Desi Sex Kahani दिल दोस्ती और दारू
08-18-2019, 01:58 PM,
#72
RE: Desi Sex Kahani दिल दोस्ती और दारू
मेरी ये धमकी असर कर गयी और अरुण ने तुरंत वहाँ से 3 लड़को को आगे भगा दिया ,अब वहाँ सबसे पीछे वाली बेंच पर सिर्फ़ मैं,अरुण,सौरभ और सुलभ बैठे थे...एमएस वाला टीचर अब भी भका भक स्पीड से लिखाए पड़ा था बिना इस बात की परवाह किए की आधे से अधिक लौन्डो-लौन्डियो ने लिखना बंद कर दिया है...लेकिन हम चारो अब भी लिख रहे थे और साथ-साथ मे बक्चोदि भी कर रहे थी....
.
"बेटा मुझे कुच्छ दो,वरना मैं सबको बता दूँगा कि उन दोनो को तुम लोगो ने ही ठोका है..."हमारी भका भक लिखाई के बीच मे सुलभ बोला...

"बोल क्या चाहिए तुझे...कार,बंग्लॉ,दमयंती की चूत...तू बोल क्या चाहिए तुझे...तू कहे तो तेरे लिए चाँद-सितारे तोड़ कर ले आउ "

"रहने दे ,तू बस तीन दिन के कॅंटीन का बिल दे देना अरुण...और तू सौरभ,तू बाकी के तीन दिन का बिल दे देना...."

"हम दोनो अपने लंड पर हाथ रख कर तुझे वचन देते है..."अरुण और सौरभ ने एक साथ कहा और अपना एक-एक हाथ अपने लंड पर रख लिया...

"और तू अरमान..."सुलभ की नज़रें अब मुझपर जम गयी...

"मैं तुझे हमारी अगली फाइट मे शामिल करूँगा...."

"ये हुई बात,तू ही है मेरा सच्चा मित्र...आइ लव यू "

"आइ लव यू टू...चल एक पप्पी दे "मज़ाक करते हुए मैं सुलभ की तरफ बढ़ा ही था कि एम एस वाले सर की नज़र हम पर पड़ गयी और वो ज़ोर से चीखा"क्या यार,ये तुम लोग क्या कर रहे हो...बेशर्मी की भी हद होती है..."

"कुच्छ नही सर,वो सुलभ की आँख मे कुच्छ घुस गया था,बस उसे निकाल रहा था..." बिना देरी किए मैं झटपट बोल उठा...

"मुझे मत सीखा तू...और यदि अगली बार से ऐसी हरकत की तो मार-मार के भरता बना दूँगा...समझा..."

"सब समझ गया सर..."
.
"अबे उसने हम दोनो को गे तो नही समझ लिया..."कुच्छ देर बाद सुलभ ने पुछा...

"यही तो प्यार है पगले और वैसे भी वो हमारा क्या उखाड़ लेगा..."
.
उसके बाद जब तक कॉलेज चला अरुण मेरी जान ख़ाता रहा वो मुझसे कयि बार पुछ चुका था की मैं उसकी,दिव्या से सेट्टिंग कब करवा रहा हूँ...जवाब मे मैने उसे कुच्छ देर रुकने के लिए कहा और जब कॉलेज ऑफ हुआ तो बाहर निकलते वक़्त मैने अरुण का मोबाइल माँगा....

"अब क्या करेगा मेरे मोबाइल का..."

"सीडार का नंबर ऑफ आ रहा है ,एक मेस्सेज कर देता हूँ कि सब कुच्छ कंट्रोल मे है..."

"तो तेरा मोबाइल कहाँ गया..."

"मेस्सेगे पॅक नही है अंकिल..."

अरुण से मैने कुच्छ देर के लिए मोबाइल लिया और फिर उसे वापस कर दिया....जब हम दोनो कॉलेज से हॉस्टिल की तरफ आ रहे थे तभी अरुण अचानक अपने मोबाइल को देखते हुए खुशी से रोड पर ही गिर पड़ा....

"मिर्गी मार गयी क्या बे "

"अबे अरमान...ये देख..."अरुण ने रोड पर लेटे-लेटे अपना मोबाइल मेरी तरफ बढ़ाया ,मैने उसके हाथ से मोबाइल लिया और मोबाइल की स्क्रीन पर नज़र डाली....

"आइ लव यू टू....सेनडर:-दिव्या..."पढ़ते हुए मैने अरुण को हाथ देकर उठाया...

अब अरुण की चाल ही बदल गयी थी...जहाँ हर दिन कॉलेज के बाद हमारी हालत खराब हो जाती थी,वही आज दिव्या के एक मेस्सेज ने अरुण के अंदर एनर्जी ला दी थी...वो इस समय उस छोटे बच्चे की तरह खुश हो रहा था,जिसे उसका मन पसंद खिलौना लाकर दे दिया गया हो....वो बार-बार दिव्या के मेस्सेज को पढ़ता और बीच-बीच मे मोबाइल की स्क्रीन को चूमने लगता...तो कभी अपने मोबाइल को सीने से लगाकर दिव्या का नाम लेने लगता....पूरे रास्ते भर अरुण ने ऐसी हरकते करके मुझे पकाया और जब हम हॉस्टिल के सामने आ गये तो वो रुक गया....

"अब क्या हुआ बे..."

"देखा बे,अपुन की स्मार्टनेस के आगे दिव्या फ्लॅट हो गयी...उसने मुझे खुद प्रपोज़ किया...अब मानता है ना कि मैं तुझसे और सौरभ से ज़्यादा हॅंडसम हूँ...लेकिन मुझे एक बात समझ नही आई कि इसने आइ लव यू टू ,क्यूँ लिखकर भेजा..."

"वो इसलिए मेरे लल्लू दोस्त क्यूंकी तूने उसे आइ लव यू का मेस्सेज लिख कर भेजा था इसलिए उसने आइ लव यू टू ,लिखकर रिप्लाइ किया "

ये सुनकर अरुण फिर से ज़मीन मे गिरने ही वाला था कि मैने उसे पकड़ लिया,

"मैने कब किया बे उसे मेस्सेज..."

"तूने नही,मैने किया था मेस्सेज...तेरे मोबाइल से उसके नंबर पर...कुच्छ याद आया या फ्लॅशबॅक मे ले जाउ..."

"बोसे ड्के ,तूने मुझसे कहा था कि तू सीडार को मेस्सेज करेगा "

"चल बोल पापा


.
मैं आज तक यही सोचता था कि मेरी थियरी हमेशा लड़कियो के मामले मे फैल होती है लेकिन उस दिन मुझे ये भी मालूम चल गया कि अरुण भी उन चन्द ग्रेट हमंस मे शामिल है...जिनपर मेरा सिक्स्त सेन्स कभी-कभी फैल हो सकता है....मुझे ये उम्मीद थी कि जब अरुण को मेरे द्वारा दिव्या के मोबाइल पर आइ लव यू ,वाले मेस्सेज का पता होगा तो वो मुझे गले लगाएगा और बोलेगा कि"अरमान कल तेरे कॅंटीन का बिल मैं भरुन्गा" या फिर आज रात के दारू का पूरा पैसा वो देगा....लेकिन साला यहाँ तो मेरी सारी सोच का ही क्रियाकर्म हो गया....मैं चुप चाप हॉस्टिल के अंदर अपने रूम की तरफ जा रहा था और अरुण मुझे गालियाँ बके जा रहा था...
Reply


Messages In This Thread
RE: Desi Sex Kahani दिल दोस्ती और दारू - by sexstories - 08-18-2019, 01:58 PM

Possibly Related Threads…
Thread Author Replies Views Last Post
  Raj sharma stories चूतो का मेला sexstories 201 3,479,528 02-09-2024, 12:46 PM
Last Post: lovelylover
  Mera Nikah Meri Kajin Ke Saath desiaks 61 542,066 12-09-2023, 01:46 PM
Last Post: aamirhydkhan
Thumbs Up Desi Porn Stories नेहा और उसका शैतान दिमाग desiaks 94 1,223,477 11-29-2023, 07:42 AM
Last Post: Ranu
Star Antarvasna xi - झूठी शादी और सच्ची हवस desiaks 54 925,040 11-13-2023, 03:20 PM
Last Post: Harish68
Thumbs Up Hindi Antarvasna - एक कायर भाई desiaks 134 1,641,713 11-12-2023, 02:58 PM
Last Post: Harish68
Star Maa Sex Kahani मॉम की परीक्षा में पास desiaks 133 2,070,530 10-16-2023, 02:05 AM
Last Post: Gandkadeewana
Thumbs Up Maa Sex Story आग्याकारी माँ desiaks 156 2,933,800 10-15-2023, 05:39 PM
Last Post: Gandkadeewana
Star Hindi Porn Stories हाय रे ज़ालिम sexstories 932 13,999,715 10-14-2023, 04:20 PM
Last Post: Gandkadeewana
Lightbulb Vasna Sex Kahani घरेलू चुते और मोटे लंड desiaks 112 4,010,421 10-14-2023, 04:03 PM
Last Post: Gandkadeewana
  पड़ोस वाले अंकल ने मेरे सामने मेरी कुवारी desiaks 7 282,845 10-14-2023, 03:59 PM
Last Post: Gandkadeewana



Users browsing this thread: 7 Guest(s)