RE: Muslim Sex Stories खाला के संग चुदाई
खाला कुछ देर तो लगातार सिसकियाँ लेती रही. मुझे रोकती रही.. मुझे अपनी क़स्मे देती रही मगर मैने उनकी कोई बात जैसे सुनी ही ना हो.. मेरी समझ उस टाइम ख़तम हो चुकी थी.. मुझे तो उस टाइम बस अपना काम निकालना था सो मैं मसरूफ़ रहा.. कुछ देर के बाद खाला की सिसकियों मे कुछ कमी हुई ऑर अब मेरे घस्से मारने पर वो रो भी नही रही थी... शायद अब खाला को मज़ा आने लग गया था या जो भी था.. उनके ना रोने से मेरे अंदर ऑर हिम्मत बढ़ गई ऑर मैने अपने घस्सो की रफ़्तार मे इज़ाफ़ा कर दिया..
मैं घस्से मारता मारता तक़रीबन खाला की कमर पर झुक गया जिसकी वजह से मेरा लंड ठीक तरह से बाहर नही निकल रहा था, मैने अपने हाथ आगे किए ऑर दोनो हाथों से खाला के मम्मे दबाने लगा.... मम्मे दबवाने से खाला थोड़ा रिलॅक्स हो गई.. अब वो बड़ी आसानी से मेरा लंड अपनी गान्ड मे बर्दाश्त कर रही थी ऑर मैं भी लगातार उनकी गान्ड मे घस्से मारता रहा मगर कब तक,, आख़िर कार घस्से मारते मारते मुझे अहसास हुआ कि मैं डिसचार्ज होने वाला हूँ तो मैने खाला के मम्मो को छोड़ कर अपने दोनो हाथ उनकी कमर पर रखे.. उनको ऑर नीचे झुकाने की कोशिश करने लगा मगर वो जितना झुक सकती थी उतना तो पहले ही झुकी हुई थी.. मैने एक दो तीन चार प्ाआंकचह कककचहाायययी घस्से मारे ऑर ओफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफ्फ़ की आवाज़ के साथ ही खाला की गान्ड मे अपना पानी छोड़ ने लगा.. मैने स्लो स्लो हरकत करते हुए खाला की गान्ड मे अपना सारा पानी निकाला ऑर उसी तरह खाला के उपर झुक कर लंबे लंबे साँस लेने लगा...
खाला की गान्ड मारते मारते मेरी अपनी गान्ड फॅट गई थी, मेरा शरीर काँपने लग गया था ऑर मुझे ऐसे लग रहा था कि जैसे मेरे जिस्म से जान निकल गई हो... मैने खाला की गान्ड से अपना लंड निकाला ऑर पीछे वाली दीवार से बॅक लगा कर खड़ा हो गया...
मैं जैसे ही अपनी बॅक दीवार से लगा कर खड़ा हुआ तो खाला एक दम से उठी उनकी आँखे खून की तरह लाल हो रही.. उन्होने मुझे गुस्से से देखा... मैने सिर्फ़ ऑर सिर्फ़ खाला के हाथ को हरकत करते हुए देखा.. ऑर वॉशरूम एक """चातत्त्त्ताआअक्कककखह""" की आवाज़ से गूँज उठा.... ऑर मुझे अपना लेफ्ट गाल एक दम से ऐसा गरम लगा कि मेरे तो टटटे हलक मे आ गये.. मेरी पहले ही गान्ड फटी हुई थी.. अब जब के खाला ने मुझे अपनी फुल पवर से थप्पड़ मारा तो मेरे कानो मे सीटियाँ बजने लगी.
मैं दीवार के साथ लग कर खड़ा हुआ ऑर अपनी साँसे नॉर्मल करने लगा ऑर इतने मे खाला घूमी ऑर मेरी तरफ गुस्से से देखते हुए मुझे एक ज़ोरदार थप्पड़ मार दिया.. वो ऐसी नज़रो से मुझे देख रही थी कि मुझे आँखों ही आँखों मे खा जाए गी..
मेरे तो टटटे हलक़ मे आ गये थे, ऑर मेरी आँखों से ना चाहते हुए भी आँसू निकल कर मेरे गाल पर गिरने लगे.. मैने परेशन नज़रो से खाला को देखते हुए पूछा..
मैं: ककककक कककक क्या हुआ खाला...
खाला बस मुझे घूर रही थी ऑर ज़ोर ज़ोर से साँस ले रही थी. उनकी आँखें खून की तरह लाल हो रही थी ऑर उनकी आँखों मे भी आँसू थे.. जब खाला ने मुझे कुछ जवाब ना दिया तो मैं वॉशरूम से एक दम बाहर निकला ऑर भागते हुए अपने रूम मे आया ऑर जल्दी जल्दी कपड़े पहन'ने लगा.. मुझे अब खाला पर बहुत गुस्सा आ रहा था. मैने दिल मे सोचा कि चुदवाने का शोक़् भी खुद को (खाला) है ऑर गुस्सा भी करती है फिर ऑर दिल ही दिल मे खाला को गालियाँ देने लगा... मैं सोच रहा था कि खाला ने मुझे थप्पड़ मारा है अब मैं उनसे बात नही करूँगा ऑर आज ही अपने घर चला जाऊ गा..
मैं इन्ही सोचो मे गुम था कि तक़रीबन 5 मिंट बाद कमरे के दरवाज़े से बाहर मुझे खाला कमरे की तरफ आते हुए नज़र आई. उन्होने अपने जिस्म पर टवल लपेटा हुआ था क्योंकि उनके कपड़े तो रूम मे ही थे. ऑर उन्होने मुझे थप्पड़ मार दिया था. वो मेरी आदत से वाक़िफ़ थी इसलिए उन्होने मुझे आवाज़ ना दी ऑर खुद ही टवल लपेट कर बाहर आ गई थी.. मैं डोर से बाहर उनको आते हुए देख रहा था, उनकी चाल ठीक नही थी जैसे वो बहुत मुश्किल से चल रही हों. खाला रूम मे एंटर हुई तो मैने देखा कि उन्होने अपने लिप्स को टाइट किया हुआ था जैसे दर्द को बर्दाश्त करने की कोशिश कर रही हों. खाला रूम मे एंटर हुई तो मैं अपने कपड़े पहन चुका था.. खाला उसी तरह दर्द को बर्दाश्त करते हुए मेरे पास आ कर बेड पर बैठ गई तो मैं गुस्से से उनके पास से उठ कर उनके सामने सोफे पर बैठ गया..
खाला मेरे सामने ही बेड पर बैठी थी. ऑर मुझे गुस्से मे देख रही थी, मैने अपना सिर नीचे झुकाए हुआ था, एक दो दफ़ा खाला ऑर मेरी नज़रें मिली तो मैने उनसे फॉरन मुँह मोड़ लिया.. मेरे फेस पर बहुत गुस्सा था जो खाला महसूस कर रही थी..
मेरे फेस पर गुस्सा था मगर सच तो है कि अंदर से मेरी गान्ड भी फटी हुई थी कि अगर खाला को फिर गुस्सा आ गया तो क्या होगा.. आख़िर वो मेरी खाला थी मैं उनके थप्पड़ के बदले मे उसको मार तो नही सकता था.. क्योंकि एक मिसाल तो आप सब ने सुनी हो गी कि """टटटे जितने मर्ज़ी बड़े हो जाएँ, रहते लंड के नीचे ही हैं""" तो वोही मेरा हिसाब था. ये सच था कि मेरी खाला ने मुझसे चुदवा लिया था,, मुझसे अपनी चूत की सील ऑर गान्ड भी फटवा ली थी मगर वो थी तो मेरी खाला ही ना.. अब मुझे डर था कि अगर खाला ने गुस्से मे आ कर किसी को बता दिया तो..........
मैं सिर झुकाए इन्ही सोचो मे गुम था कि मेरे कानो मे खाला की गुस्से से चीखती हुई आवाज़ आई,,,, आयाआआआन्न्न्न्न...
मैने फॉरन से सिर उठा कर देखा, मैं उनकी आवाज़ से डर तो गया था मगर उन पर ज़ाहिर नही होने दिया कि मैं डर गया हूँ.. मैने उनकी तरफ एक नज़र देख कर फिर से अपना सिर झुका लिया..
खाला ने एक ऑर आवाज़ दी.. आयाआआआन्न्न्न मैं तुम से कुछ कह रही हूँ. तुम्हे समझ नही आती मेरी बात...
मैने अब भी कुछ ना बोला ऑर सिर नीचे झुका कर बैठा हुआ था.. अब मेरे दिल से डर निकल गया था कि क्योंकि ये तो एक मर्द की नेचर के खिलाफ है ना कि कोई लड़की उस से चुदवा भी ले ऑर उस को गुस्सा भी दिखाए.... मुझे खाला पर बहुत गुस्सा आया ऑर मैने जलती हुई निगाहों से खाला को देखा...
खाला अपने जिस्म पर जो टवल लपेट कर वॉशरूम से कमरे तक आई थी अब वो खाला के मम्मो के उपर से हॅट कर खाला की जाँघ पर पड़ा था.. ऑर बैठने की वजह से आधा टवल उनकी गान्ड के नीचे दबा हुआ था..
मैने खाला के मम्मो की तरफ देखा तो उनके गोरे चिट्टे मम्मे भी लाल हो रहे थे.. उन पर मेरी उंगली के निशान थे जो मैने उनकी गान्ड मारते वक़्त आगे हाथ कर के पकड़े हुए थे.. जब खाला ने देखा कि मैं उनकी बात नही सुन रहा तो वो बेड पर से उठी ऑर टोलिया अपनी गान्ड पर लपेट कर मेरे पास सोफे पर आ कर बैठ गई.. मैने जब देखा कि खाला के फेस से अब गुस्सा कम हो गया है तो मुझे दिल ही दिल मे खुशी हुई मगर मेरे फेस पर स्टिल गुस्सा ही था.. खाला मेरे पास बैठी मुझे देख रही थी. उन्होने एक हाथ से मेरा फेस पकड़ कर अपनी तरफ करना चाहा मगर मैने अपने हाथ से उनका हाथ झटक दिया ऑर अपना फेस दूसरी साइड पर कर लिया... खाला ने मुझे देखते हुए कहा..
खाला: चंदा... इधर देखो मेरी तरफ...
मैने नही देखा..
खाला; अयान मैं तुम्हे कुछ बोल रही हूँ.
मैने ऐसा ज़ाहिर किया जैसे कि मैने कुछ सुना ही नही..
खाला ने अब की बार मुझे गुस्से से कहा... तुम्हे मेरी बात समझ नही आ रही है.. मैं तुम्हारे आगे कुछ भोंक रही हूँ..
इस बार खाला की आवाज़ मे गुस्सा था.. मैने ज़ख़्मी नज़रो से खाला की तरफ देखा ऑर उठ कर वहाँ से जाने लगा... खाला ने फॉरन मेरा हाथ पकड़ा ऑर मुझे रोक लिया.. उनको अपनी ग़लती का अहसास हो गया था कि उन्होने मुझे थप्पड़ मार कर ग़लती की है. ऑर हक़ीक़त मे ग़लती थी भी उनकी.. या तो वो मुझे सेक्स की तरफ लाती ही ना.. ऑर अगर जब कि वो मुझे इस रास्ते पर चला चुकी थी तो अब उनको मेरे साथ ऐसा बिहेव नही करना चाहिए था..
खाला: अयान, आइ आम सॉरी चंदा..
मैं: खामोश खड़ा रहा ऑर दूसरी तरफ देखने लगा.. मेरा हाथ अभी तक खाला के हाथ मे थी था मगर मेरी नज़र दूसरी साइड पर थी..
खाला: अयान प्लीज़ चंदा आइ आम सॉरी. मुझे माफ़ कर दो.
मैने अभी भी कोई जवाब नही दिया.. खाला उसी तरफ सोफे पर बैठी हुई थी.. खाला ने मेरे हाथ को झटका दिया ऑर मुझे अपनी तरफ खेंचने लगी.... ऑर मुझे कहा कि अयान प्लीज़ मेरी बात तो सुन लो ना जान.. फिर उसके बाद तुम जो कहो गे मैं मानु गी. मैं अपना फेस खाला की तरफ कर के खड़ा हो गया मगर अपने मुँह से कुछ ना बोला.
उन्होने देखा कि मैं कोई बात नही कर रहा तो उन्होने कहा.. अयान, तुम्हे पता है ना मैं तुमसे कितना प्यार करती हूँ.
उनके इस जुमले पर मैने तड़प कर कहा.. हाँ वो तो आप ने साबित कर दिया है कि आप मुझसे कितना प्यार करती हो.. ऑर मेरी आँखों से आँसू गिरने लगे...
खाला: अयान मुझे बहुत दर्द हो रहा था.. अगर तुम थोड़ी देर ऑर करते तो मैं मर जाती जान.
मैने अभी भी कुछ जवाब ना दिया बस मेरी आँखों से आँसू बहने लगे...
खाला कुछ देर खामोश रही. ऑर फिर एक दम से उठ कर खड़ी हो गई.. ऑर मुझे अपनी तरफ खेंच कर कहा.. अयान मैं तुमसे बहुत प्यार करती हूँ. मुझे उस टाइम बहुत दर्द हो रहा था ऑर मुझे समझ नही आ रही थी कि मैं क्या करूँ. बस तुम्हे ग़लती से थप्पड़ मार दिया.. क्योंकि दर्द के मारे मेरी जान निकल रही थी ऑर अगर तुम्हे अभी भी यक़ीन नही आ रहा तो ये देखो..
खाला ने अपना हाथ सोफे की तरफ किया जहाँ पर वो टवल पड़ा हुआ था.. जब मैने उस टवल की तरफ देखा तो मेरी आँखें फटी की फटी रह गई.. मेरी हालत ऐसी थी जैसे काटो तो लहू नही.. मेरा हलक़ खुश्क हो गया था.... सोफे पर जो टवल पड़ा हुआ था उस पर खून लगा था...
जी हाँ वो खून खाला की गान्ड से निकला.. मैं उसी तरह खून देख रहा था उस खून को देख कर मुझे पता लग रहा था कि यार सच मे खाला को दर्द हो रहा होगा... मैने खाला की तरफ देखा तो उनकी आँखों से आँसू निकल रहे थे.. उस वक़्त मेरे मुँह मे अल्फ़ाज़ ही नही थे कि मैं खाला से क्या कहूँ...
जब मुझे कुछ समझ ना आया तो मैने एक दम से आगे बढ़ कर खाला को गले से लगा लिया......
मैने खाला आगे बढ़ कर खाला को गले से लगा लिया ऑर उनके गाल पर एक किस करते हुए बोला.. खाला आइ आम सॉरी, मुझे नही पता था..
खाला ने मुँह से कुछ ना कहा ओर मेरे गाल पर एक किस कर दी.. कुछ देर बाद मैने खाला को छोड़ के उनकी आँखो मे देखा ऑर उन से पूछा.. अभी भी दर्द हो रहा है??? खाला ने अपने फेस पर ज़बरदस्ती स्माइल लाते हुए हाँ मे सिर हिला दिया.. मैं अब थोड़ा पछता रहा था कि अपने मज़े की वजह से मैने खाला को इतनी तकलीफ़ दी...
मैने खाला से कहा आप लेट जाओ. मैं कुछ लगा देता हूँ, उन्होने पहले तो इनकार किया मगर मेरी ज़िद के सामने उनकी एक ना चली.. वो बेड पर उल्टी हो कर लेट गई ऑर मैने ड्रेसिंग टेबल की दराज़ से एक क्रीम निकाली ऑर खाला के पास आ गया.. खाला उल्टी लेटी हुई मेरी तरफ ही देख रही थी.. मैं उन की गान्ड के पास बैठ गया. अब मैं सोच रहा था कि उनकी गान्ड के सुराख पर क्रीम कैसे लगाऊ. मैने खाला की लेग के नीचे हाथ रखा ऑर उनसे थोड़ा उपर होने को कहा तो उन्होने कहा: अयान दर्द होगा.. मैं ने कहा कि आप आराम से उपर हो जाओ.. मैं आहिस्ता आहिस्ता क्रीम लगाउन्गा... खाला आहिस्ता आहिस्ता उपर हो गई जब वो थोड़ी सी उपर हो गई तो मैं उनकी लेग्स के बीच मे आ गया . उनके गोल गोल हिप्स थोड़ा खुल चुके थे ऑर उनकी गान्ड का सोराख मेरी आँखों के सामने था. मगर मुझे ठीक से नज़र नही आ रहा था.. मैने खाला को अपनी गान्ड थोड़ा सा ऑर उठाने को कहा...
खाला ने अपना सिर बेड पर रखा ऑर अपनी गान्ड ऑर उपर उठा दी जितना वो उठा सकती थी.. अब मुझे खाला की गान्ड का सोराख बिल्कुल सॉफ नज़र आने लगा, मैने गौर से उनकी गान्ड के सोराख को देखा तो वो मुझे ज़ख़्मी लग रहा था ऑर उनके सोराख की साइड्स पर खून लगा हुआ था.. खाला की गान्ड का सोराख पहले की निसबत अब थोड़ा सा ओपन नज़र आ रहा था.. मैने अपनी उंगली पर क्रीम लगाई ऑर आहिस्ता आहिस्ता खाला की गान्ड के सोराख मे क्रीम लगाना शुरू कर दी.... थोड़ी सी क्रीम लगा कर मैने खाला की तरफ देखा तो उन्होने अपना दुपट्टा मुँह मे लिया हुआ था ऑर अपने हाथ से बेड शीट को टाइट पकड़ा हुआ था.. उन्हे दर्द हो रहा था वो दर्द को बर्दाश्त नही कर पा रही थी ऑर उनकी आँखो से आँसू निकल रहे थे.. मैने बहुत सी क्रीम उनकी गान्ड के सोराख से पर लगा दी ऑर अपनी उंगली क्रीम मे डिप कर के उनकी गान्ड के सोराख के थोड़ा सा अंदर एंटर कर के क्रीम लगाने ल्गा.. मेरी उंगली जब थोड़ी सी एंटर हुई तो खाला के जिस्म को एक ज़ोरदार झटका लगा ऑर उन्होने फॉरन मेरी तरफ देखा कि मैं फिर से उनको चोदने लगा हूँ क्या... मैने क्रीम लगी हुई उंगली उनको दिखाई तो वो रिलॅक्स हो गई..
जब मैने अच्छी तरह उनकी गान्ड के सोराख पर क्रीम लगा दी ऑर उनकी गान्ड पर हल्की सी थपकी दी जिसे समझ कर वो उल्टी हो कर बेड पर लेट गई.. मैं भी बेड पर खाला की साइड पर लेट गया ऑर उनके गाल पर हाथ फेरने लगा.. मुझे उस वक़्त उन पर बहुत प्यार आ रहा था.. मैने अपना फेस आगे कर के उनके गाल पर एक किस की ऑर बोला.. खाला.. आइ आम सॉरी.. मुझे नही पता था के ये सब हो जाएगा ... खाला ने मुस्कुरा कर मेरी तरफ देखा ऑर बोली.. तुम खुश हो ना??? मैने अपना सिर हल्का सा हां मे हिलाया तो खाला ने अपना हाथ उठा कर मुझे अपने क़रीब कर लिया ऑर मुझे हग कर लिया..
हम लोग कुछ देर उसी तरह लेटे रहे तो खाला का मोबाइल बज उठा.. अचानक मोबाइल की बेल बजने से हम दोनो चोंक गये ऑर जब मैने मोबाइल उठा कर देखा तो मामू का नाम डिसप्ले हो रहा था.. मैने मोबाइल खाला को पकड़ा दिया.. खाला ने कॉल रिसीव की ऑर मामू से बात करने लगी.. उनकी आवाज़ से बिल्कुल ऐसा नही लग रहा था कि उनकी सील टूट चुकी है ऑर उनको दर्द हो रहा हो.. खाला कुछ देर मोबाइल पर बात करती रही ऑर फिर कॉल बंद कर दी.....
मैने खाला की तरफ सवालिया नज़रो से देख कर पूछा कि मामू क्या कहते रहे थे तो उन्होने कहा कि मामू बोल रहे थे कि अयान को बोलना खाला का बहुत ख़याल रखे हम लोग कल आ जाएँगे ... मैं खुश हो गया कि चलो हमारे पास अभी एक पूरा दिन ऑर रात पड़ी हुई है.. ऑर मैं ने खाला की तरफ देख कर शरारती अंदाज़ मे कहा.. मामू कल आएँगे तो इसका मतलब है कि हमारे पास एक ऑर रात अभी है.. खाला ने मेरी तरफ मुस्कुरा कर देखा, मुझे अपनी तरफ खेंच लिया ऑर मुस्कुराते हुए बोली "बदमाश".
खाला ने मुझे हग कर लिया मगर मैने कुछ देर बाद खाला को कहा कि भूक लगी है.. खाला उठी ऑर होन्ट दबा कर अपना दर्द बर्दाश्त करने लगी. उनकी गान्ड मे अभी भी दर्द हो रहा था.. मैने उठ कर खाला को सहारा दिया ऑर मगर खाला ने कहा कि चंदा मैं ठीक हूँ. फिर उन्होने बेड के कॉर्नर से अपने कपड़े उठाए ऑर कपड़े पहन'ने लगी.. खाला ने अपने कपड़े उठा कर चेक किए तो उसके साथ ब्रा नही था... रात को अंधेरे ऑर जोश मे मैने ब्रा उतार कर फेंका था, मैं बेड से उठा ऑर इधर उधर ब्रा ढूँढने लगा... मैने बेड की नीचे की तरफ देखा तो बेड शीट के नीचे मुझे ब्रा नज़र आ गया.. मैने ब्रा निकाला ऑर खाला से कहा कि मैं आप को पहना दूं....??? खाला ने मुस्कुरा कर मुझे कहा.. पहना दो. अब शरम किस बात की.. मैं खाला की बॅक पर आया ऑर पहले तो आराम से खाला की कमर पर हाथ फेरना शुरू कर दिया..
खाला ने मुझे कहा.. अयान भूक लगी है ना..?
मैं: हाँ जी लगी है.
खाला: तो फिर मस्ती ना करो ओर जल्दी से पहनाओ.
अब खाला के बोलने से मुझे दर्द फील नही हो रहा था.. मैं ने उनको ब्रा पहनाया ऑर फिर बाक़ी कपड़े उठा कर उनको दिए.. खाला ने कपड़े पहने ऑर किचन की तरफ चली गई.. मैने भी जल्दी से कपड़े पहने ऑर किचन मे उनके पीछे पीछे चला गया.. मगर अब की बार मैं बस उनके साथ खड़ा हो गया ऑर इधर उधर की बातें करने लगा... जब नाश्ता तैयार हो गया तो हम ने किचन मे ही नाश्ता किया ऑर टी.वी लाउंज मे आ गये.. मैने टी.वी ऑन किया ओर सॉंग्स सुन'ने लगा..
मैने खाला से पूछा कि अब दर्द तो नही हो रहा तो खाला ने कहा कि नही दर्द नही हो रहा ऑर इस तरह तो होता है इस तरह के कामो मे ऑर हँसने लगी.. मुझे भी हँसी आ गई ऑर खाला ने मुझे अपनी तरफ खेंच कर अपने सीने से लगा लिया.. मैं ने उन से कहा कि ना करो,,, वरना फिर मेरा दिल प्यार करना चाहेगा तो खाला ने कहा.. कर लो.. मैने तुम्हे रोका है क्या... मैने अपना फेस उठा कर खाला की तरफ देखा ऑर कहा... कर लूँ.. खाला मुस्कुरा पड़ी.. अरे मैं तो मज़ाक कर रही थी.. अभी भी दर्द हो रहा है.. बस अब कुछ दिन बाद प्यार कर लेना...
अभी हम सॉंग्स सुन रहे थे तो मैं डोर पर दस्तक हुई.. खाला ने घबरा कर मुझे एक दम से छोड़ा ऑर मुझे कहा.. अयान जा कर देखो कौन आया है.. मैं ज़रा रूम की हालत ठीक कर लूँ. हम दोनो उठे,, खाला रूम की तरफ चली गई... ऑर मैं दरवाज़ा ओपन करने चला गया.. जब दरवाज़ा खोला तो सामने जो शख्सियत खड़ी थी उसको देख कर मेरे फेस पर खुद ही एक पूर जोश से स्माइल आ गई.. जी जी वो शक्सियत ऑर कोई नही.. खाला की फ्रेंड सोबिया थी.. सोबिया ने भी मुझे मुस्कुरा कर सलाम किया ऑर मेरी खेरियत पूछी.. मैने दरवाज़े से साइड पर हो कर उसको अंदर आने की जगह दी.. ऑर खुद डोर लॉक कर दिया...
सोबिया ने मुझसे पूछा कि अंबर कहाँ है.. मैने कहा रूम मे.. तो वो रूम की तरफ चलने लगी.... मैं भी उसके पीछे पीछे रूम मे आ गया .. हम रूम मे आए तो खाला रूम मे से गैर ज़रूरी चीज़े समेट चुकी थी.. सोबिया ने आते ही खाला को हग कर लिया ऑर एक दोनो ने एक दूसरे की खेर खेरियत पूछी.. सोबिया ने अपनी चादर उतार कर दुपट्टा लिया ऑर सामने बेड पर ही बैठ गई.. ऑर खाला से बातें करने लगी... मैं डोर के पास खड़ा था.. तो सोबिया ने मुझे आवाज़ दी.. अयान तुम खड़े क्यू हो.. तुम भी बैठ जाओ ना तो मैं भी चलता हुआ बेड के कॉर्नर पर बैठ गया.. खाला ऑर सोबिया एक दूसरे से बातों मे मसरूफ़ थी.. वो नॉर्मल अंदाज़ मे बाते कर रही थी.. मैं भी गौर से उनकी बातें सुन रहा था कि खाला उसको मेरे साथ सेक्स का बताती है या नही. मगर उन दोनो के बीच मे ऐसी कोई बात ना हुई शायद वो मेरी वजह से अवाय्ड कर रही थी..
मैने वैसे ही नज़रें इधर उधर घुमा कर देखा..... रूम मे इधर उधर देखने के बाद जैसे ही मेरी नज़र सोफे पर गई तो मैं हैरान हो गया.. क्योंकि खाला ने सारा रूम तो सॉफ कर लिया था मगर सोफे पर से वो टवल जिस पर खाला की गान्ड का खून लगा हुआ था.. वो सोफे पर ही मोजूद था.......
मैं बेड के कॉर्नर पर बैठा हुआ. सोबिया की बॅक मेरी तरफ थी ऑर खाला उसके सामने बैठी हुई थी इस तरह खाला एक ही वक़्त मे सोबिया ऑर मुझे देख सकती थी.
वो दोनो आपस मे बाते कर रही थी जब मैं उन दोनो की बाते सुन सुन जब बोर हो गया तो मैं गैर इरादन तोर पर कमरे मे नज़रें घुमाने लगा. मगर जैसे ही मेरी नज़रें सोफे पर गई जहाँ कुछ देर पहले खाला ऑर मैं बैठे थे, मेरी आँखें पत्थर की हो गई, ऑर शरम के मारे मेरे माथे पर पसीना आने लगा. (यहाँ मैं आप को बताता चलूं कि डरता तो मैं किसी के बाप से भी नही) बस शरम की वजह से मुझे पसीना आने लगा था.
मैं नही चाहता था कि सोबिया उस टवल पर लगा हुआ खून देख ले. इस से खाला ऑर मेरे राज़ के लीक आउट होने का भी ख़तरा था.
मैने खाला की तरफ देखा मगर वो तो सोबिया से गॅप शॅप मे मसरूफ़ थी ऑर उनकी नज़रें सोबिया के बेड पर पड़े हुए शोप्पर की तरफ थी जो सोबिया अपने साथ लाई थी. मैने आँखों ही आँखों मे खाला को इशारे भी किए मगर वो मेरी तरफ मुतवज्जा होती तो मेरे इशारे समझती ना....
जब मैं ने देखा कि खाला मेरी तरफ नही देख रही तो मैने हल्की सी खाँसी की उूउउन्न्नहुउऊ उूुुउउन्न्ञनहुउऊउउ.
खाला शायद मेरा इशारा समझ गई थी ऑर उन्होने आहिस्ता से मेरी तरफ सवालिया नज़रो से देख जैसे पूछ रही थी कि क्या हुआ. सोबिया शोप्पर मे से कुछ निकाल रही थी उसकी नज़र हमारी तरफ नही थी.
मैने खाला की तरफ देख कर आँखों ही आँखो मे उन्हे सोफे की तरफ इशारा किया. खाला की नज़रो ने मेरी नज़रो का ताक़ुब किया तो उन्हे भी सोफे पर टोवल नज़र आ गया. खाला ने मुझे आँखों ही आँखो मे इशारा किया कि मैं टवल उठा लूँ.
अभी हम दोनो एक दूसरे को इशारे ही कर रहे थे कि सोबिया ने भी सिर उठा कर पहले खाला को देखा ऑर फिर जल्दी से घूम कर मुझे देखा. उस ने खाला ऑर मुझे इशारा करते हुए देख लिया था जब सोबिया ने मेरी तरफ देखा तो मैं उस वक़्त सोफे पर देख रहा था. सोबिया ने मुझे टवल की तरफ मुतवज्जा पाया तो मेरी नज़रो का पीछा करते हुए उसकी नज़रें भी सोफे पर जा कर रुक गई....
सोबिया सोफे पर खून से भरे हुए टवल को देख कर हैरान हुई ऑर खाला की तरफ देखा ऑर बोली..
अरे अंबर ये क्या है.... हाए माँ इतना ज़्यादा खून कहाँ से आया...????
जब सोबिया ने सोफे पर खून से भरे हुए टवल को देखा तो बहुत हैरान हुई. ऑर फॉरन से खाला को देख कर बोली कि ये इतना ज़्यादा खून किस का है..
खाला इस अचानक सवाल पर बोखला गई ओर मेरी तरफ देखते हुए बोली. वो वूऊ ओूऊऊ खून अयान की नाक से निकला था सुबह. खाला घबराई हुई आवाज़ मे बोल रही थी उनकी आवाज़ लडखडा रही थी जिसकी वजह से उनके मुँह से शब्द भी ठीक तरह नही निकल रहे थे.. खाला के माथे पर पसीना चमकने लगा था ऑर वो ऐसे बिहेव कर रही थी कि जैसे उनकी कोई चोरी पकड़ी गई हो..
उधर सोबिया के फेस पर भी थोड़ी बहुत परेशानी ही थी. वो कभी मुझे, कभी खाला को ऑर कभी सोफे पर पड़े हुए टवल को देख रही थी.. वो अंदाज़ा लगाना चाह रही थी कि हम दोनो सच बोल रहे हैं या झूट... कुछ देर इसी तरह देखने के बाद पता नही क्यू सोबिया के फेस पर एक हल्की सी स्माइल आ गई ऑर उसने मुझसे पूछा... अयान... ये खून कैसे निकला.. मुझे सोबिया से ये तव्क़्क़ो नही थी कि वो डाइरेक्ट मुझसे सवाल कर ले गी... मैने एक मिनट के लिए खामोश रहा ऑर फिर बोला.......................
|