RE: Antarvasna kahani वक्त का तमाशा
"लेट'स गो फॉर पाकिस्तान देन.. वाइंडीस ईज़ आउट इन डंप्स आंड पॅकिस मे विन इट ईज़िली.." मैने पाकिस्तान का रेट देखा और 700 पाउंड्स पाकिस्तान पे लगा दिए
"सो ऐज पर दिस इफ़ वी विन, वी विल गेट 350 पाउंड्स आंड आउट ऑफ विच 175 बिलॉंग टू मी.." बिली ने फिर अपना दिमाग़ दौड़ा के कहा
"एप.." मैने सिर्फ़ इतना कहा और हम रूम पे बैठ के मॅच देखने लगे... जितनी देर मॅच देखते उतनी देर हम दोनो के दिल की धड़कनें तेज़ भाग रही थी.. वाइंडीस 112 पे ऑल आउट हुई तो लगा कि चलो हम नहीं हारेंगे, लेकिन उसका मतलब यह हुआ कि पाकिस्तान की जीत का कुछ भी रेट नहीं मिल रहा था.. वो क्लियर कट फावोरिटेस थे.. दिल में सोचा अच्छा किया कि एक साथ पैसे लगा दिए, अगर टुकड़े टुकड़े करके लगाता तो शायद प्रॉफिट कम होता.. पूरी मॅच बस यही सोचता रहा कि अगर साले हार गये तो सब पैसे ओवर, सिर्फ़ 59 पाउंड्स रहेंगे, फिर बाबा से माँग लूँगा, किस्मत खराब है तो क्या करूँ.. जब तक मॅच ख़तम नहीं हुई तब तक एक मिनिट भी हम ने लॅपटॉप स्क्रीन से आँखें बाहर नहीं निकाली.. फाइनली जब पाकिस्तान ने मॅच ख़तम की और वो भी नो लॉस पे, तब जाके दिल को सुकून मिला.. खैर सुकून इस बात का ज़्यादा था कि अट लीस्ट पैसे गये नहीं
"कूल मॅन, वी वॉन.. गिव मे माइ 175 पाउंड्स नाउ.." बिली ने हाथ बढ़ा के कहा
"दोज़ विल बी डेपॉज़िटेड इन युवर अकाउंट, बट टेल मी आर यू हॅपी वित 175 पाउंड्स.." मैने बिली की आँखों में देख कहा
"व्हाट डू यू मीन.."
फिर मैने उसे समझाया कि अभी जितने भी पैसे मिले वो सब बॅंक में रहने देते हैं और आगे की हर मॅच में खेलेंगे, इस पैसे को तब तक हाथ नहीं लगाएँगे जब तक मेरी फीस नहीं निकल जाती
"सो टेक्निकली यू हॅव जस्ट 900 ऑर सो पाउंड्स विद युवरसेल्फ, आंड यू नीड टू पे 2400 पाउंड्स... युवर शॉर्ट ऑफ 1500 पाउंड्स.. यू श्योर टुमॉरो यू विल बी एबल टू फेच 1500 पाउंड्स.."
"आइ विल ट्राइ, एनीवेस, लॉस ईज़ ऑल माइन राइट.."
"ओके, टुमॉरो ईज़ इंडिया अगेन्स्ट ऑस्ट्रेलिया.. वी विल सी टुमॉरो, वी विल पुट मनी ऑन ऑस्ट्रेलिया" बिली ने ताली बजा के कहा
"वेल.. आइ मीन.." अभी मैं अपनी बात कहने ही जा रहा था कि हमारा दरवाज़ा खुला और दो तीन दूसरे फिरंग अंदर आके बिली से कुछ कहने लगे
"ओह यस, लेट'स गो..." बिली ने उनसे कहा और फिर मुझे बोला
"हे मेट, यू प्ले सॉकर.." बिली ने मेरी तरफ बॉल फेंकते हुए कहा
"लेट'स किक इट.. मेट.." मैने बॉल को उंगलियों के बीच रोल कर कहा और बाहर चले गये..
"नो नो नो.... नोट अट ऑल.. आइ आम नोट गोयिंग टू प्लेस एनी बेट अगेन्स्ट माइ कंट्री.. आइ लव माइ कंट्री आ लॉट, आइ लव ऑस्ट्रेलिया मेट..." बिली हमारे रूम में चिल्ला चिल्ला के बातें कर रहा था और रूम के चक्कर मारे जा रहा था
"कॅन आइ प्लीज़ एक्सप्लेन यू सम्तिंग हियर.." मैने शांति से बिली को समझाने के लिए कहा
"नो नो बडी...आइ आम नोट प्लेसिंग एनी बेट अगेन्स्ट ऑस्ट्रेलिया...दे आर ऑल्वेज़ गॉना विन ओके.. आंड आइ नो दे प्ले अगेन्स्ट युवर कंट्री सो इट विल बी डिफिकल्ट फॉर यू बट आइ आम नोट गॉना प्लेस दिस अगेन्स्ट माइ कंट्री.. दा बेस्ट सल्यूशन टू दिस ईज़ लेट'स नोट प्ले टुडे.. केस डिस्मिस्ड.." बिली घूमते घूमते बेड पे बैठ गया और मेरी फीस भरने के ज़रिए को लात मारने लगा
"बिली दिस इस माइ गोलडेन चान्स टू मेक मनी बडी, अंडरस्टॅंड दिस इस वेरी वेरी इम्पोर्टेंट टू मी.. इफ़ यू डॉन'त वॉंट टू प्ले देन इट'स फाइन, बट अट लीस्ट लेट मी प्ले आंड यूज़ युवर लप्पी, आइ विल पे यू सम मनी फॉर इट आंड टॉप अप युवर फोन ऐज वेल.." बिली को मैने काफ़ी समझने की कोशिश की लेकिन वो नहीं मान रहा था.. एक बात मुझे आज तक समझ नहीं आई, लोग स्पोर्ट्स और देश के प्यार को मिक्स क्यूँ करते हैं.. आपकी स्पोर्ट्स टीम को सपोर्ट नहीं करने का मतलब ऐसा क्यूँ लिया जाता है कि आप अपनी कंट्री से प्यार नहीं करते, फॅन्स की फीलिंग्स की कदर है लेकिन यहीं पे एक लाइन ड्रॉ होती है जो आपके देशभक्ति और स्पोर्ट्स को अलग करती है.. मैं अगर इंडिया के अगेन्स्ट भी लगाता तो इसका मतलब यह नहीं कि मैं इंडिया कंट्री के अगेन्स्ट हूँ, लेकिन प्रोफेशनलिसम नाम की एक चीज़ होती है जिससे हमारे स्पोर्ट्स में बँधे हुए हैं..
"बिली वी हॅव जस्ट 20 मिन्स बडी, नीड टू प्लेस दा बेट अट दिस रेट ऑर एल्स रेट्स मे गो डाउन फर्दर बडी.." मैने लॅपटॉप पे टाइम देखा तो यहाँ सुबह के 9 बजने आए थे, मीन्स इंडिया में 2.30 के करीब जो मॅच का टाइम था.. पहले बॅटिंग ऑस्ट्रेलिया की थी और वो भी आमेडबॅड की पिच पे जहाँ पे 330 जैसे स्कोर्स भी चेस हुए हैं, तो मेरी कॅल्क्युलेशन के हिसाब से अगर ऑस्ट्रेलिया 300 भी मारती तो भी हम चेस कर सकते थे
"य आर यू हेल बेंट टुवर्ड्स इंडिया विन मॅन, ओन्ली यू लव युवर कंट्री, ईज़ इट ?" बिली ने फिर वोही बात दोहराई
"ओके, लेट मी एक्सप्लेन यू समथिंग हियर, फॉर एग्ज़ॅंपल, इफ़ इट वाज़ ट्रांस टॅसमन राइवल्री, विच कंट्री वुड यू लव टू सी प्ले अगेन्स्ट ऑयीस.."
"ट्रांस टॅसमन राइवल्री ईज़ ऑयीस आंड कीविस मॅन... वी वुड फक देम हार्ड एवेरिटाइम दे आर ऑन फील्ड.."
"आंड व्हाई, व्हाई वुड यू लव टू सी देम.. ऑर लेट मे रिफ्रेज़, इफ़ इट वाज़ ऑयीस आंड कीविस अट युवर ग्राउंड, विल इट बी फुल वित क्राउड.."
"ऑफ कोर्स यस, क्राउड्स फुल, ऑल पीपल ग्लूड टू टीवी आंड ओन्ली थिंग दट विल बी डिस्कस्ड ईज़ तट मॅच" बिली ने फिर चिल्ला के कहा
"टेक तीस, पाकिस्तान वन येस्टरडे, इफ़ ऑस्ट्रेलिया विन्स टुडे, सेमाइस विल बी ऑस्ट्रेलिया आंड पाकिस्तान.. बट इफ़ दट सेमी फाइनल ईज़ बिट्वीन इंडिया आंड पाकिस्तान, देन विच मॅच विल बी वॉच्ड मोर कन्सिडरिंग दट होस्ट ईज़ इंडिया.. आंड ऑल्सो, दा मॅच ईज़ अट दा वेन्यू विच ईज़ वेरी वेरी क्लोज़ टू दा कंट्री बॉर्डर्स.."
"यूआर राइट हियर, बट..." बिली ने कुछ सोच के कहा
"नो इफ़'स आंड बट्स बडी... हॅव ऑलरेडी टोल्ड यू लॉस ईज़ प्यूर्ली मिने, देन व्हाट'स युवर प्राब्लम हियर..." मैने लोगिन करके कहा और रेट देखा तो इंडिया और ऑस्ट्रेलिया ऑलमोस्ट ईक्वल थे, कुछ 5-10 का फरक था उपर नीचे
"यू डू व्हाटेवेर यू वॉंट, आइ आम गोयिंग डाउन टू . आ मॅच.. बट रिमेंबर, इट'स ऑस्ट्रेलिया ऑल्वेज़.." बिली ने फिर अपना मुक्का दिखाते हुए कहा और रूम से बाहर निकल गया
"थॅंक्स बिली.." मैने जाते हुए बिली से कहा और लॅपटॉप पे अपनी बेट प्लेस करने लगा.. बेट करने के लिए टोटल सिर्फ़ 1050 पाउंड्स थे, उनको 2000 कैसे करूँगा, और उपर से उसमे से 50% बिली का, तो अगर 4000 पाउंड्स निकलेंगे तभी जाके कुछ निकलेगा, लेकिन 1050 से 5000 कैसे करूँगा.. यही सोचते सोचते ओपनिंग रेट पे बेट प्लेस कर दी.. इस मॅच के लिए मैने सब से पहले यह सोच रखा था कि छोटे छोटे बेट्स प्लेस करूँगा, ताकि हर रेट पे बेनेफिट मिले... ऑस्ट्रेलिया बॅटिंग स्टार्ट हुई ऑर जैसे जैसे मॅच बढ़ा वैसे वैसे रेट पे भी नज़र पड़ती गयी, लेकिन उनकी बॅटिंग इतनी स्लो और कॅल्क्युलेटिव थी कि रेट में ज़्यादा कुछ उपर नीचे था ही नहीं.. अगर इंडिया के विकेट्स जल्दी जाते तो फिर एक चान्स रहता कि उनका रेट बढ़े और मैं उनपे ज़्यादा लगाऊ, लेकिन ऐसा था नहीं.. 44 पे सहवाग आउट हुआ उस वक़्त मुझे लगा के शायद अभी रेट बढ़े, लेकिन ऐसा नहीं हुआ.. अब तक मैं 600 पाउंड्स लगा चुका था, वो भी आवरेज 75 पैसे पे, इसका मतलब अगर जीतूँगा तो भी सिर्फ़ 450 पाउंड्स.. 1050 और 450 दूसरे, सिर्फ़ 1500 पाउंड्स.. इसमे से बिली को क्या दूँगा, और मेरा खुद का क्या रहेगा.. अभी मैं यह सोच ही रहा था कि सचिन तेंदुलकर आउट हुआ.. स्कोर था 94 और टू विकेट्स डाउन.. भले सचिन आउट हुआ है, लेकिन इंडिया विन का इतना स्योर था कि सोच अभी यही थी कि पैसे कैसे बढ़ाऊ.. एक नज़र आते पे और पहली बार इंडिया का रेट 1 के उपर, 1.25 टू बी स्पेसिफिक.. कुछ सोचा और बेट प्लेस कर दी.. अगर, बाइ चान्स इंडिया हारेगी तो पैसे तो जाएँगे ही, लेकिन बिली भी अलग मारेगा, और शायद कुछ ज़्यादा ही हो.. लेकिन, एकनॉमिक्स का एक रूल, हाइ रिस्क लीड्स टू हाइ रिटर्न.. इसलिए रिस्क तो लेना ही था, एक नज़र दरवाज़े पे मारी तो बिली नहीं था कहीं, और ना ही कॉरिडर से आती उसकी आवाज़..
"कन्फर्म युवर बेट ऑफ 5000 पाउंड्स अट 1.25.." बटन आया और मैने आँखें बंद कर एक लंबी साँस लेके मैने ओके कर दिया
सचिन के बाद कोहली, गंभीर और कॅप्टन कूल धोनी भी आउट हो गये, लेकिन चिंता नहीं थी क्यूँ कि क्रीस पे अभी भी युवराज और रैना खड़े थे, और उनसे ज़्यादा मुझे यकीन था मेरे लॉजिक पे.. इंडिया पाकिस्तान सेमी, मोहाली का ग्राउंड, उससे ज़्यादा हाइलाइट क्या हो सकती है.. ऑस्ट्रेलिया पाकिस्तान मतलब खाली ग्राउंड, कौन जाएगा, टीआरपी'स ही नहीं मिलेगी जिसमे इक से ज़्यादा बीसीसीआइ का नुकसान होगा.. एक इसी सोच की वजह से मैने बिली के बॅंक में से भी अलग 5000 पाउंड्स लगाए थे.. अब मेरी टोटल बेट थी 1050 पाउंड्स आवरेज 72 पैसे पे, और बिली के 5000 पाउंड्स 1.25 पे.. अगर इंडिया जीतेगी 756 पाउंड्स और 6250, टोटल 7006 पाउंड्स मिलेंगे.. जिसमे से 3500 मेरे और 3500 बिली के.. यह सब इंडिया की जीत पे ही.. 5 विकेट के बाद इंडिया की कोई विकेट नहीं गयी और धीरे धीरे युवराज और रैना विन्निंग लाइन के पास लेके चले गये
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