RE: Hindi Kamuk Kahani मेरी मजबूरी
कुछ देर उनका लंड चूसने के बाद उन्होंने आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए पूरा पानी मेरे मुंह में ही डाल दिया | मुझे बहुत जोर से गुस्सा आई और उनके मुंह में ही पूरा वीर्य थूक दिया और अपनी पेंटी ले कर वापस आ गयी | गुस्सा तो मुझे बहुत आ रहा था पर मैं क्या कर सकती थी | मैं अपने रूम में आ कर अपने कपडे उतार कर और लेट गयी। लण्ड चूस कर मैं गरम हो चुकी थी और एक बैंगन मुंह लेने लगी | जब मेरा बैंगन बहुत गीला हो गया तो मैं उसको अपनी चूत में डालने लगी और आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करने लगी थी | 20 मिनट ऐसा करने के बाद मेरी चूत का पानी निकल गया था और फिर मैं ऐसे ही नंगी सो गयी |
अगले दिन सुबह मैं उठी और रेडी हो कर सहेली के घर लिए निकल गयी | सहेली के पास से आने के बाद मैं जैसे ही घर में गयी तो मैंने देखा कि घर का दरवाजा खुला हुआ है और मामा जी कहीं दिख नहीं रहे थे | फिर मैं अपने रूम गयी तो देखा कि मामा जी मेरी पेंटी को सूंघ रहे थे | ब्रा को अपने लंड से लगा रहे थे और वो पूरे नंगे थे लेटे हुए | ये सब मैं छुप के देख रही थी | फिर जब उन्होंने मेरी ब्रा में अपना माल गिराया तो मैंने गुस्से से लाल हो गयी और उनसे पूछने लगी कि मामा जी आप ये क्या कर रहे हैं ? मैंने आपको कहा था न कि आप मेरी चीजों से दूर रहना |
फिर भी आप ये सब क्यूँ कर रहे हैं यार मेरी तो कुछ समझ में नहीं आ रहा है | तो मामा जी ने कहा कि यार मैं क्या करू ? मैं अकेला था | मुझे बहुत जोश चढ़ रहा था तो मैंने सोचा कि ये सब कर लू तुम्हारे आने से पहले पर तुम उसी वक़्त आ गयी | फिर मैंने उनसे पूछा कि मामा जी आप मुझे बताइए क्या चाहते हैं ? आज फैसला हो ही जाये | तो वो बेशर्मी वाली हंसी से मुझसे कहा कि सच बताऊ मैं तुम्हे चोदना चाहता हूँ | तो मैंने अपने आप से गुस्से में सबसे पहले अपनी शर्ट उतारी उसके बाद ब्रा | फिर मैंने अपनी स्कर्ट नीचे की ओर और फिर पेंटी भी उतार दी | मैंने मामा जी से कहा कि लो खड़ी हूँ आप के सामने एक दम नंगी चोद लो मुझे | मामा जी कि आँखे चमक उठी और उनका मुंह देख कर लग रहा था कि जैसे वो वो भेड़िया हैं और मैं बकरी |
फिर वो मेरे पास आये और मेरे होंठ में अपने होंठ रख कर चूमने लगे | जब उन्होंने मेरे होंठ में अपने होंठ रखे तो मुझे एक करंट सा लगा | एसी फीलिंग्स मेरे अन्दर कभी नहीं आई थी और मुझे भी अच्छा लग रहा था | अब मैं उनका साथ देने लगी | उनके होंठ चूमने और चूसने लगी | हम दोनों ने जब एक दूसरे को 10 मिनट तक खूब चाट और चूम लिए | फिर वो मेरे दूध को दबाने लगे जोर जोर से और मैं आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअ अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करने लगी थी |
दूध दबाते दबाते उन्होंने मेरे निप्पल्स को अपने मुंह में ले लिया और उसे चूसने लगे | साथ में वो मेरे दूध को जोर जोर से मसल भी रहे थे और मैं आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए सिस्कारियां भर रही थी | वो मेरे दूध को जोर जोर से मसल मसल कर चूसे जा रहे थे और मैं आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए हुए उनका सिर के बाल सहला रही थी | दूध पीने के बाद उन्होंने मुझे बेड पर लेटा दिए और मेरे शरीर से पेंटी और स्कर्ट अलग कर दिए |
अब वो मेरी टाँगे चौड़ी कर के अपनी जीभ मेरी चूत में रख कर उसको चाटने लगे बाहर से | मुझे उनका ऐसा करना बहुत ही अच्छा लग रहा था मैंने अपने आप को उनके हाँथ में सौंप दी थी | अब मेरी चूत को दो ऊँगली से खोल कर उसके अन्दर की दीवारों को चाटने लगे और मैं मदहोश हो कर आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करने लगी |
अब वो मेरी चूत के दाने को अपने होंठो से पकड़ चूस रहे थे और मैं आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ कर रही थी | ( ये जो अंग होता है इसकी एक बहुत अहम् भूमिका होती है जब लंड इसको रगड़ते हुए चूत में जाता है तो आनंद ही आनंद आ जाता है ) | मैं अपनी चरम सीमा में आ चुकी थी और बस झड़ने ही वाली थी कि मम्मी आ गयी | फिर इसके बाद हम दोनों अलग हुए और मामा जी मुझे रात में अपने कमरे में आने को कह दिया | उनके जाने के बाद मैंने अपने रूम को बंद कर दिया और फिर अपनी चूत में जोर जोर से बैंगन डाल कर अपने आपको चोदने लगी और फिर झड़ गयी | कुछ देर ऐसे पड़े रहने के बाद फिर मैं खाने कि तैयारी करने लगी |
खाना बनने के बाद हम सब ने खाना खाया साथ में और फिर मामा ने मुझे जूस दिया पीने को। मैने जूस पिया और अपने रूम में सोने चली गयी | रात में मैं करीब 11 बजे के आस पास मुझे बेचैनी होने लगी। मेरे शरीर मे सुई सी चुभने लगी। चुत में अजीब सी अग्नि जल उठी। ये आग दो दिन से ज्यादा भड़की थी मामा के आने के बाद से। मैं मजबूरी से मामा के रूम में गयी | उन्होंने तुरंत ही मुझे पकड़ के अपनी बांहों में ले लिए और जोर जोर से मुझे यहाँ वहां चूमने लगे | मैं भी उनको चूमने लगी | उसके बाद मामा जी ने मुझे तुरंत ही नंगी कर दिए और वो पहले से ही नंगे थे | फिर मामा जी ने दरवाजा बंद किया और मुझे बेड पर लेटा दिया | बेड में लेटे लेटे हम दोनों एक दूसरे के लिप्स को चूसने और चाटने लगे |
फिर मामा ने मेरे दूध को अपने मुंह में लिया और जोर जोर से चूसने लगे मुझे बहुत अच्छा लग रहा था तो मैं आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ कर रही थी | वो बहुत ही अच्छे से मेरे दूध को चूस रहे थे | फिर उन्होंने मेरी टाँगे चौड़ी कर के अपने कंधे में रख लिए और मेरी चूत को ऊँगली से चोदते हुए चाट रहे थे | मैं मदहोश हो गयी थी और आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ कर रही थी | जब उन्होंने मेरी चूत को अच्छे से चाट लिया तब उन्होंने अपना लौड़ा मेरे मुंह के पास ले आये |
अब बारी मेरी थी तो मैंने उनके लंड को हिलाते हिलाते चाट चाट के गीला करने लगी और वो आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ कर रहे थे | फिर मैंने उनका लंड अपने मुंह में ले कर चूसने लगी उनका लंड मैंने बहुत अच्छे से चाट कर और चूस कर गीला कर दिया | फिर उन्होंने मेरी चूत में अपना गरम लोहे जैसे लंड धीरे धीरे कर के घुसेड दिया अन्दर तक | अब उनका लंड मेरी और मैं आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ कर रही थी | उनका हर एक धक्का मैं अपनी चूत में महसूस कर रही थी | वो बहुत ही अच्छे से मेरी चूत की चुदाई कर रहे थे और मैं भी मजे लेते हुए आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ कर रही थी | तभी पापा को ये आवाज़े सुनाई दी | पापा ने दरवाजा खटखटाया तो हम दोनों जल्दी एक दूसरे से अलग हो गये |
पापा ने मुझे मामा के साथ उस हालात में देख लिया और मामा को काफी भला बुरा कहा।
सुबह होते ही वो चले गए लेकिन जाते जाते मुझे एक पर्ची देकर गए जिसमे लिखा था कि मामा पिछले तीन दिनों से मुझे कोई ड्रग्स दे रहे थे जूस चाय में मिला कर जिससे मेरी काम ज्वाला भड़क गई थी। मैं पहले से ही कामुक रही लेकिन अब तो मैं और भी खतरनाक स्टेज पर हु।
अभी तक रोशनी और बैंगन ने बचा रखा है अब रहा नही जाता भाई
दीदी ने अपनी पूरी कहानी बता दी । मैं मामा से पहले ही नाराज था अब तो नफरत हो गयी मुझे उनसे और सोच लिया कि उनसे बदला जरूर लूंगा।
और भगवान का शुक्र किया कि दीदी के साथ मामा ज्यादा चुदाई नही कर पाए।
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