RE: Hindi Kamuk Kahani मेरी मजबूरी
फिर मैं मम्मी का सोचते हुए कि अब कि ज़्यादा देर करना ठीक नही। वर्ना प्लान खराब हो सकता है और घर की तरफ निकल लिया।
लेकिन रास्ते मे रेस्टोरेंट में मनोज के साथ खाना खा लिया क्योकि घर पर नाराजगी दिखानी थी खाना न कर।
घर पहुचा तो मम्मी हाल में ही बैठी थी। मम्मी की नजर मुझ पर पड़ी तो मानो जैसे उनका खून सूख गया और सांस रुक गयी हो और रंग पीला पड़ने लगा
रीटा--- देखो मम्मी भैया आ गए है, भैया इतनी लेट कैसे हो गए।
मम्मी--हा... हां
रीटा---भैया खाना लगाउ।
मैं--नही भूख नही है।
मम्मी---बेटा थोड़ा सा खा लो।
मैं--/-जरा तेज़ आवाज में....बोला न भूख नही है।
रीटा--//भैया आपकी तबियत ठीक है ना,
मैं.... क्यो क्या हुआ है मेरी तबियत को।
रीटा---भाई आपने कभी घर मे ऊंची आवाज के बात या गुस्से में बात नही की किसी से इएलिये(थोड़ा घबराने का नाटक करते हुए)
मैं(थोड़ा नरम पड़ते हुए)हां ठीक है तबियत, मम्मी मेरे रूम में आना आपसे बात करनी है कुछ जरूरी।
और कमरे में चला गया ऊपर
और रूम में मम्मी का इंतज़ार करने लगा।
30 मिनेट तक जब मम्मी नही आई तो नीचे जाने की सोच खड़ा ही हुआ के मम्मी आ गयी और सर् नीचे करके खड़ी हो गयी
मैं--- किरण और रानी कब तक सो जाती है।
मम्मी--/हल्के कांपती आवाज में बस सो गई है अभी।
मैं---- ठीक है जब अछे से सो जाएं तो आप फिर आना मेरे रूम में।
मम्मी कुछ देर खड़ी रही जैसे कुछ कहना चाह रही हो फिर बाहर चली गयी।
मम्मी के जाने के बाद मैं आराम करने के लिए लेट गया। लकीन आराम किसको करना था जब उसकी मम्मी ही उससे चुदने वाली हो। तो दिमाग की मा बहन हो रही थी। अजीब सी सोचें जो जज्बात और बड़का रही थी कि समय बीतता गया।
मैंने चौकते हुए समय देख 10:30 होने वाले थे मम्मी नही आई
मैंने रीटा को sms किया और पूछा कि मम्मी कहा है आयी नही अभी तक।
जवाब आया आ रही है 5 मिनेट में
ये जवाब मुझे झुंझला गया लेकिन फिर भी बैठा रहा
मम्मी 5 मिनेट बाद आ गयी और रूम के थोड़ा के डोर के आगे आके खड़ी हो गयी सिर झुका के।
मैं----क्या बात कौशल्या देवी वहा क्यो खड़ी हो गयी है आप यहा आ जाईये(थोड़ा ताना मरते हुए)
ममी---कुछ न बोलकर लड़खड़ाते कदमो के साथ मेरे पास आकर खड़ी हो गयी।
मैंने मम्मी की तरफ देखा तो मुझे उनकी आंखों से आंसू दिखाई दिए लेकिन इगनोर करते हुए बोला क्या बात मम्मी आपकी आंखों में आंसू बह रहे है क्या बात है क्या।
मम्मी एक दम से मेरे पैरों में पड़ गयी और बोलने लगी---संजू मुझे माफ़ करदे गलती हो गयी मुझसे, बहुत बड़ी भूल हो गयी।
क्या भूल हो गयी मम्मी जो इस तरह माफी मांग रही हो,अनजान बनते हुए।
प्लीज् संजू मा हु तुमारी इतना जलील मत करो मुझे---मम्मी भिलखते हुए।
मैं----अरे मम्मी मा हो तुम मेरी मैं कैसे तुम्हे जलील कर सकता हु लेकिन हुआ क्या है वैसे हक़ को आपका है आप कैसे भी मुझे जलील कर सकती हो और जब आप मेरे सीधे सच्चे बाप को जलील कर चुकी हो मैं किस खेत की मूली हु। क्यो सही कहा ना मम्मी,
मम्मी----प्लीज बेटा मुझे माफ़ कर दो मानती हूं कि मैं बहुत बड़ी गुनाहगार हु लेकिन मैं वादा करती हूं कि आज के बाद में कोई शिकायत का मौका नही दूंगी। बेटा
मैं---- अच्छा तो क्या तुम अपनी बेटी को भी बदल दो गी जिस दलदल में तुमने उसे ढकेल दिया है उससे निकाल लोगी। बेइज्जती के अलावा आपके हाथ मे कुछ नही बचा।
मम्मी,---- मैं उसको समझा लुंगी बेटा, वो कुछ नही करेगी जल्दी ही फिर से उसकी शादी कर देंगे।
मैं--- क्या गारंटी है वो अपने पति से खुश रहेगी और बाहर नही चुदवायेगी, और फिर से तलाक नही होगा।
मम्मी--- नही होगा कभी नही होगा मैं उससे वादा लुंगी।
मैं.... नही मम्मी वादा तो आपने भी किया होगा पापा से और वो भी आपकी ही बेटी है जिसे तुमने खुद रंडी बनाया है। अपनी तरह।
मम्मी चीख कर--- बस करो संजू मा हु तुमारी कुछ तो लिहाज करो कैसी बात कर रहे हो।
मैं एक दम से उठ बैठा क्योकि अभी तक लेटा हुआ था मैं ने एक जोर का थप्पड़ मम्मी के मुह पे मारा और बोला--- चुप कर कुतिया मुझे शर्म करने की बोल रही है तुझे शर्म नही आई तब जब न्नगी अपने भाई से चुदवा रही रही थी अपनी बेटी को रंडी बनाकर अपने भाई के नीचे सुलाया। बालो से झिझोड़ दिया।
मम्मी हक्की बक्की सी खामोश रह गयी।
मैं मम्मी के बाल को खिंचता हुआ अब बोल बोलती क्यो बन्ध हो गयी तेरी कुतिया।
मम्मी---/aahhh betaaa छोड़ो मुझे plz उफ्फ्फ नही बेटा मानती हूं मैंने गुनाह किया है बस एक बार बस एक बार माफ कर दो बेटे और रोने लगी।
अब ज्यादा ड्रामा न करते हुए बोला चल उठ और पहले दरवाजा बंद कर ।
मम्मी चुपचाप खड़ी हुई और दरवाजे को बंद कर दिया। और वापिश बेड के पास आकर खड़ी हो गयी और आंसू बहाती रही।
मैं--- अब देखो मम्मी जो कर न सको उसकी हामी भी न भरना समझी आप
मम्मी ने हान में सर् हिलाया बोली कुछ नही।
मै--/देखो मम्मी मैं जान चुका हु की मामा से तुमारा रिश्ता शादी से पहले का है और अब ये छूटना मुमकिन नही है अब ये बताओ चाहती क्या हो आप।
मम्मी कुछ नही बोली बस अपने आंसू साफ करती रही।
मैं---- अब बोलो भी मम्मी।
जैसे तुम कहो बेटा--/मम्मी
मैं---- नही मम्मी मैं अपने रवैये के लिए माफी चाहता हु आपसे सॉरी बोलता हूं।मुझे आपके साथ ऐसा नही करना चाहिए था और आप अपने मन की बात बताईये क्या चाहती है आप आप जैसा कहेगी वैसा करुगा मैं। चाहे जो भी हो।
मम्मी--- नही बेटा अब कोई गलत काम मे नही करुँगी और न ही रीटा को करने दूंगी।
मैं---ठीक है बैठो यहा पर।
मम्मी कुछ नही बोली और मेरे पास बेड पर बैठ गयी।
मम्मी को अपने करीब बैठा लिया और कुछ देर उनकी तरफ देखता रहा शायद मम्मी पहले से काफी रो कर आई थी अब मेरे साख्ति से थोड़ा थोड़ा कांप रही थी।
मैंने मम्मी को अपनी तरफ खींच लिया और अपने से लिपटा लिया और बोला मम्मी मैं आप पर हाथ नही उठाना चाहता था लेकिन पता नही क्या हुआ मुझे आप मुझे माफ कर दो।
मम्मी---- नही बेटा गलती मेरी है जो तुम्हे हाथ उठाना पड़ा
मैं---- ठीक है मम्मी अब आगे का क्या करना है और कैसे।
मम्मी--- आगे क्या?
मैं--- मैं मामा को सबक सिखाना चाहता हु जो उसने मेरी फैमिली के साथ ऐसे किया। क्या आप मेरे साथ है या अपने भाई का साथ देंगी। मैं ये काम आपसे छुपकर भी कर सकता था लेकिन मुझे मालूम है आपने ये काम अपनी मर्जी से स्टार्ट नही किया। और अगर आप खुद से मुझे पूरी सच्चाई बताए तो ठीक रहेगा।
मम्मी खामोश हो गयी और काफी देर तक कुछ नही बोली।
बताओ मम्मी क्या सच है आपकी मजबूरी का। या ये समझू की खुद आप अपने बदन की गर्मी के कारण ये सब कर रही है और इसलिए अपनी बेटियों को फेक दिया उस जानवर के नीचे।
मेरे मुह से बेटियों सुनकर मम्मी को झटका लगा।
और वो मुझे देखने लगी।
हा मम्मी मैं जानता हूं कि किरण दीदी को भी खराब कर चुके है तुमारे भाई। और इसलिए पापा ने उनसे नाता तोड़ा। बोलो अब मम्मी या अब भी चुप रहोगी।
हां मैने ही खुद अपनी बेटियो को सुलाया है मेरे भाई के साथ, क्योकि मजबूर थी मैं। जब मैं कुँवारी थी तबसे मेरा भाई एक बुटी मुझे खिलाता है और मैं खुद अपनी टांगे खोलकर उसके आगे पड़ जाती थी। और अब मुझे आदत है उसकी नही रुक सकती मै । और सुनेगा तो सुन अगली बार रानी को भी सोना पड़ेगा उनके साथ और तू कुछ नही कर पायेगा। क्योकि उसने अपना खेल शुरू कर दिया है। कैसे रोकेगा जान से मारेगा, मार ना मुझे मैं हु इस सबकी जिम्मेदार। मेरे बदन में जब आग जलती है तो मुझे कुछ नही दिखता है उस तेरे मामा दिखते है।
मैं----- मम्मी ऐसा क्या करूँ जिससे तुम मामा के चंगुल से निकल सको। बताओ मम्मी वैसे भी अब मामा को छोड़ने वाला नही हु मैं। उनको ऐसी सजा दूंगा की उनकी सात पुस्ते भी याद रखेंगी। और रही मेरी बहनो की तो मैं खुद उनको इतना प्यार दूंगा की वो कभी मामा की तरफ़ जाएगी भी नही। अब तुम अपना सोच लो किसके साथ रहना है अगर जाना चाहो तो अभी निकल जाओ अपने भाई के पास लकीन एक बात याद रखना अगर उसे अभी मालूम चला कि मैं सब जान गया हूं तो अच्छा नही होगा।
मम्मी---- बेटा क्या सिरफ अपनी बहनों को प्यार देगा इस मा का कोई हक नही तेरे प्यार पर । मैं तेरे साथ हु जैसा तू बोलेगा वैसा ही करुँगी। बस हमे बचा ले । उस जानवर से । उसने हमें एडिक्ट कर दिया है सेक्स का , उसके आगे मजबुर हो जाती हूं।
मैं----- अगर आपको सेक्स चाहिए मुझे कहिये मै पूरी करुगा आपकी जरूरत लेकिन बाहर नही जाना।
फिर में मम्मी के पास गया और पीछे से उनकी गांड पर हाथ रखकर दबा दिया, तो वो वैसे ही आगे हो गयी. फिर मैंने कहा कि अच्छा लगा हाथ लगाकर. फिर मुझे समझ में आया कि मम्मी ने अंदर चड्डी नहीं पहनी है. फिर वो कुछ कहती उससे पहले मैंने अपने होठ उसके होंठ पर रख दिये अब वो शॉक हो गयी थी.
फिर मैंने उनकी कमर पर अपना हाथ रख दिया और उन्हें अपने बेड पर बैठाया और फिर उन्हें पानी के लिए पूछा तो उन्होंने मना कर दिया. फिर मैंने कहा कि आपके लिप्स बहुत सेक्सी है और में उन्हें फिर किस करने लगा. अब वो शॉक हो गयी और उठ गयी और कहने लगी कि ऐसा मत करो, में तुम्हारी माँ हूँ.
अब मुझे बहुत गुस्सा आया और मैंने कहा कि जाओ यहाँ से, अब मुझे जो करना है वो मै करुगा तुम अपने भाई के साथ करो। तो मम्मी मुझसे मांफी मांगने के लिए मेरे पैरों में गिर गयी और कहने लगी कि तुम जो कहोगे में करूँगी, लेकिन प्लीज ये मत कहो मैं कहि नही जाऊँगी.
फिर मैंने तुरंत अपनी पेंट से मेरा लंड बाहर निकाला और उनके मुँह में दे दिया और मम्मी से कहा कि चूस इसे और ज़ोर-ज़ोर से उनके मुँह में शॉट मारने लगा. फिर मैंने कहा कि दोनों बहनचोद माँ बेटी लंड चूसने में एक नंबर की रंडिया हो. फिर 15 मिनट तक लंड चुसवाने के बाद मैंने मम्मी को खड़ा होने कहा और उन्हें सारे कपड़े उतारने को कहा, तो वो 2 मिनट में मेरे सामने पूरी नंगी हो गयी. अब में मम्मी के बूब्स देखकर पागल हो गया और उन्हें चूसने लगा और ज़ोर-ज़ोर से दबाने लगा. अब मम्मी सिसकारियाँ भर रही थी.
फिर मैंने कहा रंडी नाटक तो ऐसे कर रही है जैसे पहली बार कर रही हो और उनके होठों को चूसने लगा और चूसते-चूसते मैंने अपना एक हाथ बिना बाल वाली चूत पर लगाया और अपनी एक उंगली मम्मी की चूत में अंदर डाल दी तो वो उछल पड़ी. फिर मैंने उनको नीचे बैठाया और अपना लंड फिर से उसके मुँह में दे दिया.
अब मम्मी मेरा लंड मजे लेकर चूसने लगी थी. फिर मैंने कहा कि मादरचोद आ गयी ना अपनी औकात पर. फिर मम्मी ने कहा कि मेरे बेटे ने जब मुझे रखेल बना ही दिया है तो क्यों ना पूरे मज़े लूँ? और वो ऐसा कहकर मज़े से मेरा लंड चूसने लगी. अब मम्मी गालियाँ देते-देते कह रही थी कि तेरे बाप ने मुझे कभी अपना लंड नहीं चुसवाया, साले का ठीक से खड़ा भी नहीं होता था. फिर मैंने उनको बेड पर पटका और उनके पूरे बदन को चाटना शुरू किया. अब वो और गर्म हो गयी और झड़ गयी. फिर मैंने मम्मी को उल्टा घुमाया और उनकी पीठ चाटने लगा.
अब वो सिसकारियाँ लेते हुए गाली दे रही थी और कह रही थी कि डाल दे भड़वे और मत तड़पा. फिर मैंने वैसे ही पीछे से अचानक अपना लंड एक शॉट में पूरा उसकी चूत में घुसा दिया, मेरा लंड मामा से बड़ा और मोटा है, फिर मैंने जैसे ही एक झटका मारा तो वो चीख उठी और में बिना रुके झटके मारता गया. फिर मैंने 35 मिनट तक उनकी चुदाई की, उसमें मम्मी 3 बार झड़ गयी. फिर हमने अगले दिन सुबह 11 बजे तक बहुत मज़े किए, जिसमें मैंने मम्मी की गांड भी मारी।
रीटा दीदी ने जब दरवाजा खटखटाया तब जाके मैंने मम्मी को छोड़ा और उन्होंने अपने कपड़े पहने और बाथरूम में गुस गयी।
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