RE: Hindi Kamuk Kahani मेरी मजबूरी
हम तीनों को देखकर मम्मी खड़ी हो गयी। और हिरकत कि नजरो से देखने लगी।
मैं---- क्यो मम्मी कैसा लगा शो?
मम्मी खामोश खड़ी रही।
मम्मी--- देख बेटा जो तेरे मामा ने किया गलत था लेकिन जो तुम लोग कर रहे हो उससे भी गलत है। ये ठीक नही हो रहा ।
मामी--- साली कुतिया अब तुझे ये सब गलत दिख रहा है जब तूने एक बार भी अपने भाई को नही रोका। मे्रे सामने ये नही चलेगा कि तू मजबूर थी। पहले जब कुँवारी थी तो चाहती तो ससुर जी को बताकर रोक सकति थी लेकिन नही रोका। फिर जब तेरी शादी हुई तो तू अपने पति को बता सकती थी लेकिन फिर भी तूने ये सब होने दिया। फिर अपने बेटे को भी नही बताया। अरे निर्बल नारी इतनी कितनी अबला है तो जो तेरे साथ इतना हो गया और तू कुछ न कर सकी। अब भी जब तेरा बेटा तेरे साथ है तू नही रुक रही । ऐसी क्या मजबूरी है तेरी। देख तेरे कोई बहाने मेरे सामने नही चलेंगे। मैं मेरे पति को अच्छे से जानती हूं वो कितना कमीना है और कितना नही। और आप कितनी कमिनी हो जानती हूं तूने ये सब इसलिए किया कि इस परिवार पर आपकी हकूमत रहे। जो आप चाहो वो हो। मुझे कभी भी तुमने इस परिवार में हिस्सा नही बनने दिया। हमेशा ही मुझे एक नॉकरानी की तरह रखवाया।
मम्मी---- नही बेटा ये झूठ बोल रही है अपने पति को सही साबित करना चाहती है। मैंने अपनी मर्जी से कुछ नही किया। तुमारे मामा ने मजबूर किया है मुझे।
मैं---- बस करो मम्मी कितना झूठ बोलोगी तुमारी सचाई तो मैं बहुत पहले जान गया था कि इस सब मे तूम खुद शामिल हो। अपनी मर्जी से । मामा से आपने कराया जो आपको अच्छा लगा। दीदी को सुलाया मामा के नीचे क्योकि वो जान गई थी तुमारी रासलीला। कहि पापा को न बता दे । किरण दीदी को भी ऐसे ही बनाना चाहती थी लेकिन पहली बार मे ही पापा को मालूम चल गया। दीदी को शादी के बाद भी तुमने ही उस्काया और उनका घर नही बसने दिया। तुम्हे एक नशा है चुदाई का और उसको पूरा करने के लिए तुमने ये सब किया। और इस नशे का आदि तुमने मामा और फिर दिदी को बनाया। शायद पापा ने आपका ये रूप देख लिया होगा इसलिए उनकी मौत हो गयी।
मम्मी बस बैठे रोये जा रही थी और खुद को बेकसूर बता रही थी।
फिर मामी ने रोये जा रही मम्मी के मुँह पर ज़ोर से थप्पड़ मारा तो मैंने देखा कि मामी मम्मी की तरफ बहुत गुस्से से देख रही थी।
फिर मैंने कहा मामी आपने मम्मी को मारा क्यों?
तो उन्होंने मम्मी को और एक ज़ोर से थप्पड़ मारी, मैं तो देखता ही रह गया।
फिर मामी ने कहा कि साली रण्डी ड्रामा कर रही है। कुँवारी ही गांव के बाहर जंगलों में साधु से कोन चुदबाती थी? पूछो इससे। फिर तुमारे मामा को मालूम चल गया तो उस साधु के साथ मिलके उसे भी साथ मिला लिया और इस हवेली में ही पीछे रात रंगीन करने लगी। चलो तुम दिखाती हु इनका अय्यासी का अड्डा।
फिर मामी मम्मी को बालों से पकड़ कर उठाती है और हवेली के पीछे ले चलती है।
मैं और प्रियंका दोनो उनके पीछे चले जाते है। हवेली के पीछे एक कमरे में अलमीरा के अंदर से गुप्त दरवाजे के पीछे हालनुमा एक बड़ा कमरे में हम पहुचे।
वहा बीचो बीच एक बिस्तर था गोल। और एक सैफ जिसमे शराब थी महंगी से महंगी। तरह तरह के सेक्स टॉय देशी और विदेशी। एक बड़ी स्क्रीन होम थिएटर के साथ।
मामी--- ये है इनका अय्यासी का अड्डा। जहा ये हवस का नँगा नाच करते है। मैं ये नही कह रही तुमारे मामा दोषी नही है लेकिन उससे बड़ी दोषी ये है तुमारी मम्मी। मैंने खुद इनको हवस में अंधी हो यहा एक साथ पांच पांच मर्दो के साथ चुदाई करते देखा है।
फिर मामी ने मम्मी के पेट पर लात मारी और कहा---चल रण्डी खोल उस ड्रॉर को ।
मम्मी को धसीते हुए वहा तक ले गयी। मम्मी ने सिसकते हुए वही से एक चाभी निकाली और ड्रॉर खोली।
मामी ने उसमे से एक सीडी निकाली और स्क्रीन पर प्ले कर दी।
सीडी प्ले होते ही।
हर तरफ सिसकारियों की आवाज गूँजने लगी। और स्क्रीन पर मम्मी का चेहरा उभरा जो एक आदमी के लण्ड के उपर बैठ कर चुद रही थी। और दो आदमी के लण्ड को अपने हाथों में पकड़ कर मुठिया रही थी।
सिसकते हुए खुद को चोदने को बोल रही थी।
" हराम खोरो चोदो जोर लगा कर , क्या खसियो की तरह लग रहे हो। आज अगर तुमने मुझे बीच मे छोड़ा तो सबके गांड में गोली मारूंगी।
सब के सब मजदूर टाइप आदमी थे और लग रहे थे कि नशे में हो और मम्मी उनपर सवार थी रण्डी की तरह।
मुझसे ये सब नही देखा गया और मैंने स्क्रीन बन्ध कर दी। और वही घुटनो पर बैठ गया। मम्मी का ये रूप देख कर मैं टूट गया था।
मामी---- आजतक ये जब भी हवेली आयी थी मुझे इसने नोकरो की तरह समझा है। आज मेरी बारी है।
मामी ने मम्मी के बाल खिंच कर जमीन पर पटक दिया और बोली-----आज से में तेरी मालकिन हूँ और तू मेरी कुत्ति है और घरवालों के लिए में तेरी भाभी और अकेले में तेरी मालकिन हूँ समझि।
फिर मामी ने एक चांटा और मारा और कहा कि मुझे मालकिन बोल मादरचोद, तमीज़ नहीं सिखाई और कहाँ गई तेरी अकड़, माँ चुदवाने।
मम्मी ने कहा आह भाभी क्या कर रही हो माफ कर दो मुझे,
तो मामी बोली -- माफी रंडी कहीं की इतनी जल्दी डर गई।
फिर उन्होंने कहा कि तू मेरा कुत्ती बनने के लिए तैयार है या नहीं,
तो मम्मी ने कहा में तो आपकि कुत्ती हूँ मालकिन,
तो मामी बोली कि जल्दी ही सिख गयी।
फिर उन्होंने कहा चल अपने दोनों पैरो पर खड़ी हो जा और मम्मी खडी हो गयी।।
फिर उन्होंने मम्मी को अपने सारे कपड़े उतारने को कहा और मम्मी ने अपने कपड़े निकाल दिए। अब मम्मी बस चड्डी में ही थी,
तो मामी मम्मी के पास आई और उनके गाल पर ज़ोर से थप्पड़ मारी और मम्मी नीचे गिर गयी। फिर उन्होंने कहा कि मैंने तुझे तेरे पूरे कपड़े उतारने को कहा था तो तूने चड्डी क्यों नहीं उतारी? फिर उन्होंने एक झटके में मम्मी की चड्डी उतार दी और उसे मम्मी के मुँह मे भर दी। फिर बाद में उन्होंने मम्मी को पीठ के बल लेटने को कहा और मम्मी ने वैसा ही किया।
फिर मामी चलते हुए मम्मी के पास आई और कहने लगी कि तू मुझे अपनी दासी समझती थी ? तो मम्मी ने कुछ नहीं कहा। फिर उन्होंने अपनी हील वाली सेंडल मम्मी की चुत पर रख दी और दबाने लगी
तो मम्मी ने कहा मुझे माफ कर दे, तो वो हंस पड़ी और मम्मी के सीने पर आकर खड़ी हो गई।
फिर उसके बाद उसने मम्मी के मुँह के आगे अपनी सेंडल रखी और मम्मी को उसे चाटने को कहा तो मम्मी चाटने लगी।
उसके बाद उन्होंने मम्मी से उनके पैर भी चटवाए।
मैं मामी का ये रूप देख कर हैरान खड़ा था। मैं शायद ही मम्मी को ये सजा दे पाता लकीन मामी उनको जो सजा दे रही थी उसको देख कर मालूम चल रहा था कि मामी ने उनके कितने जुल्म झेले होंगे और न जाने कब से जो आज बाहर उनका गुस्सा बनकर निकल रहा है।
एक औरत होकर जो मम्मी ने मामी के साथ किया था वो अब खुद भुगत रही थी।
प्रियंका डरी हुई एक कोने में खड़ी थी।
फिर मामी ने मम्मी से कहा कि तुझे तेरे बेटे से चुदना है,
तो मम्मी के जवाब देने से पहले मैंने कहा नहीं,
मामी ने मुझे देखा और बोली कि तुझे अपनी मामी को भी चोदना है, तू तो बहुत ही बड़ी मादरचोद का बेटा है रे।
फिर उन्होंने कहा कि चल रण्डी अभी तेरी बरसों की ख्वाइश पूरी कर देती हूँ,
उसके बाद मामी ने अपनी नाइटी उतार दी और मम्मी को भी नँगा कर दिया।
मामी ने मुझे और प्रिंयका को भी कपड़े उतारने को कहा। मामी एक तरह से मानसिक रूप से विशिप्त दिख रही थी।
प्रियंका पूरी नंगी खड़ी हो गई। मामी का रूप देखकर प्रियंका का मूत बाहर आ गया और फर्श पर गिर गया। उसे देख मामी ज़ोर ज़ोर से हंसने लगी और मम्मी से कहा कि अब तू इसे पूरा साफ कर और वो भी चाट कर और अगर मुझे मूत की एक भी बूँद दिखी तो मैं तेरी चुत में मिर्ची भरवा दूँगी और वो हंसने लगी।
फिर मम्मी ने मूत को चाट कर साफ किया और मामी के पैरो पर जाकर गिर पड़ी। फिर मामी ने मम्मी को लेटाया और उनके ऊपर आ गई और मम्मी से कहा कि चल अब तू मेरा मूत पीयेगी
और मेरे कुछ बोलने के पहले ही उन्होंने अपने पेशाब को मम्मी के मुँह में छोड़ दिया।
फिर मम्मी ने मजबूरी में उस मूत को पूरी तरह से पी लिया और
उसके बाद मामी बोली कि चल अब मेरी गांड चाट कर साफ कर और मम्मी के मुँह पर आकर बैठ गई।
प्रियंका और मैं दम सादे सब देख रहे थे।
फिर मम्मी ने उनकी गांड साफ़ की और चूत को भी चाट कर साफ किया। इसके बाद मामी ने मुझे अपने पास खड़ा होने को कहा और फिर उन्होंने मेरा लंड हाथ में पकड़ा और देखते ही देखते मेरा लंड खड़ा हो गया तो मामी बोली कि वाह मेरे बेटे तेरी मामी का हाथ लगते ही तेरा ये लंड बड़ा हो गया और उन्होंने कहा कि तेरा लंड तो तेरे मामा से भी बड़ा है, कैसे किया बड़ा? ज्यादा मुठ मारता है क्या? या फिर अपनी मामी को चोदने के लिए इतना बड़ा किया है। देख बड़वी बाहर चुदती है और यहा तेरे बेटे का लौडा क्या मस्त है।
फिर मामी ने मेरे लंड को मुँह में लेना शुरू किया और मुझे नशा चढ़ने लगा और में हल्की-हल्की सिसकियां ले रहा था आआआअ आआहह अहह ऐसी आवाज़े निकल रही थी।
तभी अचानक से मेरी मामी पीछे हटी और मम्मी से बोली कि रंडी साली कुतिया तू अभी तक वही पड़ी है.. चल उठ साली हरामजादी। तो मम्मी जल्दी से कांपती हुई उठकर खड़ी हो गई।
फिर मामी बोली कि अभी तो बहुत कुछ बाकी है और अब तू इस घर के कुछ नियम सीख ले.. घर पर तुझे सब रंडी या गालियाँ देकर ही बुलाएँगे और तुझे घर में एक नौकरानी की तरह बाकी नौकरो के साथ काम करना पड़ेगा। मैं जो कपड़े दूँगी तू वो ही पहनेगी और तू किसी भी काम के लिए कभी भी मना नहीं करेगी। फिर मम्मी यह सब बातें सुनकर बहुत डर गयी। तो फिर मेरी मामी ने मम्मी को इसके आगे बताया कि तू इस घर की रंडी बनकर रहेगी। आज तेरी मुहं और चूत दिखाई होगी.. तू घर के सभी लोगो को खुश और संतुष्ट करेगी।
यह बात सुनकर तो मम्मी बहुत चकित रह गयी।
अरे रंडी बुहा तू क्या माल लग रही है? जब मेरा नंबर आएगा तो में तेरा वो हाल करूँगी कि तू सोच भी नहीं सकती.. चल अभी के लिए एक चुम्मा ही दे दे और यह कहकर प्रियंका ज़बरदस्ती मम्मी को चूमने लगी और मम्मी के बूब्स दबाने लगी । फिर प्रियंका बोली कि चल कुतिया अभी अपने बेटे को अपनी चूत दिखा और फिर प्रियंका ने मम्मी को मेरे पास छोड़ा। तो मम्मी की चुत प्रियंका के चूमने और बूब्स दबाने से गीली हो गयी थी। फिर मैंने मम्मी को दया भरी नजर से देखा.. तभी मुझे मेरी मामी की आवाज़ आई कि रंडी की चुत के अपना लण्ड गुसओ।
मैं---- मामी बस करो अब । लेकिन मामी अभी तक शांत नही हुई। और मम्मी को बोली----
इधर आ जा और अपने घुटनों पर बैठकर कुतिया बन जा।
मम्मी मेरी तरफ देखती रही
तभी मामी गुस्से में बोली कि साली रंडी हरामजादी तू क्या खड़ी है चल अब यूँ ही घुटनों के बल बैठकर कुतिया जैसे चलकर मेरे पास आ और मेरे चुत चाट। फिर जब मम्मी घुटनों पर कुतिया बनने के लिए बैठी तो दोनों बूब्स नीचे लटक गये और मेरी मम्मी की नंगी गांड दिखने लगी और मुझे बहुत दया आ रही थी मम्मी पर.. लेकिन मेरे पास और कोई रास्ता भी नहीं था। फिर मम्मी वैसे ही कुतिया की तरह अपने घुटनों के बल मामी के पास गयी और उनकी चुत चाटने लगी.. मेरी मम्मी का मुहं नीचे अपने काम में लगा हुआ था और मम्मी की गांड के ऊपर मेरी मामी अपना एक हाथ फिराकर दबा रहे थी। फिर मामी मम्मी से बोली कि अब तू अपने बूब्स मेरे पैर पर रगड़ और अपने बेटे का लण्ड मांग।
फिर मम्मी अपने लटकते हुए बूब्स मामी के पैरों पर रगडे और गालियाँ देनी शुरू की.. मालिकन में रंडी, हरामजादी कुतिया हूँ.. मालिकन मैं अपने बेटे के लंड की प्यासी हूँ.. मालिकन मुझे उसका लंड चूसने दीजिए। मेरी चूत पर रहम करो.. मालिकन में आपकी रंडी हूँ।
मम्मी ऐसे कह रही थी तभी मामी अपनी चुत मम्मी के मुह पर लगा दी मम्मी के बाल पकड़ कर ज़ोर ज़ोर से हिलाने लगे.. मामी ने जल्दी ही मम्मी के मुहं में सारा पानी छोड़ दिया और यह सब देख रही प्रियंका भी गरम हो गयी थी और अपनी चूत में उंगली कर रही थी। तब मेरी मामी ने कहा कि अब जा साली रंडी अपनी भतीजी की चूत चाट.... मम्मी वैसे ही कुतिया बनकर प्रियंका के पास गयी। प्रियंका ने अपनी गीली चूत फैला दी और मम्मी उसकी चूत चाटने लगी। तभी मामी पीछे से छड़ी लेकर आए और मम्मी की गांड में डाल दी । मम्मी बहुत ज़ोर से चिल्लाई तो प्रियंका ने मम्मी को चार जोरदार थप्पड़ मारे और गालियाँ दी.. रंडी कमिनी क्या पहली बार तेरी गांड मारी जा रही है।
मम्मी चुप हो गयी और मम्मी प्रियंका की चूत वापस चाटने लगी। तो प्रियंका अपनी चूत चटवाते हुए सिसकियाँ ले रही थी और अपने बूब्स ज़ोर ज़ोर से दबा रही थी।
.. मम्मी भी बहुत गरम हो गयी थी और प्रियंका भी अब एक बार झड़ चुकी थी.. लेकिन मम्मी अभी भी आहह आह्ह्ह कर रही थी और कह रही थी और चोदो मुझे प्लीज् चोदो मुझे एक बार चोद दो.. मामी ने मुठ मार कर मेरा वीर्य ज़मीन पर झाड़ दिया.. लेकिन मम्मी अभी तक एक बार भी झड़ी नहीं थी और चुदाई के लिए तड़प रही थी। तो यह देखकर मेरा मामी बोली कि साली रंडी और चुदना चाहती है ना.. फिर मम्मी ने कहा कि जी मालिकन तो उन्होंने एक मोटी सी मोमबत्ती ली और मम्मी की चूत में डाल दी और कहा कि अब उछल साली हरामजादी कुतिया.. अब तू इस मोमबत्ती को और चूत को हाथ मत लगाना और शाम तक तड़प। फिर मेरी मामी बोली कि चल यह ज़मीन पर पड़ा वीर्य सब अपनी जीभ से चाटकर साफ कर। मम्मी ने मेरा वीर्य चाट कर साफ कर गयी। लगा ही नही की जबरदस्ती कर रही है चेहरे से लग रहा था कि मजे से कर रही है।
फिर मामी ने मम्मी से कहा कि अब जा देख तेरा गण्ड मरा भाई कहा गांड मरवा रहा है। और जाकर अपनी चुत मरवा। अपने भड़वे को बताना मत तेरे साथ क्या हुआ है अभी उसका प्रोग्राम बाकी है। बस नंगी होकर जा और उसका लंड अपने मुहं में डालकर रखना । कुछ भोंकना मत , बाकी का काम में तुझे कल सुबह चाय पर बताउंगी।
और मम्मी को वही छोड़ कर मामी मुझे और प्रियंका को लेकर वापिश हवेली आ गयी।
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