RE: Desi Sex Kahani निदा के कारनामे
नयला ने कहा- “जी एक मिनट बात सुने, मैंने एक चारपाई निकालनी यहाँ से, प्लीज़ जरा निकलवा दें..."
वो बोला- “जी निकाल देता हूँ..” और उसके साथ अंदर आ गया।
नयला ने फौरन दरवाजा बंद कर दिया और उसको चिमत गई। एक दफा तो वो हेरान होकर डर गया की ये क्या हो गया है... पर जब संभला तो उसको क्या चाहिये था, वो भी लिपट गया। चूमने की अावाजें आने लगी फिर नयला बोली- “चारपाई नहीं निकालनी बलकी चारपाई में पावा डालना है...”
वो बोला- “जी डाल दूंगा..."
नयला बोली- “आश... बात सुनो, हम दो हैं और तुमको हम दोनों की फुद्दी मारनी पड़ेगी, सारी रात..."
वो सुनकर हैरान रह गया की ये क्या बोल रही है।
नयला इतनी चुदक्कड़ होगी ये मुझे भी नहीं पता था और इतनी खुली होगी ये भी नहीं पता था।
वो बोला- “कोई मसला नहीं...”
नयला बोली- “हम दोनों की एक-एक दफा ले के तुम्हारे बस हो जाने हैं। तुम्हारा कोई दोस्त कजिन जो फुद्दी
का शौकीन हो उसको भी बुला लो। क्या मिल सकता है?”
वो बोला- “ले आता हूँ जी..."
नयला बोली- “लेकिन खबरदार चुपके से जाओ और उसके इलावा किसी तीसरे को पता ना चले...”
वो बोला- “आप बिल्कुल फिकर ना करें, किसी को पता नहीं चलेगा...”
आश... तो फिर जल्दी जाओ और जल्दी आना...”
वो चला गया और नयला ने कहा- “याहू.." और मेरे पास लेट गई।
मैंने घबराते हुये कहा- “अरे यार कोई गड़बड़ ना हो जाय...”
नयला बोली- “अरे कुछ नहीं होता, यह लड़के फुद्दी के इतने ही दीवाने होते हैं, जितनी हम लण्ड की और जो लड़की इनको फुद्दी दे। यह उसकी बड़ी केयर करते हैं क्योंकी इनके जेहन में होता है की बाद में भी लेनी है... जिसका बड़ा हुवा उसका मैं दूंगी...”
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