RE: Sex Hindi Kahani रेशमा - मेरी पड़ोसन
रेशमा से बात करके फिर से मुझे निराशा हुई
रेशमा ने मेरे प्यार को ठुकरा दिया
पर अब मैं रेशमा से दूर नही जाउन्गा
मैं प्रेमी बन कर नही रह सकता तो दोस्त बन कर तो रह ही सकता हूँ
और रेशमा कितना भी कुछ करे मैं उसकी दोस्ती अब टूटने नही दूँगा
रेशमा के उपर मैं अभी तक था
अवी-मैं उठ जाता हूँ , तुम प्यार से इनकार करती रहोगी और फिर से सेक्स करना शुरू कर दोगि , इस से
अच्छा है मैं ही उठ जाता हूँ
और मैं ने रेशमा की चूत से लंड निकाल लिया
रेशमा के दिल मे इस से दर्द हुआ
और इस दर्द के साथ वो जीना चाहती है तो मैं क्या कर सकता हूँ
मैं ने अपने कपड़े पहनने शुरू कर दिए
रेशमा अभी तक मुझे देके जा रही थी
शायद सोच रही होगी कि मैं ने उसके साथ सब कुछ कर ही लिया
या फिर सोच रही होगी कि उसने मुझे रोका क्यूँ नही
अवी-देखती मत रहो , उतो और कपड़े पहनो , हर कोई मेरे जैसा शरीफ नही होता , मेरी जगह कोई और
आ जाता तो क्या होता इतना तो सोचती
अचानक मेरी टोन बदल गयी
रेशमा ने अपने बदन को हाथो से छुपा दिया और अपने कपड़े ढूँढने लगी
रेशमा की साड़ी तो पेड़ से लटकी थी
ब्लाउस और ब्रा दूर जाकर गिरी हुई थी , पेटिकोट था उसी जगह पर
अवी- तुम कपड़े पहन लो , मैं दूसरी तरफ देखता हूँ
सब कुछ तो देख भी लिया है कर भी लिया है ,
पर ये सब क्या नया नाटक शुरू किया मैं इसी सोच मे दुबई थी रेशमा
रेशमा ने अपने कपड़े पहन लिए
पर कपड़े ऐसे हो गये थे कि कोई देके तो लगेगा रेशमा का रेप हुआ है
मैं रेशमा को लेकर मंदिर के कॉंपाउंड तक आ गया
मंदिर के गेट पर लॉक था ,
रेशमा भी सोच रही कि बाहर कैसे जाए
अवी- मैं तुम्हें उठाता हूँ तुम देवार से बाहर जंप मारना
रेशना ये कैसे करेगी इस से ज़्यादा वो मेरी बातों पर फोकस कर रही थी
अवी- दोस्ती मे क्या क्या करना पड़ रहा है , प्रेमी होता तो पत्थर से लॉक तोड़ कर बाहर ले जाता ,
दोस्त हूँ ना दोस्त इतना ही कर सकता है
रेशमा को मेरी बात पे ज़रूर हसी आई होगी
रेशमा को मैं ने उठाया तो रेशमा का बदन फिर मेरे हाथो से फिसल रहा था
पर इस बार कोई फीलिंग नही थी
मैं ने रेशमा को मंदिर के बाहर जाने मे मदद की और मैं भी बाहर आ गया
अवी-चलो वरना पोलीस पकड़ लेंगी ,
और रेशमा के साथ मैं कार के पास आ गया
अवी- की दो
रेशमा- की , वो तो पर्स मे है
अवी- और पर्स
रेशमा- वो शायद वही रह गया
अवी- तुम.भी ना , फिर से जाना होगा , डरो मत मैं अकेला जाता हूँ बस तुम अपना ध्यान रखना , रात
का टाइम है
और रेशमा ने हां मे गर्दन घुमाई और मैं मंदिर मे जाकर पर्स लेकर आया
पूरी कसरत हो रही थी
कार मैं खुद चलाने के मूड मे था
रेशमा चुप चाप मेरे बाजू मे जाकर बैठ गयी
पर मैं ने कार चालू ही नही की
रेशमा मेरे तरफ देख रही थी कि मैं कार क्यूँ स्टार्ट नही की
रेशमा- कार चालू करो
अवी-कुछ भूल रहा हूँ मैं
रेशमा- क्या ?
अवी-हॅपी बर्तडे है ,
रेशमा देखती रह गयी
अबी- आज तुम्हारा बर्तडे है , हॅपी बर्तडे दोस्त
रेशमा- थॅंक्स
अवी-सॉरी आज दूसरा दिन निकल गया
रेशमा- कोई बात नही , शायद नयी शुरुआत हो मेरे लिए
अवी-ऐसी नयी शुरुआत क्या क्या फ़ायदा जहाँ साथी ना हो साथ चलने को
रेशमा- तुम हो ना
अवी-मैं एक दोस्त हूँ भूलो मत
रेशमा- क्या मैं पूछ सकती हूँ कि तुम यहाँ कैसे आए
अवी-क्यूँ जानना है
रेशमा- इस जगह के बारे में मेरे हज़्बेंड भी नही जानते तो तुम्हें कैसे पता चला
अवी-प्यार करता हूँ , और प्रेमी अपनी प्रेमिका को कहीं से भी ढूँढ सकता है
रेशमा थोड़ी थोड़ी नॉर्मल हो रही थी
पर मैं बीच बीच मे झटके भी दे रहा था
अवी-इतना चौंको मत , सुबह से तुम्हें ढूँढ रहा था
रेशमा- क्यूँ ?
अवी-आज मुझे दूसरे जगह शिफ्ट होना था ,तो सोचा आख़िरी बार तुमसे मिल लूँ पर तुम तो सुबह से
गायब थी
रेशमा- वो मैं
अवी-रहने दो , कहोगी कि आज अकेली रहना चाहती थी , पर तुम्हारे अकेले रहने के चक्कर मे मैं
परेशान होकर पूरी मुंबई घूम रहा था
जैसे ही पता चला कि तुम्हारा बर्तडे है तो झटका लगा
एक तो तुम्हारी हालत कुछ दिन से देवदासी की तरह थी , उपर से मैं ऐसे दिन यहाँ से जा रहा था जिस दिन
तुम्हारा बर्तडे है
मुझे लगा कहीं तुम सुसाइड ना कर लो
इस डर ने मुझे कुछ सोचने नही दिया
मैं हर जगह तुम्हें ढूंढता रहा
तुम्हारे ऑफीस तुम्हारे मायके हर जगह फोन किया
कहाँ कहाँ नही ढूँढा ,
पार्क से लेकर शॉपिंग माल तक पर तुम नही मिली
सोचा कि पोलीस मे जाउ
पर पोलीस को क्या कहूँगा कि कौन हो तुम मेरी
पोलीस मे जाता तो पूरी सोसायटी बाते करती हमारी
इस लिए कल तक इंतज़ार करने का सोचा
लगा कि शाम तक तुम वापस आ जाओगी
इस लिए तुम्हारे अपार्टमेंट को सजाके रखा
जब तुम आओगी तो तुम अपने अपार्टमेंट मे मुझे केक के साथ देखोगी तो तुम नॉर्मल हो जाओगी
तुम्हें लगे कि कोई है तुम्हारा अपना जिसको याद है कि आज तुम्हारा बर्तडे है
पर तुम तो आई नही
फिर तुम्हारे बेडरूम मे तुम्हारी एक फोटो देखी
उस फोटो मे केक था और इस मंदिर की तस्वीर भी थी ( सॉरी बताना भूल गया कि मल्टिप्फॉटो फ्रेम
थी)
तब जाके मुझे तुम्हारा पता चला
किस्मत ने मुझे तुम्हारा पता बताया
मेरी किस्मत मुझे अपने प्यार के पास ले आई
मैं तुम्हारे पास आ गया
और भगवान ने खुद हमे मिला दिया
मुझे लगा कि तुम भी मुझे प्यार करने लगी हो इस लिए मैं तुम्हें वो ख़ुसीयन देने लगा जो तुम
चाहती हो
पर तुम मतलबी निकली
मुझसे अपने दिल का चैन तो ले लिया पर उसी दिल मे थोड़ी जगह देने को इतना सोच रही हो
रेशमा फिर मेरी बात सुनकर शॉक्ड हुई
उसका चेहरा देखने लायक था
जहाँ वो खुद को अकेली देखना चाहती रही वहाँ मैं आ गया
उसको वो प्यार दिया जो उसको कभी नही मिला
|