RE: Desi Sex Kahani निदा के कारनामे
मेरे पीछे उमार खड़ा था, और मेरे कूल्हे उससे थोड़ी ही दूड़ होंगे, उमार ने उधर बढ़कर अपनी रानों का बीच का हिस्सा मेरे कूल्हों के बीच लगाकर मुझे एकदम से दबोच लिया। मेरे वहमे-ओ-गुमान में भी नहीं था की वो ऐसी हरकत करेगा। जब कोई सख्त सी लंबी सी चीज मेरी गाण्ड से टकराई तो मैं एकदम से घबरा गई। मैं एकदम से खड़ी हुई तो उमार ने मुझे पूरी तरह से जकड़ लिया। मैं जानबूझ कर नाटक करने लगी। उमार के मजबूत बाजुओं में मैं हिल भी नहीं पा रही थी।
मैं एकदम से चीखी।
रशीद ने उधर बढ़कर एक जोरदार थप्पड़ मेरे चेहरे पर मारा। तकलीफ से मेरी आँखों में आँसू उभरे और मेरा सिर घूम गया।
रशीद बोला- “कुतिया अब तेरी कोई आवाज ना निकले.."
फिर उसने मेरे गिरेबान में हाथ डाला, फिर एक चिर्र की आवाज से मेरी कमीज फटती चली गई। रशीद ने मेरी कमीज को फाड़ डाला था। नीचे ब्रा ना होने की वजह से मेरी बड़े-बड़े खूबसूरत चूचियां आजाद हो गई। रशीद पागला की तरह मेरी बड़ी-बड़ी चूचियों को दबाने लगा। जबकी उमार का लण्ड मुझे अपनी गाण्ड में घुसता हुवा महसूस हो रहा था।
मैं बोली- “प्लीज मेरे साथ ऐसा ना करो...”
रशीद ने फिर एक और जोरदार थप्पड़ मुझे मारा और बोला- “साली कुतिया मैंने मना करा था ना बोलने के लिए, तू अब क्यों शरीफ बन रही है, क्या तूने बगैर ब्रा के इतने बारीक कपड़े अपने यार के लिए पहने थे...” वो बोला- “अब तेरी आवाज ना निकले वरना तेरा वो हाल करेंगे की तू अपने आपसे नफरत करेगी, अब जो हम करना चाहते हैं, तू वो हमें करने दे वरना...” इतना कहकर रशीद खामोश हो गया।
और उसकी धमकी सुनकर मैं चुप हो गई क्योंकी मैं खुद भी यही चाहती थी और फिर मैंने कोई आवाज नहीं निकाली। मैं अब कोई फजीहत बर्दाश्त नहीं कर सकती थी क्योंकी रशीद ने जो थप्पड़ मुझे मारे थे उससे ही मेरी हालत खराब हो गई थी। रशीद ने मेरी कमीज को फाड़कर बिल्कुल ही अलग कर दिया। उमार ने मेरी शलवार का आजारबंद खोल दिया, और मेरी शलवार खोला तो मेरी शलवार नीचे गिर गई। अब मैं बिल्कुल नंगी थी। रशीद और उमार ने मुझे बेडरूम में लेजाकर बेड पर लिटा दिया।
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