RE: Hindi Kamuk Kahani मेरी मजबूरी
रीटा---- क्या बात भैया पहली रात में ही मम्मी पर इतनी मेहरबानी, हमे तो कभी मौका नही दिया रात बिताने का।
मैं---- अब हमें साथ मे रात ही बितानी है बस तुम जाओ और मामा के घर चलने की तैयारी करो।
मम्मी जैसे ही ये सुनती है बाथरूम से बाहर आ जाती है और कहती है----ये क्या कह रहा है संजू वहा क्यो जाना है तुझे।
मैं--- मम्मी मुझे नही हमे जाना है
मम्मी ---लेकिन क्यो?
मैं---- मामा की मा चोदने। क्यो कोई प्रोब्लम है आपको।
रीटा-----जैसे रात से अपनी चोद रहे हो। हिहिहि दांत निकालते हुए बाहर भाग जाती है।
मम्मी,---देख संजू जीतना तू आसान समझ रहा है उतना ये नही है तेरा मामा बहुत खतरनाक आदमी है और अगर हम वहा गए तो क्या वो फिर से हमारे साथ कुछ नही करेगा।
मैं---देख मम्मी तूने मुझे जाना नही है तू चिंता मत कर बस देखती जा अगर मामा खतरनाक है तो मैं भी कम नही हु कुछ तो रात को समझ गयी होगी। या कुछ रह गया है मामा की बूटी का असर कम नही हुआ क्या। या अभी भी मामा की कमी है। और रही मामा के कुछ करने की आप लोगो के साथ तो आगे कुछ होना नही है तो एक दो बार ओर सही ,,करवा लेना( हंसते हुए)
मम्मी---देख संजू मजाक मत समझ ये ठीक नही हैं, हम उनसे रिश्ता नही रखेंगे अब से, वैसे भी तू है ना अब हमें सँभलने को क्यो हम दोबारा उसके पास जाएंगे।
मैं-- नही मम्मी जिस कंडिशन में हमे उस इंसान की वजह से पहुचे है उसका अंजाम तो उसे ही भुगतना होगा और आगे अब कोई बात नही और नही मामा को बताना है हम शाम को निकलेंगे और सुबह तक पहुच जाएंगे।
और इतना कह कर मम्मी को वही छोड़ कर नीचे आ गया। और फ्रेश होकर बाहर निकल आया।
मेरा एक फ्रेंड है जोकि फोरेंसिक स्पेस्लिस्ट है उसके पास पहुचा।
वो अपने केबिन के ही मिला। मुझे देखते ही खुश हो गया। अरे संजू कैसा बहुत दिनों बाद मिला , जय माथुर एक dr फॉरेन्सिक स्पेस्लिस्ट।
पुलिस की मदद करता है और बहुत ही जिनियस।
मैं जाते ही उसके गले लगा और हाल चाल पूछा।
फिर फॉर्मलटी के बाद में सीधे मुद्दे पर आ गया और उसे सब कहानी सुना दी बस सेक्स को छोड़ के । मामा ने मेरी फैमिली की लेडीज के साथ जो किया।
और उसको वो बूटी दे दी। उसने 30 मिनेट मांगे और अपनी लैब में चला गया। मैं केबिन में बैठा उसका वैट करने लगा।
तकरीबन सवा घण्टे बाद जय वापिश आया। और अपनी चेयर पर बैठ गया। मुझे उसके चेहरे पर कुछ टेंसन दिखी।
जय--- देख संजू जितना तूने बताया है और जो मुझे उस बूटी से जानकारी मिली है उससे इतना मालूम चल गया है कि जो भी अभी तक हुआ है वो बहुत कम है वर्ना इस बूटी के दम पर हम किसी भी लेडीज को इतना बहका सकते है कि वो सड़क पर नंगी हो जाय और अपने साथ जो भी हो रोकने की बजाय उसमे शामिल हो जाये। ये बात तुमारे घर से जुड़ी है इसलिए ऐसे समझा रहा हु और खुद समझदार है। इसका असर भी काफि समय तक रहता है। ये एक देसी तरीक़े से तयार मेडिसिन है जिसका प्रभाव समय के अनुसार भड़ता जाता है।
मैं सब सुन और समझ रहा था क्या इसका कोई अन्तिडोज़ है।
अभी नही है मेरे पास लकीन बना सकता हु।
थैंक्स जय मदद के लिए तूम इसका अन्तिडोज़ तैयार कर लो जो भी खर्चा आये में दे दूँगा।, मैं बोला
Ok संजू मैं तैयार करता हु। और हाँ इसका सिमिलर ड्र्ग्स में तुम्है 3 घण्टे दे सकता हु, जय ने बताया।
ठीक है जय तुम मुझे इस बुटी का सिमिलर दे दो, मैने कहा।
और मै वो दवा लेकर वहा से निकल आया और मनोज को फ़ोन किया। मैंने एक फैसला किया था जिसके लिए मैंने मनोज को बुलाया था । मैं अपने प्लाट वाले रूम पर आ गया। कुछ देर में मनोज भी वही पहुच गया।
कुछ देर में शांत रहा फिर मनोज से कहा--- देख मनोज जो भी मैं तुम्हे बताने जा रहा हु वो तुम्हे इसलिए बता रहा हु तू मेरा हमराज रहा है और जिगरी भी। मैं अपने घर का राज तुझसे शेयर कर रहा हु।
मनोज--- देख संजू तू मुझे अपना मानता है या नही मैं नही जानता लेकिन मैं तेरे लिए जान भी दे सकता हु मेरे परिवार में मेरी बहन के अलावा बस तू है। मैं किरण वाले मेटर के बाद जानता हूं तू मे्रे पे यकीन नही करता लकीन दोस्त मैं तेरे साथ धोखा नही कर सकता।
मैं---- जानता हूं तुझे धोखा करना होता तो कर चुका होता क्योंकि जानता हूं कि किरण अब भी तुझसे बात करती है और शायद मिली भी हो। लेकिन वो सेफ है।
मनोज मेरा मुह ताकने लगा।
साले मेरी बहन है वो इतना तो ध्यान रखूंगा।
फिर मैंने उसको अपने परिवार की सब बात बताई और उससे पूछा कि क्या वो किरण से शादी करेगा।
मनोज जट से तैयार हो गया मेरी दोस्ती की खातिर, मैंने उसको बताया कि मैं मामा के गांव जा रहा हु और वो अपनी बहन के साथ मेरे घर शिफ्ट हो जाये।
उनको परमिशन भी दे दी अगर किरण दीदी बेकाबू हो तो वो उसे संभाल सकता है। और फिर उसको घर आने को बोलकर वहां से निकल लिया।
जब घर पहुचा तो मम्मी हाल में मेरा इंतज़ार कर रही थी।
मुझे देखते ही मम्मी मेरे पास आ गयी।
मम्मी पैकिंग हो गयी, मैंने तुरंत पूछा ।
मम्मी अपना सिर नीचे किये हुए, संजू देख सोच ले ठीक नही है ये।
मम्मी तयारी हुई या नही या मैं और दीदी ही चले जायेंगे।
मैं रीता दीदी को आवाज लगाता हु , मेरी आवाज सुनते ही किरण दी, रानी और रीटा दीदी बाहर आ जाती है।
क्या हुआ भैया-- रानी
देख रानी हम बाहर जा रहे है-- मैं
बाहर?किरण
हा दीदी आप और रानी यही रहना अभी मेरा दोसत मनोज और उनकी बहन यहा आ जाती है। कोई परेशानी हो तो उनको बताना। वो सॉल्व कर देंगे।
मनोज का नाम सुनकर किरण दिदी की आंखों में एक चमक आ जाती है लकीन रानी मायूश हो जाती है।
क्या हुआ रानी तुम क्यो मुह बनाये खड़ी हो---मैं
भैया हम अकेले कैसे रहेंगे-- रानी
जैसे टूर पर रही थी---मैं और ज्यादा इमोशनल ड्रामा मत कर।
रीटा दीदी आप पैकिंग करो । मम्मी आप भी जल्दी करो।
मैं रोशनी के पास जाकर कुछ समझाता हु। थोड़ी देर में मनोज और उसकी बहन निधी आ जाती है।
निधि बला की सुंदर लड़की थी आज पहली बार मैंने उसको देखा था और देखते ही फिदा हो गया।
मैंने मनोज को घर दिखाया और उनका कमरे दिखा दिए और फिर हम लोग मामा के गांव के लिए निकल लिए।
रात भर ड्राइव करने के बाद हम मामा के गांव पहुच गए।
अभी मामा के हवेली कुछ दूरी पर थी।
मामी---प्रोमिला देवी 45 years
बड़ी बेटी प्रियंका 20
छोटी बेटी सीमा 18
जब हम हवेली में पहुचे तो मामा बाहर आंगन में ही चाय का मजा ले रहे थे। हमें देखते ही हड़बड़ा से गये और भाग कर आये अरे बहना तुम ऐसे अचानक कैसे आ गयी।
मम्मी--- अपने भांजे से पूछो, कोई जवाब न सुझा तो मुझे आगे कर दिया।
मैं--- तुम परसो आये औऱ मुझसे मिले बिना आ गए तो मैंने सोचा कि आपकी नाराजगी गयी नही इसलिए मैं खुद आ गया आपसे और मामी और अपनी बहनों से मिलने। कहा है सब लोग।
मामा--/ अरे बेटा ऐसी बात नही है मुझे कुछ जरूरी काम था इसलिए आ गया। और तुम आये हो इतने दिनों बाद ये भी अच्छा ही किया आओ अन्दर अपनी मामी से मिलो ।
मामी सामने ही नहाकर आती हुई दिखती है एक दम सेक्स की देवी। मामी मेरी मम्मी को देखकर खुश नही हुई लेकिन मुझे देख कर खुश हो जाती है
मेरी मामी का फिगर 36-32-37 है। उनकी हाईट 5.5 इंच है और वो बहुत ही मस्त और बहुत ही सेक्सी हैं और वो बहुत ही गोरी हैं। वो ज्यादातर साड़ी पहनती हैं और वो साड़ी में बहुत सुंदर लगती है।
मामी को मैं बहुत अच्छा लगता हु और मामी मुझसे बहुत सारी बातें करती। लकीन मम्मी और दीदी को इगनोर करती है तभी मेरी मामा की लड़कियां प्रिंयका और सीमा दोनो नीचे आती है और मुझे देखते ही लिपट जाती है और फिर अचानक से मारने लगती है कि इतने दिनों से क्यो नही आया मिलने को। जैसे तैसे उनको संभालता हु। फिर उनको दीदी के साथ लगा देता हूं और खुद । मामी के पीछे लग जाता हूं क्योंकि मैं जितनी जल्दी हो सके अपना काम करना चाहता था।
मेरे मामा वैसे काफी गर्म रहते थे मामी के प्रति , उनसे रुखा ही रहते। और हमेशा उनको डांटते रहते थेऔर मामी का व्यवहार मम्मी की तरफ़ जैसा था उससे साफ मालूम चल रहा था कि मामी को मालूम है उनके सम्बन्धो के बारे में।
मैं मामी से बात करके हवेली के ऊपर वाले कमरे में चला गया और आराम करने लगा थोड़ा। रात भर ड्राइव के कारण थकान हो रही थी।
उस दिन भी मामी किचन से साफ सफाई करने के बाद ऊपर वाले कमरे में आई.. जहाँ पर मैं आराम कर रहा था। फिर मामी आईं और मुझे हिलाकर पूछा।
मामी : संजू सो रहे हो क्या?
मैं : नहीं मामी बोलो ना क्या बात है?
मामी : चल मेरे रूम में आजा वहाँ पर में मेरी अलमारी भी जमा लूँगी और हम बातें भी कर लेंगे।
फिर हम मामी के रूम में चले गये और फिर मामी और मैं ऐसे ही इधर उधर की बातें करने लगे और मामी अपनी अलमारी जमाने लगी। मामी मुझसे बहुत फ्रेंक हो रही थी और मुझसे कोई भी बात करने में शरमा नहीं रही थी।
मामी : और बताओ संजू कितनी गर्लफ्रेंड है तुम्हारी?
में : एक भी नहीं मामी।
मामी : अरे संजू.. मुझसे क्यों शरमा रहे हो में थोड़े ही दीदी को बताउंगी तुम्हारी गर्लफ्रेंड के बारे में।
मैं: अरे मामी आपसे क्या शरमाना.. सच में मेरी कोई गर्लफ्रेंड नहीं है और अगर होती तो आपको तो जरुर बता ही देता।
मामी : अरे बाबा शहर की लड़कियों को क्या हो गया है। मेरे इतने सोने भांजे की कोई गर्लफ्रेंड नहीं है.. अगर तू मेरी उम्र का होता तो देखता तेरे साथ क्या क्या होता।
फिर में नॉटी स्माईल पास करते हुए बोला कि क्या होता मामी ऐसे ही बता दो? और मामी हंसने लगी और फिर अपना कम करने लगी। बातें करते करते मामी समान जमा रही थी और उनकी गांड मेरी तरफ थी। में उनकी गांड को देखे जा रहा था। हम ऐसे ही कुछ देर बात करते रहे और फिर मैंने मामी से कहा कि मुझे प्यास लगी है और में पानी पीने किचन में चला गया.. जब में पानी पीकर किचन से वापस मामी के रूम में घुस रहा था.. तभी मामी बाहर आ रही थी तो में और मामी टकरा गये। तो मामी के बूब्स मेरे चेस्ट पर ज़ोर से टकराए और एकदम से मामी फिसली.. लेकिन इससे पहले की मामी गिरती मेरा हाथ सीधा मामी की कमर पर गया और मैंने उन्हें संभाल लिया।
में : मामी आप ठीक तो हो ना?
मामी : हाँ बच गयी।
फिर मामी थोड़ा संभली और पीछे मुडकर जाने लगी तो उनका हाथ मेरे लंड पर लगा जो कि तनकर खड़ा था।
मामी : संजू बाबू.. तुम बड़े हो गये हो और इतना कहकर उन्होंने एक नॉटी स्माईल दी।
में : मैं तो कब से ही बड़ा हो गया हूँ मामीज़ी आपने तो नोटीस नही किया अभी तकऔर हम दोनों एक दूसरे को देखे जा रहे थे और पता नहीं मुझे क्या हुआ कि मैंने अपने हाथ मामी के बूब्स पर रख दिए और उन्हें दबाने लगा। मामी एकदम दंग होकर मुझे देखती हुई बोली।
मामी : अरे यह क्या कर रहा है? तुझे ज़्यादा शैतानी सूझ रही है.. छोड़ मुझे।
फिर मामी यह कह कर पलटी और वहाँ से जाने लगी.. लेकिन में अब मानने वाला नहीं था और मैंने मामी के बूब्स पीछे से पकड़ लिए और उन्हें जोर जोर से दबाने लगा।
मामी : बस संजू.. अब यह सब बहुत बदतमीज़ी लग रही है और में तेरी मामी हूँ। तुम मेरे साथ यह सब नहीं कर सकते हो।
में : मामी आप मुझे पसंद नहीं करती क्या? और वैसे भी अभी आपने ही तो कहा था कि में अगर आपकी उम्र का होता तो मेरे साथ बहुत कुछ होता.. तो अब बताओ मेरे साथ क्या क्या होता? फिर मामी मेरी तरफ पलटी और बोली कि नहीं बाबू यह सब ग़लत है.. समझा कर तू चाहता है कि में तुझसे बात वगेराह ना करूँ तो बोल दे.. में नीचे चली जाउंगी। फिर यह बोलकर मामी पलटने लगी कि हमारी चैन आपस में उलझ गयी और में खींचने की वजह से फिसल गया और में और मामी बेड पर गिर गये। में उस वक़्त मामी के ऊपर था। फिर हम दोनों एक दूसरे को देखे जा रहे थे और मामी मुझे अपने ऊपर से हटाने की कोशिश कर रही थी.. लेकिन बहुत ही कमज़ोर कोशिश थी। कुछ ही पल में पता नहीं क्या हुआ और हमारे होंठ मिल गये। अब हम एक दूसरे को किस कर रहे थे।
फिर मामी एक दम से उठी और अपने को छुटा कर नीचे चली गयी।
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