RE: Muslim Sex Stories खाला के संग चुदाई
जैसे ही मैने हाथ बाहर निकाला तो खाला ने कहा कि शायद आटा सीने पर से होता हुआ पेट (टमी) तक पहुँच गया है..
अयान ज़रा प्लीज़ मेरी कमीज़ उपर करना... मैने खाला की कमीज़ थोड़ी सी उपर की तो मुझे उनकी टमी नज़र आने लगी..
खाला ने खारिश करने के बहाने अपने टमी पर हाथ लगाया तो हाथों मे लगा हुआ आटा उनके टमी पर भी लग गया...
खाला: लो,,,,, पहले वाला सॉफ नही हुआ ऑर अब ये भी लग गया.. अयान प्लीज़ सॉफ कर दो जानू
मैं खाला की टमी पर से आटा सॉफ करने लगा... मुझे उनकी टमी पर भी हाथ फेरने मे बहुत मज़ा आ रहा था ऑर मेरा लंड भी बार बार झटके मार रहा था...
मुझसे बर्दाश्त नही हुआ तो मैने जल्दी से पेट सॉफ किया ऑर कमीज़ नीचे कर दिया... क्योंकि एक वर्जिन लड़के के लिए इतना सब भी बहुत ज़्यादा होता है..
मैं जैसे ही सीधा खड़ा हुआ तो खाला ने मेरे लंड की तरफ देखा तो हंस पड़ी.. ऑर मुझे बोली
खाला:: लगता है कि तुम बहुत ज़्यादा एग्ज़ाइटेड हो गये थे..
मैं: नही,,, नही तो..
खाला ने मेरे लंड की तरफ इशारा किया,,, तो फिर ये क्या है...
मैने अपने खड़े हुए लंड की तरफ देखा तो शरम के मारे मुझे कुछ समझ नही आया ऑर मैं भी मुस्कुरा कर किचन से बाहर जाने लगा तो मुझे अपने पीछे खाला की हँसी की आवाज़ सुनाई दी...
खाला ने आवाज़ लगाई.. मैं आ रही हूँ.. फिर तुम्हे पूछती हूँ अच्छाआआआआआअ....
मैने पीछे मूड कर देखा तो खाला ने मुझे एक आँख मारी ऑर मैं भी हंस पड़ा...
मैं किचन से निकल कर सीधा टी.वी लाउंज मे आया टी.वी ऑन कर लिया... मगर मुझे टी.वी देखने मे मज़ा नही आ रहा था.. मैं अभी तक अपने हॅंड्ज़ पर खाला के मम्मो की नर्मी फील कर रहा था.. खाला के माममे बहुत नरम नरम थे.. मेरा लंड उस टाइम खड़ा हुआ था.. मैने बहुत कोशिश की कि किसी तरह मेरा लंड बैठ जाए मगर ये साहिब तो बैठ ने का नाम ही नही ले रहे थे.. दरअसल मेरे लंड की भी तो कोई ग़लती नही थी ना..... क्योंकि खाला का जिस्म था ही इतना सॉफ्ट कि अगर मर्द जितना भी शरीफ हो.. बस एक बार मेरी खाला को बिना दुपट्टे के देख ले तो उसकी सारी शराफ़त ख़तम हो जाएगी.
अब मैं सोच रहा था कि खाला को कैसे चोदा जाए.. क्योंकि मुझे तो सेक्स करना भी नही आ ता था.. मैने पॉर्न मूवीस देखी हुई थी मगर रियल मे तो कभी नही किया था किसी के साथ..
मेरी नज़रें तो टी.वी की तरफ थी मगर मेरा माइंड खाला की तरफ ही था.. मैने अपना हाथ लंड पर रखा ऑर आहिस्ता आहिस्ता लंड को मसल्ने लगा... मैने अपनी आँखे बंद की ऑर अपनी शलवार के उपर से ही मूठ मारने लगा... मेरी आँखे बंद थी ऑर मेरी ख़याल मे खाला का नंगा जिस्म घूम रहा था.... मेरी साँसे तेज होने लगी थी ऑर मुझे पसीना आने लगा था.. मैं चाहता था कि जल्दी से मेरे लंड का पानी निकले ऑर मेरे जिस्म को सकून मिले.. मगर लंड साहिब तो आज कुछ ज़्यादा ही जवानी दिखा रहे थे..... मैं तेज तेज मूठ मार रहा था... जब मुझे लगा कि मैं डिसचार्ज होने वाला हूँ तो मैने मूठ मारने की स्पीड तेज कर दी... ऑर मेरे मुँह से एक दम से ही निकला.... उफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफ्फ़ खााआआआाअलल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्लाआआआआआआआआअ तुम्हाआआआअरर्र्रृिईई चूऊऊऊवटतत्टटतत्त माअरर्र्ररुउुउउन्न्ञणन्.................
मैने अपनी शलवार के अंदर ही अपने लंड का पानी छोड़ दिया था.. ऑर मेरा जिस्म कुछ हल्का सा हो गया..
मैं सोफे पर बैठा हुआ था.. सोफे की बॅक साइड पे दीवार थी मगर दीवार और सोफे के बीच मे तक़रीबन 3 फीट का गॅप था..
जब मेरी शलवार मे ही लंड का पानी निकल गया ऑर मेरा जिस्म हल्का हल्का सा हो गया... मेरी सिक्स्त सेन्स ने कहा कि शायद रूम मे मेरे अलावा भी कोई ओर है... मैने ऐसे ही आँखे खोली.. मगर मेरे सामने तो मुझे कुछ नज़र ना आया... मैं सोफे पर से उठ कर खड़ा हो गया ऑर वॉशरूम की तरफ जाने लगा....
मैं जैसे ही सोफे पर से उठा.. मैने ज़रा सा पीछे घूम कर देखा तो सोफे की बॅक साइड पर खाला दीवार से लग कर खड़ी हुई थी.. उनकी आँखे लाल हो रही थी.. ऑर वो मुझे ही देख रही थी....
पोज़िशन कुछ यूँ थी कि मैं अपना लंड हाथ मे लिए हुए खड़ा था.. ऑर खाला मुझे ही देख रही थी....
मैं एक बार फिर डर गया... ऑर अब मैने सोचा कि "अयान बेटा अब तो बचने के कुछ चान्स नही है.... क्योंकि सुबह से ये 3र्ड टाइम हो गया था... जब मेरी ग़लत हरकत पकड़ी गई थी...
ऑर सब से बड़ी बात तो ये थी कि मैं डिसचार्ज होते हुए जो बकवास कर चुका था.. क खाला तुम्हारी चूत मारू अब मुझे उन वर्ड्स का रिज़ल्ट का पता लग रहा था.. क्योंकि सॉफ ज़ाहिर था कि खाला ने मेरे मुँह से वो वर्ड्स सुन लिए हों गे...
खाला ने मुझे कुछ ना कहा ऑर खाला के मुँह से भी आवाज़ नही निकल रही थी...
खाला ने मुझे कुछ देर तक देखा ऑर मैं खाला को देख रहा था.
फिर खाला बोली:
वो वो,,, वो मैं तुम्हे खाने पर बुलाने के लाइ आई थी.... तुम जा कर चेंज कर लो.. ऑर नहा लो.. मैं खाना लगाती हूँ. फिर खाना खाते हैं...
मैं हैरान रह गया कि खाला ने मुझे कुछ कहा क्यू नही..... ऑर खाला ऐसे बिहेव कर रही थी कि जैसे उनकी चोरी पकड़ी गई हो... मगर फिर मेरे माइंड मे ख़याल आया कि क्या खाला मुझे मूठ मारते हुए देख रही थी?????? क्या खाला मेरे पीछे खड़ी हो कर खुद भी उंगली कर रही थी?????????
फिर मेरे फेस पर एक स्माइल आ गई ऑर मेरा 2न्ड ख़याल मुझे ठीक लगने लगा... ऑर शायद खाला मेरे पीछे खड़े हो कर उंगली ही कर रही थी... जब मैने एक दम से पीछे देखा था तो खाला घबरा गई थी..
मैं यही सब कुछ सोचते सोचते वॉशरूम की तरफ चल पड़ा... ऑर वहाँ से अपना ट्राउज़र पहन कर किचन मे खाला के पास चला गया.... खाला ने मेरी तरफ देखा ऑर एक स्माइल पास की... ऑर मुझे कहा कि "अयान प्लीज़ हेल्प करो मेरी खाना लगाने मे...
मैने उनके हाथ से कुछ बर्तन लिए ऑर डाइनिंग टेबल पर ले जा कर रख दिए... खाला भी आ गई ऑर फिर खाला ने एक ही प्लेट मे सालन डाला.. ऑर पहला लुक़मा खाला ने खुद ही मेरे मुँह मे डाला.. मैं खुश हो गया..
खाला मेरी तरफ प्यार भरी नज़रो से देख रही थी ऑर मैं भी दिल ही दिल मे खुश हो रहा था कि खाला ने मेरी इस हरकत का बुरा नही माना था... फिर मैने भी खाला को एक लुक़मा खिला दिया... इसी तरह एक लुक़मा वो मुझे खिलाती ऑर मैं एक लुक़मा खिलाता... हम ने खाना ख़तम किया....
खाला किचन मे बर्तन वाघेरा रख कर आई तो मुझे टी.वी लाउंज मे पाया...
खाला: अयान मैं तो थक गई हूँ. मैं सोने जा रही हूँ.. अगर तुम्हे भी सोना हो तो फिर आ जाना..
ये कह कर खाला अपने रूम मे चली गई जो मेरा ऑर उनका कंबाइन रूम था...
मैने भी टी.वी ऑफ किया ऑर खाला के पीछे पीछे कमरे मे आ गया... जब मैं कमरे मे आया तो खाला अपने कपड़े निकाल रही थी अपनी कपबोर्ड मे से...
खाला ने मेरी तरफ देखा ऑर कहा....... तुम्हारा ये ट्राउज़र तो शायद गंदा था... मैं तुम्हे दूसरे कपड़े निकाल कर दे दूं????
मैं: मगर मैं तो अपने घर से ज़्यादा कपड़े लाया ही नही था...
खाला: देखो गर्मी है.. अगर तुम गंदे कपड़ों मे रहो गे तो तुम्हे अलेर्जी हो जाए गी.. एक काम करो.. तुम ये ट्राउज़र भी उतार दो.. ऑर कोई टोवल या चादर लपेट लो.. मैं तुम्हारे ये कपड़े धो कर डाल देती हूँ.. शाम तक सूख जाएँ गे...
मैं: मगर टवल कैसे लपेट लूँ..
फिर खाला ने मुझे अपना एक दुपट्टा दिया ऑर बोली: लो ये लपेट लो.. टोवल भी गरम होता है.. तुम्हे गर्मी लगे गी उस मे...
मैने खाला से दुपट्टा लिया ऑर दूसरे रूम मे जा कर ट्राउज़र उतार दिया ऑर दुपट्टा लपेट लिए... ऑर अपना ट्राउज़र भी खाला को ला कर दे दिया..
खाला ने मुझसे ट्राउज़र लिया ऑर बोली.... एक तो तुम ये बार बार कपड़े बहुत गंदे कर देते हो ऑर स्माइल मारी...
मैं कुछ ना बोला... मैं एक दुपट्टे मे था.. मैं सोच रहा था कि मेरा लंड तो बार बार खड़ा हो जाता है... अगर इस दुपट्टे मे ये खड़ा हो गया तो फिर तो साफ साफ नज़र आएगा...
खाला मेरे कपड़े वाघेरा सर्फ मे भिगो कर वापस रूम मे आ गई थी.. खाला ने अपने कपड़े निकाले ऑर रूम से बाहर चली गई.. मैने रूम के दरवाज़े के पास आ कर देखा तो खाला वॉशरूम मे एंटर हो रही थी.. मैं समझ गया कि खाला नहाने गई है..
मैं वापस आ कर बेड पे लेट गया ऑर खाला के बारे मे ही सोचने लगा... मैं सोच रहा था कि मैं खाला से कितना प्यार करता हूँ.. ऑर खाला भी मुझसे कितना प्यार करती हैं..
मैं इन्ही सोचो मे गुम था कि खाला कुछ देर बाद रूम मे एंटर हुई... मैने जब खाला की तरफ देखा तो देखता ही रह गया.. .क्योंकि खाला जो लग रही थी ना.. कमाल लग रही थी. खाला ने वाइट कपड़े पहने हुए थे.. रेशमी कपड़े थे ट्रॅन्स्परेंट टाइप के.. खाला का ब्रा भी सॉफ ऑर क्लियर नज़र आ रहा.. ब्रा तो छोड़ो मुझे खाला का पूरा जिस्म सॉफ नज़र आ रहा था.. ऑर उपर से खाला का गीला जिस्म.... वो रेशमी कपड़े भी खाला के जिस्म से चिपके हुए थे....
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