RE: Rishton Mai Chudai गन्ने की मिठास
रुक्मणी- वाह बाबा जी कितना मस्त हथियार छुपा रखा है आपने अब मुझसे नही रहा जाता बाबा जी जबसे मैने आपका मोटा लंड रमिया की चूत मे आते हुए देखा था तब से आपसे चुदने के लिए मरी जा रही हू,
राज- बेटी अब सिर्फ़ तुम्हारी मोटी गंद मे तेल लगाना बाकी बचा है,
रुक्मणी- बाबा जी पहले मेरी चूत को खूब अच्छे से ठोंक दो फिर तो सारी रात पड़ी है आराम से मेरी गंद मे तेल लगा कर रात भर मेरी गंद मारना,
राज- अच्छा बेटी अब तुम पीठ के बल लेट जाओ और फिर रुक्मणी जब पीठ के बल लेट गई तब उसने अपनी जाँघो को उपर उठा कर मोड़ लिया और उसकी रसीली चूत मेरे सामने आ गई मैने अपनी जीभ से रुक्मणी की गुलाबी फूली हुई चूत को चाटना शुरू कर दिया और रुक्मणी तड़पने लगी,
रुक्मणी- ओह बाबा जी खूब चुसू खूब चतो मेरी चूत को आह आह ओह बाबा जी आपका लंड बड़ा मस्त है आज मेरी चूत फाड़ देना बाबा जी,
मैने रुक्मणी की चूत के छेद से बहते रस को चूस चूस कर चाटना शुरू कर दिया और एक हाथ मे तेल लेकर उसकी गंद मे तेल लगाने लगा, पहले एक उंगली से उसकी गंद सहलाने लगा फिर दो उंगलिया उसकी मोटी गंद मे डाल कर जब उसकी चूत मैने तबीयत से चूसना शुरू किया तो रुक्मणी पागलो की तरह बड़बड़ाने लगी
मैने देखा रुक्मणी अब पानी-पानी हो चुकी थी बस फिर मैने अपने मोटे लंड को रुक्मणी की चूत से लगा कर कस कर एक धक्का मारा और रुक्मणी ओह बाबा जी करके ऐथ गई तभी मैने उसकी गुदाज जाँघो को पकड़ कर एक और धक्का मार दिया और मेरा लंड जड़ तक रुक्मणी की चूत मे घुस गया, मैं रुक्मणी की चूत को खूब कस-कस कर चोदने लगा और रुक्मणी अपनी गंद उठा उठा कर कहने लगी ओह बाबा जी खूब चोदो कस कस कर चोदो आह आह बहुत मज़ा आ रहा है,
कितना अच्छा चोद्ते हो आप आपका लंड जो औरत एक बार ले लेगी वह मस्त हो जाएगी आपका लंड तो बड़ी बड़ी घोड़ियो के लायक है बाबा जी और मारिए खूब कस कर मारिए फाड़ दो आह आह सी सी ,
मैं पूरी ताक़त से रुक्मणी को चोद रहा था और वह सीसीया रही थी मैं रुक्मणी के उपर लंड फसाए लेट गया और उसके मोटे-मोटे दूध को खूब दबा दबा कर पीने लगा और रुक्मणी अपनी चूत को खूब ज़ोर से मेरे लंड से दबाने लगी, मैं पूरी ताक़त से खूब कस कस कर उसे चोद रहा था और तभी उसकी चूत ने ढेर सारा पानी छ्चोड़ दिया और रुक्मणी मेरे बदन से कस कर चिपक गई,
कुच्छ देर हम दोनो साँसे लेते रहे उसके बाद रुक्मणी मेरी तरफ पीठ कर के लेट गई और मैं उसके पीछे से उसकी मोटी मुलायम गंद के छेद को तेल भर-भर कर चिकना बनाने लगा,
रुक्मणी- बाबा जी बहुत मोटा लंड है आपका मेरी गंद तो फाड़ कर रख देगा,
राज- बेटी ऐसे मोटे लंड से ही गंद मरवाने मे ज़्यादा मज़ा आता है,
रुक्मणी- बाबा जी मुझे आपका लंड चूसना है
राज- चूसो ना बेटी तुम मेरा लंड जितना चाहे चूस लो फिर मैं आज तुम्हारी मोटी गंद की सारी खुजली दूर कर देता हू, उसके बाद रुक्मणी मेरे लंड को खूब दबोच दबोच कर चूसने लगी और मैं उसकी गुदा मे दो उंगलिया डाल-डाल कर उसे मुलायम करने लगा,
रुक्मणी की गंद को मैने सहला सहला कर खूब मुलायम बना दिया और फिर मैने अपने मोटे लंड को धीरे से रुक्मणी की गंद से सताया तो रुक्मणी ने अपनी गंद मेरी ओर उठा कर अपने हाथो से अपनी गंद को खूब फैला कर मुझे अपनी गंद का छेद दिखाते हुए, लो बाबा जी अब पेलो अपना मूसल मेरी गंद मे, मैने अपने लंड का धक्का धीरे से रुक्मणी की कमर पकड़ कर उसकी गंद मे मार दिया और रुक्मणी ओह बाबा जी करके सीसीया पड़ी मेरे लंड का टोपा उसकी गुदा मे धस चुका था और मैं रुक्मणी के बोबे मसल्ते हुए दूसरे हाथ से उसकी कमर और मोटी गंद सहला रहा था,
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