RE: Maa Bete ki Vasna मेरा बेटा मेरा यार
शाम को राज घर लौटा तो मै घर पर नहीं थी मै अपने फ्रेंड्स के साथ शॉपिंग करने गयी थी । जब मै वापिस आयी तो पाया कि राज टीवी देख रहा था ।
में ने काले रंग की ड्रेस पहनी थी जो मेरी मांसल जांघों के सिर्फ ऊपरी भाग को ढक रही थी । राज ने उसको देख कर होंठ गोल करके सिटी बजायी ।
“मॉम , इस ड्रेस में तुम कितनी सेक्सी लग रही हो ! ये ड्रेस तुम्हारे बदन से बिलकुल चिपकी हुई है और ढकने के बजाये तुम्हारे खूबसूरत जिस्म के सारे उभारों और कटावों को दिखा रही है । "
अपनी तारीफ सुनकर मेने शरारती मुस्कान के साथ राज के सामने एक चक्कर गोल घूमकर हर तरफ से उसको ड्रेस में अपना बदन दिखाया । फिर राज के पास आकर उसको अपने आलिंगन में भर लिया और अपनी बड़ी बड़ी चूचियां राज की छाती में दबा दी । अपने रसीले कामुक होंठ राज के होठों पर रख दिये । दोनों एक दूसरे का चुम्बन लेने लगे और एक दूसरे के मुंह में जीभ घुमाने लगे ।
राज चुम्बन लेते हुए ही अपने हाथ नीचे ले जाकर मेरी बड़ी लेकिन मक्खन जैसी मुलायम गांड को अपने हाथों में दबाकर मसलने लगा । फिर ड्रेस के अंदर हाथ घुसाकर गांड की दरार के बीच से मेरी मखमली चूत के होठों को सहलाने लगा । मै थोड़ा और राज से चिपक गयी ।
" तुम्हें मालूम है राज , आज हमारे इस नए रिश्ते को एक महीना पूरा हो गया है । "
"अच्छा ! तब तो कुछ सेलिब्रेशन होना चाहिए । बताओ आज अपने बॉयफ्रेंड को क्या गिफ्ट देने वाली हो। "
मेरे खूबसूरत चेहरे को अपने दोनों हाथों के बीच प्यार से पकड़कर राज बोला ।
मै कुछ पल सोचती रही । फिर अचानक मै राज से अलग होकर उसकी तरफ पीठ करके कुछ दूर खड़ी हो गयी । थोड़ा कमर झुकाकर राज की तरफ अपनी गांड बाहर को निकालकर धीरे धीरे से अपनी ड्रेस ऊपर को उठाने लगी । अंदर उसने मैचिंग कलर की काले रंग की पैंटी पहनी हुई थी । जिसमें पीछे से सिर्फ एक पतली डोरी थी और दोनों चूतड खुले हुए नग्न थे । फिर मादक मुस्कान बिखेरते हुए बोली ,
“ आज रात ये तोहफा , तुम्हारे लिये राज !!!उस मक्खन जैसी मुलायम , बड़ी गांड को देखकर राज होठों पर जीभ फिराते हुए मुस्कुराया ,
"आज रात मुझे बहुत मज़ा आने वाला है माँ , कसम से !!!
"मॉम , हम लोग बिस्तर में चलें?| राज ने मेरी कामवासना लिप्त चेहरा देख कर शरारत से पूछा.
शयनकक्ष में पहुँचते ही राज ने मुझे प्यार से वस्त्रहीन कर दिया। शीघ्र ही मैं निवस्त्र बिस्तर में लेटी राजको कपड़े उतारते हुए
देख रही थी. राज भी निवस्त्र हो कर मेरे साथ बिस्तर में लेट गया . हम दोनों ने एक दुसरे को बाँहों में भर कर खुले मुंह से चूमने लगे. राज ने मेरे गुदाज़ चूतड़ों को मसलते हुए मेरे मुंह में अपनी जीभ डाल कर मेरे सारे मुंह के अंदर सब तरफ घूमा दी. मैंने भी अपने जीभ
राज की जीभ से भीड़ा कर उनके मीठे मुंह के स्वाद का आनंद लेने लगी.
राज ने मुझे चित लिटा कर मेरे मुलायम बड़ी चूचियों को अपने मूंह से उत्तेजित करने लगा राज ने मेरे चूचुक अपने मूंह में
भर कर उनको पहले धीरे-धीरे फिर ज़ोर से चूस-चूस कर मेरी सिसकारी निकल दी.
राज ने मेरे गोल भरे हुए पेट को चूमते हुए मेरी गीली चूत के ऊपर अपना मूंह रख कर मेरी हल्की सुनहरी झांटों को अपने
जीभ से भाग कर मेरी चूत के द्वार के अंदर डाल दी. मेरी ज़ोर की सिसकारी ने राज को भी उत्तेजित कर दिया. राज ने मेरी चूत
और भगशिश्निका को अपनी जीभ और मुंह से सता कर मेरी वासना को चरम सीमा तक पहुंचा दिया.
राज ने अपनी खुरदुरी जीभ से मेरे क्लीटोरिस को चाट कर मुझे बिलकुल पागल सा कर दिया। उसकी एक उंगली अहिस्ता से
मेरी गीली मचलती चूत में फिसल कर अंदर चली गयी। उसने अपनी उंगली को टेड़ा कर के मेरी चूत के सुरंग के आगे की दीवार को
रगड़ने लगा । उसकी जीभ और उंगली दोनों ही मुझे एक बराबर का आनंद दे रहीं थीं।
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