Hindi Kamuk Kahani मेरी मजबूरी
06-14-2019, 01:14 PM,
#14
RE: Hindi Kamuk Kahani मेरी मजबूरी
मैंने दीदी को उठाया और एक चैय्यर पर बैठाया।
और पूछा की क्यो वो बाहर गलत करणा चाहती है।
दीदी ने काफी फ़ोर्स देने पर अपनी प्रॉब्लम बताई।
फिर दीदी बोली कि मेरे बूर में बहुत ही खुजली होती है, मुझे लंड चाहिए, पहले तो मैं बैगन से ही काम चला लेती थी पर आज कल मेरे से काबू नही रहता.मैं दिन भर तड़पती रहती हूं। एक दिन आप, दीदी ,मम्मी और रानी सभी शादी में गए हुए थे, उस दिन घर पर मैं और रोशनी थे, हम दोनों खाना खाके सो गए, मेरी एक आदत है या यु कहिये की एक बीमारी है, जब मैं सोती हु, करीब आंध्र घंटे तक अपने बूब को प्रेस करती हु, जब तक बूब को नहीं दबाती और बूर में ऊँगली दाल दाल के पानी पानी नहीं कर देती तब तक मुझे नींद नै आती, उस रात को मैं काफी कामुक हो गयी थी, मेरे चूत में काफी खुजली होने लगी, मैं हौले हौले से सहलाने लगी, पर धीरे धीरे वैचेन हो गयी, मैं रसोई में गयी वह एक बैगन था, मैंने उस बैगन से अपने चूत में घुसाने लगी पर किस्मत ने साथ नहीं दिया और बैगन के दो टुकड़े हो गए और मेरी चीख निकल गयी। और रोशनि आ गयी। रोशनी ने मुझे इस हालत में देखा और मेरी चुत से बैंगन बाहर निकाला और मेरे से लैस्बियन संबंध बनाकर मुझे शांत किया। लेकिन अब मुझसे ओर नही रुका जा रहा है।
दीदी आपको ये आदत कैसे हुई जो इतना बढ़ गयी है----- मैने पूछा
दीदी खामोश हो गयी।
मैने उनको फ़ोर्स किया और अपनी कसम देकर पूछा। तो उन्होंने अपनी कहानी सुनाई।
ये घटना आज से 2 साल पहले की है जब मैंने जवानी में नया नया कदम रखा था | मैं स्कूल में थी तो वो एक गर्ल्स स्कूल था | आप समझ सकते हैं कि गर्ल्स स्कूल में लडकिया क्या क्या करती हैं | हम अपनी क्लास में बहुत मस्तियाँ किया करते थे | कभी एक दूसरे की स्कर्ट उठा देना कभी एक दूसरे के दूध दबा देना लेस्बियन किस्सिंग | ये सब हम किया करते थे | पर स्कूल ख़त्म होने के बाद ये सब खत्म हो चुका था | अब मैं अपनी सीधी सादी जिन्दगी जी रही थी | अब बस मैं घर में ही अपनी चूत में उंगलिया डाल कर हिला लेती थी

एक दिन की बात है स्कूल से छूटने के बाद मैं घर पर ही थी तभी फ़ोन की घंटी बजी | मैंने फ़ोन उठाया तो सामने मामा जी थे | उन्होंने कहा कि मैं स्टेशन में हूँ और घर आ रहा हूँ | मैंने भी हाँ में जवाब दे दिया | फिर मैं जल्दी से बाथरूम गयी हाँथ मुंह धोयी और फिर अपने रूम में जा कर ड्रेस चेंज की | आधे के घंटे के बाद मामा जी घर आ गये थे | मैंने मामा जी से नमस्ते किया उन्होंने भी नमस्ते किया और हम दोनों एक दूसरे हालचाल पूछने लगे | फिर ऐसे ही हम दोनों नॉर्मली बात करने लगे | यही कोई दो बज रहे होंगे तो मैंने कहा कि मामा जी मुझे नींद आ रही है | तो उन्होंने कहा कि ठीक है तुम सो जाओ अपने कमरे में जा कर । मैं भी कुछ देर आराम कर लेता हूँ |

फिर मैं अपने रूम में चली गयी और थोड़ी देर के बाद मुझे नींद भी आ गयी थी | जब मेरी नींद खुली तो मुझे बहुत जोर से सुसु आई थी, तो मैं टॉयलेट जाने लगी | जैसे ही मैंने टॉयलेट का दरवाजा खोला तो अन्दर मामा जी थे और वो एक दम से मुड़े जिस वजह से उनकी टॉयलेट मेरे कपड़ो में हो गयी | मुझे बहुत गन्दा लग रहा था | मम्मी के आने का भी टाइम हो गया था | मैं परेशान होने लगी थी | मामा जी मुझे सॉरी बोलने लगे तो मैंने उनसे कहा कि कोई बात नहीं मामा जी आपकी गलती नहीं है | मैंने उनका लंड देख लिया था | उनका लंड भी खड़ा हुआ था और कड़क था | फिर मैंने बाथरूम में जा कर नहाया और कपडे बदले |

शाम को 5 बजे मम्मी आ गयी और आधे घंटे के बाद पापा भी आ गये | मैंने सबके लिए चाय बनायीं और सबको दी | मैंने मम्मी से कहा कि मम्मी मैं सहेली के पास जा रही हूँ | सहेली के पास से आने के बाद मैं सीधा अपने रूम गयी तो मैंने देखा कि मामा जी मेरी आलमारी चेक कर रहे थे | मैंने मामा जी से पूछा मामा जी आप ये क्या कर रहे है ? तो उन्होंने कहा कि कुछ नहीं किरण बस युही ! मैंने मामा जी को गुस्सा दिखाते हुए कहने वाली थी कि आइन्दा आप मेरी बिना इजाजत के मेरे रूम में नहीं आना | उतने में मम्मी ने आवाज़ लगा दी खाना बन गया है नीचे आ जाओ | फिर हम सब नीचे खाना खाने गये | खाना खाने के बाद मामा ने मुझे icecream दी मैं वो लेकर अपने रूम में चली गयी और सब अपने अपने रूम में | मैंने अपने रूम का दरवाजा बंद कर दिया | मैंने आइस क्रीम खाकर सोचा कि चलो सोने से पहले अपनी चूत का पानी निकाल लूं | मैंने कपड़े बदलने के लिए अपनी आलमारी का दरवाजा खोली जहा मेने बैगन छुपा कर रखती थी तो देखा कि वहा से मेरी पेंटी गायब थी| मुझे समझते ज्यादा देर न लगी और मैं समझ गयी थी कि ये सब मामा जी का किया धरा है |

उसके बाद मैं मामा जी के रूम गयी जो कि खुला हुआ था | मैं सीधा अन्दर धडधडाते हुए चली गयी तो देखा कि मामा जी पेंटी चाट रहे थे शायद वो मेरी चूत का स्वाद ले रहे होंगे | मैंने उनसे पूछा कि आप ये क्या कर रहे हो ? तो उन्होंने बेझिझक कहा मैं तो कुछ भी करू तुम मेरे रूम में क्या कर रहे हो तो मैंने मामा जी से कहा कि आप को मेरी चीजों से कोई मतलब नहीं होना चाहिए | आप मुझे मेरी पैंटी दे दो बस बात खत्म | वो मुझे नहीं दे रहे थे मना कर रहे थे देने से | मेरा दिमाग ख़राब होने लगा था तो मैंने मामा जी से कहा कि अगर आप मुझे नहीं दोगे तो मैं मम्मी को बता दूंगी कि आप ने मेरे साथ गलत हरकत की है | तो उन्होंने साफ़ कह दिया कि जाओ बता दो मैं उन्हें कह दुगा की तुम बाहर लड़को से मिलती हो | उसके बाद वो मेरे सामने ही अपना लम्बा लंड निकाल के मुठ मरने लगे जिसे देख कर मैं नशे में हो गयी थी | तो मैंने मामा जी प्लीज दे दीजिये न प्लीज ! तो उन्होंने कहा कि मैं एक ही शर्त में तुमको ये पेंटी दूंगा | तो मैंने पूछा हाँ बोलिए | तो उन्होंने कहा कि तुम्झे एक बार मेरा लंड चूसना पड़ेगा | मैंने मना कर दिया क्यूंकि मैंने कभी किसी लड़के का लंड नहीं चूसा था | तो वो बार बार मुझे बोलने लगे कि अगर ये चाहिए है तुम्हे ये तो करना ही होगा |

आखिरकार मुझे मानना ही पड़ा उनका कहना क्योकि मेरा शरीर मेरे साथ नही था अजीब सी बेचैनी हो रही थी |
अब मैंने उनका लंड अपने हाँथ से पकड़ के ऊपर नीचे करने लगी और वो आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ कर रहे थे | उनका लंड पकड़ने में ऐसा लग रहा था जैसे कोई मोटा लोहा हो | अब मैं उनका लंड चाटने लगी हिला हिला के ऊपर नीचे करते हुए और वो मस्त हो कर आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ सिस्कारिया भर रहे थे |

कुछ देर उनका लंड चाटने के बाद मैं उनका लंड अपने मुंह में ले कर चूसने लगी जोर जोर से और वो आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करने लगे | वो मेरे सिर को दबा रहे थे ताकि मैं उनका लंड अपने गले तक ले लूं | मैं ले सकती थी पर मैं लेना नहीं चाहती थी | मैं उनका लंड जोर जोर से हिलाते हुए चूसे जा रही थी और वो आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए मेरे मुंह कि चुदाई करने लगे |
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