RE: Muslim Sex Stories खाला के संग चुदाई
मामी ने जिस टाइम मुझे खाने का बोला उस टाइम मैं मामी के मम्मो की तरफ देख रहा था... जिसको मामी ने नोट कर लिया... ओर जब मुझे एहसास हुआ कि मामी ने भी मुझे देख लिए है तो मेरे चेहरे पर एक गहरी सी स्माइल आ गई.... मामी मेरी इस स्माइल को देख कर परेशान हो रही थी.. ऑर मुझे उनकी परेशानी का भी पता था.. उनको अभी तक शक था कि कहीं हम ने उनको सेक्स करते हुए देख ना लिया हो....
मैं चेयर पर बैठा खाना खाने के लिए..... तो मामी मेरे सामने वाली चेयर पर बैठ गई. उनका दुपट्टा एक कंधे पर पड़ा हुआ था जिसकी वजह से उनके मम्मो का क्लीवेज मुझे साफ दिखाई दे रहा था....
मामी मेरी तरफ परेशान नज़रो से देख रही थी बार बार... मैं खाना खाने लगा ओर मैने मामी को कहा कि आप भी खाना खा लो.. उन्होने कहा कि नही मुझे भूक नही है... तुम खाओ....
मेरे मुँह से जल्दी मे निकल गया कि हाँ जी आप ने तो खा लिया है ना..... मेरी इस बात पर मामी बुरी तरह चोंक गई ऑर मुझे देखते हुए बोली... क्या मतलब... मैने जल्दी से कहा.. मैने उस टाइम देखा था कि आप कुछ खा रही थी अपनी अम्मी के साथ बैठे हुए तो इसीलिए बोला... मामी कुछ सोच मे पड़ गई.. वो शायद मुझसे पूछना चाहती थी.. मगर उनको समझ नही आ रहा था कि कैसे पूछें...
मामी ने फिर हिम्मत कर के मुझसे पूछ ही लिया.... अयान,,, एक बात पूछूँ..... किसी को बताओ गे तो नही....
मामी ने मुझसे पूछा कि अयान,,, एक बात पूछूँ किसी को बताओ गे तो नही....???
मैने मामी की तरफ देखा ऑर उनसे बोला कि जी मामी पूछें.. मैं किसी को नही बताउन्गा ... तो मामी ने मेरी आँखों मे आँखें डाल कर मुझसे पूछा.. तुम मुझे देख कर क्यू मुस्कुरा रहे थे...
मैं... मामी वैसे ही मुस्कुरा रहा था ऑर आप को देख कर नही मुस्कुरा रहा था बस मुझे कुछ बात याद आ गई थी इसलिए मुस्कुरा रहा था..
मामी.. क्या बात याद आ गई थी..
मैं.. कुछ नही बस वैसे ही अपनी बात थी..
मामी... अच्छा तुम ने कपड़े चेंज कर लिए थे..
मैं... हाँ जी वो तो जब आप ने मुझे कहा कि जाओ जा कर उपर वाली वॉशरूम मे जा कर नहा लो तो हम लोग उसी टाइम चले गये थे......
मामी मेरी बात सुन कर परेशान हो गई ऑर बोली कि मैं तो तुम लोगो को ढूंड रही थी ऑर उपर भी गई थी तुम लोगो को देखने मगर तुम लोग तो मुझे कहीं भी नज़र नही आए.....
मैने मामी की बात का कोई जवाब नही दिया ऑर बस सिर नीचे कर के मुस्कुराने लगा..... मामी मेरी मुस्कुराहट की वजह से बहुत उलझन मे थी ऑर घबरा रही थी.. वो मुझसे फिर पूछने लगी कि बताओ ना तुम लोग कहाँ थे तुम लोग तो मुझे उपर नज़र नही आए...
मैने अपने दिमाग़ मे पूरा मंसूबा बना लिया था ऑर मामी की घबराहट को देख कर तो जैसे मैं शायर बन गया था.. मैने मुस्कुराती हुए मामी की आँखों मे देखा तो वो अपने सवाल का जवाब माँग रही थी....
मैने कुछ सोचा ऑर खाना खाने लगा... अब मामी को शक हो गया था कि मैं उनकी हरकतें देख चुका हूँ... उन्होने मुझे बहुत प्यार से कहा कि अयान देखो तुम बहुत अच्छे हो.. मैं तुमसे कुछ पूछ रही हूँ..
मैने हिम्मत कर के मामी को कह ही लिया कि जिस वक़्त आप उपर आई थी मैं उस टाइम उपर ही था... मामी की शकल रोने वाली हो गई ऑर उनका हलक खुश्क हो गया ओर अपने खुश्क होंठो मे ज़ुबान फेरने लगी...
फिर मामी ने मुझसे पूछा कि तुम कहाँ थे मुझे तो तुम नज़र नही आए.. ऑर अंबर भी नज़र नही आई थी...
मैने ने झूट बोलते हुए कहा.. कि जिसस टाइम आप उपर आई थी,, उस टाइम अंबर खाला वॉशरूम मे नहा रही थी... चूँकि अंधेरा था तो खाला डोर ओपन कर के नहा रही थी... इसीलिए मैं वॉशरूम के दरवाज़े का सामने से हट कर वो जो कबाड़ पड़ा हुआ है वहाँ जा कर खड़ा हो गया था....
मामी परेशानी से चेयर मेरे क़रीब करते हुए... फिर उसके बाद...????
मैं: जब आप उपर आई तो मैं आप को तंग करने के लिए कबाड़ के पीछे च्यू गया था... कि मैं मामी को डराउंगा.. अंबर खाला तो वॉशरूम मे थी उनको तो आप के आने का पता ही नही लगा.... मगर मुझे पता लग गया था.. ऑर मैने आप को देख लिया था...
मामी परेशानी ऑर शर्म से ज़मीन मे गढ़ी जा रही थी... ऑर मैं खाना खाने मे मसरूफ़ हो गया...
मैने खाना ख़तम किया तो मामी की तरफ देखा वो मुझे देखे जा रही थी.. मैने उनसे कहा कि मामी मैने कहाँ सोना है...
मामी एक ठंडी साँस लेते हुए बोली.. आओ मेरे साथ... ऑर मैं मामी के साथ चल पड़ा...
मामी सब की नज़रो से बचाती बचती स्टेर्स की तरफ जाने लगी.. ऑर मेरी तरफ देखा तो मैने एक स्माइल पास की ऑर ढीठ आशिक़ों की तरह उनकी तरफ देखने लगा.. मगर मुँह से कुछ नही बोला... मैं स्टेर्स के पास आ कर रुक गया.. ऑर मामी से बोला.. उपर कहाँ जा रहे हैं हम..
मामी... मैने तुमसे कुछ बात करनी है.. तुम आओ तो सही... ऑर मेरा हाथ पकड़ के मुझे उपर की तरफ ले कर जाने लगी...
जब हम उपर पहुँच गये तो मामी मेरे सामने आ कर खड़ी हो गई ऑर मुझसे पूछा के बताओ तुम कहाँ छुपे थे.. मैने उनको कबाड़ की तरफ इशारा किया ओर बोला ..... वहाँ......
मामी... तुम ने मुझे उपर आते हुए देखा था.. तो मैने हाँ मे सिर हिला दिया.... तो मामी फॉरन बोली कि ऑर क्या क्या देखा..
अब मुझे भी डर लगने लगा था क्योंकि मामी का लहज़ा कुछ बदला बदला सा लग रहा था.. या शायद वो अपनी हरकत को छुपाने के लिए मुझ पर रौब जमा रही थी...... मामी ने फिर बोला... मैं तुमसे पूछ रही हूँ... तुम क्यू छुपे थे.. ऑर तुम ने क्या देखा था.. मैं खामोश खड़ा रहा... तो मामी गुस्से ऑर परेशानी से बोली... अयान,,,, जवाब दो मुझे.. तुम कुछ बोलते क्यू नही हो... खामोस्स्सस्शह क्यू हो तुम......
मैं चूँकि उनको गुस्से मे देख कर डर गया था तो डरते डरते मामी से बोला.... मैने सब कुछ देखा है..... मेरी इस बात को सुन कर मामी की आँखें फटी की फटी रह गई... ऑर उनकी सूरत रोने वाली हो गई... वो ज़मीन पर बैठ गई ऑर अपना सिर हाथों मे थाम लिया... मैं उनके साथ बैठ गया ऑर उनके हाथ पर अपना हाथ रख दिया.... मामी ने मेरा हाथ अपने हाथ पर महसूस किया... ऑर मेरी तरफ देखा... उनकी आँखों मे आँसू थे...उन्होने मेरी तरफ देखा तो उनकी आवाज़ नही निकल रही थी.... मैने मामी से पूछा कि.. आप की तबीयत ठीक है.. आप को क्या हुआ है......... मामी ने मेरी तरफ रोते रोते देखा ऑर रुक रुक कर बोली...अयान,,, त्त्त्त्त्त त्त्त्त्त्त्त्म्म्म्म ने सब कुछ देखा तो मैने हल्का सा सिर हाँ मे हिला कर अपना सिर झुका लिया तो मामी ने एक बार फिर से अपना सिर अपने हाथों मे थाम लिया....
उफफफफफफफफफफफफफफफ्फ़ अब क्या होगा... मेरी ज़िंदगी बर्बाद हो जाए गी..... ऑर रोने लगी.. वो हिचकियाँ ले ले कर रो रही थी मगर उनके रोने की आवाज़ बहुत आहिस्ता आहिस्ता थी.. इसलिए मुझे इस बात का तो डर नही था कि कोई उनकी आवाज़ सुन कर उपर आ जाएगा .. ऑर वैसे भी उपर किसी ने आना भी नही था क्योंकि उपर वाली हिस्से मे लाइट भी नही थी.. ये तो बस स्ट्रीट लाइट्स ऑन थी जिसकी वजह से मैं मामी को देख रहा था.. ऑर मामी मुझे....
रोते रोते मामी ने फिर अपना सिर उठाया.. ऑर यक़ीन ना आने वाली बोली मे बोली... अयान तुम ने सब कुछ देखा है.. तुम सच बताओ मुझे... तुम्हारे ""मामू"" भी तो उपर आए थे मेरे साथ.... उन्होने अपने भाई का नाम हटा कर मामू का नाम लगा दिया कि अगर किसी को पता भी लग गया तो कोई कुछ नही कर सकता क्योंकि वो तो अपने पति का नाम ले रही थी...
जब उन्होने मामू का नाम लिया तो मुझे हँसी आ गई.. ऑर मैने मामी की तरफ देखा ऑर प्यार से बोला..... मामी आप टेन्षन ना लो... मैं किसी को नही बताउन्गा कि आप उपर आई थी ऑर आप ने कॉल की थी तो आप की कॉल के बाद आप का भाई भी उपर आ गया था.....
मामी ने मेरी बात सुनते ही मेरे होंठो पर हाथ रख कर मेरा मुँह बंद किया ऑर बोली... अयान,,, प्लीज़ तुम ने तो सब कुछ देख लिया है..... मगर अब किसी को नही बताना.. अपने मामू को भी नही बताना.. देखो चंदा ये मेरी ज़िंदगी का सवाल है.... मेरी ज़िंदगी बर्बाद हो जाए गी... मामी ने मेरी टांगे पकड़ रखी थी ऑर मेरी मिन्नते किए जा रही थी.....
फिर मामी को अचानक से ख़याल आया ऑर वो मुझे बोली.... क्या अंबर ने भी देखा था ये सब.... मैने सॉफ झूट बोलते हुए कहा कि नही अंबार खाला ने कुछ भी नही देखा...
मामी.. परेशानी से.. उसने भी देख ही लिया होगा... तो मैने बहुत कॉन्फिडेन्स से जवाब दिया.... नही जब आप लोग नीचे जा चुके थे तो अंबर खाला उसके कुछ देर बाद नहा कर निकली थी तो मैने खाला को कहा कि मामी उपर आई थी तो खाला ने कहा.. अच्छा... मुझे तो पता ही नही लगा.....
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