RE: Muslim Sex Stories खाला के संग चुदाई
ये कंडीशन देख कर मैने भी अपने घस्सो की रफ़्तार मे इज़ाफ़ा कर दिया... मैं अपने पूरे जोशो ओ ख़रोश से घस्से मार रहा था कि सोबिया ने अपना हाथ घुमा कर मेरे सीने पर रखा ऑर मुझे रुकने को कहा.... मैं रुकना तो नही चाहता था मगर सोबिया के रोकने की वजह से मुझे रुकना पड़ा, सोबिया ने अपना मुँह खाला की चूत पर से हटाया ऑर खुद सीधी हो कर बेड पर लेट गयी, उस ने अपनी लेग्स ऊपर की तरफ उठा कर मुझे क़रीब आने का कहा. मैं उसके क़रीब गया तो सोबिया ने मेरे लंड को हाथ मे पकड़ कर अपनी चूत के सोराख पर अड्जस्ट किया, अपनी लेग्स मेरी कमर के गिर्द राउंड घुमा कर लेग्स की मदद से मुझे आगे की तरफ पुश किया जिस की वजह से मेरा लंड सोबिया की चूत मे गहराई तक उतरता चला गया...... पहले पहल तो मेरे घस्सो की रफ़्तार स्लो थी मगर आहिस्ता आहिस्ता जोश चढ़ने की वजह से, मेरे घस्सो की रफ़्तार ऑर सोबिया की चीखों मे इज़ाफ़ा होता जा रहा था....
खाला बेड पर लेटी लंबे लंबे साँस ले कर अपने आप को रिलॅक्स करने लगी ऑर इस के साथ साथ उनकी नज़र भी हम दोनो की चुदाई पर लगी हुई थी...... मैं अपने पूरे जोबन ऑर सेक्स के नशे मे धुत्त फुल स्पीड से सोबिया की चूत मे अपना लंड अंदर बाहर कर रहा था, मेरा लंड जब जब सोबिया की चूत के अंदर जाता तो मेरे लंड का ऊपर वाला हिस्सा सोबिया की चूत से टकराता जिस की वजह से ठप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प ठप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प ठप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प की आवाज़ें निकल रही थी, इन आवाज़ों के साथ सोबिया की सिसकियाँ मेरे जिस्म मे अलग ही मज़ा पैदा करती जा रही थी ऑर मैं मज़े की बुलंदियों को छू रहा था....
मेरी बर्दाश्त ख़तम हो चुकी थी.. मेरे अंदर आग भड़कने लगी थी, मेरे जिस्म मे मज़े की एक लहर दौड़ रही थी ऑर मुझे ऐसा लग रहा था कि मेरे खून की गर्दिश मेरे लंड की तरफ हो रही हो.... मज़े की शिद्दत से मैने अपनी आँखे बंद कर ली ऑर मैं अपनी फुल मस्ती मे सोबिया की चूत से लुत्फ़ अंदाज हो रहा था...... अभी मैं घस्से मार ही रहा था कि मुझे मेरे लंड पर दबाव महसूस हुआ ऑर मुझे लगा जैसे सोबिया की चूत ने मेरे लंड को जकड लिया हो....सोबिया की आँखें बंद थी उसका जिस्म अकड़ता जा रहा था, उसकी चूत ने मेरे लंड के गिर्द अपना मुँह बंद कर लिया था,, सोबिया ने अपनी लेग्स मेरे कमर के गिर्द टाइट कर ली थी ऑर मुझे अपनी चूत की तरफ पुश करने लगी... मुझे सोबिया की चूत के अंदर अपने लंड पर गरम गरम पानी लगता हुआ महसूस हुआ तो मैने सोबिया की तरफ देखा... सोबिया डिसचार्ज होने के मज़े से गुज़र रही थी ऑर उसकी चूत मेरे लंड पर पानी बरसा रही थी... सोबिया की इस कन्डीशन को देख कर मैने अपने घस्सो की रफ़्तार मे इज़ाफ़ा कर दिया ऑर सोबिया के मुँह से आआआआआआअहह आआआआहह आआआआआआआआहह की आवाज़ें निकलने लगी, आहिस्ता आहिस्ता सोबिया ने अपना जिस्म ढीला छोड़ दिया,, मैं उसके फेस की तरफ देख कर एक दो तीन चार पाँच ऑर छह घस्से पर मेरे लंड से पानी की एक पिचकारी निकली जो सोबिया की चूत मे जज़्ब हो कर रह गई.........
मेरे मुँह से भी एक आआआहह निकली ऑर मैने भी सोबिया की चूत को अपने लंड के पानी से सेरोबार करना शुरू कर दिया........ सोबिया जो खुद डिसचार्ज हो चुकी थी,, आँखें खोल कर मेरी ही तरफ देख रही थी, मेरे लंड ने अपने पानी का आखरी क़तरा भी सोबिया की चूत को पिला दिया तो सोबिया ने अपने बाज़ू खोल कर मुझे अपने उपर कर लिया ऑर मुझे अपने सीने से लगा लिया....... मैं भी अपना पूरा वज़न सोबिया के उपर डाल कर लेट गया ऑर लंबे लंबे साँस लेने लगा.
मेरे लंड का पानी क़तरा क़तरा की सूरत मे सोबिया की चूत को भर रहा था. जब मेरे लंड ने वीर्य का आखरी क़तरा तक सोबिया की चूत मे खारिज कर दिया तो मैं निढाल सा हो कर सोबिया के उपर लेट गया. मुझे ऐसा लग रहा था कि मेरे जिस्म मे हिम्मत बाक़ी नही रही... सोबिया ने अपने बाज़ू खोल कर मुझे अपने जिस्म के साथ चिपका लिया ऑर मेरे माथे पर बहुत प्यार से अपने होन्ट चिपका कर किस कर ली.....
मैं सोबिया के सीने पर लेटा लंबे लंबे साँस ले कर अपने आप को रिलॅक्स करने लगा... मैने अपना सिर खाला की तरफ घुमाया तो खाला ने बहुत प्यार भरी नज़रो से मुझे देखा ऑर अपना हाथ आगे बढ़ा कर मेरे बालों मे अपनी उंगली मूव करने लगी.. मेरी कमर के गिर्द सोबिया के हाथो का हिसार था जिसे वो बहुत प्यार मे मेरी कमर पर मूव कर रही थी... खाला के हाथों को अपने सिर पर ऑर सोबिया के हाथो को अपनी कमर पर एंजाय करते हुए मैने अपनी आँखें बंद कर दी.. कुछ देर तक इसी पोज़िशन मे लेटने के बाद खाला ने मुझे आवाज़ दी..... अयान,,,, चंदा तुम ठीक हो ना.. खाला का इतना मुहब्बत भरा लहज़ा सुन कर मेरे दिल मे आया कि बस अभी अपनी खाला को गोद मे उठा कर चूमना शुरू कर दूं मगर अब शायद मेरी हिम्मत जवाब दे चुकी थी... मैने सोबिया के सीने से अपना सिर उठा कर खाला की तरफ देखा, खाला को एक प्यार भरी स्माइल पास की ऑर दोबारा सोबिया के सीने पर अपना सिर रख लिया.... 2, 4 मिंट बाद सोबिया ने आहिस्ता आहिस्ता मुझे अपने सीने से उतार कर बेड सीधा लिटाया ऑर मेरी तरफ मीठी नज़रो से देख कर मुस्कुराने लगी.... मैने अपनी आँखें खोल कर सोबिया की तरफ देखा ऑर उसे एक स्माइल पास कर दी...सोबिया की नज़रो से ऐसा लग रहा था कि जैसे उसको मुझ पर बहुत प्यार आ रहा हो... सोबिया ने अपना फेस मेरे ऊपर झुकाया ऑर मेरे फेस के सामने मेरी आँखों मे आँखें डाल कर मुझसे पूछा....अयान, कैसा लगा तुम्हे.... मैने अपनी पलकें झपका कर उसको इशारे से कहा कि बहुत अच्छा... वो अपने लिप्स मेरे लिप्स पर लाई ओर मुझे एक ज़ोरदार किस कर के वापस बेड पर बैठ गई..
अब सोबिया ने खाला की तरफ देखा ऑर आगे बढ़ कर खाला को अपनी बाँहो मे जकड लिया.... खाला ने उसको रोकने की कोशिश भी की मगर इतनी देर मे सोबिया खाला को अपनी बाँहो मे जकड चुकी थी... सोबिया ने खाला को कहा.... क्यू मेरी लाडो रानी कैसा लगा...????
खाला ने मुस्कुरा कर सोबिया को आँखों ही आँखों मे इशारा किया तो सोबिया ने खाला के लिप्स पर अपने लिप्स रख कर खाला को भी एक ज़ोरदार किस इनायत कर दी......
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