RE: Desi Porn Kahani कहीं वो सब सपना तो नही
तब तक क्या ये भूखे पेट ही सोती रहगी बेटी,,,,इसने कुछ नही खाया है इतनी देर से,,माँ हल्का उदास होके बोल रही थी,,,,
माँ आप टेन्षन मत लो ,,,डॉक्टर ने जो बोला है ठीक ही बोला है,,इसको आराम करने दो जब उठ जाएगी तो अपने आप खाना खा लेगी,,,,
ठीक है बेटी,,,,,चलो इसने तो नही खाना कुछ भी लेकिन तुम लोग तो चलो ओर जाके खाना खा लो तब तक मैं इसके पास बैठ जाती हूँ,,,,
नही माँ आप जाओ मैं बैठ जाती हूँ ,,,वैसे भी आप लोग काफ़ी देर से बैठे हुए हो,,,,शोबा ने मुझे वहाँ से उठा दिया
ऑर खुद बैठ गई ,,,,फिर मैं ऑर माँ खाना खाने नीचे चले गये जहाँ मामा भी बैठा हुआ था,,,,मुझे साले पर गुस्सा
आ रहा था सोनिया बीमार है वो कमीना एक बार भी उसका हाल चाल पूछने नही आया,,,,साला नशेड़ी कहीं का,,,
मुझे बहुत गुस्सा आ रहा था मामा पर,,,,,बट मैं क्या कर सकता था,,,,,,,
हम लोगो ने खाना खाया फिर मामा अपने रूम मे चला गया जबकि माँ मेरे साथ उपर सोनिया एक रूम मे चली गई,,
हम लोगो ने शोबा को नीचे भेज दिया ,,ऑर खुद सोनिए के पास बैठ गये,,,,शोबा भी कुछ देर बाद खाना ख़ाके उपर
आ गई ऑर आते टाइम आइस लेके आई साथ मे क्यूकी पानी फिर गर्म हो गया था,,,,,
माँ अभी अब जाके आराम करो मैं ऑर सन्नी यहीं रहते है,,,,,,,
नही शोबा बेटी अभी तुम जाओ ऑर आराम करो मैं यही रुकती हूँ ,,,,,,,ऑर हाँ सन्नी को भी साथ ले जाओ,,ये दोपेहर से यही बैठा हुआ है,,इसको भी थोड़ा आराम करने दो,,,,
नही माँ मुझे आराम नही करना मैं ठीक हूँ,,,आप जाओ ऑर आराम करो,,,,,मुझे यहीं रुकना है ,,,अपने रूम मे
वाह भाई हो तो ऐसा जब फाइट हुई थी सोनिया से तो इस रूम मे सोने भी नही आता था अब सोनिया बीमार है तो यही रुकने को बोल रहा है ऑर रूम को भी अपना रूम बोल रहा है,,,,माँ हल्का खुश होके बोल रही थी,,,,,
ठीक है बेटा तुम यही रूको मैं जाती हूँ ऑर थोड़ा आराम करके आती हूँ,,,,,,
माँ नीचे क्यू जाना है यहीं रुक जाओ ऑर मेरे बेड पर आराम कर्लो,,,,मैं ऑर शोबा दीदी सोनिया के पास बेड पर बैठ जाते है
हाँ ये भी ठीक है बेटा,,,,ऑर जब तुम मे से कोई थक जाए तो मुझे उठा देना,,,इतना बोलकर माँ मेरे बेड पर लेट गई जबकि
मैं ऑर शोबा सोनिया एक पास बैठ कर उसके माथे पर ठंडे पानी की पट्टियाँ करने लगे,,,,
रात भर माँ ऑर शोबा ने बीच बीच मे थोड़ा आराम कर लिया था लेकिन मैं एक पल के लिए भी नही लेटा था,,,मुझ से
सोनिया की ऐसी हालत देखी नही जाती थी,,,,क्यूकी मैं खुद को उसकी हालत के लिया क़सूरवार समझ रहा था ऑर रात भर बैठ
कर अपनी ग़लती की सज़ा दे रहा था खुद को,,,,
सुबह कोई 6-7 बजे सोनिया की आँख खुली तब माँ उसके पास थी ऑर मैं फ्रेश होने बाथरूम मे गया हुआ था ,,जब मैं
फ्रेश होके नहा धो के बाथरूम से बाहर आया तो देखा कि डॉक्टर भी सुबह सुबह ही आ गया था,,,,वो सोनिया को इंजेक्षन
लगा रहा था,,,,
अब कैसी है मेरी बेटी,,,,पहले से कुछ बेहतर महसूस हो रहा है या नही,,,,,
जी डॉक्टर अंकल पहले से बेहतर हूँ मैं लेकिन बॉडी मे थोड़ा पेन हो रहा है,,थकान महसूस हो रही है ,,उठने का भी
दिल नही कर रहा,,,,,
डॉक्टर-ऐसा होता है अक्सर जब काफ़ी टाइम बुखार चाढ़ रहता है,,,,अभी कुछ देर ओर आराम करना होगा ,,बोलू तो कम से कम 2 दिन
बेड से नही उठना ,,जितन आराम करोगी उतनी जल्दी ठीक हो जाओगी,,,,,अब बोलो भूख लगी है या नही,,,,,
सोनिया-नही डॉक्टर अंकल अभी भूख नही है,,,फिर से सोने का दिल कर रहा है,,,,
नही बेटी अभी नही सोना,,पहले कुछ खा लो अगर खाने का दिल नही तो थोड़ा जूस पी लो,,,,
तभी माँ ने टेबल से जूस का ग्लास उठाया जो माँ पहले ही डॉक्टर के कहने पर बना के लाई थी ,,शोबा दीदी सोनिया को बेड
पर बिठाने लगी लेकिन उनसे अकेले से नही हो रहा था तो मैं आगे बढ़ा लेकिन सोनिया ने मुझे गुस्से से देखा ऑर करीब आने
से मना करने लगी,,,मुझे बड़ा गुस्सा आया उस टाइम सोनिया पर,,,,एक तो इतनी तबीयत खराब है फिर भी गुस्सा करने से बाज़
नही आती ये कमिनि,,,,,फिर डॉक्टर ने शोबा दीदी की हेल्प की ऑर सोनिया को उठा कर बिठा दिया ऑर उसकी पीठ बेड से लगा दी,,,फिर माँ ने जूस का ग्लास सोनिया के मूह को लगा दिया,,,,
नही माँ मुझे नही पीना,,,,सोनिया मूह से मना कर रही थी लेकिन अपने हाथ से माँ को मना नही कर पा रही थी,,,
बुखार ऑर थकान की वजह से उसके जिस्म मे जान ही नही बची थी वो अपना हाथ भी नही उठा पा रही थी,,,,
डॉक्टर,,,,,बेटी ज़्यादा मत पियो जितना दिल करता है पी लो,,1-2 घूट ही पी लो वही बहुत है ,,,,
सोनिया ने डॉक्टर की बात मान ली ऑर थोड़ा जूस पी लिया,,,,,
डॉक्टर,,ये हुई ना बात,,,,तुम तो बहुत अच्छी लड़की हो जो इतना कहना मानती हो,,,
आपका ही कहना मान रही है डॉक्टर हम लोगो का तो कभी नही मानती,,,,हम लोग मिन्नत भी करते रहते तो भी मूह नही लगाती थी ये जूस के ग्लास को,,,,माँ ने हँसते हुए बोला तो सोनिया गुस्से से माँ को देखने लगी,,,,
गुस्सा क्यू करती है ठीक तो बोल रही हूँ मैं,,,,माँ ने हँसते हुए बोला तो शोबा के साथ डॉक्टर भी हँसने लगा,,,,,
अब तुम लेट जाओ ज़्यादा देर बैठोगी तो थक जाओगी,,,,और हो सके तो फिर से सो जाओ,,,,,ऑर जितना हो सके आराम करो,,,,
क्या अभी फिर से अपने मुझे नींद की मेडिसिन दी है डॉक्टर अंकल,,,,सोनिया ने हल्की आवाज़ मे बोला,,वैसे भी उसकी आवाज़ ही नही निकल रही थी,,,,
नही बेटी अब नींद की मेडिसिन नही दी तुम को वो तो कल दी थी अब ज़रूरत नही,,,अब तो तुम खुद सोने की कोशिश करो वैसे
भी तुम बुखार की वजह से बहुत थक गई हो अब तुमको अपने आप नींद आ जाएगी,,,,
ओके तो अब मैं चलता हूँ लेकिन हाँ अभी भी आपको इसके सर पर ठंडे पानी के पट्टियाँ करनी है,,,,मेडिसिन से इतना आराम नही मिलता जितना ठंडे पानी से मिलेगा,,,,
ठीक है डॉक्टर साहब ,,,वैसे भी हम लोग अब तक ठंडे पानी की पट्टियाँ कर रहे है,,,,,पूरी रात भी करते रहे है,,,,
ये तो बहुता अच्छी बात है तभी तो कुछ ठीक हुई है सोनिया बेटी,,,,,,ओके अब मुझे इज़ाज़त दीजिए,,इतना बोलकर डॉक्टर चला गया
माँ डॉक्टर को नीचे तक छोड़ने गई,,,ऑर शोबा सोनिया के पास बैठ गई,,,,,
तू हो गया फ्रेश सन्नी,,,चल अब तू बैठ सोनिया के पास मैं चली फ्रेश होने ,,,
नही दीदी आप मत जाओ ,,,,पहले माँ को आने दो फिर चली जाना,,,,,सोनिया मेरी तरफ गुस्से से देख रही थी ऑर हल्की आवाज़ मे शोबा को जाने से रोक रही थी,,,,,,,
अरे बुद्धू मैं कही दूर जा रही हूँ क्या साथ वाले रूम मे तो जा रही हूँ,,वैसे सन्नी तो है ना यहाँ माँ भी आती
ही होगी,,,तू आराम कर मैं अभी आई,,,,
नही दीदी माँ को आने दो फिर चली जाना,,,,तभी माँ अंदर आ गई,,,,,
लो आ गई माँ ,,,,अब क्या मैं जा सकती हूँ सोनिया जीई,,,शोबा ने थोड़ा हँसके मज़ाक मे बोला ऑर वहाँ से चली गई,,,,,
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