RE: Parivaar Mai Chudai घर के रसीले आम मेरे नाम
राज - अरे पागल में बड़े प्यार से काटुन्गा तुझे ज़रा भी दर्द नही होगा
रश्मि- नही में नही आउन्गि
राज - रश्मि तू आती है या में तेरे पास आउ
रश्मि- मुस्कुराते हुए उसको उंगली दिखाते हुए देखो भैया ये ग़लत बात है आपकी
राज - तू ऐसे नही मानेगी और फिर वीकसी उसके पास पहुच जाता है और रश्मि दीवार से टिक कर अपने हाथो से अपने दोनो गालो को छुपाते हुए मुस्कुराने लगती है राज उसकी दोनो कलाईयों को पकड़ कर हटा देता है और फिर रश्मि मुस्कुराते हुए उसे देखती है और वह अपने मुँह को रश्मि के गालो की ओर धीरे-धीरे लाने लगता है और रश्मि के बदन की मस्त खुश्बू से उसका लंड कड़क हो जाता है और रश्मि अपने मुँह को दूसरी ओर घुमा लेती है, राज अपने मुँह को उसके गुलाबी गालो पर लगा देता है और रश्मि अपनी आँखे बंद कर लेती है और राज धीरे से रश्मि के गालो को अपने दाँतों के बीच दबा कर धीरे-धीरे अपने दाँतों का ज़ोर उसके गुलाबी गालो पर लगाने लगता है और रश्मि की चूत फूलने लगती है,
रश्मि- आह भैया प्लीज़ अब छोड़ दो
राज - अपने दाँतों का ज़ोर लगाते हुए उसके गालो को पकड़ लेता है और
रश्मि- आह भैया बहुत दर्द हो रहा है
राज - अपने दाँतों का प्रेसर कुछ कम करता हुआ रश्मि के गालो को चूम लेता है और रश्मि के गाल लाल हो जाते है
राज अपनी खूबसूरत बहन के लाजवाब हुस्न को गौर से देखता है और उसका लंड रश्मि की गदराई जवानी को देख कर झटके मारने लगता है, वह रश्मि के पीछे हाथ लेजा कर उसको अपने दोनो हाथो में उठा लेता है,
रश्मि- उसकी इस हरकत से एक दम से, अरे भैया ये क्या कर रहे हो
राज - अपनी खूबसूरत बहन को प्यार करना चाहता हूँ
रश्मि- मुस्कुराती हुई उसको देखती है और राज उसके खूबसूरत चेहरे को देखता हुआ उसे अपनी गोद में उठाए हुए उसके गुलाबी गालो को चूमने लगता है और रश्मि अपने चेहरे को दूसरी ओर मोड़ लेती है और राज उसके गले को अपने होंठो से चूमने लगता है और
रश्मि- भैया ये क्या कर रहे हो प्लीज़ मुझे उतार दो,
वीकसी- क्यो तुझे अच्छा नही लग रहा है, और राज उसके भारी-भारी चुतड़ों को अपने हाथो में कसे हुए उसके पूरे दूध को अपने सीने से सटाता हुआ उसके गले पर अपने होंठ फेरता हुआ उसकी गदराई जवानी का मज़ा लेने लगता है, उसका लंड बिल्कुल खंबे की तरह तना रहता है और रश्मि की रसीली चूत रस छोड़ने लगती है,
रश्मि- भैया अब बस भी करो ना
राज - ओके बाबा, ज़रा सा अपनी बहन को प्यार भी नही कर सकता
रश्मि- मुस्कुराते हुए उसके गाल पर अपना हाथ फेरते हुए, और कितना प्यार करोगे अपनी बहन को
राज - उसके गालो को चूमता हुआ उसे बेड पर लेजा कर लिटा लेता है और उसके साइड में बैठ जाता है, दोनो एक दूसरे को देख कर मुस्कुराते रहते है तभी राज का मोबाइल बजता है और उस पर मम्मी लिखा होता है
राज - हाँ मम्मी कैसी हो
रजनी- बस बेटे अच्छी हूँ, तू बता कैसा है और रश्मि कहाँ है
राज - यहीं है मेरे पास लो कर लो बात
रश्मि- हेलो मम्मी
रजनी- क्यो री जब से गई है तुझे अपनी मम्मी की याद एक बार भी नही आई, जब ससुराल चली जाएगी तो लगता है एक बार भी फोन नही करेगी
रश्मि- तुम तो जब देखो मुझे घर से भगाने के ही ख्वाब देखती रहती हो, और राज की ओर मुस्कुरा कर देखती हुई, में कहीं नही जाने वाली अपने भैया को छोड़ कर
रजनी- अरे जब तक राज की बीबी नही है तब तक ही तेरा भैया तेरा ख्याल रखेगा उसकी जहाँ शादी हुई वहाँ वह अपनी बीबी के चक्कर में सब भूल जाएगा और फिर तेरी भाभी आते ही तेरा ससुराल का टिकेट कटवा देगी तब क्या करेगी तू
रश्मि- मुस्कुराते हुए तुम चिंता मत करो मम्मी में अपने लिए भाभी खुद ही ढूँढ कर लाउन्गी फिर वह मुझे अपने से दूर कभी नही करेगी
रजनी- अपने मन में कामिनी का दिमाग़ इन्ही सब चीज़ो में तो चलता है, कहीं अपनी भाभी की सौतन मत बन जाना तेरे लक्षण ठीक नही दिखाई दे रहे है,
रजनी- बड़ी आई भाभी को पटाने वाली चल राज को फोन दे
राज - हाँ मम्मी
रजनी- बेटे मुझे तो तेरी बहुत याद आ रही है, कब तक वापस आएगा और कितना कश्मीर घूमेगे तुम दोनो
राज - ओह मम्मी बस दो-तीन दिन में हम लौट आएगे, आप चिंता मत करो और कोई परेशानी तो नही है
रजनी- अपने मन में बेटे अब में तुझे अपनी परेशानी कैसे बताऊ, मेरी परेशानी को बढ़ने के लिए भी तो तू ही जवाबदार है, जब से तेरा मोटा लंड अपने हाथो से पकड़ा है तब से तेरी मम्मी की फूली हुई चूत चुदने के लिए कुछ ज़्यादा ही तड़पने लगी है, तेरे मोटे लंड के अहसास भर से ही मेरी फूली हुई चूत पानी छोड़ने लगती है, और अपनी साड़ी के अंदर हाथ लेजा कर अपनी फूली हुई चूत की फांको में उंगली डाल कर उसका पानी अपनी उंगली में लगा कर बाहर निकाल कर, देख ले बेटे तुझसे बात भर करने से मेरी चूत से कितना पानी बहने लगा है, अब तो यह हाल है कि तेरी याद आती है तो सबसे पहले तेरा मोटा लंड याद आ जाता है और में अपनी चूत को पानी बहाने से नही रोक पाती हूँ
रजनी- नही बेटे और तो कोई परेशानी नही है, बस तुझे देखने का मन कर रहा है
राज - मम्मी मुझे भी आपकी बहुत याद आ रही है में एक दो दिन में ही वापस आ जाता हूँ
रजनी- मुस्कुराते हुए ठीक है बेटा
राज - अच्छा मम्मी अब फोन रखूं
रजनी- चल ठीक है बेटा
रश्मि- मुस्कुराते हुए, क्या कह रही है मम्मी
राज - कुछ नही कह रही हैं कि उसे मेरी याद बहुत आ रही है वह मुझे देखना चाहती है
रश्मि- मुस्कुरा कर अपने मन में, कहीं मम्मी ने तुम्हारा मोटा लंड तो नही देख लिया है, एक दो दिन तुम उसके साथ भी रात को सोए थे ज़रूर रात को उसने तुम्हारे लंड को पकड़ लिया होगा या फिर सुबह-सुबह तुम्हारा लंड उसकी मोटी गदराई गान्ड में चुभ गया होगा और उसने तुम्हारे मोटे लंड को पकड़ लिया होगा, और फिर मुस्कुराते हुए आज कल की चुतो का कोई भरोसा नही रहता है किसी का भी मोटा लंड अगर देख लेती है तो पानी-पानी होते देर नही लगती है
राज - चुटकी बजाते हुए कहाँ खो गई मेरी गुड़िया रानी
रश्मि- कही नही भैया, में तो यह सोच रही थी कि मम्मी बेचारी अकेली घर में बोर हो रही होगी
राज - हाँ ये बात तो है हम लोग कल और घूमते है और परसो की ट्रेन पकड़ कर घर निकल जाते है क्यो क्या बोलती हो
रश्मि- जैसी आपकी मर्ज़ी
राज - मुस्कुराते हुए उसके गालो पर हाथ फेरता हुआ, क्यो तेरी मर्ज़ी अभी जाने की नही है क्या
रश्मि- नही ऐसी बात नही है, पर यहाँ बड़ा मज़ा आ रहा था घूमने में
राज उसको अपने से चिपकाते हुए अरे पगली तेरा भाई जहाँ रहेगा तुझे वही सब मज़े दे सकता है बस तू एक बार बोल तो सही कि तू क्या चाहती है
रश्मि- मुस्कुराते हुए अपने मन में, भैया अब में आपसे कैसे कहूँ कि मुझे आपका मोटा लंड चाहिए
रश्मि- भैया बहुत जोरो की भूख लगी है
राज - अच्छा तू 10 मिनट वेट कर में अभी खाने का इंतज़ाम करता हूँ और फिर राज रूम के बाहर निकल जाता है करीब 10 मिनट बाद राज खाना लेकर आ जाता है और
रश्मि- जाओ जाकर अपनी साड़ी उतार कर मुँह हाथ धो लो खाना रेडी है
रश्मि उठ कर कुछ सोचते हुए अपनी स्कर्ट और टीशर्ट उठाकर राज को मुस्कुराकर देखती हुई बाथरूम में घुस जाती है और राज उसे देखते हुए खुश हो जाता है, करीब 5 मिनट बाद रश्मि अपनी स्कर्ट और टीशर्ट पहन कर अपने हाथ में साड़ी लेकर बाहर आजाती है,
राज - मुस्कुराकर उसको देखता हुआ, औरतो के भी कितने रूप होते है
रश्मि- क्यो
राज - अभी कुछ देर पहले तू पूरी औरत नज़र आ रही थी और अब जब तूने चेंज कर लिया तो तू लड़की नज़र आने लगी है
रश्मि- मुस्कुराते हुए तो आपको मेरा कौन सा रूप ज़्यादा पसंद आया
राज - यह बताना मेरे लिए बड़ा मुश्किल है क्यो कि तू किसी भी रूप में मेरे सामने आ जाए मुझे हर रूप में तुझे प्यार करने का मन करता है
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