Antarvasna kahani वक्त का तमाशा
07-03-2019, 03:49 PM,
#24
RE: Antarvasna kahani वक्त का तमाशा
"मैं समझ सकती हूँ शीना, बचपन से किसी से इतने क्लोज़ रहो तो फिर ऐसा हो ही जाता है.. देखो ना, दोनो साथ बड़े हुए, साथ में पढ़ाई और सब... आइ टोटली अंडरस्टॅंड डियर..." स्नेहा ने बस इतना कहा ही कि शीना ने जैसे आइसिस का बॉम्ब उसके सर पे फोड़ दिया






"साथ नहीं बड़े हुए, वो तो पापा ने रिकी को अडॉप्ट किया है..." शीना के यह कहते ही उसे एहसास हुआ कि उसने कितनी बड़ी ग़लती कर दी




"व्हातत्तटतत्त !!!! रिकी अडॉप्टेड है ?" स्नेहा को यकीन नहीं हो रहा था कि वो क्या सुन रही है, उसका मूह खुला का खुला रह गया यह सुनके





"प्लीज़ भाभी, किसी से नही कहना मैने आपसे यह कहा, " शीना डर चुकी थी




"अरे बिल्कुल नहीं यार, पर अब पूरी बात तो बताओ यह प्लीज़.. ऐसे आधी अधूरी बात में फिर मुझे वेहेम होता है.." स्नेहा के कान अब और तेज़ हो चुके थे




"पूरी बात क्या भाभी, मैं सात साल की थी, जब पापा रिकी भैया को लाए थे तब मैं 7 साल की थी, जब विक्रम भैया और मैं थोड़े बड़े हुए तब मम्मी से पता चला कि पापा के कोई फरन्ड थे जिनकी डेथ हुई थी आक्सिडेंट में.. तो रिकी भैया असल में उनके सन हैं, इसके आगे ना ही कभी किसी ने पापा से कुछ पूछने की हिम्मत की, और ना ही किसी ने इस बारे में सोचा..." शीना ने बड़ी मासूमियत से जवाब दिया, लेकिन वो यह नहीं जानती थी कि यह उसकी कितनी बड़ी बेवकूफी है.... बट भाभी, आप प्लीज़ किसी से नही कहना, के मैने आपको यह बताया विक्रम भैया को भी नहीं...




"ननद जी, कोई बात नहीं, अब से मैं तुम्हारा ख़याल रखूँगी.. मैं तुम्हारी मदद करूँगी रिकी के करीब जाने में... ट्रस्ट मी.." स्नेहाके इतना कहने से ही शीना का दिमाग़ फिर चलने लगा, लेकिन इस बार रिकी की सोच में और आने वाले हसीन पलों के बारे में सोच के





"व्हाट.. दीदी, ऐसा कैसे हो सकता है... हमारी खबर तो.." प्रेम ने इतना ज़ोर से चिल्लाया के कुछ लोग उनकी तरफ देखने लगे और स्नेहा को बीच में बोलना पड़ा




"धीरे बोलो प्रेम..."




"बट दीदी, अब क्या.." प्रेम भी घबरा गया यह बात सुन के




"डोंट वरी.. मैं कुछ करती हूँ, सच तो बताना ही पड़ेगा राइचंद'स को...
"भैया, वैसे आप लंडन क्यूँ नहीं गये, आप की पढ़ाई का क्या करोगे ?" ज्योति ने रिकी से पूछा, जब तीनो घर के सबसे आखरी कोने बने रूम में बैठे सिगरेट और शराब पी रहे थे. ज्योति का यूँ सीधा सवाल रिकी को क्लीन बोल्ड कर गया, रिकी खामोश शीना की तरफ देखता रहा और शीना भी समझ गयी के रिकी ज्योति से झूठ कहेगा तो ज्योति विश्वास नहीं करेगी, क्यूँ कि ज्योति चाहे इन दोनो से दूर हो लेकिन इनकी रग रग से वाकिफ़ थी.. रिकी हर बात जब भी इंडिया आता तब ज्योति से मिलना बनता था फिर वो चाहे उसके घर पे हो या कहीं और, लेकिन दोनो एक दूसरे के लिए कुछ वक़्त निकाल ही लेते थे.. और लंडन से भी इनकी बातचीत होती क्यूँ कि पढ़ाई के चर्चे काफ़ी लंबे चलते रहते इनके... ज्योति ने जब देखा कि रिकी कुछ बोल नहीं रहा और बोलने के बदले शीना को देख रहा है, इसलिए वो फिर बोली




"ठीक है ना बताओ बस, लेकिन एक दूसरे को घूर्ना बंद करो..." ज्योति ने अपने ग्लास में से एक घूँट लेते हुए कहा





"अरे ऐसा नहीं है यार, अब मैं तुझसे झूठ नहीं बोल सकता लेकिन इतना कह सकता हूँ कि सही वक़्त आने पे तुझे बता दूँगा.." रिकी जानता था कि उसका झूठ पकड़ा जाएगा और स्पेशली इतनी लंबी रुकावट के बाद तो ज्योति क्या, कोई और भी समझ सकता है...





"बाद में क्यूँ भाई, अभी बता सकते हैं , लेकिन ज्योति एक वादा करो कि किसी और को नहीं बताओगी, नोट ईवन मोम डॅड या भाभी या भैया.. प्रॉमिस करेगी तो ही बताउन्गी.."

शीना ने अपना ग्लास एक घूँट में ख़तम करके कहा.. शीना का ऐसा कॉन्फिडेन्स देख एक पल के लिए तो रिकी डर गया पर इससे ज्योति को लगा कि अभी शीना झूठ नही बोल सकती, इसलिए उसने वादा किया किसी को ना बताने का




"शीना, देअर ईज़ नो पॉइंट डिस्कसिंग दिस.. आइ थॉट..." रिकी ने इतना ही कहा कि शीना बीच में बोल पड़ी





"भाई, कोई बात नही, और आप यहाँ से जाइए प्लीज़.. लड़कियों के बीच की बात है अब... नो आर्ग्युमेंट प्लीज़..." शीना ने ऐसी अतॉरिटी से कहा कि रिकी को बिना कुछ कहे वहाँ से जाना पड़ा और ज्योति भी कन्विन्स हो गयी कि उसे जो जानना था उसे पता चल जाएगा अब.. रिकी जैसे ही कमरे के बाहर निकला उसके दिल की धड़कने बढ़ने लगी, वो जानता था कि
शीना बेवकूफ़ नहीं पर बहुत सीधी है, कहीं उसने ज्योति को बता दिया तो ज्योति को सुनके काफ़ी अजीब लगेगा और वो फिलहाल ऐसी स्थिति में बिल्कुल नहीं था कि वो किसी से कुछ शेअर कर सके.. शीना से उसने इसलिए शेअर किया क्यूँ कि वो वक़्त ऐसा था कि शीना को देख वो जज़्बाती हो गया था...लेकिन अभी, ज्योति और शीना अंदर क्या बात कर
रहे थे और ज्योति क्या समझेगी उस बात से, रिकी सहम सा रहा था यह सब सोच के... धीरे धीरे करके वो आके अपने कमरे में बैठा और फिर इस सोच में डूब गया.. उधर

स्नेहा प्रेम के साथ बैठी बातें ही कर रही थी कि तभी स्नेहा का फोन बजा





"हां बोलो..क्यूँ फोन किया.." स्नेहा ने रूखे मन से जवाब दिया





"तुम काम भी करोगी या बस अपने भाई के साथ गुलच्छर्रे ही उड़ाती रहोगी.." सामने से आवाज़ आई





"क्या काम करूँ, जो भी खबर मिलती है तुम्हारी तरफ से सब ग़लत ही आती है, रिकी अमर का बेटा नहीं है, वो अडॉप्टेड है तुम्हे पता था क्या.." स्नेहा झल्ला चुकी थी





"क्या बकवास कर रही हो, तुम्हे कोई कुछ भी कहेगा और तुम मान लोगि.. वैसे किसने कहा तुमसे यह सब... कौन तुम्हे पागल बना रहा है मैं भी सुनूँ" फिर सामने वाले ने कहा
Reply


Messages In This Thread
RE: Antarvasna kahani वक्त का तमाशा - by sexstories - 07-03-2019, 03:49 PM

Possibly Related Threads…
Thread Author Replies Views Last Post
  Raj sharma stories चूतो का मेला sexstories 201 3,513,815 02-09-2024, 12:46 PM
Last Post: lovelylover
  Mera Nikah Meri Kajin Ke Saath desiaks 61 545,829 12-09-2023, 01:46 PM
Last Post: aamirhydkhan
Thumbs Up Desi Porn Stories नेहा और उसका शैतान दिमाग desiaks 94 1,237,412 11-29-2023, 07:42 AM
Last Post: Ranu
Star Antarvasna xi - झूठी शादी और सच्ची हवस desiaks 54 935,491 11-13-2023, 03:20 PM
Last Post: Harish68
Thumbs Up Hindi Antarvasna - एक कायर भाई desiaks 134 1,661,239 11-12-2023, 02:58 PM
Last Post: Harish68
Star Maa Sex Kahani मॉम की परीक्षा में पास desiaks 133 2,087,528 10-16-2023, 02:05 AM
Last Post: Gandkadeewana
Thumbs Up Maa Sex Story आग्याकारी माँ desiaks 156 2,961,898 10-15-2023, 05:39 PM
Last Post: Gandkadeewana
Star Hindi Porn Stories हाय रे ज़ालिम sexstories 932 14,090,954 10-14-2023, 04:20 PM
Last Post: Gandkadeewana
Lightbulb Vasna Sex Kahani घरेलू चुते और मोटे लंड desiaks 112 4,046,220 10-14-2023, 04:03 PM
Last Post: Gandkadeewana
  पड़ोस वाले अंकल ने मेरे सामने मेरी कुवारी desiaks 7 286,136 10-14-2023, 03:59 PM
Last Post: Gandkadeewana



Users browsing this thread: 6 Guest(s)