RE: Rishton Mai Chudai गन्ने की मिठास
उधर संगीता के मोटे मोटे बोबे दबा दबा कर चंदा ने उसे पागल कर दिया था और अपनी आँखो के सामने पहली बार किसी गदराई औरत की चूत किसी मोटे लंड से ठूकते देख कर संगीता की चूत खूब चिकना गई थी,
कुछ समय बाद जब हरिया सुधिया को चोद चुका तब चंदा संगीता को चुपचाप वापस अपने झोपड़ी के पास ले आई और फिर खाट पर बैठ कर संगीता के मोटे मोटे दूध को दबाती हुई,
चंदा- क्यो दीदी मज़ा आया कि नही,
संगीता- मुस्कुराते हुए बहुत मज़ा आया चंदा लेकिन अब मुझे बहुत जोरो की पेशाब लगी है
चंदा- संगीता के बोबे मसल्ते हुए, पहले यह बताओ कि तुम्हारा मन अपनी चूत मे अपने भैया का लंड लेने का कर रहा है कि नही,
संगीता- आह थोड़ा धीरे दबा चंदा, मेरा मन तो बहुत कर रहा है चुदने का लेकिन मेरी ऐसी किस्मत कहाँ
चंदा- कस कर संगीता के बोबे दबाती हुई, अरे दीदी जब भी तुम्हारे भैया तुम्हे अपने गले लगाते है ना तब तुम अपने मोटे मोटे दूध को खूब कस कर उनके सीने से दबाया करो फिर देखना तुम्हारे इन मोटे मोटे आमो के मुलायम और ठोस उभार से तुम्हारे भैया का मस्त लोडा कितनी जल्दी खड़ा होता है,
संगीता- पर क्या पता चंदा मेरे भैया मुझे चोदना चाहते है कि नही
चंदा- संगीता की जाँघो को फैला कर उसके जीन्स के उपर से उसकी चूत को दबा कर देखती हुई, अरे दीदी तुम एक बार कहो तो कि तुम्हे अपने भैया के लंड से चुदना है फिर मई तुम्हे आसान तरीका बता देती हू,
संगीता- बता देना पर पहले मुझे यह बता मैं पेशाब कहाँ करू मुझे बहुत ज़ोर से मूत आ रहा है
चंदा- दीदी अभी अपनी चूत को अपनी मोटी जाँघो के बीच कस कर दबा कर बैठी रहो जब तक तुम्हारे भैया नही आ जाते, जब वह आ जाए तो उनसे धीरे से शरमाने का नाटक करती हुई कहना भैया मुझे बहुत ज़ोर से पेशाब लगी है, फिर देखना तुम्हारी बात सुनते ही तुम्हारे भैया को तुम्हारी फूली हुई चूत दिखने लगेगी और उनका लंड खड़ा हो जाएगा, फिर वह तुम्हे कही एक तरफ मूतने के लिए ले जाएगे तब तुम जानबूझ कर ऐसी जगह मुतना जहा से तुम्हारे भैया आराम से तुम्हारे मोटे मोटे नंगे चूतादो और तुम्हारी गंद की दरार देख सके, उसके बाद तुम खूब देर तक मुतना और जब मूत आना बंद हो जाए तब अपनी चूत को वही बैठी बैठी रगड़ रगड़ कर खूब लाल कर लेना जब तुम्हे ज़्यादा देर हो जाएगी तब भैया कहेगे क्या हुआ संगीता हो गया क्या,
तब फिर तुम वही करना जो मैं तुम्हे बता रही हू और फिर संगीता को चंदा ने कुच्छ और भी टिप्स दिए और फिर उसे एक गन्ना लाकर चूसने को दे दिया,
संगीता- गन्ना चूस्ते हुए अरे चंदा भैया ना जाने कब आएगे तब तक क्या मैं अपना पेशाब रोके बैठे रहूंगी,
चंदा-हस्ते हुए दीदी अब अपने भाई का मोटा लोडा जो अपनी चूत मे डलवाना हो तो थोड़े समय तो अपना पेशाब रोक कर रखना ही होगा, पर हाँ यह ज़रूर ध्यान रखना कि अपनी पॅंटी मे ही मत मूत देना,
संगीता- हस्ते हुए तू बहुत चुड़क्कड़ और छीनाल है साली, दिखती कितनी भोली और शरीफ है लेकिन अपने बाबा का लंड भी बड़े प्यार से खा जाती है,
चंदा- सबसे ज़्यादा चटोरा तो तुम्हारा भैया है जो सारी गाँव की औरतो की चूत चाटता फिरता है और फिर भी उसका पेट नही भरा तो आज वह तुम्हे भी यहाँ ले आया,
संगीता- के मतलब है तेरा
चंदा- यही कि तुम जानती हो तुम्हारे भैया तुम्हे यहाँ क्यो लाए है,
संगीता- हाँ गन्ने चुसवाने के लिए
चंदा- ज़ोर से हस्ते हुए, हाँ वो तो है पर तुम यह नही जानती कि तुम्हारे भैया तुम्हे यहाँ चोदने के लिए लाए है और वो जो सामने आम का बगीचा दिखाई दे रहा है ना उधर ज़्यादातर कोई नही जाता है और तुम अपने भैया को कहना कि तुम्हे वह बगीचा घूमना है फिर वहाँ जाकर तुम कहना तुम्हे पेशाब लगी है और फिर देखना तुम्हारे भैया तुम्हे उसी बगीचे मे खूब रगड़ रगड़ कर चोदेन्गे,
क्रमशः........
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