RE: Hindi Kamuk Kahani मेरी मजबूरी
शावर के ठीक नीचे ही हम दोनों रासलीला कर रहे थे। अब मैं खुलकर मामा के साथ प्यार कर रही थी। वो मेरी खूबसूरत, रसीली, बड़ी बड़ी गोल गोल चूचियों को चूस रहे थे। मुझे भी बहुत आनंद मिल रहा था। तब तक मेरी चूत से सफ़ेद रंग का माल निकलने लगा। पर मामा नही देख पाए। वो बड़ी देर तक मेरे मम्मो को हाथ से जोर जोर से दबाते रहे और मजा लेते रहे। फिर उन्होंने मेरी चूत से सफ़ेद रंग का माल निकलते हुए देखा तो वो जल्दी जल्दी मेरी बुर चाटने लगे। सफ़ेद माल को वो पूरी तरह चाट गये। शायद वो उनको टेस्टी लग रहा था।
“भांजी!! ले मेरे लंड को मुंह में डालकर चूस!!” मामा ने अपनी तानाशाही वाली आवाज में कहा जिसे मैं मना नही कर रही। मैंने मामा के 8” के लौड़े को मुंह में ले लिया और जल्दी जल्दी फेटने लगी। इतना बड़ा लंड मैंने कभी नही देखा था। बाप रे!! कितना मोटा लंड था मामा का। इसी खूबसूरत गधे जैसे लंड से मामा मामी और मम्मी की चूत मारते थे। बड़ी मुश्किल से लंड मेरे हाथ में समा पाया। फिर मैं जल्दी जल्दी हाथ में लेकर फेटने लगी। हम लोग बाथरूम में पानी में भीग भीग कर मस्ती कर रहे थे। उधर घर में तुम सब लोग सो रहे थे। कुछ देर बाद मैं मामा का मोटा लंड मुंह में लेकर चूसने लगी। फिर मुझे मजा आने लगा और मैं जल्दी जल्दी लंड को गोल गोल फेट रही थी और मुंह में लेकर चूस रही थी।
“ओहोहोहो…..भांजी!! तूने तो आज मेरा दिल खुश कर दिया!!” मामा बोले
वो अपने हाथों को पीछे से मेरे पुट्ठे पर ले गये और सहलाने लगे। मामा के हाथ मेरे जिस्म के हर हिस्से को छू और सहला रहे थे। मैं जल्दी जल्दी उनके लंड को मुंह में लेकर चूस रही थी। मेरा सिर बार बार नीचे और उपर हो रहा था। मुझे बहुत मजा आ रहा था। सेक्स, वासना और चुदाई का जादू अब मुझ पर पूरी तरह से चल चुका था। मुझे साँस भी नही आ रही थी क्यूंकि मैंने गले की गहराई तक मामा का लंड चूस रही थी। मामा तो मेरे लंड चूसन से बहुत खुश थे। “जीओ मेरी भांजी!!” मामा बार बार कह रहे थे। मेरी चूत पर उनका हाथ इधर उधर नाच रहा था। वो मेरी चूत को जल्दी जल्दी फिर मुझे और जादा सेक्स का नशा चढ़ गया था। मै और जल्दी जल्दी मामा का लौड़ा चूसने लगी। मामा के लंड से माल बाहर आने लगा। मैंने मामा की गोलियों को मुंह में भर लिया और चूसने लगी। मामा को बहुत मजा आया इसमें।
फिर उन्होंने मुझे शावर के नीचे सीधा लिटा दिया और मेरी चूत में अपना मुंह डाल दिया और जल्दी जल्दी चाटने लगे। मैं “ओहह्ह्ह…ओह्ह्ह्ह आआआअह्हह्हह…अई..अई. .अई… उ उ उ उ उ…मामा आराम से… आराम से!!” चिल्लाने लगी क्यूंकि मामा बहुत जल्दी जल्दी मेरी चुद्दी चाट और पी रहे थे। मेरी चूत में अब आग लग रही थी। मैं बहुत जोश में आ गयी थी। मैं अब चुदने को पूरी तरह से तैयार थी। मेरी चूत का रोम रोम जाग चुका था। मुझे बहुत उत्तेजना महसूस हो रही थी। मामा तो बड़ी जल्दी जल्दी मेरी चूत पी रहे थे। जो सफ़ेद माल मेरी चुद्दी ने निकलता था मामा सब चाट जाते थे। फिर वो जल्दी जल्दी अपना लंड फेटने लगे। मेरा दिल धक धक करने लगा। मामा ने लंड मेरी चूत के छेद पर रख दिया और जोर का धक्का मारा। मेरी चूत की सील टूट गयी। लंड अंदर घुस गया। “ओह्ह माँ….ओह्ह माँ…आह आह उ उ उ उ उ……अअअअअ आआआआ….” मैं तेज आवाज में चिल्लाई।
मामा ने मेरे हाथों को कसके पकड़ लिया और जल्दी जल्दी मुझे चोदने लगे। मुझे काफी दर्द हो रहा था। हम दोनों पानी में भीग कर सेक्स और चुदाई का मजा ले रहे थे। हम दोनों सेक्स कर रहे थे। मामा जल्दी जल्दी मुझे ठोकने और चोदने लगे। मैं चुदने लगी। कुछ देर बाद मेरा दर्द गायब हो गया था। अब मामा जल्दी जल्दी मेरी चूत मारने लगे। मैंने मामा को सीने से लगा लिया। “…..आआआआअह्हह्हह…चोदो चोदो…. आज मेरी चूत फाड़ फाड़कर इसका भरता बना डालो मामा!!….” मैंने किसी चुदासी लड़की की तरह कह दिया। उसके बाद तो मामा और जोश में आ गये और गपा गप मुझे चोदने लगे। उनका लंड तो जैसे मेरी चूत में ड्रिल से छेद कर रहा था। वो तेज और गहरे धक्के मेरी चुद्दी में मार रहे थे। मैंने भी अपनी दोनों टांगो को पूरी तरह से खोल दिया था। अब मामा और तेज तेज शॉट मेरी चूत में मार रहे थे।
मैं चुद रही थी। उत्तेजना से मेरी आँखें उलट गयी थी। मुझे बड़ा मीठा मीठा सा लग रहा था। बड़ी अजीब फीलिंग थी वो। मामा जल्दी जल्दी अपनी कमर को चला रहे थे और मुझे चोद रहे थे। इसी दौरान मैंने मामा की पीठ में अपने नाख़ून गड़ा दिए तो उनके खून निकलने लगा। पर उस समय मामा को कुछ पता नही चला। क्यूंकि वो मेरी भरी हुई चूत मारने में व्यस्त थे। मैं किसी रंडी की तरह उनके चेहरे और गालों पर चुम्मी ले रही थी। मुझे बहुत अच्छा लग रहा था। मामा जल्दी जल्दी मुझे चोद रहे थे। मैं उसके होठ चूसने लगे। मेरी चुद्दी से पट पट चट चट की आवाज आने लगी। लगा की कोई ताली बजा रहा है।
“हूँ..हूँ…हूँ..” की हुंकार से साथ मामा मुझे जल्दी जल्दी पेलने लगे। मुझे अजीब सा नशा छा गया था। मैं उनको जल्दी जल्दी चेहरे पर चुम्बन लेने लगी और पीठ में नाख़ून गड़ाने लगी। मामा ने मुझे 30 मिनट नॉन स्टॉप चोदा, फिर चूत में ही शहीद हो गये। फिर मुझे किस करने लगे। जब वो मेरी चूत की सवारी करके उतरे तो उनकी पीठ में सब तरफ खून ही नजर आ रहा था। मेरे नाख़ून के निशान सब तरफ दिख रहे थे जैसे किसी जंगली बिल्ली ने उनको नोचा हो।
तभी मैंने देखा कि मम्मी बाथरूम के बाहर खड़ी है और हमे देख कर मुस्करा रही है।
बहनचोद तुझसे सब्र नही हुआ आज ही चोद दी तूने मेरी बेटी---मम्मी
क्या करूँ बहना है ये इतनी नमकीन की सब्र नही हुआ।, मामा ने अपनी बतीसी दिखाते हुए कहा।
उस दिन से मामा मुझे और मम्मी को एक साथ चोदने लगे।
फिर एक दिन उनका मूड किरण पर खराब हुआ और उसको भी चोद रहे थे कि पापा ने देख लिया और बहुत झगड़ा हुआ।
लेकिन मम्मी ने पापा को ही डर दिया कि हमारी ही बदनामी है इस बात में तो पापा ने कोई पुलिस कंप्लेन नही की और मामा के घर से सब नाता तोड़ दिया।
फिर मेरी शादी करवा दी गयी । लेकिन मामा जो दवा हमे खिलाते थे उससे मुझे साइड एफ्फेक्ट हो गया।
और मैंने अपनी माँ बनने की शक्ति खो दी। इएलिये मेरा तलाक हुआ।
दीदी की सारी कहानी सुनकर मैने फैसला किया कि पहले अपनी फैमिली को संभालने का समय है फिर मामा से बदला लेने का।
इसलिए मैंने पहले किरण दीदी और फिर मम्मी को टारगेट करने का प्लान किया।
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