RE: Rishton Mai Chudai गन्ने की मिठास
राज- क्या हुआ बेटी कुछ दिक्कत है क्या
रुक्मणी नही बाबा जी मैं अभी स्नान करके आती हू और फिर रुक्मणी आँगन मे मेरे सामने अपनी साडी उतारने लगी और फिर वह पेटिकोट और ब्लौज मे आ गई उसकी उठी हुई गंद और गोरा-गोरा मसल पेट देख कर मेरा लंड खड़ा हो गया और रुक्मणी बड़े मस्त तरीके से अपने ब्लौज के बटन खोल कर उतारने लगी, रुक्मणी ने जैसे ही ब्लौज खोला उसके मोटे-मोटे दूध खुल कर बाहर आ गये फिर रुक्मणी ने अपने पेटिकोट का नाडा खोल कर जैसे ही पेटिकोट को छ्चोड़ा रुक्मणी पूरी नंगी मेरे सामने झुक कर अपने नंगे बदन पर पानी डाल कर नहाने लगी मैं तो उस भरे बदन की गोरी जवान औरत का नंगा रूप इतने करीब से देख कर पागल हो गया, मेरा लंड इतना ज़ोर से खड़ा था कि लग रहा था कि लंड की नशे फट जाएगी,
नहाने के बाद रुक्मणी पूरी नंगी खड़ी मेरी ओर देखने लगी जैसे पुच्छ रही हो कि अब क्या करना है मैने उसे इशारे से मेरे पास बुलाया और कहा कि देखो रुक्मणी अब मैं तुम्हारे पूरे बदन पर तेल लगा कर तुम्हे पवित्र करूँगा, क्या तुम इसके लिए तैयार हो
रुक्मणी- जी बाबा जी
राज - ठीक है एक आसान लो और उस पर बैठ जाओ और फिर रुक्मणी एक आसान ले कर अपनी दोनो मोटी जंघे फैला कर बैठ गई, रुक्मणी के चेहरे को देख कर लग रहा था कि वह खूब अंदर ही अंदर मस्ती से भर चुकी है,
मैने जब उसकी दोनो जाँघो पर तेल लगा कर उसकी मोटी मोटी जाँघो को मसलना शुरू किया तो रुक्मणी के मूह से सिसकी निकल गई,
राज- क्या हुआ रुक्मणी तुम आँखे बंद करके क्यो बैठी हो
रुक्मणी- बाबा जी आपके सहलाने से मुझे बहुत अच्छा लग रहा है
राज- बेटी हम तो तुम्हे अपनी बेटी समझ कर तुम्हे पवित्र कर रहे है, और फिर मैने खूब सारा तेल रुक्मणी के दोनो मोटे मोटे दूध पर डाल कर उसके दूध को खूब कस कस कर दबोचते हुए सहलाने लगा,
रुक्मणी- आह बाबा जी इस तरह तो कोई बेटा अपनी मा को भी पवित्र करेगा तो उसकी मा गरम हो जाएगी,
मैं रुक्मणी के दूध पेट और मोटी जाँघो पर तेल लगाने के बाद जैसे ही रुक्मणी की और देखा रुक्मणी ने मेरी ओर मुस्कुरा कर देखते हुए अपनी मोटी जाँघो को पूरी तरह खोल दिया और मैं रुक्मणी की पाव रोटी की तरह फुल्ली हुई चिकनी गुदाज चूत देख कर मस्त हो गया,
रुक्मणी- मुस्कुराते हुए क्या देख रहे है बाबा जी लगाइए ना तेल, मैने रुक्मणी की बात सुन कर जल्दी से उसकी फूली चूत को अपने हाथो से भर कर दबोच लिया,
रुकमनि- आह बाबा जी यह क्या कर रहे है आप तो मेरी चूत मे तेल लगाने के बजाय उसे दबोच दबोच कर मसल रहे है,
राज- बेटी तुम्हारी चूत को अंदर तक तेल लगा कर पवित्र करना होगा क्यो कि तुमने पराए मर्दो का लंड इसमे डलवा-डलवा कर इसे अशुद्ध कर दिया है तुम अपनी पीठ मेरे सीने से लगा कर अपनी जाँघो को थोड़ा फैला कर बैठ जाओ ता कि मैं तुम्हारे सीने पर और पीठ पर भी तेल लगा दू,
क्रमशः........
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