Parivaar Mai Chudai घर के रसीले आम मेरे नाम
08-16-2019, 12:12 PM,
#13
RE: Parivaar Mai Chudai घर के रसीले आम मेरे नाम
राज का लंड झटके पर झटके मारने लगता है और रश्मि की फूली हुई चूत पानी-पानी हो जाती है, राज से रहा नही जाता है और वह रश्मि के होंठो को चूमते हुए उसकी कसी हुई मस्त चुचियो को दबा-दबा कर मसल्ने लगता है, रश्मि को लगता है कि उसके मूह से कभी भी एक जोरदार सिसकी निकल जाएगी उससे बर्दास्त करना मुश्किल हो जाता है और चाहती है कि राज सीधा लेट कर उसे कस कर अपने सीने से चिपका ले, राज शायद उसके दिल की बात को समझ लेता है और राज का मन होता है कि वह अपनी बहन को लेट कर अपने सीने से चिपका कर उसके रसीले होंठो को धीरे-धीरे पिए और वह रश्मि के साइड में लेट जाता है और रश्मि को कस कर अपने सीने से चिपका कर उसके रसीले होंठो को धीरे-धीरे पीने लगता है, रश्मि के जिस्म से उठती महक उसे पागल बना देती है, वह लगातार कभी रश्मि के मोटे-मोटे दूध कभी उसका पेट कभी उसकी कमर कभी उसकी मोटी गदराई गान्ड कभी उसकी मासल जाँघो को सहलाता हुआ लगातार रश्मि के होंठो को पीता रहता है, और फिर राज जो हरकत करता है उससे रश्मि की जान निकलते-निकलते रह जाती है,

राज अपने लंड को बाहर निकाल कर रश्मि का हाथ पकड़ कर अपने लंड पर रख लेता है और अपने हाथो को रश्मि के हाथो के पीछे ले जाकर रश्मि की मुट्ठी को अपने लंड पर कस लेता है, रश्मि की सांस एक दम रुक जाती है और अपने भैया के मोटे लंड की मोटाई को महसूस करके रश्मि पागल हो जाती है और एक पल के लिए तो उसे ऐसा लगता है कि अपने भैया के मोटे लंड को अपने हाथों में कस कर दबा ले उसकी आँखो की पलके खुलने के लिए तरसने लगती है, वह अपने भैया के लंड की मोटाई को आँखे बंद किए हुए अपने हाथ से महसूस करती है और उसकी सांसो की रफ़्तार इतनी तेज हो जाती है कि उसको ऐसा लगता है जैसे उसके मूह से एक दम से शब्द निकल पड़ेंगे, राज रश्मि के हाथ के पीछे अपना हाथ को लगाए हुए अपने लंड को धीरे-धीरे सहलाने लगता है और रश्मि की प्यासी चूत पानी छोड़ने लगती है,

कुछ देर बाद राज वापस अपने लंड को अंदर करके फिर से रश्मि से कस कर चिपक जाता है और उसकी हरकतों में कुछ विराम हो जाता है

राज और रश्मि सारी रात ठीक से सो नही पाते है राज लगातार रश्मि के बदन को सहलाता हुआ उसे चूमता रहता है और अपने मन में सोचता है कि अब बर्दास्त करना मुस्किल है मुझे रश्मि से अपने प्यार का इज़हार करना ही होगा, में रश्मि के बिना नही रह सकता हूँ, मुझे बस रश्मि चाहिए चाहे जैसे भी, में अपनी प्यारी बहना को पूरी नंगी करके अपने जिस्म से चिपकाना चाहता हूँ, में रश्मि को रात भर नंगी करके खूब कस-कस कर चोदना चाहता हूँ, में रश्मि के बिना नही रह सकता हू,

मुझे कैसे भी करके रश्मि को बताना होगा कि में उसे कितना चाहता हूँ, राज सोने की कोशिश करता है लेकिन नींद उसे आती नही है और वह पूरी रात रश्मि को जहाँ मर्ज़ी होती है सहलाता है और उसके रसीले होंठो का रस पीता है,

रश्मि हिम्मत किए चुपचाप पड़ी रहती है और वह अपने मन में सोचती है अब बहुत हो गया, मुझे अब अपने भैया का मोटा लंड किसी भी हालत में चाहिए में अब अपने भैया से अपनी चूत मरवाए बिना नही रह सकती,

दोनो अपनी-अपनी सोच के साथ एक दूसरे के जिस्म से चिपके हुए पड़े रहते है, जब सुबह के 7 बज जाते है तब रश्मि थोड़ा कसमसाती है और राज एक दम से उससे थोड़ा दूर होकर अपनी आँखे बंद कर के लेट जाता है, रश्मि उठ कर बैठ जाती है और राज को आँखे बंद किए हुए देख कर थोड़ा मुस्कुराती है और फिर उठ कर बाथरूम में घुस जाती है, जब वह बाहर आती है तो

रश्मि- भैया, ओ भैया उठो सुबह हो गई

राज - उठने का नाटक करता हुआ अपनी आँखे मसलता हुआ, कितना बज गया
रश्मि- 10 बज गये

राज - जल्दी से उठ कर घड़ी देखता है और रश्मि की ओर देखता है और वह मुस्कुराती हुई अपने कान पकड़ कर सॉरी बाबा अभी 8 बजा है आप और सोना चाहो तो सो जाओ,

राज - नही अब नही सोउंगा, रत भर तो सो लिया

रश्मि- मुस्कुराते हुए अपने मन में, वो तो में जानती हूँ कि आप रात भर किस तरह सोए हो

राज उठ कर सीधे बाथरूम में घुस जाता है, और रश्मि जल्दी से रेडी होकर अपने भैया का वेट करने लगती है और फिर दोनो रेडी होकर चाइ पीने के लिए बाहर निकल जाते है,

राज - आज काफ़ी सीरीयस लग रहा था और वह अब रश्मि को पाए बिना नही रहना चाहता था, उसका दिमाग़ बस उसी उधेड़ बुन में लगा हुआ था कि कैसे वह रश्मि से बात करे.

रश्मि- राज की हालत को अच्छी तरह महसूस कर रही थी लेकिन वह भी कुछ कर नही सकती थी.

दोनो चाइ पीते हुए आमने सामने बैठे-बैठे एक दूसरे को देख रहे थे पर दोनो में से कोई कुछ कह नही पा रहा था दोनो की ही आँखे सुर्ख लाल थी, राज बीच-बीच में रश्मि के दूध की ओर अपनी नज़र ले जाता था और रश्मि उसकी नज़रो को
देख लेती थी,

रश्मि- अपने मन में, क्या बात है भैया बहुत गौर से मेरे दूध देख रहे हो लगता है यह सोच रहे हो कि दो दिन से रोज रात को रश्मि के दूध दबा रहा हूँ कुछ बड़े हुए कि नही, तुम्हे क्या मालूम अपने दूध खोल कर तुम्हे दिखाऊ तो पता चलेगा की तुमने रात भर मेरे कसे हुए दूध को दबा-दबा कर कितना लाल कर दिया है, में जानती हूँ तुम अपनी बहन को पूरी नंगी देखने के लिए तरस रहे हो, पर भैया मानना पड़ेगा तुम्हारा लंड तो गजब का मोटा है, जब मेरी फूली हुई चूत में डालोगे तो वह तो सचमुच पूरी फॅट जाएगी, कब फड़ोगे भैया अपनी बहन की चूत, अब तो मुझसे भी रहा नही जा रहा है, जल्दी से कुछ हिम्मत दिखाओ और मेरी मस्तानी चूत को अपने मोटे लंड से एक बार में ही फाड़ कर रख दो भैया, इस तरह मेरे दूध देखने भर से कुछ होने वाला नही है.


रश्मि अपनी सोच में डूबी हुई थी, तभी अचानक राज उससे पूछता है कि रश्मि क्या सोच रही है और रश्मि को ध्यान नही रहता है और वह कह देती है, भैया में यह सोच रही हूँ कि आप कुछ करते क्यो नही

राज - उसको देखते हुए, क्या करूँ में

रश्मि को एक दम से अपनी ग़लती का अहसास होता है और वह,

रश्मि- मेरा मतलब है मुझे कहीं घुमाने क्यो नही ले जाते

राज - रश्मि हम शाम को कहीं घूमने चलेगे ओके

रश्मि- मुस्कुराकर ठीक है भैया

राज उसकी आँखो में देखता हुआ, चल रश्मि रूम में चल कर बात करेगे

रश्मि- खड़े होते हुए चलो

दोनो उठ कर रूम में आ जाते है और बेड पर लेट जाते है और एक दूसरे की ओर मूह करके मुस्कुराते हुए देखने लगते है.

राज - रश्मि में तुझसे कुछ कहना चाहता हूँ

रश्मि- गुस्सा दिखाते हुए, भैया आप कल भी कुछ कहने के लिए कह रहे थे और आज फिर कुछ कहना चाहते है पर कहते तो कुछ नही, आख़िर बात क्या है, साफ-साफ कहते क्यो नही

राज - मुझे डर लगता है

रश्मि- किससे

राज – तुझसे

रश्मि- ज़ोर से हँसते हुए आप को डर लगता है वह भी मुझसे

राज - सीरीयस होता हुआ, हाँ तुझसे

रश्मि- ओह भैया आप भी ना, अब कहो भी क्या कहना है

राज - मुझे समझ नही आ रहा में तुझसे कैसे कहूँ

रश्मि- अपनी नशीली आँखो को अपने भैया की आँखो से मिलाती हुई, क्यो ऐसा क्या कहना चाहते हो अपनी बहन से

राज - रश्मि की नशीली आँखो के सामने ही उसके मोटे-मोटे खरबूजो जैसे दूध को देख कर, क्या तू बिना कहे मेरी बात नही समझ सकती, तू इतनी तो समझदार है, अब तू छोटी बच्ची तो नही है ना

रश्मि- राज की बात सुन कर अपनी नज़रे नीचे करती हुई, मुझे क्या पता आप मुझसे क्या कहना चाहते हो

राज - रश्मि तू मुझे बहुत अच्छी लगती है, में तुझसे बहुत प्यार करता हूँ, आइ लव यू रश्मि और राज रश्मि को अपनी बाँहो में भर लेता है, रश्मि उसको दूर करती हुई उसके कंधे को अपने हाथो से धकेल कर मारती हुई,

रश्मि- भैया आपकी हिम्मत कैसे हुई मुझसे इतनी घटिया बात कहने की

राज - अपना हाथ बढ़ा कर रश्मि का हाथ पकड़ता हुआ प्लीज़ रश्मि मेरी बात तो सुन

रश्मि- अपना हाथ राज के हाथ पर मारती हुई, भैया ओ भैया कहाँ खोए हुए हो आपकी चाइ ठंडी हो रही है, क्या हो गया है आपको यहाँ चाइ पीने आए हो या सोने, कब से एक तक उस चेयर की ओर देख कर ना जाने कहाँ खोए हुए हो राज को एक दम अहसास होता है कि वह सचमुच कहाँ खो गया था और कैसे उसने ख्यालो में खोए हुए रश्मि से अपने प्यार का इज़हार कर दिया था,

राज - उफ्फ में भी इस लड़की के चक्कर में पागल हो गया हूँ, जागते हुए भी ख्वाब देख रहा हूँ

रश्मि- चलो हम रूम में बैठ कर बाते करेगे

राज - अपने मन में इससे इस तरह अचानक इज़हार करना ख़तरनाक साबित हो सकता है, यह ख्यालो में ही नाराज़ हो कर मुझे मारने लगी थी, अगर असलियत में मेने इससे यह कह दिया कि में इससे प्यार करता हूँ तो ना जाने क्या करेगी, है तो मुझसे कितनी छोटी लेकिन में इससे कितना डरने लगा हूँ, वाकई प्यार इंसान को झुका देता है, अभी कुछ समय पहले तक तो में इसकी किसी भी हरकत पर इसको डरा देता था पर अब जब से इससे प्यार कर बैठा हूँ में खुद इससे डरने लगा हूँ, वाह रे मोहब्बत अच्छोँ-अच्छों को झुकना सीखा देती है तू, इसीलिए तो लोगो ने कहा है कि आने वाले समय में औरते ही दुनिया पर राज करेगी और मर्द उनकी सेवा में सर झुकाए खड़े रहेगे,

रश्मि- राज का हाथ पकड़ के उठाते हुए, चलो उठो तुम फिर कहीं खो गये हो, वर्तमान में रहो भैया, बार-बार कहाँ खो जाते हो. रश्मि राज का हाथ पकड़ के चल देती है और राज उसके इशारे पर उसके पीछे-पीछे चलने लगता है और उसके दिल से बस एक ही आवाज़ आती है

"कैसे इश्क़ से सज गई राहें,
जब से देखी है तेरी निगाहे,
या खुदा में तो तेरा हो गया"

रूम में जाकर राज गुम्सुम सा बेड पर बैठ जाता है और रश्मि उसकी हालत को समझ जाती है और उसके अंदर क्या चल रहा है और वह बार-बार उससे क्या कहना चाहता है और कह नही पाता है वह सब रश्मि अच्छी तरह जानती है और उससे भी उसकी बेचैनी देखी नही जाती है और वह भी कैसे भी अपने भैया की बाँहो में जाकर अपने भाई को सुकून पहुचाना चाहती है और फिर एक गंभीर सोच में डूब जाती है कि आख़िर वह क्या करे, बहुत सोचने के बाद उसे एक आइडिया आता है और वह राज के पास जाकर भैया में 5 मिनट में बाहर से आती हूँ

राज - कहाँ जा रही है

रश्मि- बस बाहर तक

राज - तुझे कुछ चाहिए तो में जाकर ले आता हूँ

रश्मि- नही मुझे कुछ नही चाहिए में बस 5 मिनट में आई

राज - ज़्यादा दूर नही जाना

रश्मि- नही में तो बस होटेल के सामने से आती हूँ

राज - जल्दी आना

रश्मि-ओके

रश्मि बाहर आकर अपना मोबाइल निकालती है और कोमल को फोन करती है, कोमल उसका फोन आटेंड करती है और फिर

रश्मि- देख कोमल जो बात में तुझे बताने जा रही हूँ, वह बात तेरे और मेरे सिवा कभी किसी के पास नही जानी चाहिए चाहे हमारे रीलेशन आज की तरह कल ना भी रहे तब भी

कोमल- तूने मुझ पर भरोशा किया है तो फिर बिना किसी बात के जो भी कहना है कह दे यह समझ ले कि तू कोमल से नही खुद से ही वह बात बता रही है

रश्मि कोमल की बात सुन कर उसे अपने और राज के बीच हुई हर बात के बारे में साफ-साफ सब बता देती है

कोमल- अरे तो अब प्राब्लम क्या है तू तेरे भैया को चाहती है वह तुझे चाहता है तो अब प्राब्लम कहाँ है

रश्मि- कोमल तू समझती नही है वह मेरा भाई है और उसी तरह वह भी यही सोचता है कि में उसकी बहन हूँ और हम दोनो एक दूसरे से कैसे अपने दिल की बात कह सकते है

कोमल- अरे पगली जब तुम दोनो में से कोई भी नही कहेगा तो फिर तुम दोनो ही जलते रहोगे और तुम्हारी कहानी कभी आगे नही बढ़ पाएगी

रश्मि- अरे यार तो मेने तुझे यह सब क्यो बताया है, मुझे कुछ ऐसा आइडिया दे कि ना मुझे कुछ कहना पड़े और ना भैया को कुछ कहना पड़े और हम दोनो ....

कोमल- कुछ सोच कर अरे इसका तो बहुत ही आसान सा उपाय है,

रश्मि- वह क्या

कोमल- तू एक काम कर, तूने बताया ना दो दिन से तेरे भैया तुझे सोया समझ कर तुझसे प्यार करते है पर ज़्यादा आगे नही बढ़ते, आज रात तू जीन्स वग़ैरह मत पहनना और सिर्फ़ स्कर्ट और शर्ट पहन कर सोना और अंदर ब्रा और पेंटी भी नही पहनना, फिर देख तेरे भैया तुझे जब रात को नंगी देखेगे तो तेरी फूली हुई चूत को देख कर तुझे चोदे बिना नही रह पाएगे, और जब वह तेरी फूली हुई गदराई चूत को देखेगे तो उसे चूमे बिना नही रह पाएगे, और जब वह तेरी फूली हुई चूत को अपने मूह से चूमने लगे तो उन्हे रंगे हाथो पकड़ लेना और फिर आगे वक़्त पर छोड़ दे उसके बाद क्या होगा वह खुद समय ही बता पाएगा, फिर मुझे बताना क्या होता है, उसके बाद भी अगर बात नही बनी तो फिर में कुछ और
आइडिया तुझे दूँगी समझी

रश्मि- उसके आइडिया को सुन कर पर कोमल में बिना पेंटी के अपने भैया के साथ कैसे सोउंगी

कोमल- अब देख यार अगर अपने भैया के मोटे लंड से अपनी चूत मराना चाहती है तो इतना रिस्क तो लेना पड़ेगा, तू डरती क्यों है सब आराम से हो जाएगा बस जैसा मेने कहा है वैसा ही कर समझी

रश्मि- मुस्कुराकर कोमल तो वाकई बहुत कमीनी है

कोमल- मुस्कुराते हुए चल अब ज़्यादा तारीफ मत कर मेरी और जा तेरे भैया का मोटा लंड सहला जाकर बेचारे तेरी चूत चाटने के लिए मरे जा रहे होंगे

रश्मि- मुस्कुराकर चल बाइ
कोमल- ओके बाइ-बाइ

रत को खाना खाने के बाद राज और रश्मि दोनो बेड पर लेटे थे राज फॅन की ओर देखता हुआ

राज - तेरे नैना, तेरे नैना, तेरे नैना रे, नैनो की बात है....................

रश्मि- मुस्कुराते हुए क्या बात है भैया बहुत गाना गा रहे हो आज

राज - तुझे कौन सा गाना सबसे पसंद है

रश्मि- कुछ सोचते हुए, भैया मुझे तो बहुत सारे गाने पसंद है

राज - फिर भी कोई एक जो सबसे ज़्यादा अच्छा लगता हो

रश्मि- कुछ सोचते हुए, ओ मन क्यो बहका रे बहका आधी रात को.......................

राज - मुस्कुराते हुए, नाइस चाय्स

रश्मि- और आपका ?

राज - उसके चेहरे को प्यार से देख कर उसकी आँखो में देखते हुए,
रग-रग में इस तरह तू सामने लगी
जैसे मुझी को मुझसे चुराने लगी,

रश्मि- उसकी और मुस्कुराकर, भैया चलो हम कॉफी पीकर आते है

राज - चल ठीक है और फिर दोनो कॉफी पीने के लिए बाहर निकल जाते है रश्मि राज के आगे-आगे चल रही थी और राज अपनी बहन के जीन्स में समाए मस्ताने चुतड़ों की थिरकन को देख-देख कर चलते-चलते अपने लंड को मसल रहा था उसका दिल कर रहा थी कि अभी जाकर रश्मि की मोटी गदराई गान्ड में अपना लंड फसा दे, बीच-बीच में रश्मि पीछे मुड़कर मुस्कुराती हुई जल्दी चलो ना भैया, राज रश्मि के मोटे-मोटे गदराए चुतड़ों को खा जाने वाली नज़रो से देखता हुआ ओके बाबा आ तो रहा हूँ और फिर दोनो रेस्टोरेंट के बाहर लगी चेयर पर बैठ जाते है और कॉफी का ऑर्डर कर देते है

रश्मि- अपना हाथ रगड़ती हुई भैया कितनी सर्दी लग रही है ना

राज - हाँ और ऐसी सर्दी में गरमा गरम कॉफी पीने में भी मज़ा आ जाएगा

रश्मि- मुस्कुराते हुए अपने मन में भैया मज़ा तो तुम्हे तब आएगा जब ऐसी सर्दी में अपनी बहन की गरमा गरम चूत आज पियोगे, आज तुम मेरी फूली हुई चूत को जब देख लोगे ना तो फिर तुम अपने मोटे लंड से मेरी चूत को फाडे बिना नही रह पाओगे, तुम नही जानते भैया कि तुम्हारी बहन की चूत कितनी फूल गई है,
Reply


Messages In This Thread
RE: Parivaar Mai Chudai घर के रसीले आम मेरे नाम - by sexstories - 08-16-2019, 12:12 PM

Possibly Related Threads…
Thread Author Replies Views Last Post
  Raj sharma stories चूतो का मेला sexstories 201 3,444,831 02-09-2024, 12:46 PM
Last Post: lovelylover
  Mera Nikah Meri Kajin Ke Saath desiaks 61 538,069 12-09-2023, 01:46 PM
Last Post: aamirhydkhan
Thumbs Up Desi Porn Stories नेहा और उसका शैतान दिमाग desiaks 94 1,209,641 11-29-2023, 07:42 AM
Last Post: Ranu
Star Antarvasna xi - झूठी शादी और सच्ची हवस desiaks 54 914,423 11-13-2023, 03:20 PM
Last Post: Harish68
Thumbs Up Hindi Antarvasna - एक कायर भाई desiaks 134 1,620,916 11-12-2023, 02:58 PM
Last Post: Harish68
Star Maa Sex Kahani मॉम की परीक्षा में पास desiaks 133 2,053,926 10-16-2023, 02:05 AM
Last Post: Gandkadeewana
Thumbs Up Maa Sex Story आग्याकारी माँ desiaks 156 2,906,487 10-15-2023, 05:39 PM
Last Post: Gandkadeewana
Star Hindi Porn Stories हाय रे ज़ालिम sexstories 932 13,907,697 10-14-2023, 04:20 PM
Last Post: Gandkadeewana
Lightbulb Vasna Sex Kahani घरेलू चुते और मोटे लंड desiaks 112 3,974,189 10-14-2023, 04:03 PM
Last Post: Gandkadeewana
  पड़ोस वाले अंकल ने मेरे सामने मेरी कुवारी desiaks 7 279,650 10-14-2023, 03:59 PM
Last Post: Gandkadeewana



Users browsing this thread: 2 Guest(s)