RE: Rishton Mai Chudai गन्ने की मिठास
संगीता को खूब मज़ा आ रहा था और वह मुझसे चिपकी हुई अपनी गंद अब मेरे लंड पर मारने लगी और मैं डचा डच उसकी बुर को ठोकने लगा,
राज- गुड़िया रानी कैसा लग रहा है
संगीता- ओह भैया आह आह बहुत मज़ा आरहा है ऐसे ही ज़ोर ज़ोर से चोद्ते रहो आ आ सीईईईईईईई आह ओह भैया
संगीता की चूत अब इतनी चिकनी हो चुकी थी कि मेरा लंड सतसट उसकी बुर की चुदाई कर रहा था, आज मैने जितना दूध अपनी बहन के दबाए थे उतने दूध अपनी जिंदगी मे कभी नही मसले थे, संगीता के दूध लाजवाब थे और उन्हे जितना दबाओ उतना ही और कठोर होकर हाथो से बाहर आ जाते और मैं उन्हे फिर से अपने हाथो मे भर कर कस कर दबाने लगता,
हमे यह भी होश नही रहा था कि शाम हो चुकी है और कुच्छ देर मे अंधेरा हो जाएगा, मैं खूब हुमच हुमच कर संगीता को चोद रहा था और संगीता अपनी चूत मेरे लंड पर खूब ज़ोर ज़ोर से मार रही थी तभी संगीता ने मेरे लंड को अपनी चूत मे कस कर जाकड़ लिया और मुझे पागलो की तरह चूमते हुए कहने लगी चोदो और चोदो खूब कस कर चोदो भैया मैं पूरी ताक़त से उसकी चूत मारने लगा और फिर एक दम से संगीता और मैं पूरी ताक़त से च्चिपक गये मेरा लंड उसकी चूत की गहराई मे दबा हुआ था और संगीता की चूत मेरे लंड को निचोड़ निचोड़ कर उसका रस निकालते हुए खुद भी पानी छ्चोड़ने लगी,
हम दोनो गहरी साँसे लेते हुए एक दूसरे के चूत और लंड को एक दूसरे के चूत और लंड से दबाए अपना अपना पानी छ्चोड़ने लगे और एक दूसरे को पागलो की तरह जकड़े हुए चूमने लगे,
करीब 5 मिनिट बाद संगीता ने मुझे अपने उपर से धकेलते हुए कहा
संगीता- भैया अब उठो भी मैं तो बुरी तरह थक गई हू,
राज- अच्छा मेरी गुड़िया रानी मेहनत मैं कर रहा हू और थक तुम गई हो
संगीता- अपनी जीभ निकाल कर मुझे चिढ़ाने लगी तभी मैने लपक कर उसकी जीभ को अपने मूह मे भर कर चूस लिया और उसे फिर से बाँहो मे लेकर उसके दूध दबाने लगा,
राज- संगीता अभी तो 6 बजे है, चल एक बार और तुझे मज़ा देता हू फिर हम घर चलते है, उसके बाद मैने संगीता को उठा कर वही जीन्स के उपर घोड़ी बना दिया और इस बार मैने उसकी गुदा और चूत को फैला कर जब चाटना शुरू किया तो संगीता मस्ती मे अपनी गंद हिलाने लगी,
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