RE: Rishton Mai Chudai गन्ने की मिठास
हरिया ने जब हम दोनो को एक दूसरे से चिपके हुए देखा तो उसने मम्मी के साए के नाडे को पकड़ कर एक दम
से खींच दिया और मम्मी का पेटिकोट उसके पेरो मे गिर गया, पेटिकोट नीचे गिरते ही मम्मी की मस्त चोदने लायक
गदराई जवानी एक दम से आँखो के सामने आ गई मम्मी की गुदाज मोटी मोटी गदराई जंघे और फूली हुई मस्त
मासल चूत पर चढ़ि हुई उसकी लाल रंग की पॅंटी हमारी आँखो के सामने थी,
तभी रामू और हरिया मम्मी के
पिछे जाकर उसकी गुदाज मोटी गंद को देखने लगे, लाल पॅंटी मे मम्मी के गोरे गोरे भरे हुए चूतड़ बहुत
प्यारे लग रहे थे, पॅंटी पूरी तरह से मम्मी की दोनो मोटी गंद की गहराई मे फसि हुई थी, मम्मी के मोटे
मोटे चूतड़ खूब आपस मे चिपके हुए थे, मैं जब अपने हाथ को पिछे लेजाकार मम्मी की मोटी नंगी गंद
को सहलाने लगा तभी मुझे एहसास हुआ कि मम्मी की गुदाज मोटी गंद का छेद अगर देखना है तो उनकी गंद को
खूब कस कर फैलाना होगा,
उनकी गंद बहुत ही मस्त और भारी थी और उनके चूतड़ खूब चिपके हुए थे,
मम्मी की मस्ती का अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता था कि मम्मी कि मैं गंद और दूध दबा दबा कर सहला
और मसल रहा था और मम्मी बड़े प्यार से मेरे अंडकोष को दबा दबा कर सहलाते हुए मुझे लगातार चूम
रही थी,
तभी मैने मम्मी के मटके जैसे उभरे हुए गोरे और मखमली पेट और गहरी नाभि को देख कर
मेरा लंड रति की चूत मे ठोकर मारने लगा मैने रति की पॅंटी के उपर से जब उसकी उभरी हुई मस्त चूत को
देखा तो अपने हाथ से मैने मम्मी की चूत को कस कर भींच लिया और मेरी इस हरकत पर मम्मी मुझसे आह
बेटे क्या कर रहा है, मम्मी ने जब अपनी चूत को मसले जाने से मस्ती मे आकर यह कहा तब मैने दुबारा
उनकी मस्त फूली बुर को फिर से दबोच लिया और मम्मी सीईईईईईईई की आवाज़ करते हुए मुझसे चिपक गई,
हरिया और रामू ललचाई नज़रो से रति की गुदाज भरी जवानी का रस अपनी आँखो से पी रहे थे तभी हरिया ने
बंदूक रति के उपर तानते हुए कहा
हरिया- ओये लोंडे बहुत नाटक हो गया अब चल जल्दी से इस रंडी को पूरी नंगी कर दे नही तो अभी गोली मार दूँगा
उसकी बात सुन कर मैं मम्मी की ओर देखने लगा जो पूरी मस्ती मे आ चुकी थी और मुझसे दूर होने का नाम ही
नही ले रही थी और बराबर मेरे मोटे लंड को देखते हुए उसे मसल रही थी,
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