RE: Desi Porn Kahani कहीं वो सब सपना तो नही
कुछ 3-4 मिनट बाद ही भाभी ने अपने लिप्स को सूरज के लिप्स से अलग किया ओर तेज़ी से अहह उह्ह्ह्ह्ह्ह करते हुए पानी
निकालने लगी तभी मेरे लंड ने भी भाभी की गान्ड मे पिचकारियाँ मारना शुरू कर दिया ,,जितना टाइम भाभी की चूत ऑर
गान्ड से पानी निकला उतना टाइम मैं ऑर सूरज हल्के हल्के अपने लंड को आगे पीछे करते रहे मेरे भी लंड ने सारा पानी
निकाल दिया ऑर भाभी की चूत ने भी फिर मैने भाभी की गान्ड से अपने लंड को निकाला ऑर साइड पर हो गया तभी भाभी
भी सूरज के उपर से उठी ऑर ज़मीन पर लेट गई ओर तेज़ी से साँसे लेने लगी ,,भाभी के चेहरे पर खुशी ऑर सकून साफ साफ
झलक रहा था वो आज बहुत खुश थी ऑर मैं भी बहुत खुश था भाभी की टाइट गान्ड मार कर ,,,,भाभी को आज पहली बार
2 लंड का मज़ा मिला था ओर सबसे बड़ी बात थी की आज पहली बार सूरज ने भाभी को छोड़ा था जो भाभी के लिए बहुत बड़ी
बात थी,,,,,सूरज भी आज बहुत खुश था अपनी पत्नी को छोड़ कर चाहे वो खुशी नकली लंड की थी लेकिन मज़ा ऑर मस्ती तो
असली थी ,,आज पहली बार उसने अपनी पत्नी को इतना खुश किया था ऑर खुद भी बहुत खुश हुआ था,,,,,
कुछ टाइम बाद सब की हालत ठीक हुई तो सूरज ने उठकर मेरे लंड को मूह मे भर लिया ऑर मेरे लंड पर लगे स्पर्म को
चाट कर सॉफ कर दिया ऑर लंड को भी मूह मे लेके चूस कर अच्छी तरफ सॉफ कर दिया,,,,फिर वो कामिनी की तरफ गया ऑर
कामिनी की चूत को चाटने लगा ऑर सॉफ करने लगा ,,कामिनी ने अपने हाथ सूरज के सर पर रख दिए ऑर प्यार से सूरज के
बालों को अपनी उंगलियों से सहलाने लगी,,,,,
फिर वो दोनो उठ कर सामने वाले सोफे पर बैठ गये,,,,,,,
क्यू कामिनी मज़ा आया आज,,,,,सूरज ने किस करते हुए कामिनी भाभी से पूछा,,,,
कामिनी भाभी ने भी किस करते हुए जवाब दिया,,,,,हाँ सूरज बहुत मज़ा आया ,,,आज पहली बार ज़िंदगी मे इतना मज़ा आया है
कि मैं बता नही सकती ,,,,थॅंक्स्क्स्क्स सूरज मुझे इतना खुश करने के लिए ऑर इतना मज़ा देने के लिए,,,,
थन्क्ष्क्ष्क्ष मुझे नही कामिनी थन्क्ष्क्ष्क्ष बोलो सन्नी को जिसकी वजह से तुम ऑर मैं आज इतने खुश है ,,,,ये नही होता तो हम इतना
मज़ा नही कर सकते थे,,,,
सही बोला सूरज लेकिन अगर तुम अपनी पत्नी को सन्नी के पास जाने की इजाज़त नही देते तो वो मुझे खुश कैसे कर सकता था
वो दोनो सच मे बड़े ही भावुक हो रहे थे,,,,
सही बोला कामिनी लेकिन हम ने मज़े की खातिर नही अपनी मजबूरी की खातिर सन्नी की हेल्प ली थी ,,लेकिन ये तो बड़ा मास्टर बंदा
निकला ,,,मजबूरी तो दूर की हमारी ऑर हमे इतना मज़ा भी दिया,,,,आज तो हम भी इसको इतना मज़ा देंगे कि ये याद रखेगा
इतना बोलकर सूरज ऑर कामिनी दोनो मेरे पास आए ऑर सोफे पर मेरी दोनो तरफ बैठ गये ,,,,,भाभी ने मुझे थॅंक्स्क्स्क्स बोलते हुए
मेरे लिप्स को चूमना शुरू कर दिया जबकि सूरज ने आते ही मेरे लंड को मूह मे भर लिया ,,,,,,फिर कुछ देर चूसने के बाद
बोला,,,,
थॅंक्स्क्स्क्स सन्नी जो तूने मुझे आज इतना खुश किया ऑर मेरी बीवी को भी,,,,,,
इसमे थॅंक्स्क्स की क्या बात सूरज भाई ऑर अभी आपको खुश कहाँ किया अभी तो आपको ऑर भी ज़्यादा खुश करना है,,,,
नही सन्नी आज मुझे खुश नही होना ,,,मुझे जितनी खुशी मिलनी थी मिल चुकी है,,,,आज तुम्हारी खुशी की बारी है ,,आज
तुम दिल भरके कामिनी के साथ मस्ती कर सकते हो,,,,ऑर मैं भी अपनी पत्नी को खुश करना चाहता हूँ ,क्यूकी ये बेचारी
काफ़ी टाइम बाद हँसना सीखी है खुश होने लगी हिया,,,,अभी हम मिलकर इसको खुश करते है मेरा क्या है मैं तो रात को भी
खुश हो सकता हूँ ,,,क्यूकी ये नकली लंड जो है मेरे पास ,,,अभी मैं कामिनी को खुश करता हूँ रात को कामिनी ये
नकली लंड लगा कर मुझे खुश करेगी,,,,,
ऐसी बात है तो सूरज भाई इस स्ट्रॅप-ऑन को आप अपने पास रख लो ,,इसकी हेल्प से आप भाभी को खुश कर सकते हो ऑर भाभी
भी आपको खुश कर सकती है,,अब आप दोनो की किसी ओर की ज़रूरत नही पड़ेगी ऑर ना ही आप लोगो को किसी तरह की कोई बदनामी
का डर रहेगा ,,,,,जब दिल किया आप लोग एक दूसरे को खुश कर सकते हो,,,,
सच मे सन्नी भाई,,,क्या हम इसको रख सकते है,,,,,
हाँ सूरज भाई बिल्कुल,,,ओर अगर आप लोग बोलो तो मैं आपको इसके साथ के ओर भी स्ट्रॅप-ऑन लेक दे सकता हूँ वो भी अलग अलग
साइज़ के ,,,लंबा ओर पतला ,,छोटा ऑर मोटा,,या फिर लंबा ऑर मोटा भी,,जैसा आप कहो,,,,
थॅंक्स्क्स्क्स सन्नी भाई,,,,वैसे भी हम दोनो को इसकी बहुत ज़रूरत है,,इसकी वजह से आज पहली बार मैने कामिनी की चुदाई
की है ,,देखो ज़रा कितनी खुश है वो,,,
हाँ सन्नी सूरज ठीक बोल रहा है ,,आज तेरी वजह से ऑर इस चीज़ की वजह से मैं ऑर सूरज बहुत खुश है ,,आज पहली बार
मुझे लगा है कि सूरज सच मे मेरा पति है ऑर मैं इसकी पत्नी ,,,अगर तुम नही होते तो मैं ओर सूरज ऐसे ही घुट घुट
कर मरते रहते ओर इस मस्ती ऑर मज़े से अंजान रहते,,,,आज इसको ये पहने रहने दो ओर तुम दोनो मिलकर मुझे खुश करो
ऑर रात को मैं इसको पहन कर सूरज को खुश करूँगी,,,,
अब ये मत सोचा कि ये चीज़ हमे दे दी है तूने तो हम तुझे भूल जाएँगे,,हमे जब भी तेरी ज़रूरत होगी तुझे आना
पड़ेगा,,,,
नेकी ओर पूछ पूछ सूरज भाई,,,आपका जब दिल करे मुझे बुला लेना मैं फ़ौरन आ जाउन्गा,,,,
ज़रूरत तो तेरी पड़ेगी ओर अभी भी तेरी ज़रूरत है,,,,क्यूकी दोनो को मिलकर तेरी भाभी को जो खुश करना है,,,,
तो ठीक है भाई आज आप ऑर मैं मिलकर भाभी को खुश करते है सारा दिन,,,,,,मैने इतना बोला ही था कि भाभी ने मेरे सर
को अपनी तरफ मोड़ लिया ऑर मुझे किस करने लगी ऑर सूरज भी वापिस आने काम मे लग गया ऑर मेरे लंड को चूसने लगा,,,,
उस दिन कविता के घर आने से पहले मैने ऑर सूरज ने मिलकर भाभी को बहुत खुश किया बहुत मज़ा दिया ,,कविता ने 6 बजे
के बाद ही आना था इसलिए हम लोग अपना काम ख़तम करके 6 बजे फ्रेश होके सोफे पर बैठ गये ऑर भाभी जो आज बहुत ही ज़्यादा खुश थी वो किचन मे जाके कुछ खाने पीने को बनाने लगी,,,,,
भाभी ने कुछ पकोडे बना लिए ऑर साथ मे कॉफी ,,हम लोग बैठ कर खा पी रहे थे तभी बाहर बेल बजी ऑर सूरज
ने जाके गेट खोला ,,,,कुछ देर बाद सूरज एक साथ कविता ऑर सोनिया घर मे दाखिल हुए,,,,
कविता मुझे देख कर खुश थी लेकिन सोनिया वही गुस्से से मुझे घूर रही थी,,,लेकिन सूरज ओर भाभी के सामने वो
थोड़ा शांत हो गई,,,,
हेलो सन्नी ,,,,,,,हाउ आर यू,,,,
हेलो कविता,,,,,,,आइम फाइ9 ,,तुम सूनाओ ,,,मूवीस कैसी रही आज,,,,
इस से पहले कविता कुछ बोलती सोनिया बीच मे बोल पड़ी,,,,,,,ये यहाँ क्या कर रहा है,,,,
सूरज,,,,,,,,,अरे भाई क्या कर रहा है मतलब ,,,,हमारे साथ बैठ कर कॉफी पी रहा है ऑर क्या कर रहा है,,,,क्यू तुमको
कुछ प्रोबलम है क्या इसके यहाँ होने से,,,,
सोनिया,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,नही भाई मैं तो ऐसे ही पूछ रही थी,,,,ये यहाँ नही आता अक्सर इसलिए पूछा,,,,
सूरज,,,,,,,,,,,,,,,,,ये तो आज भी नही आता वो तो मैं गेट पर खड़ा हुआ था तो इसको गली से गुज़रते देख लिया ऑर अंदर बुला लिया,,,,
अरे वाह भाभी आज पकोडे किस खुशी मे बनाए है,,,,इतना बोलकर कविता जल्दी से भाभी के पास जाके बैठ गई ऑर पकोडे
खाने लगी,,,,,,,,मूवीस बहुत अच्छी रही सन्नी खूब मज़ा किया हम दोनो ने,,,,,लेकिन अब सोचती हूँ मूवीस पर पैसे
बेकार मे खरच किए यहाँ घर रहती तो उस से ज़्यादा मस्ती करती भाभी के हाथ के बने पकोडे ख़ाके,,,,
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