RE: Rishton Mai Chudai गन्ने की मिठास
गन्ने की मिठास--41end
गतान्क से आगे......................
हरिया- चलो बहुत हुआ का दिन भर इसी मे लगे रहोगे और फिर हरिया ने मेरी ओर देखते हुए कहा चल बे
लोंडे एक बार हमे इसकी बुर चाट कर तो दिखा, मैं रति की चूत मे लंड डाले हुए बैठा था और मैने लंड बाहर
खींच कर रति की चूत को चूमते हुए उसकी रसीली चूत को फैला फैला कर चाटना शुरू कर दिया और मम्मी
आह आह आह राज ओह बेटे बहुत अच्छा लग रहा है सीयी आह ओह राज्ज्जज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज
मैं उनकी जाँघो को भी बीच बीच मे दबा दबा कर चूम रहा था और फिर अपना मूह पाव रोटी सी फूली छूट
से लगा कर उसकी फांको को फैला कर उसे चाटने लगा, ऐसा लग रहा था कि रति झाड़ जाएगी तभी मैने फिर से रति
की चूत मे अपना लंड पेल दिया और उसे खूब तेज तेज चोदना शुरू कर दिया और रति फिर से मुझे उसी तरह
चूमने लगी,
मेरे धक्के की स्पीड बढ़ती ही जा रही थी और मम्मी ने नीचे से अपनी कमर उठा उठा कर मेरे
लंड पर मारना शुरू कर दिया, उनकी चूत के धक्के इतने तगड़े थे कि जब मैं धक्का मारता और उधर से वह
धक्का मारती तब अगर हमारे धक्के एक ही समय पर आमने सामने से पड़ते तब दोनो कस कर एक दूसरे से
चिपकते हुए खूब कस कस कर एक दूसरे की चूत और लंड को चिपका लेते,
अब रति से नही रहा गया और उसने मुझे कस कर पकड़ लिया और उसकी बुर खूब चिकनी हो गई मेरा लंड सतसट
फिसल फिसल कर उसकी चूत मे जाने लगा और मैने जैसे ही उसकी गंद को दबोचते हुए कस कस कर 8-10 धक्के
मारे कि रति एक दम से मुझसे कस कर चिपक गई और उसकी चूत की गहराई मे मेरे लंड ने पानी छ्चोड़ना शुरू
कर दिया,
रति की चूत ने कस कर मेरे लंड को पकड़ लिया और मैने भी खूब गहराई तक अपने लंड को डाल दिया,
हम दोनो अभी थक कर आँखे बंद करके साँसे ले ही रहे थे कि हरिया ने बंदूक तानते हुए कहा बहुत
बढ़िया चुदाई करते हो तुम दोनो पर यह बताओ वहाँ शहर मे मोका नही मिलता होगा तुम दोनो को इसलिए गाँव
की हरियाली मे और गन्नो की मिठास के बीच चुदाई करने चले आते हो है ना,
राज- अरे ऐसा नही है डाकू भाई साहेब,
हरिया- गुस्से से राज के गले पर बंदूक लगा कर, चुप कर लोंडे नही तो यही ढेर कर दूँगा जितना पुच्छे उतना
ही बोल समझे, फिर हरिया एक दम से हस्ते हुए मेरी पीठ पर हाथ मार कर
हरिया- पर यार लोंडे तुझे मैं मानता हू साले क्या माल फसाया है 40-45 की होगी लेकिन यह बहुत गबरू जवान,
साले तूने आख़िर ऐसे जोरदार चोदने लायक माल को फसाया कैसे,
हरिया की बात सुन कर रति एक टक हरिया को देखने लगी और फिर खड़ी होकर अपने कपड़े उठाने लगी तभी हरिया
ने बंदूक से उसके कपड़े अपनी और खिच कर हस्ते हुए कहा,
हरिया- अरे मेडम साहिबा कहाँ चली,
रति- तुमने जैसा कहा हमने कर दिया अब हमे जाने दो,
हरिया- अरे वाह ऐसे कैसे जाने दे अभी तो हमने कुच्छ कहा ही नही और तुम जाने की बात कर रही हो अभी एक काम
और तुम्हे करना होगा रानी उसके बाद ही तुम यहाँ से जा सकोगी,
रति- कौन सा काम
हरिया- अभी तो तुम्हे इस लोंडे से हमारे सामने अपनी गंद मरवाना पड़ेगी,
रति- नही मैं यह नही करूँगी,
हरिया- देखो रानी तुम्हे नंगी देख कर भी हम तुम्हे चोद नही रहे है जानती हो क्यो, क्यो कि तुम इस लोंडे की
मोहब्बत हो और हम तुम्हे इसके सामने चोद कर इसके प्यार को गाली नही देना चाहते क्योकि हम खुद एक बहुत
बड़े दिलजले है,
अब अगर तुम इससे अपनी गंद नही मर्वओगि तो फिर ठीक है मैं और मेरा चेला दोनो और चोद
लेते है तुम्हे,
मैं बहुत देर से मम्मी को नंगी खड़ी देख रहा था और हरिया से बात करते हुए उन्होने जब अपनी गुदाज गंद
मेरी तरफ की तो मेरा लंड खड़ा हो गया और मैं धीरे से मम्मी के करीब गया और उनकी गंद से अपने खड़े
लंड को सटाते हुए उनके गोरे गालो को चूम कर कहा ,
राज- मम्मी जो यह कह रहे है वह कभी मत करना,
मम्मी की गंद मे सीधे मेरा खड़ा लंड चुभने लगा और मैने उनके मोटे मोटे दूध को पिछे से खड़े
होकर पकड़ लिया और मम्मी एक दम से सिहर गई और मैने धीरे से अपनी उंगली से मम्मी की मोटी गंद की गुदा
को सहलाते हुए फिर से पूछा मम्मी अब बताओ क्या तुम मुझसे गंद मर्वओगि,
रति- आह आहह ओह बेटे क्या कर रहा है आह सीईईईई ओह बेटे
राज- मम्मी मुझसे चुद्वओगि क्या,
रति- आह आह हाँ बेटे हाँ खूब कस कर चुदवाउंगी तुझसे तभी मैने मम्मी की चूत पर हाथ ले जाकर उनकी चूत
को कस कर दबोच लिया और इतने मे रामू चुपके से मेरे पास आ गया और अपनी जेब से तेल की शीशी निकाल कर बहुत
सारा तेल उसने मेरे हाथ मे डाल दिया और मैने वह तेल तुरंत अपने लंड पर लगा लिया और फिर पिछे से मम्मी
की चूत की फांको और गंद के छेद मे खूब तेल लगा लगा कर अपनी उंगली मम्मी की गंद मे दबाने लगा और
मेरी उंगली बहुत कसी कसी उनकी गुदाज गुदा मे घुसने लगी, रति बहुत ज़ोर ज़ोर से सीसीया रही थी और अपने एक हाथ
को मेरे हाथ से पकड़े अपने मोटे मोटे बोबे दब्वा रही थी और दूसरे हाथ को मेरे हाथ पर चूत के उपर से
दबा रही थी और मैं उसकी चूत को और भी कस कर पकड़े हुए था,
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