RE: Hindi Porn Story जुली को मिल गई मूली
जुली को मिल गई मूली—2
गतान्क से आगे……………………………..
अब ये मेरा शौक हो गया था, या यूँ कहिए कि आदत हो गई थी कि मैं कोई भी मौका नही छोड़ती थी अपने मा बाप की चुदाई देखने का. मेरे पापा मेरी मा को वीक मे तीन - चार बार चोद्ते थे और जब भी वे बाथरूम का दरवाजा अपनी तरफ से बंद करना भूल जाते थे, मैं पहुँच जाती थी उनकी चुदाई देखने के लिए. अब तक मैं चुदाई के बारे मे काफ़ी जान गई थी. मैने अपने मा बाप को अलग अलग पोज़िशन मे चोद्ते हुए देखा था जैसे कि ब्लू फिल्म मे होता है. मैं जब भी मेरी मा को चुद्ते हुए देखती, अपनी चूत मे उंगली डाल कर अपने आप को शांत और ठंडी करती थी. मेरा भी मन करता था कि कोई मुझे भी ऐसे ही चोदे. मैने देखा कि मेरे पापा बहुत अच्छा चोद्ते है और एक औरत को सॅटिस्फाइ करना बहुत अच्छी तरह जानते है. मेरी मा बहुत सुन्दर है और उसका बदन अभी भी जवान औरत जैसा सेक्सी है. मैने देखा कि मेरी मा भी चुदाई मे मेरे पापा का पूरा साथ देती थी और चुदाई का पूरा मज़ा लेती है और पापा को पूरा मज़ा देती है. वो दोनो एक दूसरे को चोद कर बहुत खुस है. मैं जान गई थी कि ना तो मेरे पापा किसी और औरत को चोद्ते है और ना ही मेरी मा किसी और मर्द से चुद्वाती है. दोनो एक दूसरे से पूरी तरह सॅटिस्फाइ है और खुस है.
मेरी मा अपनी चूत को हमेशा सॉफ रखती है बिना बालों के. मेरे पापा भी अपने लंड पर बाल पसंद नही करते हैं. एक बार तो मैने पापा को मा की चूत शेव करते हुए भी देखा था. मेरे पापा का लंड करीब 7 इंच लंबा है और काफ़ी मोटा भी है. मैने जब भी उनका लंड खड़ा हुआ देखा, वो बहुत हार्ड और मज़बूत लगा..
मैने उनको हर पोज़िशन मे चोद्ते हुए देखा पर उनको मा की गंद मारते हुए कभी नही देखा. मुझे आंजेलीना ने बताया था कि कुछ मर्द लोग अपनी फीमेल पार्ट्नर की गंद भी मारते है जैसे कि उसके पापा मारते हैं उसकी मा की. मैं सोचती थी की गंद चोद्ना कैसा होता होगा. खैर............... ये मेरे लिए बहुत ही अच्छा था कि मेरे मा बाप लाइट ऑन रख कर चुदाई करते है और मैं हर चीज़ सॉफ सॉफ देख सकती थी. शायद वो सोचते होंगे कि उनकी प्यारी बेटी तो दूसरे बेडरूम मे गहरी नींद सो रही है. शायद इसी लिए वो बाथरूम के दरवाजे को अपनी तरफ से बंद करने पर ज़्यादा ध्यान नही देते थे क्यों कि उनकी चुदाई जब भी होती थी, आधी रात के बाद ही होती थी और शायद इसी लिए दरवाजे पर उन्होने ज़्यादा ध्यान नही दिया. उन को क्या पता कि उनकी छ्होटी प्यारी बेटी अब चुदाई को जान ने लगी है और उनकी ही चुदाई देखती है. आज उस बात को इतने साल हो गये, पर मैं अब भी अपने आप को रोक नही पाती उनको चोद्ते हुए देखने से.
मेरे पापा और मेरे चाचा दो ही भाई है. मेरे पापा और चाचा मे बहुत प्यार है. मेरे पापा क्यों कि बड़े भाई है, चाचा उनकी बहुत इज़्ज़त करते है. मेरे चाचा ने अभी तक शादी नही की है क्यों कि वो शादी नही करना चाहते. वो भी मेरे पापा की तरह बहुत हॅंडसम है.
मैं अपने मा बाप की अकेली औलाद हूँ. मेरे कोई भाई या बहन नही है.
मेरे चाचा का बेड रूम मेरे बेडरूम के सामने है. हमारे घर मे कुल पाँच बेड रूम है. तीन फर्स्ट फ्लोर पर, मेरे पापा का, मेरे चाचा का और मेरा. दो बेडरूम सेकेंड फ्लोर पर है जो कि गेस्ट बेडरूम है.
ड्रॉयिंग रूम, किचन डाइनिंग रूम और हमारा ऑफीस ग्राउंड फ्लोर पर है.
खैर.......... अब मैं असली बात पर आती हूँ. एक रात की बात है कि हमेशा की तरह मुझे मौका मिला और मैं देख रही थी कि मेरी मा के मुँह मे पापा का लंबा लंड है और पापा मा की चूत चाट रहे है. वो 69 पोज़िशन मे थे. वो दोनो मज़ा ले रहे थे पर मुझे लग रहा था कि उन से ज़्यादा मज़ा मैं ले रही हूँ. मेरा हाथ मेरी चड्डी के अंदर था और मैं अपनी चूत के साथ खेल रही थी. मेरी चूत से रस निकल रहा था और मेरी उंगलियाँ मेरी चूत के रस से गीली हो गई थी. जब मेरे पापा और मा ने एक दूसरे की चूत / लंड चूसना बंद कर दिया तो मैने भी धीरे से बाथरूम का दरवाजा बंद कर्दिया और अपनी तरफ का दरवाजा बंद करने के बाद अपने बेडरूम मे घुसी. मैं इतनी गरम हो चुकी थी किमेरी चूत को जोरदार मालिश की ज़रूरत थी. मैं जल्दी जल्दी अपनी चूत मे उंगली करके झड़ना चाहती थी.
मुझे ये देख कर शॉक लगा कि मेरे चाचा मेरे बेड के नज़दीक एक कुर्सी पर बैठे है. मेरा मुँह खुला का खुला रह गया और मेरी समझ मे नही आ रहा था कि मैं अब क्या करू. मैं इतना तो समझ गयी थी कि मेरे चाचा ने मुझे अपने पापा और मा की चुदाई देखते हुए देख लिया है. मैं कुछ नही बोल पाई और मेरे पैर जैसे ज़मीन मे जाम हो गये थे. मैने धीरे से अपना सर उपर किया और सोच रही थी कि क्या बोलू. मेरे चाचा मेरी तरफ ही देख रहे थे और उनकी आँखो मे बहुत से क्वेस्चन्स थे. अचानक वो खड़े हो गये और उन्होने मेरे होटो पर उंगली रख कर चुप रहने का इशारा किया. उन्होने मेरा हाथ पकड़ा और अपने बेड रूम मे ले गये. अपने बेडरूम का दरवाजा बंद करने के बाद वो मेरी तरफ मुड़े और कहा
चाचा - मैं नही चाहता कि भाई और भाभी हमारी आवाज़ सुने, इसी लिए मैं तुम को यहाँ लाया हूँ. अब बताओ तुम क्या कर रही थी वहाँ?
मैं - कुछ नही चाचा, मैं तो बाथरूम से आ रही थी.
चाचा - मुझे मूर्ख बनाने की कोशिस मत करो. मैने सब देख लिया है कि तुम क्या कर रही थी.
मैं - क्या? क्यदेख लिया है? मैं तो कुछ नही कर रही थी.
चाचा - तुम अपने मा बाप को देख रही थी उनके बेडरूम मे. उनके बेडरूम की लाइट तुम्हारे बेडरूम तक आ रही थी खुले हुए बाथरूम से. और तुम उनके बाथरूम के दरवाजे के पीछे खड़ी थी थोड़ा सा दरवाजा खोल के जहाँ से लाइट तुम्हारे बेड रूम तक आ रही थी. मैने सब देख लिया है.
मैं कुछ नही बोल पाई पर समझ गई कि सारा भेद चाचा जान गये है. अब चाचा सब जान गये है और वो मेरे पापा और मा को सब बता देंगे. मैं चाचा के बेड पर बैठी थी और मेरी आँखों से आँसू निकलने चालू हो गये डर से. चाचा मुझे देख रहे थे और मैं अपना सिर नीचे कर के रो रही थी.
चाचा - हे! रो मत. चुप हो जाओ.
उन्होने अपना हाथ उपर किया और मेरे आँसू पोन्छे.
चाचा - साफ साफ बताओ. क्या तुम चाहती हो कि मैं ये बात भाई और भाभी को बताऊ?
मैं - नही चाचा ! प्लीज़......., मैने उनका हाथ पकड़ लिया.
चाचा - ठीक है. नही बताउन्गा. मुझे बताओ, ये सब तुम कब से कर रही हो?
मैं - पिछले सिक्स मंत्स से.
चाचा - ओह! सिक्स मोन्थ से? मतलब बहुत दिन हो गये. तुम छ्होटी लड़की हो, क्या तुम समझ सकती हो कि तुम उनको क्या करते हुए देखती हो?
मैं - हां. मैं जानती हूँ.
चाचा - साफ साफ बोलो. मुझ से कुछ मत छिपाओ. तुम मेरी छ्होटी बच्ची हो और ये विश्वास रखो कि ये बात हम दोनो के बीच मे ही रहेगी. शरमाओ मत. बताओ.
मैं - वो आपस मे प्यार करते है रात को.
चाचा - क्या तुम पूरी तरह समझती हो कि वो क्या करते है?
मैं - हां. वो सेक्स करते हैं.
चाचा - ठीक है. लेकिन तुम अभी बहुत छ्होटी हो. किसने सिखाया ये तुम को?
मैने सोच लिया था कि मैं इस मे अंग्र्लिना का नाम नही आने दूँगी. वो मेरी सबसे अच्छी दोस्त है और मैं उसका नाम नही ले सकती.
मैं - एक रात को जब मैं पेशाब करने गयी तो उनका बाथरूम का दरवाजा थोड़ा खुला था और बाथरूम मे उनके बेडरूम से लाइट आ रही थी. कुछ आवाज़ें भी आ रही थी. मैं जान ना चाहती थी कि इतनी रात को वहाँ क्या हो रहा है. मैने धीरे से देखा और मैं समझ गयी कि वो चुदाई कर रहे है और तब से मैं जब भी मौका मिलता है, उनको चोद्ते हुए देखती हूँ. ऐसा वीक मे दो / तीन बार होता है.
चाचा - वो तो ठीक है, पर पर तुम को चुदाई के बारे मे बताया किसने? तुम को क्या पता कि इसको चुदाई कहतें है? तुम को ये कैसे पता है कि हज़्बेंड - वाइफ चुदाई करते है? तुम बहुत छ्होटी हो और मैं समझ नही पा रहा हूँ कि तुम को ये सब इतनी डीटेल मे कैसे पता है?
मैं - वो मैने एक दिन आक्सिडेंट्ली एक ब्लू फिल्म देख ली थी. और तब से मैं जान गयी कि ये चुदाई होती है.
चाचा - ब्लू फिल्म? वो कहाँ देखी तुम ने? अपनी किसी दोस्त के घर पे?
मैं - अपने घर पर ही. मैं किसी फिल्म की कॅसेट तलाश रही थी कि वो मुझे मा की अलमारी से मिली.
चाचा - हे भगवान! साफ साफ बताओ मुझे. क्या तुमने अब तक भी और भाभी को ही चोद्ते देखा है या और भी कुछ किया है? मेरा मतलब है किसी लड़के के साथ तुम ने भी चुदाई की है?
मैं - नही चाचा. मैने सिर्फ़ पापा और मा को ही देखा है. मैने वैसा कुछ नही किया है. मैने किसी से भी नही चुदवाया है.
चाचा - तुम बहुत छ्होटी हो पर अब तुम सेक्स के बारे मैं बहुत जान गयी हो. हम अब साफ साफ बात करते हैं. जब तुम उनको चोद्ते हुए देखती हो तो तुम को कुछ फील नही होता है? क्या तुम्हारी इच्छा नही होती है कि तुम को भी कोई ऐसे ही चोदे?
मैं - मैने अभी तक ऐसा नही सोचा है कि कोई मुझे भी चोदे.
चाचा - फिर तुम क्या करती हो? ये सब देखने के बाद तुम को नींद कैसे आती है?
मैं - मत पुछो चाचा. मुझे शरम आती है.
चाचा - शरमाओ मत बेबी. साफ़ साफ बताओ. मुझे तुम्हारी बहुत चिंता हो रही है कि तुम्हारा क्या होगा. तुम बहुत छ्होटी हो और दुनिया को नही जान ती हो. पता नही क्या होगा तुम्हारा अगर किसी ग़लत हाथ मे पड़ गई तो. मुझे बताओ मेरी बेबी. मैं तुम्हारा चाचा ही नही दोस्त समझो मुझे.
मैं - मैं अपनी उंगली से कर्लेति हूँ.
चाचा - थॅंक गॉड. मैं खुस हूँ कि तुम ने किसी से अब तक नही चुदवाया है. नही चुदवाया है ना?
मैं - नही चाचा. मैने किसी से भी नही चुदवाया है. मेरा विश्वास करो. मैं अपने रूम मे जाऊ?
चाचा - ठीक है. जाओ, पर मैं कल रात को तुम्हारा इंतेज़ार करूँगा. बहुत सी बातें करनी है तुम से.
मैं - गुड नाइट चाचा.
चाचा ने मुझे गले लगाया और मेरे गाल चूमे और कहा - गुड नाइट बेबी, आराम करो. कल बात करतें हैं.
जब चाचा मुझे गले लगा रहे थे तो मैने कोई कड़क चीज़, लकड़ी जैसी कड़क चीज़ अपने पेट पर महसूस की और तुरंत समझ गई कि ये मेरे चाचा का लंड है.
मैं समझ गई थी कि चाचा ये बात किसी को नही बताएँगे. मैं अपने रूम मे आ गई और सोने की कोशिस करने लगी. काफ़ी देर तक मुझे नींद नही आई. मैने अपनी चूत मे उंगली करने की भी सोची मगर फिर नही की क्यों कि जो कुछ हुआ था उस के बाद मूड नही बन रहा था.
अगले दिन मैं सुस्त थी. जब मा ने कारण पुछा तो मैने कहा कि रात को नींद नही आई पूरी तरह से. बाकी सब ठीक है. मैं स्कूल चली गई. मैं जल्दी से जल्दी आंजेलीना से मिलकर कल रात के बारे मे बात करना चाहती थी. जब मैने उसको सब बताया तो वो कुछ देर तक चुप रही, कुछ नही बोली. बस कुछ सोचती रही. कुछ देर बाद उसने कहा " जूली! ये तुम ने बहुत अच्छा किया कि मेरा नाम नही बताया. अब जब कि सब तुम्हारे चाचा को पता चल गया है तो मुझे लगता है कि तुम्हारा चाचा तुम को चोद्ना चाहता है. इसमे कोई खराबी नही है. केवल एक ही बात का डर है कि तुम सिर्फ़ 14 साल की हो और तुम्हारे चाचा पूरे आदमी है. लेकिन मुझे लगता है कि तुम्हारे चाचा अच्छे आदमी है और तुम्हारा ध्यान रखेंगे. किसी और से चुद्वाने से तो अच्छा है की चाचा ही चोदे. आज नही तो कल, कोई तो चोदेगा, फिर चाचा से चुद्वाने मे क्या हर्ज़ है. घर की बात घर मे ही रहेगी. मेरा कहना मानो तो जो चाचा कहते है वो ही करो. सब ठीक रहेगा." दोस्तो क्या जुली की सहेली ने सही राय दी है आप बताए आपका दोस्त राज शर्मा
क्रमशः…………………
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