RE: Ashleel Kahani रंडी खाना
मेरी आंखे खुली तो मैंने काजल को अपने पास पाया वो झीनी सी नाईटी में मुझे दिखाई दि,उसके उजोर बड़े ही प्यारे लग रहे थे मैंने उसे सीधा लिटाया और उसकी ख़ूबसूरती को निहारने लगा,मैंने देखा की वो आँखे मूंदे हुए बड़ी प्यारी लग रही थी ,उसने अभी तक अपने माथे की छोटी सी बिंदी नहीं हटाई थी जो उसके गोर चहरे को और भी खूबसूरत बनती थी ,उसके होठो में काटने का निशान देख मेरी दिल की धड़कन रुक सी गयी मुझे कल की सारी बाते याद आने लगी ,मैंने उसके उस जखम को छुआ,मुझे हल्का सा खून का जमाव महसूस हुआ,मैंने उसके प्यारे चहरे को फिर से देखा ,क्या मेरी प्यारी काजल ऐसा कुछ कर सकती थी की मैं उसपर शक कर सकू पर ये खून का जमाव ,और साफ़ पता चल रहा था की किसी ने उसे दांतों से काटा है,मेरे प्यार में क्या कमी रह गयी थी की मेरी प्यारी बीबी किसी गैर मर्द का बिस्तर गर्म करेगी ,मुझे अब भी ये यकीं नहीं हुआ मैंने फिर से काजल के उरोजो को देखा जो की बहार आने को बेताब थे मैंने उसे आजाद ही कर दिया,उनके आजाद होने पर काजल के मुह से एक मदभरी सी आह निकली ,
'नहीं ना जी क्या कर रहे हो ,'मैंने देखा काजल नींद में ही थी पर उसका जी कहना मुझे सुकून दे गया क्योकि वो मुझे ही जी कहा करती थी,मैंने उसके उजोरो को निहारा तो मुझे लाल घेरे दिखाई दिए जैसे की किसी ने उसे बुरी तरह से मसला हो ,काजल बहुत गोरी थी और मैंने उसे कभी कभी मसला भी था उसके वो निशान ऐसे ही थे जैसा मेरे मसलने पर उसके वक्षो पर पड़ते थे ,मेरी आंखे नम होने लगी मैंने फिर उसके मासूम से चहरे की ओर देखा ,मुझे यकीं ना आया की वो मुझे किसी भी सूरत में धोखा दे सकती है,मैंने उसके उजोरो को मसलना शुरू किया,
'नहीं ना जान प्लीज् नहीं ना कोई आ जायेगा ,'काजल अभी भी नींद में थी मैंने अपने होठो को उसके होठो के पास ले जाकर उसके होठो को चूमने लगा वो अपने होठो को मेरे लिए खोल दि मैंने अपने होठो को उसके होठो में घुसा दिया मुझे दारू की बू आनी शुरू हो गयी ,हमारे लिए दारू पीना कोई बड़ी बात नहीं थी ,शायद काजल ने कल शराब पि हो मैंने अपने हाथ उआकी नाईटी के निचे से उसकी प्यारी योनी के पास ले गया मैंने पाया की उसमे कुछ कड़ा सा अहशास हुआ मनो वीर्य सुख गया हो मैंने अपने दिल को समझाया की ये वीर्य नहीं होगा मैं उसके निचे गया उसके कपडे को ऊपर उठाया,उसके गोर जांघ मेरे सामने थे मैं उसे चटने लगा ,काजल बहुत ही नशे में थी पर वो मचलने लगी थी मैं जन्घो को चाटते हुए उसकी योनी तक आ गया ,मैंने पाया की वह कुछ कड़ा सा है मेरी लार पड़ते ही वो चिपचिपा हो गया मैंने उसे जीभ से चखकर देखा ,वो वीर्य ही था मेरा दिल बैठ गया था ,मेरी आँखों में आंसू था पर मेरा लिंग वो तो ताना था अपनी ही धून में मुझे लगा था की मैं उसे उठा के उसे मार ही डालू पर मैंने ऐसा नहीं किया मुझे उसे भोगना था ,जाने किसने उसे भोग होगा ये वीर्य किसका था मुझे नहीं पता था पर ....
मैं मैं तो बस अब पागल ही हो गया था मैंने अपने कपडे उतार फेके और उसके ऊपर चढ़ गया मैंने ये परवाह नहीं की कि उसकी योनी में गीलापन है या नहीं मैंने अपने थूक से ही अपने लिंग को भिगोया और एक जोरदार धक्का ...
'अआह्ह्ह नहीं ना क्या कर रहे हो ,इतना तो किये हो ना अब बस करो ना दर्द हो रहा है घर भी जाना है,'काजल की बातो से मैं पूरी तरह टूट चूका था मैं अपने पुरे जोर से उसे फिर से धक्का लगाया काजल की आँखे अब भी बंद थी और उसने मुझे अपनी बहो के घेरे में भर लिया
'आपका तो कभी ख़तम ही नहीं होता है ना 'उसने बहुत ही नशीली आवाज में कहा ,
'चलो अब जल्दी करो ना प्लीज ,सर भी करेंगे क्या ,'अब तो मैं रो ही पड़ा मैं चाहता था की मैं वहा से उठ कर भाग जाऊ पर मैंने दूसरा रास्ता अपनाया मैंने एक जोरदार झापड़ काजल को मारा मेरे मारने से वो तड़फ गयी और होश में आकर मुझे देखने लगी ,
'ये क्या कर रहो हो जी ,हटो ना ,मुझे मार क्यों रहे हो ,'
'मदरचोद चुपचाप पड़ी रह रात भर दूसरो से चुद्वाकर आई है और अपने पति से नखरे कर रही है ,'
'अआह्ह्ह आह्हह्हह्हह्हह अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह् प्लीज् ना जान ,छोड़ दो ना रुक जाओ ना थोड़ी देर बस .थोड़ी देर बस जाआआन ..'
मैंने बेहिसाब धक्के मारने शुरू कर दिए ,काजल दर्द से तडफ रही थी उसकी योनी अभी भी गीली नहीं हुई थी वो दर्द से छटपटा रही थी पर मैंने कोई रहम नहीं की मैंने उसके चहरे को अपने हाथो से दबा लिया .ये पहली बार था जब मैंने काजल से जबरदस्ती की थी पर मैं क्या करता मेरा दिल आज टूट चूका था मेरी प्यारी बीवी बेवफा थी,मेरी चाहत लुट चुकी थी वो भी ना जाने कितनो से ...मैंने अपने वीर्य की धार सीधे काजल के योनी में छोड़ दि ,वो कुछ समझ पाती इससे पहले ही मैं वहा से उठकर अपने बाथरूम में चला गया ,पर जब मैं बिस्तर से उठा तो मैंने एक परछाई दरवाजे की पीछे देखि जो तुरंत भाग गयी मुझे अहसास था की वो मेरी बहने ही थी जो काजल के आवाज के कारन वह आ गयी थी ,...
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