RE: Chudai Kahani मेरी कमसिन जवानी की आग
मैं कुछ ना बोली, सच बोलूं तो अंदर से मन कर रहा था कि कमीना जीजा जोर से अपना लन्ड मेरी चूत में डाल दे, चाहे जो भी हो, बस जो मुझे हो रहा है वह मेरा शांत करे.जीजा ने अपना लन्ड थोड़ा सा मेरी चूत में दबाया, मुझे बहुत दर्द का एहसास हुआ और गले में मेरे प्राण आके अटक गये, मैं जीजा को हाथ से धक्का देने लगी, जीजा ने मेरे दोनों हाथ पकड़ लिए और एक जैसे ही धक्का लगाया, उनका लन्ड मेरी चूत का दरवाजा फाड़ता हुआ अन्दर चूत में घुसा, लगा ‘मर गई… फट गयी मेरी चूत… जैसे कोई चाकू मार दिया हो.’
मेरी चूत में असहनीय दर्द हुआ, मैं जोर से चिल्ला उठी, जीजा ने फिर से मेरी चूत में लन्ड का धक्का लगाया और चूत में मेरी और अंदर डालना चाहा, मुझे बहुत दर्द हो रहा था और जीजा लन्ड मेरी चूत में घुसाने में लगे थे, दर्द के कारण मुझे गुस्सा आया, मैं बहुत जोर से गाली देने लगी- जीजा कुत्ते मार डाला!बहुत जोर से चिल्लाई. इतना दर्द हुआ कि मुझे कुछ होश नहीं रहा, मैं पूरी ताकत से चिल्लाने लगी, रोने लगी.
तभी जीजा बोले- साली कुतिया रंडी, चिल्ला मत मोहल्ले को इकट्ठा करेगी क्या? पूरा मोहल्ला आ जाएगा फिर मुझे कोई कुछ नहीं बोलेगा समझी, सब तेरी चूत को ही चोदेंगे ये समझ ले तू! संध्या चुप रह 2 मिनट, बस घुसने ही वाला है, थोड़ा दर्द होता है, उसके बाद तो जन्नत का मज़ा है.मैं बोली- छोड़ कुत्ते कमीने, मत कर साले, घटिया जीजा, मादरचोद छोड़!जो गालियां आती थी, सब दे डाली और रो भी बहुत रही थी पर जीजा को कोई भी फर्क नहीं पड़ रहा था, वो फिर से अपना लन्ड घुसाने में लग गए.
बस एक इंच ही अंदर मेरी चूत में और घुसा लन्ड कि इतने में खिड़की से खट खट की आवाज आई. एक खिड़की किसी ने खींच कर खोल भी दी और हम दोनों को उसी चुदाई की हालत में देख कर बहुत जोर से जीजा को गाली देकर वो चिल्लाया, बोला- दरवाजा खोल गांडू शुक्ला!जीजा फटाक से डर के उठे, बोले- मकान मालिक है, साली चिल्लाकर गड़बड़ कर दी!और उठ खड़े हुए, जल्दी से सिर्फ अंडरवियर पहना.
तभी मकान मालिक बोला- खोल कमीने दरवाजा 1 मिनट में, नहीं साले बंद करा दूंगा.जीजा ने 1 मिनट में जल्दी से दरवाजा खोला, मकान मालिक अंदर आ गए, मैं जल्दी से बिस्तर वाला चादर ही बस अपने नंगे बदन में लपेट पाई थी, तभी मकान मालिक जीजा को गाली देते हुए तीन चार थप्पड़ मारे, बोले- यह रंडी छिनाल कहां से लाया है मेरे घर में, किराया से रहने के बहाने रंडीबाजी करता है छिनालों को लाता है. यहां साले रंडी चोदता है?
बहुत गाली बकी जीजा को और मुझे बोले- जब रंडीबाजी करनी है छिनाल तो चुदवा जैसे चुदवाना है, चिल्ला कर पूरे शहर को क्यों बुला रही है?जीजा के मकान मालिक मेरी तरफ घूरते कर देखे और जीजा को कॉलर पकड़ के पीछे एक लात मारे और बोले- हट जा साले, मेरे घर में गलती से भी दिख मत जाना, नहीं जेल में बंद करा दूंगा. यह कह कर भगा दिया, जीजा डर के मारे भाग गए.
अब रूम में मैं बची और मकान मालिक… वो मुझे बोले- रूक रंडी, तेरी भी अब खैर नहीं, और दरवाजा अंदर से बंद कर दिया.मुझे डर के मारे ऐसा लग रहा था कि मेरे प्राण निकल जाएंगे बिल्कुल अब कांपने लगी थी और मुझे रोना आने लगा.
तभी मकान मालिक बिस्तर पर बैठ गए मैं भी चादर ओढ़े बैठी थी, मुझसे पूछा- अपना नाम बता?मैं डर के मारे चुप रही, वो फिर जोर से चिल्लाया- साली रंडी नाम बता?मैं बोली- संध्या नाम है मेरा!फिर पूछा- कितने पैसे में आई है और तू कहां की है?मैं बोली- आप मुझे गलत समझ रहे हैं, मैं वैसी लड़की नहीं हूं!
वह थोड़ा हंसे और बोले- साली सब रंडियां ऐसे ही बोलती हैं, देख तू तो चेहरे से, आंखों से, बातों से सबसे पूरी छिनाल वेश्या लग रही है. मुझे पहचान है, मेरे बाल सफेद हो गए, मुझे नहीं दिखता तू एक नंबर की रंडी है. अपना नहीं चल अपने मां बाप के बारे में बता कहां से है और पूरा पता बता अपने बाप का मोबाइल नंबर बता, और मां बाप से बात करा तभी मैं तुम्हें यहां से जाने दूंगा.
मैंने अपना एड्रेस बता दिया, अपने गांव का नाम मेरे पापा, मम्मी का नाम है अपनी एडयुकेशन सब बता दिया, और यह बताया कि जो आपके किरायेदार हैं और अभी मेरे साथ रहे हैं वो मेरे जीजा के सगे भाई हैं.मकान मालिक बोले- सुन, मुझे राजेश वर्मा कहते हैं, बहुत फेमस हूं, उड़ती चिड़िया के पंख पहचान लेता हूं. पचास साल का ऐसे ही नहीं हो गया. फिर भी तूने पैसे तो चुदवाने के लिए ही होंगे?मैं बोली- मम्मी कसम, सच बता रही हूं, मैंने रूपये नहीं लिया है मैं वैसी लड़की नहीं हूं. जीजा सिर्फ ड्रेस दिलाने का बोल कर ले आए थे, मैं मना भी कर रही थी पर नहीं माने और मेरे साथ करने लगे.
मकान मालिक राजेश बोले- तू संध्या घर से अकेले आई है, ड्रेस लेने आई है जीजा के साथ, इतना सेक्सी मेकअप करके, लिपस्टिक बिल्कुल छिनाल जैसे लगाई है, तू तो घर से सोच कर तय कर के चुदाई करवाने आई है, और मुझे अपनी बातों से बेवकूफ बनाती है, क्या तू नहीं जानती यह जितने जीजा होते हैं सब साली को चोदते हैं, और सालियां भी जीजा से चूत की खुजली मिटवाती हैं, यह कोई नई बात नहीं है न इसमें कोई बुराई है. सबसे बुरी बात यह है कि तू जानती है कि तू यहां होश में रहकर जानबूझकर चुदवाने आई है और अब सती सावित्री बन रही है, और मुझे अपनी बातों से बेवकूफ बना रही है.
मेरी पहली बार की चूत चुदाई की स्टोरी जारी रहेगी.
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