RE: Rishton Mai Chudai गन्ने की मिठास
मुझे उसकी गुदाज मोटी गंद ब्लॅक पॅंटी मे कसी हुई नज़र आ रही थी लेकिन मैं ऐसे दिखा रहा था जैसे मैं उसे नही देख रहा हू, संगीता की चूत खूब फूल चुकी थी तभी वह बड़े मस्ती भरे अंदाज मे अपनी पॅंटी निच्चे सरका कर जैसे ही बैठी उसकी गंद की दरार एक पल के लिए मुझे नज़र आ गई फिर उसके मोटे मोटे चूतड़ फैल कर खुल गये और संगीता की मोटी गंद मुझे नज़र आने लगी, मेरा लंड पूरी तरह खड़ा हो चुका था,
उधर संगीता का प्रेसॉर भी ज़्यादा था और वह बैठी बैठी मुते जा रही थी, मैं उसकी चूत से निकलती मोटी धार को देख तो नही पाया लेकिन मेरी आँखो के सामने मेरी बहन की गुलाबी रसीली चूत का नज़ारा ज़रूर आ गया और मैं कल्पना मे डूब गया कि संगीता की चूत से कैसे पेशाब की धार निकल रही होगी और उसकी चूत का गुलाबी छेद कैसे भीगा हुआ लसलसा रहा होगा,
राज- क्या हुआ संगीता हो गया क्या
संगीता- एक दम से खड़ी होकर कहने लगी बस भैया आ गई उसके बाद भी संगीता वही खड़ी जीन्स चढ़ा कर ना जाने क्या करने लगी थोड़ी देर बाद मैने फिर उससे पुछा
राज- क्या हुआ गुड़िया कितना टाइम लगाती हो
संगीता- अरे भैया यह जीन्स की चैन बंद नही हो रही है
राज- लाओ इधर मैं लगा देता हू,
संगीता जीन्स को कमर से पकड़े हुए मेरी तरफ आने लगी उसकी कमर से लेकर घुटनो तक का एरिया इतना भरा हुआ नज़र आ रहा था कि मैं तो उसकी मोटी जाँघो को छुने के लिए तड़पने लगा,
संगीता मेरे सामने आकर खड़ी हो गई उसके चेहरे के भाव बता रहे थे कि वह शरारती मूड मे लग रही है और वह मंद मंद मुस्कुरा भी रही थी,
राज- इधर आओ मैं लगाता हू और फिर मैने उसके सामने बैठ कर सबसे पहले मैने दोनो हाथो से उसकी मोटी जाँघो को पकड़ कर सहलाते हुए अपने हाथ को पिछे लेजाकार उसके भारी चूतादो को पकड़ कर अपनी ओर खींच लिया उसके बाद मैने उसकी जीन्स की चैन को देखा ऐसा लग रहा था जैसे संगीता ने जान बुझ कर चैन की कॅप को तोड़ दिया हो,
मैं उसकी चैन के कॅप को पकड़ने की कोशिश कर रहा था और जैसे ही मैने एक उंगली से चैन के अंदर वाले हिस्से को पकड़ना चाहा मेरी उंगली संगीता की ब्लॅक पॅंटी मे फूली हुई चूत से टच हो गई और संगीता के मूह से आह की आवाज़ निकल पड़ी मैने जब उपर देखा तो संगीता अपनी आँखे बंद किए हुए अपना सर उपर उठाए हुए थी और उसका चेहरा ऐसा लग रहा था जैसे खड़े खड़े लंड लेने को तैयार हो,
जब मेरी उंगली उसकी चूत से च्छू गई तो मुझे भी बड़ा मज़ा आया और इस बार मैने जान बुझ कर उसकी फूली हुई चूत को सहलाते हुए उसकी चैन लगाने का नाटक करने लगा, उसकी चूत का फूला हुआ गुदाज भाग बहुत मस्त लग रहा था तभी मैने उसकी पॅंटी के उपर से उसकी चूत को अपनी हथेली मे थामते हुए उसकी चैन उपर खिचने लगा जिससे मेरा हाथ का दबाव संगीता की फूली हुई चूत पर पड़ा और वह आह भैया सीई करके एक दम से तड़प उठी,
राज- क्या हुआ संगीता क्या चेन चुभ गई
संगीता- नही भैया मैं ठीक हू, क्या नही बंद हो रही है
राज- अरे इस चैन की कॅप टूट गई है इसलिए यह उपर नही चढ़ रही है एक काम करता हू इसे दन्तो से खींच कर उपर चढ़ाने की कोशिश करता हू उसके बाद मैने संगीता की जीन्स को और भी खोल दिया और मुझे नही पता संगीता मेरी तरफ देख रही थी या अपनी आँखे बंद करके खड़ी थी मैने उसकी जीन्स को फैला कर जब उसकी ब्लॅक पॅंटी मे कसी हुई गुदाज फूली चूत को देखा तो मुझसे नही रहा गया और मैने अपने मूह को उसकी मस्त फूली चूत पर पनटी के उपर से दबा दिया और संगीता आह करके एक दम से सीसीयाने लगी और उसके पैर खड़े खड़े काँपने लगे,
मैं चैन तो नही खींच रहा था बस अपने मूह से संगीता की पॅंटी के उपर से उसकी गुदाज बुर को खूब दबा रहा था, और संगीता पूरी मस्ती मे खड़ी मज़ा लूट रही थी,
राज- संगीता तुम ठीक से खड़ी रहना मैं चैन को दन्तो मे फसा कर उपर खिचता हू तुम संभाल कर खड़ी रहना थोड़ा धक्का भी लग सकता है, उसके बाद मैने संगीता की चैन को दन्तो से पकड़ने का नाटक करते हुए अपनी जीभ से संगीता की चूत को उसकी पॅंटी के उपर से चाट लिया और उसकी बुर को अपनी नाक लगा कर कस कर सूँघा तो क्या बताऊ मैं तो एक दम मस्त हो गया,
मैं मनमाने तरीके से कभी संगीता की मोटी गंद को दबा कर उसकी चूत को अपने मूह से दबाने लगता और कभी उसकी चूत को अपनी हथेली मे भर कर दबोच लेता, संगीता खड़ी खड़ी पानी छ्चोड़ रही थी और मैं अपनी जवान कुँवारी बहन की मस्त चूत और गंद का मज़ा सहला सहला कर ले रहा था,
कुच्छ देर मज़ा लेने के बाद जब मुझे लगा कि अब संगीता खूब चुदासी हो चुकी है तब मैने संगीता से कहा संगीता यह तो ऐसे बंद नही होगी,
संगीता- फिर क्या करे भैया मैं घर कैसे जाउन्गि सब लोग देखेगे और हसेगे
राज- एक काम हो सकता है लेकिन उसके लिए तुझे अपनी जीन्स उतारना पड़ेगी
संगीता- लेकिन भैया जीन्स उतार के कैसे बनेगी
राज- जीन्स उतार कर तेरी चैन को दन्तो से थोड़ा उपर खिचना पड़ेगा ताकि वह जहाँ फसि है वहाँ से थोड़ा उपर आ गई तो आसानी से लग जाएगी, अभी तू पहन कर खड़ी है इसलिए पूरी ताक़त लग नही पा रही है, चल जल्दी से जीन्स उतार कर देदे मैं अभी लगा देता हू,
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