसिन जवानी की आग
राज अंकल बोले- वाह मेरी जान सोनू, तूने तो हम सबका दिल जीत लिया है, तू मना भी करती तो भी हम एक साथ ही तुझे चोदते, पर तूने खुद से यह कहकर साबित कर दिया कि सच में तू बहुत सेक्सी, बहुत मस्त.. और बेहद गर्म लड़की है. साथ ही खूबसूरत तो तेरी जैसी कोई लड़की हो ही नहीं सकती है.
इतने में जो अंकल नीचे मेरी चूत चाट रहे थे, उनको समाली अंकल बोले- यार जगतदेव भाई.. अब जल्दी से अपना लौड़ा पेल दे संध्या की चूत में.. देख साली कैसी तड़प रही है चुदवाने को.उनका नाम जगतदेव था.. यह मैंने अभी जाना. अब मैं सबके नाम जान गयी.
समाली अंकल उनसे फिर से बोलने लगे- जगतदेव तू जल्दी से संध्या की चूत में अपना लंड डाल बे.जगतदेव अंकल ने मेरी टांगों को चौड़ा करके मेरी एक टांग को अपने कंधे पर रख लिया और अपना लौड़ा अपने हाथ से पकड़ कर मेरी चूत के बीच में, जहाँ छेद है.. वहाँ लंड को लगा दिया. जैसे ही जगत अंकल ने अपना लंड मेरी चूत में रखा, मैं उछल पड़ी. मेरी चुत के छेद को उनके लंड का सुपारा जाने कैसा गर्मागर्म सा लगा, उस फीलिंग को शब्द में बता नहीं सकती. बस मेरे मुँह से ‘ऊंहहह उंहहह..’ अपने आप निकलने लगा.
जगत अंकल बोले- यार संध्या, आज मेरी जिंदगी का सबसे यादगार पल है.. साली हीरोइन से भी अच्छी सेक्सी है तू.. वो भी इतनी कम उम्र की लड़की वैसे मुझे नहीं पता.. कितने साल की तू है.. पर मुझे तो तू कमसिन उम्र की दिखती है. ज्यादा उम्र की तो तू होगी भी नहीं.. और तेरी इतनी मस्त टाइट चूत मिली.. मैंने सोचा भी न था कि मुझे तेरी जैसी कसी हुई चूत चोदने को मिलेगी. मैंने तो आज तक सिर्फ औरतों को चोदा है, वो भी पैंतीस चालीस साल की चुदी चुदाई भोसड़े वाली.. मेरी शादी हुई थी, तब मैं सत्ताइस साल का था और मेरी बीवी मुझसे तीन साल बड़ी तीस की थी. आज 68 साल में जिंदगी में पहली बार अनटच जैसी कम उम्र की लड़की को चोदने वाला हूं. आह.. मेरी जान संध्या.. मैं अपना लंड डाल रहा हूं.. तू रेडी है ना?
तभी समाली अंकल बोले- जगतदेव यह क्या बकवास कर रहा है.. संध्या बेचारी बहुत चुदासी है.. तू पूरा लौड़ा डाल दे बस.इतना सुनते ही जगतदेव अंकल अपना लंड मेरी चूत में डालने लगे, पर लंड फिसल गया और छेद से बाहर हो गया. उम्र ज्यादा होने के कारण अंकल का लंड कुछ ढीला था.. ऊपर से मेरी चूत भी बहुत टाइट है, सो दोबारा से जगतदेव अंकल ने लंड छेद में सैट किया और जैसे ही घुसाने की कोशिश की, तो लंड फिर से फिसल गया.
अब मुझसे रहा नहीं गया और न जाने मुझे क्या हुआ, मैं हाथ ले जाकर खुद जगतदेव अंकल का लंड पकड़ कर अपनी चूत में फिट करने लगी और अपनी चूत के छेद में लंड सैट कर भी दिया.
इसके बाद मैं जगत अंकल को बोली- जगत, जल्दी से जोर से धक्का मार और.. अपना लंड जल्दी से अन्दर डाल.जगत देव अंकल ने ठोकर मारी और बोले- संध्या तू हम लोगों की रखैल बन जा.. आह साली तुझे जो चाहिए हम लोग देंगे.. तू बहुत मस्त माल है.मैं कमर हिलाते हुए बोली- अब मैं आपकी ही हूं.. जो करना है कर लो अंकल.. जो बनाना है बना लो.. बस पेलते जाओ.
तभी समाली अंकल बोले- जगतदेव तू संध्या से शादी कर ले.जगतदेव बोला कि सच बोल रहा है या मजाक था समाली?समाली अंकल बोले- मैं सच कह रहा हूं, संध्या तू बोल.. बनेगी जगतदेव की बीवी… करेगी इसके साथ शादी बोल?
उस समय मुझे कुछ समझ और होश नहीं था, मैं फुल जोश में थी तो मैं बोली- चल जगत अंकल.. आज से मैं तेरी बीवी हूं.. अब चल.. मुझे आज जल्दी से जम के चोद.जगत अंकल लंड हिलाते हुए बोले- तू मेरी जान है संध्या..इतना कहकर मेरी चूत पर जगत देव अंकल ने जोर से धक्का मारा तो उनका लंड मेरी चूत को चीरता हुआ घुस गया.
जैसे मेरी चूत में लंड घुसा लगा कि मैं मर गई, मुझे इतना तेज दर्द हुआ, तो समाली अंकल जल्दी से अपने होंठों से मेरे होंठों को काटने लगे. मैं दर्द के मारे उनसे लिपट गई.समाली अंकल बोले- आई लव यू संध्या … तुम मेरी सेक्सी डार्लिंग हो.
तभी जगत अंकल ने अपना पूरा लंड बाहर निकाल कर फिर से एक बहुत जोर का धक्का देकर पूरी ताकत से मेरी चूत में लंड पेल दिया. इस बार उनका लंड मेरी चूत में पूरा अन्दर तक घुस गया. ऐसा लगा जैसे मैं मर ही गई. मुझे इतना तेज दर्द कभी नहीं हुआ था.मैं जोर जोर से चीखने चिल्लाने लगी कि छोड़ दो मर जाऊंगी, मुझे कोई बचाओ.
इधर राजीव अंकल भी अपना लंड मेरी गांड में अन्दर बाहर जोर से करने लगे. वे मेरी गांड मारते हुए बोलने लगे- संध्या, मैं तेरी गांड को आज बहुत चोदूंगा.उधर जगत देव अंकल भी बोले- संध्या आज मैं तुम्हें जी भर के बहुत चोदूंगा, तुम कल मुझसे शादी कर लेना, फिर तुम जो बोलोगी, सब करूंगा.
जगत देव अंकल ने अपना लंड जरा सा निकाल कर पूरी ताकत से मेरी चूत में फिर से घुसा दिया था.मैं जोर से चीख उठी- उई मम्मी मर गई.. अंकल बहुत दर्द हो रहा है मत चोदो मुझे.. आह…आह… निकालो.. बहुत तेजी से दर्द हो रहा है.कोई मेरी चीख पुकार सुन ही नहीं रहा था. मैं रोने लगी, चीखने लगी- हे भगवान मर गई.. बहुत जोर से दर्द हो रहा है.
मेरी चूत में वाकयी बहुत तेज दर्द होने लगा था. उधर राजीव अंकल मेरी गांड को चोदे जा रहे थे. वहाँ मुझे गुदगुदी होने लगी थी, पर चूत में बहुत दर्द होने लगा था. मुझे ऐसा लगा कि जैसे मेरी चूत फट गई हो.
तभी जिनका मकान था, वह बोले- संध्या तू बहुत मस्त है.. अभी तू हिम्मत से जरा जम के चुदवा ले, अभी थोड़ी देर में दर्द शांत हो जाएगा.ये सुन कर जगतदेव अंकल ने मेरी चूत में और जोर से और एक धक्का लगा दिया.मैं फिर से चिल्ला उठी- बचाओ मम्मी मुझे बचा लो.. मर गई अंकल मर जाऊंगी.. बहुत मोटा है.. बहुत दर्द हो रहा है.तभी मुन्ना अंकल बोले- यार देखना, संध्या की सील पैक थी क्या.. बहुत चिल्ला रही है.. बहुत दर्द है इसको देखो रो रही है, मुझे लगता है सील पैक माल है.
तभी राज अंकल उठकर मेरी चूत देखने गए. जैसे ही देखा बोले यार जगत खून तो निकला है.. और मेरी चूत के नीचे हाथ लगाकर सबको दिखाया कि देखो यारों संध्या की चूत का ढक्कन आज जगत भाई ने खोला. ये ख़ून इसका सबूत है. सब संध्या के बारे में झूठ बोल रहे थे. इसका भाई लालजी, ये अंकित सब झूठे निकले, जो बोल रहे थे कि ये बहुत चुदाई करा चुकी है. इसने तो आज तक चूत में अपने लंड ही नहीं लिया है.. न ही संध्या ने कभी भी चूत चुदवाई है. आज पहली बार इसकी चूत में जगत का लंड गया है. जगत ने ही संध्या की सील तोड़ी है. हाँ ये हो सकता है कि इसने गांड में लंड लिए हों, मुँह में लिए हों और बाकी सब किया या करवाया हो, पर यह पक्का है कि संध्या ने आज के पहले किसी को अपनी चूत चोदने को नहीं दी है, ये पक्की बात है.
मेरी मस्त चुदाई की कहानी पर आप अपने विचार मुझे कमेन्ट कर सकते हैं. बस जरा गरम कमेंट्स होना चाहिए.
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