RE: Chudai Kahani मेरी कमसिन जवानी की आग
अब तक की सेक्स स्टोरी में आपने पढ़ा था कि मेरी गांड में राजीव अंकल का लंड घुस चुका था और मुझे मजा आने लगा था. मैं मुन्ना अंकल से भी जल्दी कुछ करने के लिए कह रही थी.अब आगे..
तभी जिन अंकल के घर में मैं इस वक्त थी, उनका नाम समाली पांडेय है.उनको मुन्ना अंकल बोले- आप दोनों इधर आ जाइए समाली अंकल, राजीव भाई तो पीछे गांड में चुदाई कर ही रहे हैं, आप दोनों भी आ जाओ.. आप बड़े हो, हम सब आपके घर में हैं. पहले आप लोग कर लो. राज तुम हट जाओ, पहले इनको करने दो.समाली अंकल बोले- अगर तुम्हारी इच्छा है तो तुम कर लो.. हम लोग बाद में कर लेंगे.
तभी अंकित उधर से बोला- अरे अंकल लोग.. इसमें बहस मत करिए, यह बहुत सेक्सी आइटम है.. संध्या बहुत बड़ी माल है.. इसे सब मिलकर चोद दीजिए. संध्या की सगी मौसी का लड़का मेरे चाचा का बेटा है लालजी, उसने संध्या के बारे में सब बताया है कि यह पहले ही सब करवा चुकी है, पता नहीं कितने लोगों से चुदवाई है, यह तो यही जानती होगी. आप लोग तो शुरू हो जाइए.
इतने में राज अंकल उठ गए और जो 70 साल के बुड्ढे अंकल थे, उनको बोले- आप आ जाओ.
उनके कहते ही वह दोनों अंकल आ गए और जो सबसे ज्यादा उम्र के थे, वह मेरे ऊपर चढ़ने लग गए. सभी पांचों अंकल बिल्कुल नंगे बिना कपड़ों के मेरे सामने थे. सब के सब अपने पूरे कपड़े उतार चुके थे. सब में से सबसे बड़ा लंड राज अंकल का था. फिर राजीव अंकल का, जो मेरे पीछे गांड में डाले हुए थे.
इतने में जो सबसे एजेड अंकल थे, वे आए और सीधे मेरी चूत में अपना मुँह रख दिए और बोले- इसकी तो चूत बहुत बह रही है. पर बहुत सुगंधित चूत है और तेरी चूत का बहुत टेस्टी रस है संध्या.. ये तेरा चूत रस मैं एक एक बूंद चाट लूंगा.
बस फिर उन सबसे बुजुर्ग अंकल ने मेरी चूत के रस को चाटना शुरू कर दिया. वे अपनी जीभ को अन्दर-बाहर करके मेरी चूत में घुसा घुसा कर, चूतरस को चाटने लगे.
समाली अंकल मेरे से गले से लिपट कर मेरे बदन को पूरी ताकत से दबाने लगे, वे बोले- संध्या, जो लालजी ने बोला था, उसके सामने तू सौ गुनी मस्त लगती है. तेरे जैसी लड़की आज तक मैंने नहीं देखी, इतनी चुदासी इतनी सेक्सी आह.. मजा आ गया.समाली अंकल सीधे मेरी नाक को चाटने लगे और बोले- संध्या, तुम्हारे से सेक्सी नाक इतनी प्यारी आज तक किसी हीरोइन या टीवी की लड़कियों या किसी मॉडल की नहीं देखी.वे मेरी नाक को चाटने चूसने लगे. मेरी नाक को चाट चाट कर चूसकर समाली अंकल ने लाल कर दिया. फिर मेरे होंठों पर अपने होंठ रख दिए. मैं कसमसाने लगी.
अब समाली अंकल की गर्म सांसें मेरी सांसों से मिलने लगीं. मुझसे बर्दाश्त नहीं हो रहा था, मैं पागल हुई जा रही थी. मैंने भी कस के समाली अंकल को पकड़ लिया और उनके होंठों को चूसने लगी, चूमने लगी. इस वक्त मेरा बदन बिल्कुल अकड़ रहा था. मैं समाली अंकल से अपने आप ही लिपट कर उनके बदन में घुसी जा रही थी, अपनी दोनों बांहों से समाली अंकल को समेट के कस लिया और जमकर उनसे लिपट गई.
तब समाली अंकल बोले- बता संध्या तुझे मैं कैसा लगता हूं?मैं बोली- बहुत मस्त लग रहे हो अंकल.समाली अंकल बोले- पर मैं बुड्ढा हो गया हूं संध्या.. तुम्हें नहीं लग रहा?मैं बोली- इससे कुछ नहीं होता बुड्ढा और जवान उम्र से कुछ नहीं होता अंकल, मैं सच बताऊं बस इंजॉयमेंट होना चाहिए, मर्द लड़की को सेटिस्फाई कर दे और लड़की मर्द को सेटिस्फाई करे और हर तरह की सर्विस मर्द को दे.. बस इसके अलावा किसी चीज की जरूरत नहीं होती है. उम्र चाहे मर्द की अठारह साल हो या सत्तर.. उससे कुछ नही होता, ओल्ड एज वाले मेच्योर होते हैं.. एक्सपीरियंस होता है. वो ज्यादा अच्छे से लड़की को सेटिस्फाई करते हैं.
मेरे इतना कहते ही समाली अंकल ने कस के मुझे पकड़ लिया और मेरे मुँह में अपने मुँह को रखकर मेरे जीभ को चूसने लगे. वे मेरे मुँह के अन्दर अपनी जीभ डाल कर चाटने लगे. मैं भी जोश में उनकी जीभ चाटने लगी, चूसने लगी.
अब मैं पागल हो गई और अंकल से बोली- अंकल, जम के चोदो मुझे… जोर से चोदो.. मेरी बात का बुरा नहीं मानना, मैं पागल हो रही हूं.तभी समाली अंकल, जिनका घर था, बोले- इतनी देर में संध्या खुली है तू, लाल जी ने सब बताया है कि तेरे सामने सभी रंडियां भी फेल हैं. तो बता अब हम पांचों तुझे एक साथ चोदें या अलग-अलग चोदें?तब मैं बोली- मैं खुलकर बोलूं.. कोई गलत नहीं समझना.तो राज अंकल बोले- हाँ सोनू खुल के बोल.. तू जितना गंदा बोलेगी उतना मजा आएगा, कोई गलत नहीं समझेगा.मैं बोली- सारे लोग मुझे मिलकर एक साथ चोदिए.. वो भी जमकर चोदिए मुझे कोई दिक्कत नहीं है.
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