RE: Desi Sex Kahani निदा के कारनामे
07 पहलवान था वो
मेरी साथ ये खुशगवार इत्तेफाक़ एक हादसे के तौर पर हो गया था। मेरी एक सहेली की छोटी बहन की मंगनी की रश्म थी, जिसमें शरीक होने के लिए मैं अपने आप को बना संवार रही थी। मेरा 15 साल का एक छोटा भाई था। मैं अपने छोटे भाई के लिए किचन में जाकर कुछ बनाने लगी थी की ऊपरी शेल्फ पर रखा हवा बेलन लुढ़कता हुवा नीचे की तरफ आया और सीधा मेरी दायें घुटने पर इतनी जोर से लगा की मेरी तो चीखें निकल गईं।
मेरी इतनी बुलंद चीखें सुनकर मेरा भाई और मेरी साथ वाली हुंसाई दौड़ती हुई मेरी पास आईं। मुझे रोते हुये । देखकर मुझसे रोने की वजह पूछी, तो मैंने बतला दिया की बेलन मेरे घुटने पर लगा है, लगता है मेरी घुटने की हड्डी टूट गई है।
फंक्सन में जाने की तैयारी तो धरी की धरी रह गई। मेरी हँसाई ने मेरे घर को संभाला और मैं छोटे भाई के । साथ बाजार में बैठे हुये एक पहलवान के पास आ गए जो टूटी हड्डियों को ठीक करता है। ये भी अच्छा ही हुवा की हम समय से वहाँ पहुँच गए थे, वर्ना उनकी दुकान के वकफी का समय शुरू होनी वाला था। पहलवान की। दुकान पर उस समय सिर्फ एक बूढ़ी औरत अपने हाथ की पट्टी करवाने आई हुई थी। उसने मुझे रोते हुये देखा तो वजह पूछी। मैंने वजह बटलाई।
तो वो मेरे कपड़ों को देखकर कहने लगी- “बेटी, तुम्हारे घुटने पर चोट आई है, तो लाजमी बात है की घुटने की मालिश भी होगी, यहाँ पट्टी भी बाँधी जाएगी। मगर तुम्हारी शलवार का पायंचा इतना छोटा सा है की ये तो तुम्हारी पिंडलियों के ऊपर भी नहीं जाएगा, घुटना क्रॉस करना तो दूर की बात। बेहतर होगा की तुम पहलवान के कमरे में जाने से पहले अपनी शलवार का पायंचा उधेड़ लो, ताकी ये आसानी से ऊपर हो सके...”
मैंने अभी हाँ या ना कुछ भी नहीं कहा था।की वो खुद ही बोली- “बेटी, लेकिन अगर तुमने अपना पायंचा फाड़ लिया, तो तुम्हें बाजार से गुजरकर वापिस जाने में काफी शर्मिंदगी सी उठानी पड़ेगी। दुकान के बाहर तो रिक्सा आने की जगह भी नहीं है। रिक्सा लेने के लिए भी तुम्हें कम से कम आधा बाजार पैदल गुजरकर जाना होगा..."
उस बूढ़ी औरत ने मुझे एक नई उलझन में डाल दिया था। मैं अभी किसी नतीजे पर भी नहीं पहुँची थी की जिस केबिन पर ड्रेसिंग रूम लिखा हुवा था, पहले एक जवान लड़की बाहर निकली, उसकी हथेली पर पट्टी बँधी हुई थी। वो लड़की उस बूढ़ी औरत के साथ दुकान से चली गई। तो कुछ देर बाद उसी ड्रेसिंग रूम से एक 30-31 साल का काफी सेहतमंद जवान निकला। मेरा पहले कभी किसी पहलवान से वास्ता नहीं पड़ा था, ना मैं उसे जानती थी।
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